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गर्भावस्था का बीसवां सप्ताह
Pregnancy Week 20 in hindi
pregnancy/garbhavastha ka biswan saptah in hindi
Introduction

गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में आप किस तिमाही (your trimester) में हैं : आप गर्भावस्था की दूसरी तिमाही (second trimester) में हैं।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में आप कितने महीने की गर्भवती हैं: आप गर्भावस्था के पांचवें महीने में हैं।
कितने हफ्ते बचे हैं : 20 हफ्ते (140 दिन) बचे हैं।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में बच्चा कितना बड़ा हुआ है:
- इस समय आपका शिशु अब केला (banana) के आकार का है।
- आपके शिशु की लम्बाई लगभग 10.8 इंच (25.6 cm) है।
- गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में शिशु का वज़न लगभग तीन सौ ग्राम (300gm) होता है।
बधाई हो, अब आप गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में पहुंच गई हैं और आप अपनी मंज़िल के आधे रास्ते में पहुंच चुकी है।
महज़ कुछ महीने पहले आपको अपनी पॉज़िटिव प्रेगनेंसी टेस्ट के बारे में पता चला था और अब आपका बच्चा आपके गर्भाशय में इधर-उधर घूम रहा है।
इसी के साथ आपके शरीर में तरह-तरह के बदलाव हो रहे हैं और इस समय अब आपको देखकर लोग प्रेग्नेंट होना का अंदाज़ा आसानी से लगा सकते हैं।
इस चरण को गर्भावस्था का सबसे आरामदायक समय माना जाता है।
आइए विस्तार से जानते हैं कि इस हफ्ते बच्चे और माँ बनने वाली महिला में किस-किस तरह के परिवर्तन होते हैं।
इस समय आपको क्या करना चाहिए:
- प्रीनेटल विटामिन लेते रहें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पियें।
- पीठ के दर्द से बचने के लिए सही पोस्चर में बैठने की कोशिश करें।
- वॉक करने जैसे शारीरिक व्यायाम में व्यस्त रहें।
- छोटी-छोटी चीज़ों को लेकर तनाव न लें।
- ढीले और आरामदायक कपड़े पहने।
- थकान होने पर आराम ज़रूर करें।
प्रेगनेंसी सप्ताह-दर-सप्ताह की पूरी जानकारी होना हर गर्भवती महिला के लिए बेहद आवश्यक है। वीक-बाय-वीक, गर्भावस्था में होने वाले कई तरह के बदलाव और समस्याओं के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के लिए आपको प्रेगनेंसी के हर सप्ताह से जुड़ी जानकारी होनी चाहिए।
इस लेख़ में
- 1.गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में आपका शरीर
- 2.गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में आपका बच्चा
- 3.गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में माँ बननी वाली महिला के लिए आहार, स्वास्थ्य टिप्
- 4.गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में किन लक्षणों को देखते हुए डॉक्टर से जल्द-से-जल्द
- 5.गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में डॉक्टर से क्या उम्मीद करें
- 6.बीसवें हफ्ते की गर्भावस्था के दौरान क्या अल्ट्रासाउंड या किसी अन्य परीक्षण की
- 7.गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में संभोग
- 8.गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में पिता के लिए टिप्स
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में आपका शरीर
Your body at week 20 of pregnancy in hindi
Garbhavastha ke bisvein hafte mein aapka sharir in hindi

इस हफ्ते स्तन कम संवेदनशील हो जाएंगे, लेकिन वे बढ़ते रहेंगे क्योंकि दूध की ग्रंथियां (milk glands) बढ़ती है।
इसके साथ ही निप्पल्स के आसपास की त्वचा का रंग गहरा या काला हो जाएगा।
वहीं बीसवें हफ्ते में गर्भवती महिला के निपल्स से पीले रंग के तरल पदार्थ जिसे कोलोस्ट्रम (colostrum) कहा जाता, उसका हल्का-हल्का रिसाव हो सकता है।
इसे "दूध" की पहली उपस्थिति माना है, जिसे आपका बच्चा जन्म के बाद उपभोग करेगा।
इसमें आवश्यक पोषक तत्वों (nutrients) और एंटीबॉडीज़ (antibodies) की एक उच्च एकाग्रता होगी।
इसके अलावा महिला का पेट भी अब पहले की अपेक्षा में ज़्यादा उभरा हुआ दिखाई देने लगता है।
इसके अलावा होने वाली माँ का वज़न इस समय 6 से 8 किलो तक बढ़ जाता है और गर्भाशय पेट के बराबर हो जाता है।
बीसवें हफ्ते की गर्भावस्था के दौरान पेट में बदलाव (20 weeks pregnant belly)
20 सप्ताह की गर्भवती होने पर, आपका गर्भाशय लगभग एक कैंटालूप या खरबूजे के आकार का हो जाता है।
यदि आप अपने पेट के ऊपरी हिस्से को टच करती हैं, तो आप देखेंगी कि आपका गर्भाशय अब आपके बेली बटन तक पहुँच गया है और पेट बाहर की ओर बहुत ज़्यादा निकल गया है।
बीसवें हफ्ते की गर्भावस्था के लक्षण (20 Weeks pregnant symptoms)
बीसवें हफ्ते में गर्भवती महिला थोड़ी थकान महसूस कर सकती हैं या फिर कुछ महिलाओं को सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है।
इस हफ्ते प्रेग्नेंट महिला को निम्न लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है:
- वज़न में वृद्धि
- योनि से स्राव
- पैरों में ऐंठन होना
- सीने में जलन
- सिर चकराना
- कब्ज़
- सिरदर्द
- हॉट फ्लेशेज़
- अधिक खाने की इच्छा होना
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तन (Physical and emotional changes 20 weeks pregnant)
शारीरिक रूप में परिवर्तन के तौर पर होने वाली माँ के स्तनों के आकार में वृद्धि हो जाती है और साथ ही रक्त प्रवाह बढ़ने के कारण स्तन के चारों ओर नीली या हरी नसें (blue or green veins) दिखने लगती हैं।
हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण इस समय गर्भवती स्त्री के बाल (hair) घने और लंबे हो जाते है और साथ ही नाखून (nails) भी बढ़ने लगते हैं।
वहीं भावनात्मक रूप से आगे क्या होगा, कैसे होगा, लेबर पेन (labour pain) के बारे में सोचकर बेचैनी बढ़ सकती है और हार्मोन में उतार-चढ़ाव के कारण मूड में भी अचानक बदलाव हो सकता है।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में आपका बच्चा
Your baby at week 20 of pregnancy in hindi
Garbhavastha ke bisvein hafte mein aapka baccha in hindi

बीसवें हफ्ते में गर्भ में पल रहा बच्चा लगभग तीन सौ ग्राम का हो जाता है और उसकी लम्बाई भी बहुत बढ़ जाती है और इसी के साथ माँ के गर्भाशय में बच्चे की हलचल भी बढ़ जाती है।
आपके बच्चे की संवेदनाएं (senses) और सजगता (reflexes) तेज़ी से विकसित हो रही है।
आपका शिशु अब लगातार सांस (breathing) ले रहा है, चूस (sucking) रहा है और निगल (swallowing) रहा है।
गर्भ के अंदर, आपके 20 सप्ताह के बच्चे के अंग बढ़ गए हैं।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते के दौरान भ्रूण का विकास (Growth of the baby at 20 week pregnancy)
आइए विस्तार से जानते हैं कि इस हफ्ते में बच्चे में किस-किस तरह के बदलाव होते हैं:
- त्वचा अभी भी वर्निक्स (vernix - sebaceous glands) से कवर रहती है और अब सेबेशियस ग्लैंड्स ने भी काम करना शुरू कर दिया है।
- फिंगरप्रिंट्स (fingerprints) भी बनने शुरू हो गए हैं।
- बच्चे का मस्तिष्क (brain) भी अब तेज़ी से बढ़ रहा है।
- सिर पर अब बाल आ गए हैं।
- मांसपेशियों (muscles) का भी विकास जारी है।
- दांत भी मसूड़ों के नीचे विकसित होने लगते हैं।
- अब बच्चे को हिचकियाँ (hiccups) भी आने लगेंगी, जिसका एहसास माँ को हो सकता है।
- हाथ और पैर शरीर के अनुपात में हो गए हैं।
- बच्चे के कान ने भी काम करना शुरू कर दिया है और अब आपका बच्चा बाहरी आवाज़ सुन सकता है।
- इसके अलावा बोन मेरो (bone marrow) ने ब्लड सेल्स (blood cells) बनाना शुरू दिया है।
बीसवें हफ्ते की गर्भवती अवस्था में शिशु की स्थिति (Baby position at 20 weeks pregnant)
इस हफ्ते अभी बच्चे का सिर माँ के गर्भाशय के ऊपर की ओर रहता है और उसके पैर नीचे की ओर क्रॉस पोज़िशन में होते हैं।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में माँ बननी वाली महिला के लिए आहार, स्वास्थ्य टिप्स और दिनचर्या
Diet, fitness tips and lifestyle for moms at 20 week of pregnancy in hindi
Garbhavastha ke bisvein hafte mein maa banne wali mahila ke liye diet, fitness or dincharya in hindi

गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि स्वस्थ विकास को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें पर्याप्त विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट मिल रहे हैं।
हालांकि, दूसरी तिमाही के दौरान शरीर को थोड़ी अधिक कैलोरी की आवश्यकता होती है।
दूसरी तिमाही के दौरान गर्भवती स्त्री ऊर्जा से भरपूर होती है और इस समय उनके लिए हल्के व्यायाम और योग करना लेबर के लिए अपने आप को तैयार करने में मदद पहुंचाता है।
प्रेगनेंसी के बीसवें हफ्ते में आपको क्या खाना चाहिए (What you should eat at 20
week of pregnancy)
- दूध का सेवन ज़रूर करें और साथ ही पनीर और छाछ को भी अपने खाने में शामिल करें।
ये खाद्य-पदार्थ प्रोटीन(protein), विटामिन बी-12 (vitamin B12) और कैल्शियम (calcium) से भरपूर होते हैं और ये माँ और बच्चे दोनों के लिए आवश्यक होते हैं।
ऐसे भी प्रेग्नेंट महिला को हर रोज़ 500-1000 मिलीग्राम तक कैल्शियम लेना ज़रूरी होता है।
कैल्शियम आप आहार या सप्लीमेंट के रूप में ले सकती हैं लेकिन सप्लीमेंट लेने से पहले अपनी डॉक्टर से बात ज़रूर कर लें।
- प्रेगनेंसी के दौरान माँ बनने वाली महिला को आयरन (iron) युक्त भोजन भी करना महत्वपूर्ण होता है।
दरअसल अगर प्रेगनेंसी के दौरान आहार में आयरन की कमी होती है, तो यह एनीमिया का कारण बन सकता है, जिससे जटिलताओं का ख़तरा बढ़ जाता है, जैसे कि समय से पहले जन्म और प्रसवोत्तर अवसाद (postpartum depression)।
आयरन से समृद्ध पालक, चिकन, सूखे मेवे, बीन्स आदि का सेवन कर सकती हैं और कम-से-कम 30-60 मिलीग्राम प्रतिदिन आयरन लेना चाहिए या सप्लीमेंट लेना चाहिए।
हालांकि सप्लीमेंट शुरू करने पहले आपको अपनी डॉक्टर से बात कर लेना चाहिए।
- इस हफ्ते भी फोलेट यानि फोलिक एसिड युक्त आहार भी लें क्योंकि इससे बच्चे में न्यूरल डिफेक्ट होने का ख़तरा कम हो जाता
पालक, गोभी और साग सहित गहरे हरे पत्तेदार सब्जियों में समृद्ध मात्रा में फोलिक एसिड होता है और साथ ही फल जैसे संतरा और साबुत अनाज जैसे चावल इसके अच्छे स्रोत होते हैं।
ऐसे में आपको प्रेगनेंसी के दौरान प्रतिदिन 400 - 600 माइक्रोग्राम फोलिक एसिड या तो डाइट में शामिल करना चाहिए या फिर सप्लीमेंट लेना चाहिए।
हालांकि सप्लीमेंट शुरू करने पहले आपको अपनी डॉक्टर से बात कर लेना चाहिए।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में आपको क्या नहीं खाना चाहिए (What you should not eat or avoid at 20 week of pregnancy)
- इस हफ्ते ही नहीं बल्कि पूरी गर्भावस्था के दौरान प्रेग्नेंट महिला को बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए क्योंकि ये बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है।
- इस समय अब आपको कैफीन का सेवन बहुत सीमित मात्रा में करना चाहिए या हो सके तो बचना ही चाहिए क्योंकि इससे दिल की धड़कने बढ़ सकती हैं।
- प्रेगनेंसी के समय माँ को शराब और धूम्रपान से भी दूरी बना लेनी चाहिए।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में कौन सा व्यायाम करना सबसे अच्छा होता है (Which exercise is best at 20 week of pregnancy)
सामान्य और सुरक्षित मानी जाने वाली दूसरी तिमाही में गर्भावस्था के वर्कआउट में शामिल हैं:
- वॉक करना (Walk)
पैदल चलना सबसे सरल अभ्यास है जो दैनिक आधार पर लगभग 30 से 40 मिनट तक किया जा सकता है।
- स्लो जॉगिंग करना (Slow jogging)
जॉगिंग एक और अच्छा व्यायाम विकल्प है जो आपको फिट रखने में मदद करेगा।
जॉगिंग को केवल समतल सतह (flat surfaces) पर ही किया जाना चाहिए क्योंकि आप आसानी से बिना थके एक गति बनाए रख सकती हैं।
- योग (Yoga)
योग सभी व्यायामों में सबसे सुरक्षित है, क्योंकि यह आपको फिट रहने में मदद करता है और आपके मूड को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में किन लक्षणों को देखते हुए डॉक्टर से जल्द-से-जल्द मिलना चाहिए
Which symptoms raise an alarm to visit doctor at 20 week of pregnancy in hindi
Garbhavastha ke bisvein hafte mein kin lakshano ko dekhte hue doctor se jald se jald milna chahiye in hindi

यदि आपको निम्नलिखित लक्षण महसूस हो रहे हों, तो अपने डॉक्टर को कॉल करें:
- योनि से रक्त स्राव होना (vaginal bleeding)
- योनि द्रव का रिसाव (leaking vaginal fluid)
- बेहोशी या चक्कर आने जैसे महसूस होना।
- ब्लड प्रेशर का कम हो जाना।
- कंधे में दर्द होना।
- गंभीर पैल्विक दर्द या ऐंठन होना।
इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में मूत्र पथ के संक्रमण (urinary tract infection) का ख़तरा अधिक होता है।
यदि आपको संक्रमण का संदेह है, तो उपचार के बारे में अपनी डॉक्टर से बात करें।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में डॉक्टर से क्या उम्मीद करें
What to expect from your doctor in the twentieth week of pregnancy in hindi
Garbhavastha ke bisvein hafte mein doctor se kya umeed karein in hindi

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती स्त्री की डॉक्टर से तीसरी मुलाकात 18-21 हफ्ते के बीच होती है।
जिस दौरान आपकी डॉक्टर आपके ब्लड प्रेशर और वज़न की जाँच करेंगी और साथ ही आपको अब क्या करना चाहिए और खाने में क्या-क्या बदलाव करने चाहिए इसकी सलाह दे सकती हैं।
डॉक्टर प्रोटीन और शुगर के लेवल का पता लगाने के लिए यूरिन टेस्ट की सिफारिश कर सकती हैं।
बीसवें हफ्ते की गर्भावस्था के दौरान क्या अल्ट्रासाउंड या किसी अन्य परीक्षण की आवश्यकता है
Whether ultrasound or any other tests required during the twentieth week of pregnancy in hindi
bis vein hafte ki garbhavastha ke dauran kya ultrasound ya any kisi parikshan ki avashyakta hai in hindi

गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में अल्ट्रासाउंड व अन्य परीक्षण :
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)
प्रेगनेंसी के 18 से 20 वें हफ्ते के बीच आपको आपको रेगुलर (regular sonogram) सोनोग्राम या लेवल II सोनोग्राम (level II sonogram) की पेशकश की जा सकती है।
लेवल II सोनोग्राम एक तरह का अल्ट्रासाउंड होता है, जो बच्चे के विकास के एक विशेष भाग को देखता है।
इसकी मदद से बच्चे के दिल की जाँच की जाती है और साथ ही ये भी देखा जाता है कि बच्चे के सभी अंगों का विकास सही तरीके से हो रहा है या नहीं या फिर किसी तरह की समस्या है।
- टेस्ट (Ultrasound)
पहली तिमाही के दौरान किए गए रक्त परीक्षण की तरह मल्टीप्ल सीरम स्क्रीनिंग टेस्ट (Multiple Serum Screening test) सहित कई रक्त परीक्षण (blood test) इस समय निर्धारित किये जाते हैं।
इन परीक्षणों को 'मल्टीप्ल मार्कर' (multiple marker) या 'क्वाड स्क्रीन' टेस्ट (Quad screen test) के रूप में जाना जाता है।
ये रक्त में चार पदार्थों के स्तर अर्थात् एएफपी (Alpha-feto protein), एस्ट्रिओल (Estridiol), इनहिबिन (Inhibin) और ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (human chorionic gonadotropin) को निर्धारित करने के लिए और कुछ जोखिमों का पता लगाने के लिए किया जाता है।
ये जोखिम इस प्रकार हैं :
- डाउन सिंड्रोम (Down syndrome)
- ट्राइसॉमी 18 (Trisomy 18)
- भ्रूण में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (NTD) जैसे कि स्पाइना बिफिडा
- भ्रूण की एब्डोमिनल वाल में डिफेक्ट (Defect in the abdominal wall of the fetus)
जबकि यह स्क्रीनिंग टेस्ट 100% सटीक नहीं होता है और ऐसे में एम्नियोसेन्टेसिस टेस्ट (amniocentesis test) की जा सकती है।
यदि आपकी गर्भावस्था उच्च जोखिम वाली है, तो आपकी डॉक्टर 15 से 20 सप्ताह के बीच एमनियोसेंटेसिस (amniocentesis) कराने की सलाह दे सकती हैं।
एमनियोसेंटेसिस के दौरान अल्ट्रासाउंड का उपयोग कर डॉक्टर आपके गर्भ में एक पतली सुई की मदद से एमनियोटिक द्रव (amniotic fluid) का एक नमूना (sample) एकत्र करेंगे।
वे बाद में डाउन सिंड्रोम (down syndrome) जैसे आनुवंशिक विकारों (genetic disorder) का पता लगाने के लिए इस द्रव का परीक्षण करेंगे।
यह 35 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए रेकमेंड किया जाता है क्योंकि उस उम्र में क्रोमोसोमल असामान्यता (chromosomal abnormalities) की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में संभोग
Sex in the twentieth week of pregnancy in hindi
Garbhavastha ke bisvein hafte mein sex in hindi

अध्ययनों से पता चला है कि पूरे गर्भावस्था में सेक्स सुरक्षित है और इससे गर्भपात (miscarriage) या समय से पहले प्रसव (premature delivery) की संभावना नहीं बढ़ती है।
ऐसे में अगर माँ बनने वाली महिला को कोई परेशानी नहीं है तो वो संभोग कर सकती हैं।
गर्भावस्था के बीसवें हफ्ते में पिता के लिए टिप्स
Tips for father during twentieth week of pregnancy in hindi
Garbhavastha ke bisvein hafte mein pita ke liye tips in hindi

गर्भावस्था में होने वाले पिता निम्न कार्यों में हिस्सा ले सकते हैं:
- घर के कामों में आपकी मदद करें।
- डॉक्टर से मिलने दोनों साथ जाये।
- घर पर एक अच्छा और सकारात्मक माहौल बनाएं।
- एक अच्छी मसाज दें।
- मैटरनल शॉपिंग पर ले जाएं।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 28 May 2020
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