मानसिक स्वास्थ्य आपके इमोशनल और सायकोलॉजिकल दृष्टिकोण को दर्शाता है। मानसिक स्वास्थ्य सही रहने से खुश और स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलती है और इससे रिश्ते में भी मिठास रहती है। लेकिन, आज अनियमित जीवनशैली के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है।"
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ / WHO) के अनुसार पता चला है कि 7.5 प्रतिशत भारतीय आबादी किसी न किसी तरह से मानसिक विकार से ग्रस्त है। इतना ही नहीं, डब्ल्यूएचओ ने यह भी भविष्यवाणी की है कि 2021 तक, भारत का लगभग 20 प्रतिशत आबादी मानसिक बीमारियों से पीड़ित होगा। दरअसल, मानसिक स्वास्थ्य हमारे सोचने के दृष्टिकोण से लेकर हमारे अनुभव और कार्य करने की क्षमता को दर्शाता है। एक तरह से ये भी दिखाता है कि कैसे हम तनाव भरी स्थिति में अपने आपको संतुलित बनाए रखते हैं या फिर अपने गुस्से को नियंत्रण करने की हमारी क्षमता कैसी है।
लेकिन, आज व्यस्त होती जा रही जीवनशैली के कारण कई बीमारियाँ हमारे से दो चार हो रही हैं तो उनमें से एक है मानसिक विकार। जिस कारण आज लोगों में तनाव बढ़ते जा रहे हैं, तनाव के कारण रिश्ते प्रभावित हो रहे हैं और रिश्तों में आ रही खटास या ब्रेक अप की वजह से लोग डिप्रेशन जैसी बीमारी का शिकार होते जा रहे हैं। इतना ही नहीं, आज के कम्पटीशन की इस दौर में आगे बढ़ने की चाहत जब पूरी नहीं हो पाती है तो व्यक्ति चिंता और घबराहट जैसी बीमारी में समाने लगता है, जिससे उसकी लाइफ पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है। उसे कुछ समझ नहीं आता है कि इन परिस्थितियों से वो बाहर कैसे निकल सकता है या फिर कैसे एक बार फिर अपनी खुशहाल भरी ज़िंदगी में लौट सकता है।
अगर आप भी बहुत परेशान हैं, आपको भी घबराहट या सोशल फोबिया है, चिंता की बीमारी से ग्रसित है या फिर अवसाद, तनाव और डिप्रेशन का सामना कर रहे हैं, तो आपको अब अधिक परेशान होनी की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपकी सभी समस्याओं का समाधान हमारे पास है। हमारे डॉक्टर और एक्सपर्ट की टीम ने आपके लिए कुछ ऐसे ब्लोग्स लिखे हैं, जिसके माध्यम से आपकी परेशानी दूर हो सकती है। सबसे अच्छी बात ये है कि हमारी टीम ने पूरी तरह से तथ्यों के आधार पर सभी लेख तैयार किये हैं, जिसपर आप पूर्ण तौर विश्वास कर सकते हैं। हमने मानसिक स्वास्थ्य के अंतर्गत नींद और स्वास्थ्य, तनाव और चिंता की बीमारी से लेकर अवसाद, घबराहट और रिश्ते पर लेख लिखे हैं।
नींद और स्वास्थ्य
एक अच्छी नींद आपको पूरे दिन तरोताज़ा महसूस करा सकती है लेकिन अगर नींद पर्याप्त नहीं मिलती है तो इससे स्लीप एनिपिया जैसी गंभीर बिमारी का जन्म हो सकता है। इतना ही नहीं, नींद ठीक से नहीं आने पर रेस्टलेस्स लेग सिंड्रोम भी हो सकता है। ऐसे में जानें नींद की कमी के कारण और कैसे आहार और घरेलू उपायों की मदद से आपको अनिद्रा की समस्या से निजात मिल सकता है।
तनाव और स्वास्थ्य
हमारे जीवन को तनाव नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है और इसका असर न सिर्फ सामाजिक तौर पर देखा जा सकता है बल्कि नौकरी पर भी इसका प्रभाव पड़ने लगता है। जानें तनाव के क्या हैं कारण, कैसे घर को व्यवस्थित कर तनाव से मिल सकती है मुक्ति और योग और संगीत की इसमें क्या होती है भूमिका। इसके साथ ही आपको ये भी बताएंगे कि गर्भावस्था में तनाव के क्या कारण हैं और कैसे किया जा सकता है इसका प्रबंधन।
घबराहट और सोशल फोबिया
आजकल की हमारी जीवनशैली ने कई बिमारियों को जन्म दे दिया है। उनमें से एक है अचानक घबराहट और बेचैनी होना। जाने तीव्र घबराहट और बेचैनी की क्या है वजह, बेचैनी को दूर करने में कैसे योग कर सकता है मदद और क्या है घबराहट से निजात पाने के घरेलू नुस्खे। इसके साथ ही आपको बताएंगे आयुर्वेद में कैसे होता है एंग्जायटी का इलाज और सामाजिक दर को कैसे किया जाता है कंट्रोल।
अवसाद/डिप्रेशन/तनाव
अवसाद की स्थिति उत्पन्न होने पर व्यक्ति हर परिस्थिति में नेगेटिव सोचने लगता है। जानें आखिर क्यों बन जाती है ऐसी स्थिति, क्या है डिप्रेशन के मुख्य कारण और कैसे देसी नुस्खे से घर बैठे करें मानसिक तनाव का इलाज। इसके साथ ही आप जानेंगे कि क्या सोशल मीडिया बन रहा है महिलाओं में अकेलेपन की वजह और डिप्रेशन और गर्भनिरोधक गोलियों में क्या है संबंध।
रिश्ते
रिश्ते बहुत नाज़ुक होते हैं और इन्हें बनाए रखना भी एक कला है। लेकिन, आजकल रिश्तों में दूरी बनती जा रही और बीच डगर में ही रिश्ते टूट रहे हैं। आखिर क्यों हो रहा है ऐसा, क्या है आज ब्रेकअप की वजह है और कैसे आप इससे बाहर निकल सकते हैं। जानें इन तमाम सवालों के जवाब हमारे लेख के माध्यम से।