खुजली के लक्षण, कारण और उपाय

Itching symptoms, causes and remedies in hindi

Khujli ke lakshan, Karan, aur upay in hindi


एक नज़र

  • त्वचा पर खुजली होने का सबसे सामान्य कारण ड्राई स्किन (dry skin) है, शुष्क त्वचा आपके शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है।
  • एक्जिमा त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं जिससे त्वचा में जलन, सूजन और बार-बार ईचिंग होती है।
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Introduction

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खुजली वाली त्वचा को प्रुरिटस के नाम से जाना जाता है। खुजली एक चिड़चिड़ाहट और बेकाबू सनसनी है जिससे राहत महसूस करने के लिए आप खुजली वाले हिस्से, में बार-बार खरोंच करते हैं।

त्वचा को बार-बार खुजलाना या खरोंचना खुजली है। कभी-कभी इसमें दर्द की तरह महसूस हो सकता है।

अक्सर, आप अपने शरीर में एक क्षेत्र में खुजली महसूस करते हैं, लेकिन कभी-कभी आप पूरे शरीर पर खुजली महसूस कर सकते हैं। खुजली के साथ, आपको दाने या पित्ती भी हो सकती है।

प्रुरिटस का मतलब बस खुजली होता है। यह सूखी त्वचा, त्वचा रोग, गर्भावस्था और कैंसर सहित कई विकारों से जुड़ा हो सकता है।

सामान्य तौर पर कहें तो, खुजली के संभावित कारणों में आंतरिक बीमारियां और त्वचा की स्थिति शामिल हैं।

यदि खुजली का कारण स्पष्ट नहीं है, तो खुजली के लिए एक डॉक्टर को दिखाना जरूरी है। कई घरेलू उपचार जैसे कि ओवर-द-काउंटर क्रीम और मॉइस्चराइज़र खुजली के लिए अच्छी तरह से काम करते हैं।

आज हम आपको खुजली के कारण, खुजली के लक्षण, खुजली से बचाव, खुजली के उपाय, खुजली के निदान, खुजली का इलाज, खुजली की दवा और खुजली से जुड़े जोखिमों के बारे में बताएंगे।

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इस लेख़ में

 

खुजली के क्या कारण हैं?

Causes of itching in hindi

khujli ke kya kaaran hai in hindi

खुजली कई स्वास्थ्य स्थितियों के लक्षणों के कारण हो सकती है। इसके कुछ ख़ास कारण निम्नलिखित हैं।

खुजली के कारण निम्न हो सकते हैं : -

  • शुष्क त्वचा (Dry Skin)

त्वचा पर खुजली होने का सबसे सामान्य कारण ड्राई स्किन (dry skin) है, शुष्क त्वचा आपके शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है।

यह आमतौर पर हाथ और पैर को प्रभावित करता है।

यदि आपकी त्वचा में बिना किसी बदलाव के यानि त्वचा का लाल ना होना या कोई दाना ना होने पर भी अचानक खुजली होने लगती है कि इसका एक कारण सूखी त्वचा हो सकता है।

ड्राई स्किन कई कारणों से हो सकती है।

स्वाभाविक रूप से आपकी त्वचा शुष्क हो सकती है।

या फिर भले ही आपकी त्वचा तैलीय हो, आप समय-समय पर शुष्क त्वचा विकसित कर सकते हैं।

कई बार मौसम में बदलाव सूखी त्वचा का कारण बनता है।

बहुत सर्द या बहुत गर्म मौसम भी सूखी त्वचा का कारण बनता है।

कई बार मौसम में आर्द्रता की कमी के कारण भी त्वचा में ड्राईनेस (dryness) आ जाती है।

शुष्क त्वचा की समस्या किसी भी व्यक्ति‍, आयु और वर्ग को हो सकती है।

कई मामलों में, जीवनशैली में बदलाव और ओवर-द-काउंटर मॉइस्चराइज़र हो सकते हैं जो आपको इसका इलाज करने की आवश्यकता है।

यदि वे उपचार पर्याप्त नहीं हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

शुष्क त्वचा के कुछ लक्षण है जिसे आप आसानी से पहचान सकते हैं : -

  • त्वचा में अचानक खुरदरापन
  • बहुत ज्यादा खुजली होना
  • डार्क त्वचा वाले लोगों में त्वचा पर रैशेज आना या फिर त्वचा का सफेद होना
  • त्वचा में दरारें पड़ना जिसमें खून बह सकता है
  • त्वचा का फटना
  • एक्जिमा (Eczema)

एक्जिमा त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं जिससे त्वचा में जलन, सूजन और बार-बार ईचिंग होती है।

एक्जिमा कई बार बैक्टीरियल इंफेक्शन तो कई बार मौसम में बदलाव के कारण होता है।

बच्चों में त्वचा रैशेज का सबसे आम कारण एक्जिमा (eczema) या एटोपिक डर्मेटाइटिस (atopic dermatitis) है।

अमेरिकन कॉलेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा और इम्यूनोलॉजी (American College of Allergy, Asthma and Immunology) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आमतौर पर एक्जिमा प्रत्येक 5 में से 1 बच्चे को इफेक्ट करता है।

वहीं बच्चों के मुकाबले बहुत ही कम व्यस्कों में प्रत्येक 50 में से 1 व्यस्क को ये प्रभावित करता है।

एक्जिमा के दौरान ये बहुत जरूरी हो जाता है कि आप त्वचा को मॉश्चराइज करके रखें, ऐसे में आप एक्जिमा से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं।

  • एलर्जी (Allergy)

शरीर में किसी भी तरह की एलर्जी होने पर भी खुजली हो सकती है।

कई बार त्वचा पर जलन होने के कारण भी एलर्जी हो सकती है।

आमतौर पर एलर्जी तब होती है जब आपकी त्वचा एलर्जीन के संपर्क में किसी भी रूप में आती है।

जब त्वचा पर एलर्जी होती है तो उस दौरान त्वचा लाल हो जाती है, छोटे-छोटे दाने, छाले हो सकते हैं जिनमें लगातार खुजली होती रहती है।

एलर्जीन को एक ऐसे पदार्थ के रूप में जाना जाता है जो सीधे इम्यून सिस्टम पर हमला करता है।

एलर्जी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे-

  • खाद्य एलर्जी भी त्वचा की खुजली का कारण बन सकती है।
  • कुछ कपड़े ऐसे होते हैं जिनसे एलर्जी हो सकती है, कैमिकल्स, पालतू जानवर, कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट्स, साबुन या डिटर्जेंट या फिर कुछ ऐसी धातू भी होती हैं जो एलर्जी का कारण बन सकती हैं।
  • निकेल से बनी धातू के संपर्क में आने से भी एलर्जी हो सकती है।
    निकेल धातू के संपर्क में आने के प्रतिक्रिया स्वरूप त्वचा का लाल होना, सूजन आना या फिर खुजली होना शामिल है।
  • बहुत से ऐसे पदार्थ होते हैं जिनसे व्य‍क्ति को एलजी के परिणामस्व रूप खुजली होती है, ऐसे में खुजली से राहत पाने के लिए ओवर-द-काउंटर क्रीम या मॉश्चराइजर का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
    एलर्जी लंबे समय तक रहने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
  • पित्ती (Urticaria)

कई बार त्वचा पर एलर्जी होने का संकेत पित्ती हो सकती है।

दरअसल, एलर्जी पित्ती होने की प्रतिक्रिया स्वरूप होती है।

पित्ती के दौरान त्वचा में सूजन आ जाती है।

आमतौर पर पित्ती होने का कारण हिस्टामाइन (histamine) कैमिकल का शरीर में रिलीज होना है।

हिस्टामाइन (histamine) कैमिकल के शरीर में रिलीज होने के बाद छोटी- छोटी ब्लड वैसल्स (blood vessels) से रिसाव होना शुरू हो जाता है, जिसके बाद त्वचा में सूजन आ जाती है और खुजली शुरू हो जाती है।

  • कीट का काटना (Bug bites)

बग के काटने से अक्सर व्यक्ति की त्वचा पर दर्द होता है, जिसके परिणामस्वरूप खुजली होती है।

मच्छर, मधुमक्खी और मकड़ी जैसे पैरासाइट्स (parasites) के त्‍वचा पर काटने के बाद त्‍वचा पर निशान पड़ जाता है, कुछ मामलों में ये निशान लाल हो जाता है।

जैसे-जैसे ये लाल होता है खुजली बढ़ती जाती है।

  • मनोवैज्ञानिक (Psychological)

लोगों को एक खुजली का अनुभव हो सकता है जिसका कोई शारीरिक कारण नहीं है।

कुछ मानसिक स्वास्थ्य स्थितियां किसी व्यक्ति को महसूस कर सकती हैं जैसे कि उनकी त्वचा रेंग रही है जो खुजली का कारण बनती है।

अत्यधिक खुजली से त्वचा को नुकसान हो सकता है।

मनोवैज्ञानिक खुजली निम्नलिखित स्थितियों का परिणाम हो सकती है:

  • डिप्रेशन (Depression)
  • स्ट्रेस (Anxiety)
  • ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (Obsessive-compulsive disorder)
  • यूरिक प्रुरिटस (uremic pruritus)

मेडिकल साइंस में यूरिक प्रुरिटस (uremic pruritus) को क्रोनिक किडनी रोग से संबंधित प्रुरिटस (pruritus) के रूप में जाना जाता है।

इसके अलावा इसे किडनी की खुजली के तौर पर भी जाना जाता है।

किडनी की खुजली यूरेमिया (uremia) के कारण होती है जो कि एक सिंड्रोम है और किडनी के बुरी तरह से डैमेज होने के कारण ये सिंड्रोम होता है।

यूरेमिया (uremia) सिंड्रोम होने से शरीर विषैले पदार्थों को फिल्टर करने में असमर्थ होता है, जिसके कारण शरीर के कई हिस्सों में इंफेक्‍शन के कारण खुजली होने लगती है।

किडनी की तरह ही लिवर और थॉयरॉइड रोगों के गंभीर दुष्प्रभावों का परिणाम खुजली हो सकती है।

  • खुजली के कुछ अन्य कारण (Some other causes of itching)
  • दवाओं के लिए एलर्जी की प्रतिक्रिया खुजली का कारण बन सकता है।
  • चिड़चिड़ा रसायन, सौंदर्य प्रसाधन और अन्य पदार्थ भी खुजली के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
  • गर्भावस्था में महिला के शरीर में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन और दवाएं खुजली का कारण बन सकता है।
  • कुछ कैंसर या कैंसर के उपचार के दौरान दी जाने वाली दवाएं और कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और हॉर्मोनल थेरेपी भी खुजली का कारण बन सकते हैं।
  • खुजली भी पैरासाइट (parasite) से होता है।
    इनमें पतले कीड़े जिन्हें थ्रेडवर्म (threadworm) कहा जाता है, से लेकर मच्छर, जूं और खटमल शामिल हैं।
  • फंगल इंफेक्शन से पैर की उंगलियों के आसपास और बीच में खुजली हो सकती है।
    इसके अलावा फंगल इंफेक्शन से एथलीट फुट हो सकता है।
  • कई बार गंभीर बीमारियों जैसे डायबिटीज या फिर दाद के कारण भी खुजली हो सकती है।
    इन गंभीर मेडिकल स्थितियों के कारण खुजली शरीर के किसी भी हिस्से में किसी भी रूप में हो सकती है।
  • मूत्रमार्ग में संक्रमण के कारण भी खुजली हो सकती है।
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खुजली के क्या लक्षण हैं?

Symptoms of itching in hindi

khujli ke kya lakshan hai in hindi

खुजली एक लक्षण है जिसे हम सभी ने अनुभव किया है।

खुजली के लक्षण अलग-अलग होते हैं, यह आमतौर पर एक अजीब तरह की असुविधाजनक त्वचा सनसनी की ओर जाता है।

ऐसा महसूस हो सकता है कि आपकी त्वचा पर कुछ रेंग रहा है।

खुजली के लक्षण निम्न हैं : -

  • रैशेज
  • रूखी त्वचा
  • फटी त्वचा
  • परतदार त्वचा
  • परतदार स्काल्प
  • त्वचा की लालिमा
  • त्वचा पर उभार
  • त्वचा पर छाले
  • त्वचा पर धब्बे

त्वचा पर खुजली के लक्षण इसके कारणों पर निर्भर करते हैं कि किस वजह से खुजली शुरू हुई है।

और पढ़ें:अनिद्रा (नींद न आना) घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय
 

खुजली से कैसे बचाव करें?

How to prevent itching in hindi

khujli se kaise bachav Karen in hindi

खुजली से राहत के लिए, इन उपायों को आज़माए : -

  • खुजली वाली वस्तुओं से बचें

उन वस्तुओं या स्थितियों से बचें जो आपकी खुजली का कारण बनती हैं।

यह पहचानने की कोशिश करें कि आपके लक्षण क्या हैं और इससे बचें।

यह भारी, मोटे कपड़े हो सकते हैं; एक अत्यधिक गर्म कमरा हो सकता है; गर्म स्नान करना या एक सफाई उत्पाद के संपर्क में आने से ऐसा हो सकता है।

  • त्वचा को मॉइश्चराइज करें

रोजाना आप अपनी त्वचा को मॉइश्चराइज करें।

दिन में कम से कम एक बार प्रभावित त्वचा पर हाइपोएलर्जेनिक (hypoallergenic) और खुशबू रहित मॉइस्चराइज़र लगाएं।

क्रीम, लोशन या जैल का प्रयोग करें जो त्वचा को नमी दे और ठंडा करें।

  • ये क्रीम भी है मददगार

नॉनस्प्रेस्क्रिप्शन कॉर्टिकोस्टेरॉइड (nonprescription corticosteroid) क्रीम का उपयोग अस्थायी रूप से लाल, सूजन वाली त्वचा के साथ खुजली से छुटकारा दिला सकता है।

मेन्थॉल (menthol) या कैपसाइसिन (capsaicin) के साथ कैलामाइन लोशन (calamine lotion) या प्रामॉक्सिन (pramoxine) जैसी क्रीम लगाने की कोशिश करें।

  • खुजली ना करें

जब भी संभव हो खुजली करने से बचें।

यदि आप इसे खुजली करने से खुद को रोक नहीं सकते हैं तो खुजली वाले क्षेत्र को कवर करें।

नाखूनों को ट्रिम करें और रात में दस्ताने पहनें।

  • गुनगुने पानी से नहाएं

गुनगुने पानी में एप्सोम नमक (Epsom salts), बेकिंग सोडा (baking soda), बिना पका हुआ दलिया या कोलाइडल दलिया (colloidal oatmeal) जो स्नान के लिए बनाया जाता है, को छिड़कें।

गुनगुने पानी में नहाने से खुजली में जल्द आराम मिलेगा।

  • क्लीन्ज़र का उपयोग करें

क्रोनिक प्रुरिटस (chronic pruritus) वाले कुछ लोग कहते हैं कि एक गर्म स्नान उनके लक्षणों को घंटों तक कम कर देता है।

दूसरों का कहना है कि एक ठंडा शॉवर मदद करता है।

आप जो भी तरीका पसंद करते हैं, एक माइल्ड क्लीन्ज़र का उपयोग करें और बहुत अधिक त्वचा को स्क्रब न करें।

फिर अच्छी तरह से धीरे-धीरे अपनी त्वचा को सूखाएं और मॉइस्चराइज़र लागू करें।

  • तनाव से दूर रहें

तनाव से खुजली बढ़ सकती है। एक्यूपंक्चर, ध्यान और योग तनाव को दूर करने के कुछ तरीके हैं।

  • ओटीसी दवा हैं मददगार

ओवर-द-काउंटर एलर्जी दवा लेने का प्रयास करें।

यदि खुजली वाली त्वचा आपकी नींद में खलल डाल रही है तो डिपेनहाइड्रामाइन (बेनाड्रील) (diphenhydramine (Benadryl)) जैसी दवाएं रात में सहायक हो सकती हैं।

  • ह्यूमिडिफायर दे सकता है राहत

अगर घर के गर्म होने से आपके घर की हवा सूख जाती है तो ह्यूमिडिफायर (humidifier) कुछ राहत दे सकता है।

  • हल्के कपड़े पहनें

त्वचा को ठंडा रखने और खुजली के आभास को कम करने में हल्‍के कपड़े बहुत मदद कर सकते हैं।

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खुजली का परीक्षण

Diagnosis of Itching in hindi

khujli ka parikshan in hindi

सूखी त्वचा या सनबर्न जैसे कुछ सामान्य कारण स्पष्ट हो सकते हैं लेकिन खुजली के वास्तविक कारण को ट्रैक करने में समय लग सकता है और फीजिकल एग्जामिनेशन और आपके मेडिकल हिस्ट्री के बारे में डॉक्टर आपसे सवाल कर सकते हैं।

इन सवालों में शामिल हैं : -

  • खुजली कब से हो रही है?
  • दिन के समय अधिक होती है या रात के समय?
  • खुजली में जलन, सूजन या पानी जैसी कोई चीज़ भी हो रही है?
  • क्या जलन लगातार रहती है?
  • शरीर के किस हिस्से में सबसे अधिक खुजली हो रही है?
  • क्या आप किसी गंभीर बीमारी की दवा ले रहे हैं, हां, तो कितने समय से?
  • पहले भी कोई खुजली की ऐसी समस्या हुई है?
  • क्या आपको किसी तरह की कोई एलर्जी है?
  • मौसम में बदलाव से क्या अक्सर आपको ऐसी खुजली होती है?
  • आपने फिलहाल खुजली रोकने के लिए कौन-कौन सी दवाएं ली हैं?

यदि आपके डॉक्टर को लगता है कि आपकी खुजली वाली त्वचा एक मेडिकल स्थिति का परिणाम है, तो आपको कुछ टेस्ट करवाने होंगे।

जिसमें शामिल है : -

  • ब्लड टेस्ट

पूरे शरीर के ब्लड टेस्ट के जरिए आंतरिक स्थिति का पता लगाया जा सकता है जो कि खुजली का कारण बन सकता है, जैसे कि आयरन की कमी।

  • थायरॉइड, लिवर और किडनी टेस्ट

लिवर या किडनी के विकार और थायरॉइड असामान्यताएं, जैसे कि हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) खुजली का कारण हो सकता है।

  • छाती का एक्स-रे

यदि आपके लिम्फ नोड्स (Lymph nodes) बढ़े हुए हैं तो छाती के एक्स-रे में इस बात का पता चल सकता है, बढ़े लिम्फ नोड्स (Lymph nodes) खुजली वाली त्वचा का कारण बनते हैं।

और पढ़ें:एसिडिटी या पेट में जलन के लक्षण, कारण, इलाज और डाइट टिप्स
 

खुजली का इलाज

Itching Treatment in hindi

khujli ka ilaj in hindi

खुजली होने के कारण क्या हैं और खुजली के दौरान लक्षण क्या हैं, ये दो अहम बातें खुजली वाली त्वचा का उपचार करने में अहम भूमिका निभाती हैं।

अक्सर लोग शुरूआत में घरेलू उपचारों को अपनाते हैं जिससे त्वचा की खुजली को जल्दी कम किया जा सके, लेकिन कई बार घरेलू उपचार बेअसर होते हैं, ऐसे में डॉक्टर आपको दवाएं ये सकते हैं, कई बार डॉक्टर कुछ अन्य उपचारों के लिए भी सिफारिश कर सकते हैं।

वे दवाएं और उपचार हैं जिसे डॉक्टर खुजली दूर करने के लिए देते हैं : -

  • कोर्टिकोस्टेरोइड क्रीम और मलहम (Corticosteroid creams and ointments)

यदि आपकी त्वचा पर लगातार खुजली हो रही है या फिर आपकी खुजली वाली त्वचा का हिस्सा बहुत लाल हो गया है तो डॉक्टर आपको खुजली वाले स्थान पर औषधीय मलहम या फिर औषधीय क्रीम लगाने का सुझाव दे सकते हैं।

आप खुजली के स्थान पर मलहम लगाकर गीली रूई से उपचारित त्वचा को ढक सकते हैं।

इससे दवा को अवशोषित करने में मदद मिलती है और इसका ठंडा प्रभाव होता है।

  • अन्य क्रीम और मलहम (Other creams and ointments)

आपकी खुजली वाली त्वचा पर कई अन्य उपचार लागू किए जा सकते हैं, इनमें कई कैल्सीरिन इन्हिबिटर (calcineurin inhibitors) होते हैं, जैसे टैक्रोलिमस - प्रोटोपिक (tacrolimus - Protopic) ) और पिमेक्रोलिमस - एलिडेल (pimecrolimus (Elidel) शामिल हैं।

इसके अलावा आप एनेस्थेटिक्स, कैपसाइसिन और डॉक्सिपिन (topical anesthetics, capsaicin and doxepin) के साथ कुछ राहत पा सकते हैं।

  • मौखिक दवाएं (Oral medications)

एंटीडिप्रेसेंट्स (antidepressants) जिसे सलेक्टिव सेरोटोनिन रीपटेक इनहिबिटर (elective serotonin reuptake inhibitors) कहा जाता है, जैसे फ्लुओक्सेटीन (प्रोज़ैक) (fluoxetine (Prozac) और सेराट्रलाइन - ज़ोलॉफ्ट (sertraline -Zoloft), बहुत लंबे समय से होने वाली खुजली को कम करने या खत्म करने में मददगार साबित हो सकते हैं।

  • लाइट थेरेपी चिकित्सा (फोटोथेरेपी) (Light therapy (phototherapy)) -

लाइट थेरेपी चिकित्सा जिसे फोटो थेरेपी के नाम से भी जाना जाता है, में आपकी खुजली वाली त्वचा पर एक विशेष प्रकार की लाइट से प्रकाश डाला जाता है, इसमें दिए जाने वाले सेशन त्वचा की स्थिति और खुजली के कारण पर निर्भर होते हैं।

कई बार सेशन तब तक दिए जाते हैं जब तक कि खुजली नियंत्रण में न हो।

और पढ़ें:खुजली के लक्षण, कारण और उपाय
 

खुजली के जोखिम और जटिलताएं

Itching Risks & Complications in hindi

khujli ke jokhim aur jatilataen in hindi

कुछ मामलों में, सभी जगह खुजली जटिलताओं का कारण बन सकती है, खासकर अगर वहां गंभीर खुजली और खरोंच है जो त्वचा के फटने की संभावना रहती है।

स्क्रैचिंग त्वचा की परतों में बैक्टीरिया या फंगस हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप संक्रमण हो सकता है।

खुजली के जोखिम और जटिलताओं में शामिल हैं:

  • त्वचा का जीवाणु या फंगल संक्रमण
  • सेल्युलाइटिस (Cellulitis) (त्वचा और आसपास के ऊतकों का एक संक्रमण जो एक बढ़ते बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के कारण होता है)
  • खुले घाव और ज़ख्म
  • त्वचा की बनावट में स्थायी परिवर्तन, दाग-धब्बे
  • त्वचा का स्थायी रूप से रंग बिगड़ना
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खुजली में किन चीजों से परहेज़ करें

What to avoid during Itching in hindi

khujli mein kin cheejon se parhej Kare in hindi

खुजली के कारणों को जानकर आप आसानी से खुजली का उपचार कर सकते हैं।

इसके साथ ही आप उसी हिसाब से परहेज भी कर सकते हैं, जैसे : -

  • आपको यदि फूड एलर्जी, धातू एलर्जी या किसी एक खास चीज़ से खुजली हुई है तो उसका परहेज करें।
    सामान्य शब्दों में कहें तो खुजली उत्पन्न करने वाली परिस्थिति और वस्तुओं को नज़रअंदाज़ करें।
  • खुजली होने पर इर्रिटेशन होने लगती है, लेकिन आप स्ट्रेस से दूर रहें।
  • संभव हो तो खुजली करने से बचें।
    अपने नाखून छोटे कर लें।
    रात में दस्ताने पहनकर सोएं।
  • आप खुजली वाले स्थान पर तेल या क्रीम लगाएं।
    अगर खुजली नियंत्रि‍त नहीं हो रही है तो गीली कॉटन या कपड़े से खुजली करें।
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खुजली में क्या खाना चाहिए?

What to eat during Itching in hindi

khujli mein kya khana chaahie in hindi

खुजली जैसी त्वचा की स्थिति आपको असहज महसूस कर सकती है, लेकिन लक्षणों को कम करने के लिए बहुत सारे खाद्य पदार्थ हैं जो आप खा सकते हैं।

खुजली में निम्न चीजें खानी चाहिए : -

  • बीफ या चिकन (Beef or Chicken)

बीफ या चिकन शोरबा त्वचा की मरम्मत करने वाले अमीनो एसिड ग्लाइसिन की आपूर्ति करता है, जो कि खुजली से बचाने में सहायक है।

  • ऑयली फिश (Oily fish)

विटामिन डी, प्रोटीन और बी विटामिन से भरपूर सामन, मैकेरल और सार्डिन फिश खाने से खुजली की समस्‍या और त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

  • ओमेगा 3 फिश ऑयल (Omega 3 fish oil)

ओमेगा 3 फिश ऑयल युक्त जिलेटिन कैप्सूल खुजली और सूजन वाली त्वचा को राहत देने में मदद कर सकते हैं।

  • बीज (seed)

कद्दू के बीज, तिल के बीज, अलसी के बीज या सूरजमुखी के बीज किसी को भी आहार में शामिल करें। आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर ये बीज त्वचा की खुजली में राहत देने में मदद करते हैं।

  • जामुन (Berries)

बायोफ्लेवोनॉइड (bioflavonoid) युक्त जामुन को अपने आहार में शामिल करें, दिनभर में 8 से 10 बार इनका सेवन आपको खुजली की समस्या से निजात दिलाएगा।

  • ताजे फल और सब्जियां (Fresh fruits and vegetables)

ताजे फल और सब्जियां खाने से यूं भी सेहत को बहुत लाभ होता है। ये एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और एक्जिमा का इलाज करने में मददगार भी होती हैं।

और पढ़ें:थाइराइड क्या है - थायराइड के लक्षण, कारण, इलाज और घरेलू उपचार
 

खुजली की दवा

Medicines for Itching in hindi

khujli ki dava in hindi

खुजली के लिए बहुत सी दवाएं हैं जो डॉक्टर द्वारा दी जाती है।

हम आपको कुछ दवाओं के बारे में बता रहे हैं।

आपको इन दवाओं के संबंध में पहले डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है, उसके बाद ही इन दवाओं का सेवन करें क्योंकि हर दवा खुजली के कारण, लक्षण और स्थिति परखने के बाद ही उपचार के लिए उपयोग की जाती है।

खुजली की दवा निम्न है : -

  • एंटीहिस्टामाइन (Antihistamines)
  • नॉनसाइडिंग एंटीथिस्टेमाइंस (Nonsedating antihistamine)
  • डिपेनहाइड्रामाइन (बेनाड्रील) (diphenhydramine (Benadryl)
  • हाइड्रॉक्सीज़ाइन (एटरैक्स) (hydroxyzine (Atarax))
  • क्लोरोफिरामाइन (क्लोर-ट्रिमेटोन और अन्य) (chlorpheniramine (Chlor-Trimeton and others))
  • फ्लुओक्सेटीन (प्रोज़ैक) (fluoxetine (Prozac))
  • सेराट्रलाइन (ज़ोलॉफ्ट) (sertraline (Zoloft))

ये दवाएं कई लोगों में उनींदापन पैदा कर सकती हैं और कार चलाने या भारी मशीनरी चलाने से पहले देखभाल के साथ इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

हालांकि, एंटीहिस्टामाइन खुजली वाली त्वचा को राहत देने में मदद कर सकती हैं, वे मुख्य रूप से लोगों को सोते हुए और रात में खुजली से बचने में मदद करती हैं।

वहीं फ्लुओक्सेटीन और सेराट्रलाइन पुरानी खुजली को ठीक करने में मदद करती है।

और पढ़ें:दाद के उपाय और लक्षण
 

खुजली की ओटीसी दवा

OTC Medicines for Itching in hindi

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खुजली की कई दवाएं ऐसी हैं जो ओवर-द-काउंटर उपलब्ध हैं।

बेशक, ये दवाएं बिना प्रिस्क्रिप्शन के उपलब्ध हैं लेकिन कोई भी दवा को सेवन करने या उसे त्वचा पर लगाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह मशवरा कर लें, अन्यथा आपकी त्वचा को नुकसान भी हो सकता है।

चलिए जानते हैं खुजली की ओटीसी दवाओं के बारे में : -

  • लोरैटैडाइन (क्लैरिटिन) (Loratadine (Claritin)
  • फेक्सोफेनाडाइन (एलेग्रा और अन्य) (fexofenadine (Allegra and others)
  • हाइड्रोकार्टिसोन युक्त क्रीम (hydrocortisone-containing creams)
  • लुकुरे टैबलेट (Lukure Tablet)
  • एमरॉइड टैबलेट (Amroid Tablet)
  • मेन्थॉल (menthol)
  • कैपसाइसिन (capsaicin)
  • कैलामाइन लोशन (calamine lotion)
  • प्रामॉक्सिन (pramoxine)
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निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh

शरीर में सभी जगह खुजली (प्रुरिटिस) एक बेहद कष्टदायी सनसनी है जो अक्सर त्वचा की जलन या सूजन के कारण होती है।

सभी जगह खुजली एक दाने या अन्य त्वचा लक्षणों के साथ जुड़ी हो सकती है या यह अपने आप हो सकती है।

सभी जगह खुजली अपेक्षाकृत हल्की स्थिति के कारण हो सकती है, जैसे कि सूखी त्वचा और मृत त्वचा कोशिकाओं का निर्माण।

उदाहरण के लिए, यदि आपको हर समय खुजली महसूस होती है और आप शुष्क वातावरण में रहते हैं, तो आपकी त्वचा में नमी की कमी के कारण आपको "सर्दियों की खुजली" हो सकती है।

ऐसे में आपको त्वचा में नमी बनाए रखना आवश्यक है।

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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 03 Apr 2020

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