गर्भवस्था के दौरान आयरन की कमी (एनीमिया) होने के कारण, लक्षण और उपचार
Causes, symptoms and treatment of iron deficiency or anemia during pregnancy in hindi
Garbhavastha ke dauran iron ki kami se anemia hone ke karan, lakshan or upchar in hindi
Introduction

आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया रक्त विकार (blood disorder) का एक प्रकार है।
आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन होता है, जो आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन का संचार करता है।
शरीर को पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) का निर्माण करने और अपने हीमोग्लोबिन को सही स्तर पर रखने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है।
अगर आपके शरीर में आयरन की सही मात्रा की कमी है, तो आप एनीमिक बन सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान, आपको आम ज़रूरत से दोगुने आयरन की आवश्यकता होती है क्योंकि विकासशील भ्रूण को अधिक रक्त बनाना और ऑक्सीजन की आपूर्ति करना आवश्यक है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) गर्भावस्था के दौरान प्रति दिन 30-60 mg आयरन सप्लीमेंट लेने की अनुसंशा (recommend) करता है।
अगर आप शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन प्रदान नहीं कर रहे हैं तो आपको एनीमिया हो सकता है।
इस लेख़ में
- 1.गर्भावस्था के दौरान होने आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के प्रकार क्या हैं?
- 2.प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी से एनीमिया होने के क्या कारण होते हैं?
- 3.प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के लक्षण क्या हैं?
- 4.प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के जोखिम कारक क्या हैं?
- 5.प्रेगनेंसी के दौरान में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का निदान कैसे किया जा
- 6.गर्भावस्था के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का इलाज या रोकथाम कैसे कर
गर्भावस्था के दौरान होने आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के प्रकार क्या हैं?
What are types of anemia during pregnancy? in hindi
Garbhavastha ke dauran anemia ke prakar kya hai in hindi

क्या आप जानते हैं कि लगभग 400 प्रकार के एनीमिया होते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही गर्भावस्था के दौरान होते हैं।
गर्भावस्था के दौरान एनीमिया के तीन सबसे प्रचलित रूप हैं :
- आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया (Iron deficiency anemia)
- फोलेट की कमी से होने वाला एनीमिया (Folate deficiency anemia)
- विटामिन बी-12 की कमी से होने वाला एनीमिया (Vitamin B12 deficiency anemia)
भारत की महिलाओं में आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया, पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा है।
अधिकांश महिलाओं को प्रेग्नेंट होने के पहले शरीर में आयरन की कमी हो जाती है।
एक शोध के मुताबिक भारत में तक़रीबन दस में छह प्रेग्नेंट महिलाओं को एनीमिया होता है।
वहीं कुछ सर्वे के अनुसार ये आंकड़ा और भी अधिक हो सकता है।
प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी से एनीमिया होने के क्या कारण होते हैं?
What causes iron deficiency anemia in pregnancy? in hindi
Pregnancy ke dauran iron ki kami se anemia hone ka kya karan hota hai in hindi

प्रेगनेंसी के दौरान एनीमिया होने का सबसे अहम कारण होता है आयरन की कमी होना।
प्रेगनेंसी के दौरान, आपका बच्चा बढ़ने और विकास के लिए आपकी लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells) का उपयोग करता है, खासकर गर्भावस्था के आखिरी 3 महीनों में।
अगर आपके गर्भवती होने से पहले आपके बोन मेरो (bone marrow) में अतिरिक्त लाल रक्त कोशिकाएं (red blood cells) होती हैं, तो आपका शरीर प्रेगनेंसी के दौरान उन अतिरिक्त रेड ब्लड सेल्स का उपयोग कर सकता है।
वहीं जिन महिलाओं के पास पर्याप्त आयरन स्टोर नहीं होता है, उन्हें आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया हो सकता है।
ये प्रेगनेंसी में एनीमिया का सबसे आम प्रकार है।
प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के लक्षण क्या हैं?
What are the symptoms of iron deficiency anemia in pregnancy? in hindi
Pregnancy ke dauran iron ki kami se hone wale anemia ke lakshan kya hai in hindi

अगर आपको आयरन की कमी कम ही है तो इसके लक्षण आपको दिखाई नहीं दे सकते हैं।
हालांकि, कभी-कभी थकावट ही आपको एकमात्र लक्षण के रूप में दिखाई दे सकता है लेकिन गर्भावस्था के दौरान थका हुआ महसूस करना भी आम है।
इसलिए कई महिलाओं को प्रेगनेंसी में ये महसूस नहीं होता है कि आयरन की कमी के कारण उन्हें सामान्य से अधिक थकावट महसूस हो रही है।
वहीं थकान और कमज़ोरी गंभीर एनीमिया के सबसे आम लक्षण हैं।
गंभीर एनीमिया के लक्षण इस प्रकार हैं :
- सांस में परेशानी होना
- चक्कर आना
- सिरदर्द
- हाथ-पैरों और चेहरे का रंग पीला पड़ जाना
- सिरदर्द
- छाती में दर्द
- चिड़चिड़ापन या एकाग्रता में कमी
- पैरों में ऐंठन
- ठंडे हाथ और पैर
- मुंह के कोनों में दरार आना
- रेस्टलेस लेग सिंड्रोम (restless leg syndrome) होना
प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के जोखिम कारक क्या हैं?
What are the risk factors for iron deficiency anemia in pregnancy? in hindi
Pregnancy ke dauran iron deficiency anemia hone ke jokhim karak kya hai in hindi

प्रेगनेंसी में अक्सर आयरन की कमी के कारण एनीमिया होता है।
गर्भवती होने के दौरान लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए आपको और आपके बच्चे को बहुत अधिक आयरन की आवश्यकता होती है।
आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया की संभावना तब सबसे अधिक होती है, जब एक महिला आयरन युक्त भोजन नहीं खा रही होती है।
गर्भावस्था में आयरन डेफिशियेंसी एनीमिया के विकास के लिए कुछ जोखिम कारक हैं :
- आपको पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग होने का इतिहास रहा हो।
- गर्भ में एक से अधिक बच्चा हो।
- प्रेगनेंसी के दौरान आपकी उम्र 20 से कम हो।
- पिछले साल बच्चा पैदा करने के बाद एक बार फिर आप गर्भवती हो गयी हों।
- पर्याप्त मात्रा में हरी सब्जियों का सेवन न करना।
- जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी के पहले खून की कमी की शिकायत होती है, उनकी ये समस्या प्रेगनेंसी के दौरान और बढ़ सकती है।
- पिछली प्रेगनेंसी के दौरान एनीमिया होना।
- गर्भावस्था से पहले एनीमिया का इतिहास होना।
- पहले से मौजूद ब्लड कंडीशन, जैसे - सिकल सेल डिजीज़ (sickle cell disease) और थैलेसीमिया (thalassaemia)
प्रेगनेंसी के दौरान में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का निदान कैसे किया जाता है?
How is iron deficiency anemia diagnosed in pregnancy? in hindi
Pregnancy mein khoon ki kami se hone wale anemia ka pata kaise lgaya jata hai

प्रसवपूर्व चेकअप के दौरान, डॉक्टर आपके मेडिकल इतिहास को ध्यान में रखते हुए और एनीमिया के लिए कुछ रक्त परीक्षण कर सकते हैं।
एनीमिया के निदान के लिए निम्न परीक्षण किये जा सकते हैं :
- कम्पलीट ब्लड काउंट टेस्ट (complete blood count - CBC)
- आरबीसी के प्रतिशत की जांच करने के लिए हेमटोक्रिट (hematocrit (Hct)
- हीमोग्लोबिन स्तर (Hemoglobin levels)
- पहले और तीसरे तिमाही में - एचसीटी (Hct) का स्तर 33% से कम होता है और एचजीबी (Hgb) 11gm प्रति डेसीलीटर (डीएल) ब्लड की कमी से एनीमिया का पता लगाता है।
- दूसरी तिमाही में - एचसीटी (Hct) का स्तर 32% से कम, और एचजीबी (Hgb) का स्तर 10.5gm प्रति डेसीलीटर (deciliter - dL) ब्लड से कम होता है।
आयरन की कमी आपके एनीमिया का कारण है या नहीं यह निर्धारित करने के लिए आपके डॉक्टर अन्य परीक्षणों के साथ-साथ आपका सीबीसी (complete blood count) भी कर सकते हैं।
अगर आप अपनी गर्भावस्था की शुरुआत में एनीमिक नहीं भी हैं तो भी गर्भावस्था के बढ़ने के साथ यह विकसित हो सकता है, इसलिए बाद में आपका फिर से परीक्षण किया जा सकता है।
गर्भावस्था के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का इलाज या रोकथाम कैसे करें?
How to treat or prevent iron deficiency anemia during pregnancy? in hindi
Garbhavastha ke dauran iron ki kami se hone wale anemia ka ilaj

गर्भावस्था के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को रोकने और इलाज के लिए आयरन को विटामिन के साथ लें।
कुछ मामलों में, आपके स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता एक अलग आयरन के सप्लीमेंट की सिफारिश कर सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान, आपको एक दिन में 27 मिलीग्राम आयरन की आवश्यकता होती है।
सप्लीमेंट्स से आयरन के अवशोषण (absorption) को बढ़ाने के लिए, उन्हें विटामिन सी (vitamin-c) युक्त आहार के साथ लें या फिर विटामिन सी युक्त जूस जैसे संतरे का रस, टमाटर का रस या स्ट्रॉबेरी के साथ लें।
विटामिन सी शरीर को आयरन अवशोषित (absorb) करने में मदद करता है।
आयरन की खुराक (iron supplements) आपकी स्थिति को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
लेकिन गंभीर मामलों में जहां आपका हीमोग्लोबिन (haemoglobin) स्तर 6 ग्राम / डीएल है, उस स्थिति में आई वी (IV) आयरन सप्लीमेंट या ब्लड ट्रांसफ्यूशन (blood transfuison) मदद करता है।
अगर इससे भी मदद नहीं मिलती है, तो आपको वास्तविक कारण को समझने के लिए एक हेमटोलॉजिस्ट (haematologist - a doctor expert in blood disorders) को दिखाना होगा।
आप आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का चयन करके आयरन की कमी वाले एनीमिया के अपने जोखिम को कम कर सकते हैं।
निम्न खाद्य पदार्थ से आप आयरन सप्लीमेंट्स प्राप्त कर सकते हैं :
- रेड मीट, मछली और अंडे
- समुद्री भोजन (sea food)
- बीन्स
- पालक जैसी गहरी हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ
- सूखे फल, जैसे किशमिश और एप्रीकॉट
- आयरन-फोर्टिफाइड अनाज
- मटर
आपका शरीर मांस से अधिक आयरन को अवशोषित करता है, जो अन्य स्रोतों से नहीं करता है।
हालांकि, अगर आप मांस नहीं खाना पसंद करते हैं, तो आपको आयरन से भरपूर, वनस्पति आधारित खाद्य पदार्थों के सेवन को बढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि इससे मांस के जैसे ही फायदा मिलता है।
आयरन के अवशोषण को बढ़ाने के लिए विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ चुनें
आप खट्टे जूस पीकर या विटामिन सी से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ खाकर अपने शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ा सकते हैं।
विटामिन सी युक्त खट्टे जूस जैसे संतरे का रस, आपके शरीर के आहार आयरन को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है।
इसमें विटामिन सी भी पाया जाता है:
- ब्रोकोली
- कीवी
- पत्तेदार साग
- ख़रबूज़ा
- संतरा
- स्ट्रॉबेरीज़
- कीनू
- टमाटर
इन तमाम चीज़ों को अपने खाने में शामिल करके आप प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को ठीक कर सकते हैं या फिर प्रेगनेंसी के पूर्व इन चीज़ों को अपने डाइट का हिस्सा बनाकर पहले से अपना बचाव कर सकते हैं।
क्या यह लेख सहायक था? हां कहने के लिए दिल पर क्लिक करें
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 02 Jun 2020
हमारे ब्लॉग के भीतर और अधिक अन्वेषण करें
लेटेस्ट
श्रेणियाँ
प्रसवोत्तर रक्तस्राव के लक्षण, कारण, उपचार, निदान, और जोखिम
.jpg)
गर्भावस्था के दौरान राउंड लिगामेंट पेन के कारण, लक्षण और उपचार

सबकोरियोनिक हिमाटोमा क्या है और आपकी गर्भावस्था को ये कैसे नुकसान पहुँचाता है

प्रसव के दौरान बच्चे से पहले गर्भनाल का बाहर आना - अम्ब्लिकल कॉर्ड प्रोलैप्स: कारण, निदान और प्रबंधन

गर्भपात के लक्षण, कारण और उपचार क्या हैं

