पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग या मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना

Heavy bleeding during periods in hindi

Periods ke doran atyadhik bleeding ya heavy periods in hindi


Introduction

heavy_periods_ya_mahvari_ka_adhik_dino_tk_aana_in_hindi

मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना या माहवारी का अधिक आना ये दोनों स्थितियां एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं।

मासिक धर्म लंबे समय तक हो या फिर मासिक धर्म कम समय का हो मगर इन कम दिनों में ही भारी माहवारी रक्तस्राव हो, दोनों ही स्थितियां किसी भी महिला को बुरी तरह परेशान कर देती हैं।

कई महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान भारी माहवारी रक्तस्राव का सामना करना पड़ता है। भारी या लंबे समय तक माहवारी महिलाओं के रोज़मर्रा की ज़िंदगी में भी बाधा डालती है।

मासिक धर्म का अनियमित होना, मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना या मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव आमतौर पर सामान्य नहीं माना जाता, यह किसी बीमारी का लक्षण हो सकता है।

यहाँ यह बात ध्यान देने वाली है कि प्रत्येक महिला का मासिक धर्म चक्र और माहवारी की अवधि (menstrual cycle and bleeding) अलग होती है।

सामान्य रूप में, महिला की माहवारी 5 से 7 दिन तक रह सकती है, यदि आपकी माहवारी इससे अधिक दिनों तक रहती है या माहवारी के दौरान अधिक खून बहता है तो यह चिंता का कारण हो सकता है।

विस्तार से समझें तो मान लीजिये अगर आपकी माहवारी 5 दिनों तक रहती है, लेकिन अचानक से मासिक धर्म की अवधि के बाद एक सप्ताह से खून बह रहा है या इससे अधिक समय तक खून बह रहा है तो यह स्थिति चिंताजनक हो सकती है।

जो महिलाएं असामान्य रूप से भारी माहवारी रक्तस्राव का अनुभव करती हैं, उनमें मेनोरेजिया (menorrhagia) नामक स्थिति हो सकती है।

मेनोरेजिया में महिला को भारी या लंबे समय तक माहवारी का सामना करना पड़ सकता है।

मेनोरेजिया में महिलाए सामान्य गतिविधियों को बनाए नहीं रख सकते हैं क्योंकि मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग में अधिक खून बहने से शरीर में खून की कमी और में ऐंठन महसूस होती है।

इस स्थिति के कारण कई बार रक्तस्राव इतना भारी हो जाता है कि आपको हर घंटे अपने टैम्पोन या सैनिटरी पैड (tampoon or sanitary pad) को बदलने की ज़रूरत पड़ सकती है।

हालांकि, जब तक कि आप अपने डॉक्टर से बात नहीं करती, तब तक यह जानना मुश्किल है कि आपकी माहवारी सामान्य, हल्की या भारी है।

इसलिए बेहतर होगा कि अगर आप मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना, माहवारी का अधिक आना, पीरियड के बाद भी ब्लीडिंग होना जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं तो जल्द-से-जल्द डॉक्टर से सलाह लें।

डॉक्टर आपको मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव को कम करने के उपाय के तौर दवाएं या टेस्ट रिकमेंड कर सकते हैं।

फिलहाल के लिए यह आर्टिकल आपको, मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना या माहवारी का अधिक आना जैसी समस्याओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में मदद करेगा।

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इस लेख़ में

  1. 1.हेवी पीरियड्स की पहचान कैसे करे ?
  2. 2.माहवारी का अधिक आना या हेवी पीरियड्स के लक्षण क्या हैं?
  3. 3.पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग के प्रकार क्या हैं?
  4. 4.हेवी पीरियड्स (माहवारी का अधिक आना) के कारण
  5. 5.भारी मासिक धर्म या पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग का निदान
  6. 6.मासिक धर्म में अधिक रक्तस्त्राव या पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग का उपचार क्या है
  7. 7.निष्कर्ष
 

हेवी पीरियड्स की पहचान कैसे करे ?

How to recognise heavy periods in hindi

periods ke doran kitni bleeding ko heavy bleeding kahenge in hindi, पीरियड्स के दौरान कितनी ब्लीडिंग होनी चाहिए</strong>

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औसतन महिलाओं में माहवारी 5 से 7 दिन तक होती है और इस दौरान महिला की योनि से लगभग 30 से 40 मिलीलीटर (milliliters -mL) खून का रिसाव होता है। [1]

भारी या लंबे समय तक माहवारी के दौरान 60 मिलीलीटर या उससे अधिक खून का रिसाव होता है, लेकिन आमतौर पर पीरियड्स में रक्तस्त्राव 80 मिलीलीटर से अधिक नहीं होता है।

एक सामान्य पैड 5 मिलीलीटर खून सोख लेता है। इसलिए पूरी महावारी के दौरान 7-8 पैड का इस्तेमाल सामान्य माना जाता है। इससे अधिक पैड की ज़रूरत पड़ रही हो तो यह स्थिति माहवारी का अधिक आना या मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना, की हो सकती है।

हालाँकि, माहवारी के दौरान कुल रक्तस्राव को मापना मुश्किल है! इसलिए यह जानने के लिए कि क्या आप हेवी पीरियड्स की शिकार हैं, अपने डॉक्टर से बात करें।

डॉक्टर उन लक्षणों और स्थितियों की समीक्षा कर सकते हैं जो अधिक रक्तस्राव का कारण हो सकती हैं और मासिक धर्म में अधिक रक्तस्त्राव को कम करने के उपाय बता सकते हैं।

कई बार महिलायें भारी रक्तस्राव के बाद भी डॉक्टर से मिलने से संकोच करती हैं। ऐसे में ये न भूलें कि पीरियड्स के दौरान हेवी ब्लीडिंग के कारण रोजमर्रा के जीवन में अत्यधिक परेशानी उठानी पड़ सकती है।

इसके अलावा भारी या लंबे समय तक माहवारी के कारण महिलाएं एनीमिया की भी शिकार हो सकती हैं, जिसके कारण उन्हें अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है।

इस कारण यदि आपको माहवारी के दौरान भारी रक्तस्राव रहता है या माहवारी सामान्य से अधिक दिनों तक रहती है तो अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से ज़रूर सलाह लें।

और पढ़ें:अजवायन से पाएं पीरियड्स के दर्द से छुटकारा
 

माहवारी का अधिक आना या हेवी पीरियड्स के लक्षण क्या हैं?

Symptoms of heavy periods in hindi

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भारी या लंबे समय तक माहवारी या लंबे समय तक मासिक धर्म के लक्षण इस प्रकार हैं :

  1. दिन में कई बार पैड बदलने की ज़रूरत, लगभग हर एक घंटे में सैनेटरी पैड बदलना पड़ सकता है, रात में भी नींद से उठकर पैड बदलने की ज़रूरत हो सकती है
  2. मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना, सामान्यतः पीरियड का सात दिन से अधिक रहना
  3. माहवारी का अधिक आना यानि माहवारी के दौरान सिक्के जितने बड़े खून के धक्के आना
  4. भारी माहवारी रक्तस्त्राव (heavy bleeding) के कारण अगर रोज़मर्रा का काम करने में दिक्कत
  5. एनीमिया (anemia) के लक्षण जैसे कि थकान, कमजोरी आदि का महसूस होना [2]
  6. पेट और पीठ के निचले हिस्से में पीरियड्स के दौरान दर्द रहना
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पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग के प्रकार क्या हैं?

Types of heavy Periods or heavy menstruation in hindi

periods ke doran atyadhik bleeding kitne prakar ki hoti hai in hindi, Reason of heavy bleeding in periods, पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग के प्रकार</strong>

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हेवी पीरियड्स या लंबे समय तक मासिक धर्म के तीन प्रकार होते हैं :- [3]

1. मेनोमिट्रोरेजिया (Menometrorrhagia)

यह असामान्य रूप से भारी, लंबे समय तक और अनियमित गर्भाशय रक्तस्राव (uterus bleeding) की स्थिति है।

इस स्थिति वाली महिलाओं को आमतौर पर मासिक धर्म के दौरान 80 मिलीलीटर या 3 औंस (3 ounce) से अधिक खून बहता है। इस कारण रक्तस्राव अचानक और अक्सर होता है।

मेनोमिट्रोरेजिया में पीरियड्स के बाद भी ब्लीडिंग होना यानि मासिक धर्म के बाद खून आना जैसी स्थिति देखी जाती है। यह ब्लीडिंग उस वक़्त होती है, जब आप मासिक धर्म की उम्मीद नहीं कर रही होती है।

मेनोमिट्रोरेजिया दो मासिक धर्म संबंधी विकारों का कॉम्बिनेशन है :-

  • मेनोरेजिया (menorrhagia) - ऐसा भारी गर्भाशय रक्तस्राव जो नियमित अंतराल पर होता है
  • मेट्रोर्रेगिया (metrorrhagia)- जो अनियमित या असामान्य रक्तस्राव है

यदि आपको भारी या लम्बे समय तक माहवारी रहती है, मासिक धर्म के बाद खून आता है या माहवारी चक्र अनियमित है और माहवारी के दौरान अत्यधिक दर्द या क्रैम्पस रहते हैं, तो ज़रुर आपने डॉक्टर से संपर्क करें।

2. पॉलिमेनोरिया (Polymenorrhea)

पॉलिमेनोरिया यह हैवी ब्लीडिंग का प्रकार है जिसमे मासिक धर्म चक्र या पीरियड्स 21 दिनों से कम अंतराल होता है।

एक सामान्य मासिक धर्म चक्र 24 से 35 दिनों के बीच होता है।

पॉलीमेनोरिया असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव का ही एक रूप है।

सामान्य से अधिक लगातार पीरियड्स आना या एक महीने में दो बार या उससे ज्यादा पीरियड्स आना पोलिमेनोरिया के लक्षण होते है।

इस वजह से कुछ महिलाये गर्भवती होने में कठिनाइयों का अनुभव कर सकती हैं।

3. पोस्टमेनोपॉज़ल (Post menopausal) [4]

पोस्टमेनोपॉज़ल रक्तस्राव उस गर्भाशय रक्तस्त्राव को कहते हैं जो मेनोपॉज़ (menopause) के कम से कम 12 महीने बाद होता है।

45 वर्ष से अधिक उम्र वाली महिला को यदि एक वर्ष से अधिक समय तक माहवारी नहीं होती है, तो इसे मेनोपॉज़ माना जाता है।

इसके बाद योनि से किसी भी प्रकार का रक्तस्राव खतरनाक बीमारी का सूचक हो सकता है जैसे की गर्भाशय का कैंसर, सर्वाइकल पोलिप्स (cervical polyps ) और इस पोस्टमेनोपॉज़ल रक्तस्राव का डॉक्टर द्वारा जाँचना ज़रूरी है।

और पढ़ें:अनियमित माहवारी का इलाज
 

हेवी पीरियड्स (माहवारी का अधिक आना) के कारण

Reasons of heavy bleeding during periods in hindi

periods mein heavy bleeding ke karan ya heavy periods ke karan</strong>

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महिलाओं में भारी माहवारी का कारण चिकित्सा क्षेत्र में मुख्यतः तीन भागों में बांटा गया है - गर्भाशय से जुड़ी बीमारी, अनियमित हार्मोन के कारण, कोई अन्य बीमारी के कारण!

यहाँ यह बात ध्यान देने वाली है कि कुछ महिलाओं को भारी माहवारी की शिकायत हर महीने होती है जबकि कुछ को सिर्फ कुछ ख़ास परिस्थितियों में यह तकलीफ़ होती है। आइये जानते हैं कि माहवारी एक अधिक आने के क्या कारण हो सकते हैं। [5]

1. अचानक मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना या माहवारी अधिक आना (Sudden heavy and long period)

अचानक मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना या माहवारी अधिक आना जैसी स्थिति के कारण निम्न हो सकते हैं :

  • एक्टोपिक प्रेगनेंसी (Ectopic pregnancy)

एक्टोपिक प्रेगनेंसी में गर्भ, गर्भाशय में विकसित न होकर गर्भाशय के बाहर विकसित होने लगता है। इस तरह की प्रेगनेंसी काफी खतरनाक होती है।

एक्टोपिक प्रेगनेंसी के दौरान आपको भारी रक्तस्त्राव हो सकता है और साथ ही साथ पेट में दर्द भी हो सकता है। यह गंभीर मेडिकल इमरजेंसी का कारण बन सकती है।

  • नॉन-हार्मोनल अंतर्गर्भाशयी डिवाइस (Non hormonal intrauterine device - IUD)

मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना या माहवारी के दौरान भारी रक्तस्त्राव का कारण IUD डिवाइस भी हो सकता है।

IUD कराने के कुछ दिनों बाद तक भारी ब्लीडिंग हो सकती है। हालांकि, आईयुडी के साथ कुछ महीनों के बाद रक्तस्त्राव नॉर्मल हो जाते हैं।

  • दवाएँ (Medications)

रक्त को पतला करने वाली दवाएँ भारी मासिक धर्म प्रवाह को जन्म दे सकती हैं।

  • गर्भपात या मिसकैरेज (miscarriage)

अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो हेवी ब्लीडिंग गर्भपात का लक्षण हो सकता है। इस अवस्था में तुरंत अपने गायनेकोलोजिस्ट से मिलें।

2. माहवारी के पहले दिन हेवी ब्लीडिंग होने के कारण (Heavy bleeding on first day of periods)

पहले दिन भारी माहवारी रक्तस्त्राव और आख़िरी दिनों में हल्की ब्लीडिंग एक कारण निम्न हैं :

  • हॉर्मोनल बर्थ कंट्रोल (Hormonal birth control pills)

यदि आपने हाल ही में हार्मोनल बर्थ कंट्रोल पिल्स का उपयोग करना बंद कर दिया है, तो मासिक चक्र के दौरान पीरियड्स पहले कुछ दिनों में बहुत भारी हो सकते हैं क्योंकि आपके शरीर को हार्मोनल बदलाव के अनुसार ढलने में समय लगता है।

  • दवाएं (Medicines)

आपके द्वारा ली जाने वाली दवाएं, जैसे - ब्लड प्रेशर या कुछ अन्य दवाएं, आपके पीरियड्स को प्रभावित कर सकती है और माहवारी के पहले दिन भारी रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं।

3. लगातार भारी पीरियड्स या हेवी पीरियड्स होने के कारण (Regular heavy periods)

लगातार भारी माहवारी रक्तस्राव और दर्दनाक पीरियड के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं :

  • हार्मोन की समस्या (Hormonal Issues)

शरीर में, वैसे तो, प्रोजेस्टेरोन (progesterone ) और एस्ट्रोजन (estrogen), दो ऐसे हार्मोन हैं जो मासिक धर्म में सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं और इनकी मात्रा सामान्य रूप से संतुलित रहती है।

लेकिन यदि किसी कारण प्रोजेस्टेरोन की मात्रा शरीर में बढ़ जाए तो वह गर्भाशय की लाइनिंग को मोटी कर देती है।

इस कारण माहवारी के दौरान भारी रक्तस्राव हो सकता है क्योंकि आपकी माहवारी के दौरान पीरियड्स के रूप में शरीर से बह जाती है।

कई स्थितियों में हार्मोन असंतुलन हो सकता है, जिसमे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), मोटापा, इंसुलिन प्रतिरोध और थायरॉयड जैसी समस्याएं शामिल हैं।

  • ब्लीडिंग डिसोर्डर (Bleeding disorder)

भारी माहवारी वाली कुछ महिलाओं में कोई ब्लीडिंग डिसआर्डर हो सकता है, जिसे वॉन विलेब्रांड (Von Willebrand) रोग भी कहते है। ये विकार आपके हेवी रक्तस्राव का रुकना मुश्किल बनाता है।

  • यूटरीन पोलीप्स (Uterine polyps)

गर्भाशय की लाइनिंग पर निकलने वाली ये छोटी वृद्धि यूटेराइन पोलिप्स (uterine polyps) कहलाती है जो पीरियड्स में भारी रक्तस्राव का कारण बन सकती है। यूटेराइन पोलिप्स कैंसर नहीं होता है।

  • गर्भाशय फाइब्रॉएड (Uterine fibroids)

ये भी गर्भाशय में होने वाली असामान्य वृद्धि है। ये आमतौर पर पॉलिप्स से बड़े होते हैं और गर्भाशय के अंदर विकसित होते हैं। ये भारी और लंबे समय तक माहवारी का कारण बन सकते हैं।

  • गर्भाशय कैंसर (Uterine cancer)

आपके गर्भाशय (uterus), गर्भाशय ग्रीवा (cervix) और अंडाशय (ovaries) में कैंसर भी भारी माहवारी को जन्म दे सकता है।

  • रजोनिवृत्ति से पहले (Perimenopause)

रजोनिवृत्ति से ठीक पहले, हार्मोनल परिवर्तन के कारण असामान्य रूप से भारी रक्तस्राव का अनुभव आम है। इस दौरान महिलाओं हॉट फ्लेशेज़ (hot flashes) और योनि में सूखापन भी हो सकता है।

  • गर्भावस्था (Pregnancy)

बच्चे के जन्म के बाद, भारी या लंबे समय तक माहवारी का आना सामान्य है। बच्चे के जन्म के कुछ महीने बाद यह स्थिति सामान्य हो सकती है और आपके पीरियड्स वापस नॉर्मल हो सकते हैं, हालांकि कभी-कभी यह स्थिति परमानेंट भी हो जाती है और आपके पीरियड्स हेवी रहने लगते हैं।

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भारी मासिक धर्म या पीरियड्स में हेवी ब्लीडिंग का निदान

Diagnosis of heavy periods or long periods in hindi

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अगर आपको भारी और लंबे समय तक माहवारी की शिकायत रहती है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। परीक्षण के दौरान डॉक्टर आप से मासिक धर्म से संबंधित प्रश्न पूछ सकते है।

आपकी ब्लड हिस्ट्री और मासिक धर्म चक्रों (blood report and menstrual cycle) के बारे में सवालों की एक श्रृंखला से मेनोरेजिया (menorrhagia) का निदान किया जाता है। मेनोरेजिया के निदान कुछ टेस्ट कर सकते हैं।

मेनोरेजिया के निदान के लिए किए गए शारीरिक परीक्षण में शामिल हो सकते हैं : - [6]

  • खून का परीक्षण (Blood Tests) - थायरॉयड और एनीमिया की जांच के लिए रक्त परीक्षण
  • पैप परीक्षण (Pap Tests) - गर्भाशय ग्रीवा (cervix) से कोशिकाओं (cells) की जांच
  • एंडोमेट्रियल बायोप्सी (Endometrial Biopsy) - एंडोमेट्रियल बायोप्सी कैंसर या असामान्यताओं के लिए गर्भाशय के टिशू (uterine tissue) की जांच
  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) - रक्त वाहिकाओं, ऊतकों और अंगों (blood vessels, tissues and organs) के कार्य की जांच के लिए
  • सोनोहिस्टेरोग्राम (Sonohysterogram) - गर्भाशय के अस्तर (uterus lining) में समस्याओं की जांच के लिए
  • हिस्टेरोस्कोपी (Hysteroscopy) - हिस्टेरोस्कोपी - पॉलीप्स, (polyps) फाइब्रॉएड (fibroids) या अन्य समस्याओं की जाँच के लिए
और पढ़ें:अनियमित माहवारी या अनियमित पीरियड
 

मासिक धर्म में अधिक रक्तस्त्राव या पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग का उपचार क्या हैं?

Treatment of heavy periods or long periods in hindi

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भारी या लंबे समय तक माहवारी या लंबे समय तक मासिक धर्म के उपचार में शामिल हैं :-[7]

  • जन्म नियंत्रण गोलियाँ (Birth control pills)

जन्म नियंत्रण की गोलियां और हार्मोनल आईयूडी (hormonal IUDs) हार्मोन को संतुलित कर पीरियड्स को नॉर्मल करने में मदद कर सकते हैं।

  • ओवर-द-काउंटर दर्दनिवारक दवा (Over-the-counter pain medications)

दर्द की दवाएं जैसे कि इबुप्रोफेन (Ibuprofen) और नेप्रोक्सन सोडियम (naproxen sodium), मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना या महावारी अधिक आना जैसी स्थितियों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

  • हॉर्मोन थेरेपी (hormone therapy with drugs containing estrogen and/or progesterone)

भारी महावरी रक्तस्त्राव से आराम के लिए आपका डॉक्टर ओरल प्रोजेस्टेरोन (oral progesterone) जैसी दवाएं लिख सकते हैं।

  • इंट्रायूटेराइन कन्सेप्शन (Intrauterine contraception)

एक छोटा उपकरण जिसमें प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन होता है वह महिला के गर्भ में चिकित्सक द्वारा डाला जाता है। यह भारी माहवारी को कम करने का सबसे प्रचलित उपाय है।

  • सर्जरी (Surgery)

एक छोटी सर्जरी द्वारा पॉलीप्स या फाइब्रॉएड को हटाने से रक्तस्राव कम हो सकता है।

इनमें से कई सर्जिकल प्रक्रियाएं आउट पेशेंट के आधार पर की जाती हैं इसमे ज्यादा समय नहीं लगता है।

यह संभावना है कि आप उसी दिन कुछ समय बाद घर जा सकते हैं।

  • डायलेशन और क्यूरेटेज (D & C)- एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें गर्भाशय ग्रीवा को खोलना और गर्भाशय से ऊतक(tissue) को खुरचकर हटाना शामिल है।
  • पेट के मायोमेक्टॉमी (myomectomy) - इस प्रक्रिया में पेट में से फ़िब्रोइड हटाए जाते है।
  • एंडोमेट्रियल रिसेक्शन (Endometrial resection) - यह शल्य प्रक्रिया है जिसमे गर्भाशय के अस्तर को हटाने के लिए एक इलेक्ट्रोसर्जिकल वायर लूप का उपयोग किया जाता है।

पेट के मायोमेक्टॉमी(myomectomy) या हिस्टेरेक्टॉमी(hysterectomy) में आमतौर पर अस्पताल में रहने की आवश्यकता होती है।

कुछ दुर्लभ मामलों में आपके गर्भाशय को पूरी तरह से हटाना ज़रूरी हो सकता है। लेकिन ध्यान दें, इस

प्रक्रिया के बाद आप गर्भवती नहीं हो पाएंगी।

और पढ़ें:इन 6 टिप्स से जानें पीरियड साइकिल नियमित है या नहीं
 

निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh, मासिक धर्म का अधिक दिनों तक आना

कई बार महिलाओं को भारी या लंबे समय तक माहवारी हो सकती है। इस दौरान उन्हें अत्यधिक रक्तस्त्राव की परेशानी हो सकती है या माहवारी काफी लम्बे समय तक रह सकती है। इसके कारण उनके रोज़मर्रा के कार्यों में बाधा आ सकती है।

हर महिला का मासिक चक्र अलग होता है। इसलिए यह जानना कठिन है कि आपके पीरियड्स सामान्य हैं या भारी।

आपका डॉक्टर आपको यह समझने में मदद कर सकते हैं कि आपके पीरियड्स नॉर्मल हैं या नहीं! आपके डॉक्टर मासिक धर्म में अधिक रक्तस्त्राव को कम करने के उपाय के तौर कुछ सलाह दे सकते हैं, दवाएं लिख सकते हैं या टेस्ट रिकमेंड कर सकते हैं।

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references

संदर्भ की सूचीछिपाएँ

1 .

Beverly G Reed, and Bruce R Carr. "The Normal Menstrual Cycle and the Control of Ovulation".Feingold KR, Anawalt B, Boyce A, et al., editors. South Dartmouth (MA): MDText.com, Inc.; 2000, PMID: 25905282.

2 .

Semra Kocaoz, Rabiye Cirpan, et al. "The prevalence and impacts heavy menstrual bleeding on anemia, fatigue and quality of life in women of reproductive age." Pak J Med Sci. 2019 Mar-Apr; 35(2): 365–370, PMID: 31086516.

3 .

W. Newton Long. "Abnormal Vaginal Bleeding". Walker HK, Hall WD, Hurst JW, editors.Boston: Butterworths; 1990, PMID: 21250125.

4 .

WebMD. "How Menopause Affects Your Breasts".WebMD, 03 July 2018.

5 .

Women's Health Concern. "Heavy periods". Women's Health Concern, November 2019.

6 .

Centers for Disease Control and Prevention. “Heavy Menstrual Bleeding”. Centers for Disease Control and Prevention, 20 December 2017.

7 .

Centers for Disease Control and Prevention. “Heavy Menstrual Bleeding”. Centers for Disease Control and Prevention, 20 December 2017.

आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 24 Nov 2020

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