मुंह के छाले - क्या हैं कारण, लक्षण और घरेलू उपाय
What are the causes, symptoms and home remedies of cold sores in hindi
Muh ke chhale ke karan, lakshan or upchar
एक नज़र
- हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस के कारण होते हैं मुंह में छाले।
- कोल्ड सोर होने पर जलन, खुजली और दर्द का अनुभव होता है।
- छाले की समस्या से छुटकारा पाने का तरीका है टी-ट्री ऑयल।
Introduction

मुंह, होंठ, चेहरे या अन्य क्षेत्रों पर उभरने वाले तरल पदार्थ से भरे फफोले मुंह के छाले या कोल्ड सोर होते हैं। हालांकि, कुछ रेयर केस में ये उंगलियों, नाक या फिर मुंह के अंदर भी हो सकते हैं। ये दो हफ्ते या उससे ज़्यादा दिनों तक रह सकते हैं।
मुंह के छाले का मुख्य कारण एक सामान्य वायरस होता है, जिसका नाम है हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (herpes simplex virus HPV)। लेकिन कभी-कभी ये हर्पीस सिम्पलेक्स टाइप 2 (HSV-2) के कारण भी हो सकता है। ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बहुत करीब आने पर भी हो सकता है, जैसे चुंबन करने से। ये छाले नहीं दिखने पर और भी संक्रामक हो सकते हैं।
मुंह के छाले आमतौर पर जलन, दर्द या खुजली से पहले फटने का कारण बनते हैं। मुंह में छाले को फीवर ब्लिस्टर्स (fever blisters) भी कहा जाता है। मुंह में छाले होने का कोई इलाज नहीं है और ये एक बार ठीक होने पर बिना किसी तरह की चेतावनी के दोबारा हो सकते हैं। हालांकि, मुंह के छालों को ठीक करने के लिए और दोबारा इसे होने से रोकने के लिए कुछ दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।
इस लेख़ में
- 1.किन कारणों से मुंह में छाले होते हैं?
- 2.मुंह के छाले की पहचान कैसे करें?
- 3.मुंह के छाले और नासूर में क्या फर्क है ?
- 4.मुंह के छाले कितने दिन में ठीक होते हैं?
- 5.मुंह के छाले ठीक होने के बाद टूथब्रश बदलने की सलाह क्यों दी जाती है?
- 6.मुंह के छाले क्या जटिलताओं का कारण भी बन सकते हैं?
- 7.मुंह के छाले होने पर क्या खाना चाहिए?
- 8.मुंह के छाले से बचाव कैसे करें?
- 9.मुंह के छाले की दवा
- 10.निष्कर्ष
किन कारणों से मुंह में छाले होते हैं?
What causes cold sores in hindi
Muh ke chhale kin karano se hote hain
मुंह में छाले होने की मुख्य वजह है, हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (herpes simplex virus) । एचएसवी-1 और एचएसवी-2 बहुत अधिक संक्रामक वायरस हैं, जो क्लोज़ कांटेक्ट में आने से हो सकता है।
शरीर में इंटर करने के बाद वायरस बहुत समय तक सक्रिय नहीं होता है, लेकिन किसी कारण जब वायरस उत्तेजित हो जाता है, तो मुंह में छाले हो जाते हैं। हालांकि, ये कब और कितने बार हो सकती है, ये व व्यक्ति-से-व्यक्ति पर निर्भर करता है।
कुछ लोगों को अगर एक बार ये हो जाता है तो फिर दोबारा नहीं होता, वहीं दूसरी और कुछ लोगों को मुंह में छाले साल में दो से तीन बार तक हो सकते हैं। वहीं कुछ लोगों के शरीर में ये वायरस मौजूद होता है, लेकिन छाले में परिवर्तित नहीं होता है क्योंकि वायरस एक्टिव नहीं होता है। वहीं एचएसवी-2 (HSV-2) वायरस जेनिटल हर्पीस से ग्रसित व्यक्ति के साथ ओरल सेक्स करने पर हो सकता है। इसके अलावा कुछ कारक भी होते हैं मुंह के छाले के दोबारा होने कारण बन सकते हैं।
मुंह के छाले फिर से होने के कुछ सामान्य कारकों में शामिल हैं : -
- हार्मोनल असंतुलन, मेंस्ट्रुएशन से संबंधित
- वायरल इन्फेक्शन और बुख़ार
- तनाव
- थकान
- सूरज की अधिक रौशनी या हवा
- कमज़ोर इम्म्यून सिस्टम
- एलर्जी
- ठंड
इतना ही नहीं जिन लोगों का इम्म्यून सिस्टम कमज़ोर होता है, उन्हें वायरस से कम्प्लीकेशन का रिस्क अधिक होता है। कुछ मेडिकल कंडीशन और ट्रीटमेंट भी जटिलताओं के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
मुंह के छाले के जोखिम को बढ़ाने वाले कारक हैं : -
- एचआईवी/एड्स
- जलने से हुआ घाव
- चिकित्सीय स्थिति जैसे एक्ज़िमा
- केमॉथेरपी जैसे ट्रीटमेंट
- ऑर्गन ट्रांसप्लांट के दौरान दी गयी दवा
- दांत की सर्जरी
- कोस्मेटिक उपचार जैसे होंठ के पास इंजेक्शन या लेज़र पील्स
मुंह के छाले की पहचान कैसे करें?
Symptoms of cold sores in hindi
Muh ke chhale ki pehchan kaise kare
मुंह के छाले एक बार में ही नहीं होते हैं बल्कि पांच चरणों में ये विकसित होकर छाले का रूप लेते हैं। छाले के निकलने के तकरीबन 24 घंटे पूर्व खुजली होने लगती है और असुविधा का भी अनुभव होता है।
वहीं दूसरे चरण में फ्लूइड से भरे छाले दिखने लगते हैं और इसके बाद तीसरे चरण में छाले फटने लगते हैं और तरल पदार्थ यानि फ्लूइड का बहना या निकलना शुरू हो जाता है। इस चरण में आपको दर्द का अनुभव हो सकता है।
चौथे चरण में छाले सूखने शुरू हो जाते हैं और पपड़ी बनने लगती है, जिससे आपको खुजली की समस्या हो सकती है। वहीं अंतिम और पांचवें चरण में पपड़ी बाहर आने लगती है और छाले के ठीक होने का समय शुरू होने लगता है।
मुंह के छाले और नासूर में क्या फर्क है ?
What is the difference between cold sores and canker sores in hindi
Muh ke chale or nasur mein kya fark hai
कोल्ड सोर्स (cold sores) और कैंकर सोर्स (canker sores) दोनों के ही होने पर दर्द और असुविधा का अनुभव होता है लेकिन इससे ज़्यादा दोनों में और कुछ सामान नहीं होता है।
कैंकर सोर्स में अलसर (ulcers) होते हैं, जो मुंह, जीभ, गालों और गले के अंदर होते हैं। कैंकर सोर में मुंह के छाले जैसे फफोले नहीं होते हैं, बल्कि छोटे-छोटे घाव होते हैं।
इतना ही नहीं इन दोनों में सबसे बड़ा फर्क ये है कि मुंह के छाले की तरह नासूर (canker sores) संक्रामक (contagious) नहीं होते हैं, यानि एक से दूसरे व्यक्ति में ये बीमारी फैलती नहीं है। वहीं कैंकर सोर्स (canker sores) हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (herpes simplex virus) की वजह से नहीं होता है।
मुंह के छाले कितने दिन में ठीक होते हैं?
How long do cold sores last in hindi
Muh ke chale kitne dino mein thik ho jate hain
मुंह में छाले जब तक पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाते हैं, तब तक ये संक्रामक रहते हैं लेकिन जैसे ही पपड़ी ठीक होकर निकल जाती है, ये ठीक हो जाते हैं और संक्रामक भी नहीं रहते। पूरी तरह से कोल्ड सोर्स को ठीक होने में 15-20 दिनों का समय लगता है।
मुंह के छाले ठीक होने के बाद टूथब्रश बदलने की सलाह क्यों दी जाती है?
Why it is advisable to change toothbrush after cold sores in hindi
Muh ke chhale thik hone ke baad toothbrush kyun badalna chahiye
आमतौर पर मुंह में छाले तब होते हैं, जब हर्पीज सिम्पलेक्स वायरस एक्टिव हो जाता होता है। जब मुंह में छाले होते हैं तो उसके ठीक होने के बाद टूथब्रश को बदल लेना चाहिए।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा करना आपके लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है? तो ऐसा इसलिए है क्योंकि हर्पीस वायरस आपके टूथब्रश पर कई दिनों तक रह सकता है और इससे वायरस और फैल सकता है और दोबारा होने का जोखिम बढ़ सकता है।
ऐसे में अगर आप वायरस से पूरी तरह से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो मुंह के छाले ठीक होने के बाद भी पुराने टूथब्रश को हटा दें और नए टूथब्रश का इस्तेमाल करें।
मुंह के छाले क्या जटिलताओं का कारण भी बन सकते हैं?
Complications of cold sores in hindi
Muh ke chale se judi jatilatyein
मुंह के छालों के कारण जटिलताएं होने की संभावना नहीं है लेकिन कुछ मामलों में जैसे जिन मरीज़ो की प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर होती हैं, उनके लिए परेशानियां उत्पन्न कर सकता है।
मुंह के छाले के संभावित जटिलताओं में शामिल हैं : -
1. डीहाइड्रेशन (Dehydration)
ऐसा तब संभव होता है, जब मुंह में छाले होने पर मुंह या गले में दर्द के कारण पानी पीने में परेशानी होती है।
2. हर्पेटिक ह्वाइट्लो (Herpetic whitlow)
इस स्थिति में वायरस शरीर के अन्य भागों में फैल जाता है, जैसे उँगलियों पर फफोले का होना। हालांकि एंटी-वायरल दवा से इस स्थिति को ठीक किया जा सकता है।
3. हर्पेटिक केराटोकोनजिक्टिवाइटिस (Herpetic keratoconjunctivitis)
वायरस कुछ मामलों में आंखों में संक्रमण का कारण बन सकता है। इससे आईलिड्स (eyelids) सूझ जाती हैं और जलन का भी अनुभव होने लगता है। हालांकि, एंटी-वायरल मेडिसीन से मदद मिल सकती है।
अगर इसके उपचार की ओर ध्यान न दिया जाए तो कॉर्निया संक्रमित हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप विज़न लॉस हो सकता है।
4. एन्सेफलाइटिस (Encephalitis)
अगर वायरस मस्तिष्क तक पहुंच जाता है और वहां फैल जाता है, तो मस्तिष्क सूजन हो सकती हो सकता है। ऐसी स्थित में ब्रेन डैमेज होने का बहुत बड़ा ख़तरा होता जिससे मृत्यु तक होने की संभावना होती है।
मुंह के छाले होने पर क्या खाना चाहिए?
What to eat when you have cold sores in hindi
Khan-pan or muh ke chhale
एक पुराने अध्ययन के अनुसार लाइसिन (एक आवश्यक अमीनो एसिड), कोल्ड सोर को रोकने में मदद कर सकता है। ऐसे में कोल्ड सोर होने पर लाइसिन (lysine) युक्त भोजन करने से फायदा मिल सकता है और घाव जल्दी ठीक हो सकते हैं।
लाइसिन से भरपूर खाद्य पदार्थ निम्नलिखित हैं : -
- दूध, बटर, चीज़
- मछली, चिकन, लैम्ब
- आम, सेब, एप्रीकॉट, पपीता और चुकंदर
- सूखा सेम
- सोयाबीन
- मेथी के बीज
वहीं दूसरी ओर आम तौर पर खराब खान-पान आपके प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर करते हैं और मुंह में छाले होने के जोखिम को बढ़ा देते हैं। खासकर आर्गिनिन (arginine) युक्त खाद्य पदार्थ विशेष रूप से परेशानी पैदा कर सकते हैं। ऐसे में मुंह के छाले से राहत पाने के लिए आपको आर्गिनिन युक्त खाद्य-पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए।
आर्गिनिन युक्त खाद्य-पदार्थ निम्नलिखित हैं : -
- नट्स
- गेहूँ
- ओट्स
- स्क्वाश
- चॉकलेट
इसके साथ ही आपको इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने के लिए एंटी-ऑक्सीडेंट्स, विटामिन-सी, ज़िंक, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स और प्रोबायोटिक युक्त खाद्य-पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
मुंह के छाले से बचाव कैसे करें?
How to prevent cold sores in hindi
Muh ke chhale se bachav kaise kare
अगर आप चाहते हैं कि आपको मुंह में छाले न हो या फिर पहले आपको हो चुका है और आप दोबारा इससे अपना बचाव करना चाहते हैं। तो इसलिए आपको कुछ टिप्स को अपनाना होगा।
कोल्ड सोर से बचने के उपाय : -
- मुंह के छाले को छूने बाद अपने हाथ को ज़रूर साफ़ करें।
- छाले को छूने के बाद हाथों से आँखों को न रगड़े, इससे आंखों में इन्फेक्शन हो सकता है।
- छाले होने पर दूसरों से दूरी बनाएं रखें और बहुत क्लोज़ कांटेक्ट स्थापित न करें।
- छाले ठीक होने के बाद अपने टूथब्रश चेंज कर लें।
- सनस्क्रीन या सनब्लॉक का इस्तेमाल नियमित रूप से करें।
- मुंह के छाले से ग्रसित व्यक्ति के सामान साझा न करें।
- अपने स्ट्रेस-लेवल को कंट्रोल करें।
मुंह के छाले की दवा
Medicines for mouth ulcer in hindi
Muh ke chalon ki tablet name
अधिकांश मामलों में मुंह के छाले दो सप्ताह में ठीक हो जाते हैं। हालांकि, कुछ क्रीम और एंटीवायरल दवाएं सूजन को जल्दी कम कर सकते हैं और असुविधा और दर्द को भी कम करने में सहायता कर सकते हैं।
1. क्रीम
जब कोल्ड सोर से आप परेशान हो जाते हैं, तो आप दर्द को कम करने के लिए एंटीवायरल क्रीम जैसे कि पेन्सिक्लोविर - डेनावीर (penciclovir - denavir) ले सकते हैं। अगर छाले के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर ही इस क्रीम को लगाने से बहुत फायदा मिलता है।
एक और अन्य उपचार के विकल्प के तौर पर डोक्सानॉल -अब्रेवा (docosanol -abreva) का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक ओवर-द-काउंटर क्रीम है।
2. दवाएं
कोल्ड सोर का इलाज करने के लिए ओरल एंटीवायरल दवाओं की ओर भी रुख किया जा सकता है, जैसे कि वैलेसीक्लोविर - वाल्ट्रेक्स (valacyclovir - Valtrex), एसाइक्लोविर - ज़ोविराक्स (acyclovir - Zovirax),, और फेमीक्लोविर - फैमवीर (famciclovir - Famvir)। ये दवाएं केवल डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब किये जाने पर ही मिलती है।
नोट - बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन ना करें।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
Nishkarsh
अगर आपका कोल्ड सोर दो सप्ताह या बीस दिन के अंदर नहीं होता है, तो आपको डॉक्टर से मिलने की आवश्यकता होगी। क्योंकि अगर इंफेक्शन शरीर के अन्य भागों में फैल रहा है तो ये गंभीर हो सकता है और कई तरह की जटिलताओं को उत्पन्न कर सकता है। हालांकि, अगर छाले की समस्या गंभीर नहीं है तो आप ऊपर दिए गए घरेलू उपायों की मदद ले सकते हैं और इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 07 Jul 2020
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