ब्रेस्ट (स्तनों) में दर्द होने का क्या कारण हैं - लक्षण और बचाव
Breast pain - symptoms, causes and prevention in hindi
breast me dard hone ke kya karan hain aur kya kare in hindi
Introduction

स्तन या ब्रेस्ट में दर्द (breast pain) होना आजकल आम समस्या बनती जा रही है जिसके कारण हर आठवीं महिला स्तन दर्द से पीड़ित होती है। हर महिला अपने जीवन काल में कभी न कभी ब्रेस्ट में दर्द अनुभव करती है।
महिलाओं में ब्रेस्ट पेन इतना आम है कि लगभग 47 प्रतिशत (47%) महिलाएं स्तन दर्द से पीड़ित हैं, इतना ही नहीं इनमें से 55 प्रतिशत महिलाएं स्तन दर्द के प्रबंधन के लिए कोई उपाय नहीं कर पाती हैं। यौवन के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन(estrogen) हॉर्मोन में वृद्धि के कारण स्तनों का विकास होता है। मासिक धर्म चक्र के दौरान, विभिन्न हार्मोन स्तन के ऊतकों में परिवर्तन का कारण बनते हैं जो कुछ महिलाओं में दर्द या बेचैनी पैदा कर सकते हैं।
ब्रेस्ट पेन को मेडिकल भाषा में मस्टालजिया (mastalgia) कहते हैं। [1] प्रीमेनोपॉज़ल (premenopausal) और पेरिमेनोपॉज़ल (peri-menopausal) महिलाओं को स्तन दर्द होना आम है, लेकिन कई बार ये दर्द किसी गंभीर बीमारी की वजह से भी हो सकता है। महिलाओं को अक्सर ब्रेस्ट में दर्द की शिकायत रहती है. कई बार ये किसी गंभीर बीमारी की वजह से भी हो सकता है। ऐसा भी होता है कि पीरियड्स के दौरान या किसी और वजह से हार्मोन्स में बदलाव हो तो ब्रेस्ट में दर्द होने लगता है।
ब्रेस्ट में दर्द होने पर कई बार आपके मन में यह सवाल ज़रूर आता होगा कि क्या ब्रेस्ट कैंसर में दर्द होता है? तो इसका जवाब है - आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर में स्तनों में दर्द नहीं होता है। स्तन में दर्द के पीरियड्स के अलावा भी अन्य कारण हो सकते है जैसे की , गलत फिटिंग की ब्रा का पहनना, पीरियड्स की तारीख का आगे या पीछे होना, स्तनपान कराना, स्तन बड़े होना शामिल है।
आइये, इस लेख के माध्यम से ब्रेस्ट में दर्द होने का क्या कारण है और ब्रेस्ट में दर्द का क्या इलाज है -इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
इस लेख़ में
स्तनों में दर्द क्या है - परिभाषा और परिचय
What is breast pain in hindi
breast me dard hona kya hota hai, kya karan hai, breast mei pain</strong>

स्तन दर्द को मेडिकल भाषा में मस्टालजिया (mastalgia), मम्माल्जिआ (mammalgia) और मास्टोडिनिया (mastodynia) के रूप में भी जाना जाता है। ब्रेस्ट पेन एक ऐसी स्थिति है जिसमे स्तन टिश्यू (breast tissue) या अंडरआर्म (underarm) भाग में दर्द, भारीपन, जकड़न, जलन या टेंडरनेस (tenderness) होती है।
ज्यादातर मामलों में ब्रेस्ट में दर्द होना ब्रेस्ट कैंसर का संकेत नहीं होता है। ब्रेस्ट में दर्द, एक या दोनों स्तनों के ऊपरी, बाहरी क्षेत्र को प्रभावित करता है और कभी-कभी यह दर्द बाहों तक फैल जाता है।
ब्रेस्ट पेन (breast pain in hindi) के मुख्यतः दो प्रकार होते है :
- चक्रीय स्तन दर्द (Cyclical mastalgia)
चक्रीय स्तन दर्द जो पीरियड्स में होने वाले ब्रेस्ट के दर्द से संबंधित होता है उसे साइक्लिकल मास्टाल्जिया (cyclical mastalgia) या साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन (cyclical breast pain) कहते हैं।
इस तरह का ब्रैस्ट पेन माहवारी शुरू होने के एक से दो हफ्ता पहले होता हैं, दर्द दोनों स्तनों में महसूस होता हैं और माहवारी शुरू होने के बाद स्तन का दर्द आपने आप समाप्त हो जाता हैं। आमतौर पर 30 से 40 वर्ष की महिलाओं में पीरियड्स के समय पर ब्रैस्ट पेन पाया जाता है। [2]
- गैर चक्रीय स्तन दर्द (Non-cyclical mastalgia)
महिलाओं के स्तन में दर्द जो पीरियड्स से संबंधित नहीं होता है उसे गैर-चक्रीय स्तन दर्द (non-cyclical mastalgia) या नॉन साइक्लिकल ब्रेस्ट पैन (non-cyclical breast pain) कहते हैं।
स्तन में दर्द के विभिन्न प्रकार व उनके लक्षण क्या हैं?
What are symptoms of breast pain? in hindi
breast mein dard ke lakshan aur Stano me dard ke lakshan in hindi

स्तन दर्द के सामान्य लक्षणों में शामिल है : [3]
- टेंडर ब्रेस्ट (breast tenderness)
- स्तन में सूजन आना
- स्तन में सॉफ्ट गांठ का बन जाना
- स्तन दर्द में असहजता महसूस होना
- थकान और अनिंद्रा
- स्तन का लाल होना,
- शरीर में भारीपन और जकड़न
- स्तन ऊतक (breast tissue) में जलन आदि।
इसके अलावा अलग-अलग प्रकार के ब्रेस्ट पेन के लक्षण विभिन्न हो सकते हैं। नीचे ब्रेस्ट में दर्द के प्रकार के बारे में, ब्रेस्ट में दर्द के लक्षणों, और ब्रेस्ट में दर्द के इलाज के बारे में बताया गया है।
ब्रेस्ट पेन के प्रकार (types of breast pain) व उनके लक्षण निम्न हैं : [4]
- साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन (Cyclical breast pain)
आमतौर पर माहवारी मे महसूस किया जाने वाला साइक्लिकल मास्टाल्जिया (cyclical mastalgia) या साइक्लिकल ब्रेस्ट दर्द (cyclical breast pain) मे स्तनों के बाहरी और ऊपरी क्षेत्र में दर्द होता है। इस तरह के ब्रेस्ट के दर्द मे कभी-कभी दर्द बगल यानि अंडरआर्म्स तक पहुंच जाता है।
- नॉन साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन (Non-cyclic breast pain)
जबकि गैर-चक्रीय स्तन दर्द (non-cyclical mastalgia) या नॉन साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन (non-cyclical breast pain) के दौरान स्तनों में दर्द, भारीपन, कोमलता, जकड़न और ब्रेस्ट के टिश्यू (breast tissue) में जलन का अनुभव होता है।
- मैस्टाइटिस (Mastitis)
कभी-कभी नवप्रसूता में बच्चे को दूध पिलाते समय दर्द महसूस होता है। कभी-कभी यह दर्द मैस्टाइटिस (mastitis) या ब्रेस्ट में सूजन के कारण भी हो सकता है। इसमें बुख़ार, स्तन पर {में} सूजन, जलन, ब्रेस्ट टेंडरनेस और दर्द वाले भाग में गर्मी महसूस होती है।
इसमें ब्रेस्ट और निप्पल लाल हो सकते हैं। ये स्तन दर्द स्तनपान कराने वाली महिलाओं में अधिक तीव्र होता है।
- कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस (Costochondritis)
ब्रेस्ट में दर्द का एक कारण कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस (costochondritis) भी हो सकता है। इस तरह के स्तन दर्द को चरम दर्द भी कहा जाता है। इसमें स्तनों में बहुत तीव्र दर्द होता है।
- फाइब्रोसिस्टिक स्तन दर्द (Fibrocystic breast pain)
इसके अलावा कई महिलाओं को फाइब्रोसिस्टिक स्तन दर्द (fibrocystic breast pain) में भी ब्रेस्ट पेन होता है। फाइब्रोसिस्टिक में स्तन में गांठ बन जाता है जो स्तन दर्द का कारण होता है। इसके लक्षणों में ब्रेस्ट में स्वेलिंग होना या उनका मोटा होना, ब्रेस्ट का कठोर व आकार में बड़ा होना शामिल हैं।
- मायोकार्डिटिस स्तन दर्द (Myocarditis breast pain) [5]
हृदय के मांसपेशियों मे सूजन को मायोकार्डिटिस (myocarditis) कहा जाता है। महिलाओं को इस कारण भी ब्रेस्ट में दर्द होने की शिकायत हो सकती है। इसके लक्षण दिल का दौरा पड़ने के समान होते हैं। इसमें थकान (fatigue), साँस की तकलीफ़, दिल में दर्द, पैर में सूजन, बुख़ार (fever) और सिरदर्द होता है।
ब्रेस्ट में दर्द होने के क्या कारण है?
What are causes of breast pain ?in hindi
breast mein dard ke karan ya stano me dard ka karan in hindi

ब्रेस्ट पेन या स्तन में दर्द होने के कारण इस बात पर निर्धारित होते हैं कि दर्द एक स्तन में है या दोनों स्तन में है। [6]
अगर दर्द ब्रेस्ट के एक भाग में ही हो रहा है तो उसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं :
- ब्रेस्ट सिस्ट (breast cyst)
- कभी-कभी ब्रेस्ट इन्फेक्शन जैसे अब्स्सेस (abscess)
अगर दर्द पूरे स्तन (breast) या दोनों स्तन में हो रहा है तो उसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं :
- हार्मोनल बदलाव (Hormonal Change)
- फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट डिजीज (Fibrocystic breast disease)
- स्तन का बड़ा आकार मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करते हैं
- कभी कभी ब्रेस्ट में इन्फेक्शन होने के कारण
कई कारणों से स्तन में दर्द होना सामान्य माना जाता है लेकिन कई बार ये किसी गंभीर बीमारी की वजह भी हो सकता है। आइये ब्रेस्ट मे होने वाले दर्द के कारणों को विस्तार में जानते हैं!
महिलाओं के स्तन में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे:
- हार्मोन में बदलाव (Hormone imbalance)
हार्मोन्स (hormones), शरीर की सभी गतिविधियों को नियंत्रित करके शरीर का विकास करते हैं। जब हमारे शरीर में हार्मोन के स्राव में असंतुलन होता है तो शरीर अस्वस्थ हो जाता है। महिलाओं मे पाए जाने वाले दो प्रमुख हार्मोन एस्ट्रोजेन (estrogen) और प्रोजेस्टेरॉन (progesterone) हैं। ये हार्मोन्स दूध ग्रंथियों और स्तनों के नलिकाओं को बड़ा करने और स्तनों को तरल बनाए रखने का कार्य करते हैं।
इन हार्मोन्स का स्तर पीरियड्स या माहवारी के दौरान और प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ जाता है, हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव ब्रेस्ट पेन का कारण होता है। कई अवसरों पर गर्भनिरोधक दवाएं (oral contraceptive) और रजोनिवृत्ति (menopause) के समय हार्मोन थेरेपी (hormone therapy) भी हार्मोन का स्तर बढ़ा सकते हैं और ब्रेस्ट पेन का कारण बन सकते हैं।
- स्तनों में चोट लगना (Breast injury)
कभी-कभी, स्तन में कोई चोट लगने से भी ब्रेस्ट मे दर्द हो जाता है।
- स्तनों का आकार बड़ा होना (Breast size)
जिन महिलाओं के स्तनों का आकार अधिक बड़ा होता है, उन्हें ब्रेस्ट में दर्द की समस्या रहती है। इसका मुख्य कारण बड़े स्तन होने से ब्रेस्ट मसल्स (breast muscles)/ स्तन मांसपेशियों में खिंचाव होता हैं।
- स्तनों की सर्जरी (Breast surgery)
ब्रेस्ट सर्जरी से स्तनों में गांठ होने की संभावना बढ़ जाती है, जिसके कारण स्तनों में दर्द होना आम बात है।
- फैटी एसिड का असंतुलन (Fatty acid imbalance)
जब हमारे शरीर की कोशिकाओं (cells) के अंदर फैटी एसिड का असंतुलन होता है तब स्तन दर्द या ब्रेस्ट पेन होता है। महिला के ब्रेस्ट, फैटी टिशु से बने होते हैं और शरीर में फैटी एसिड की मात्रा के कारण संवेदनशील होते हैं।
इस कारण यदि शरीर में फैटी एसिड असंतुलित होते हैं तो यह ब्रेस्ट में दर्द का कारण हो सकता है।
- दवाओं के कारण (Medications)
बर्थ कंट्रोल पिल (birth control pill) और हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT - hormone replacement therapy) में जिन दवाइयों का सेवन किया जाता है, उनके कारण स्तनों में दर्द होता है।
- खान-पान (Food habits)
चाय, कॉफी, सोडा और चॉकलेट जैसे खाद्य पदार्थ और पेय, ब्रेस्ट दर्द के संभावित कारणों में जाने जाते हैं। इनमें मौजूद कैफीन ब्लड वेसल्स (blood vessels) में खिंचाव लाता है जो स्तनों में पेन का कारण बनता है।
- स्तन में दर्द के अन्य कारण (Other reasons for breast pain)
तनाव और डिप्रेशन, पसली में फ्रैक्चर, स्तन अल्सर (breast ulcer), खराब फिटिंग वाली ब्रा पहनना, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करना आदि स्तन में दर्द के कारण हो सकते हैं। महिलाओं को यदि ब्रेस्ट में बहुत तेज़ दर्द की शिकायत रहती है या ब्रेस्ट पेन/स्तन में दर्द काफी दिनों से (एक महीने से ऊपर) हो रहा है, तो उन्हें तुरंत आपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
डॉक्टर ब्रेस्ट में दर्द की जांच कैसे करते हैं?
How breast pain is evaluated? in hindi
Doctor breast main dard ki janch kaise karte hain
स्तन में दर्द के जांच के दौरान, डॉक्टर आप से कुछ सवाल पूछ सकते हैं, जैसे आपको ब्रेस्ट में दर्द कहाँ और कितना हो रहा है। इसके अलावा, आपको कोई और तकलीफ़ या बीमारी तो नहीं है या आप गर्भनिरोधक दवाई तो नहीं ले रही हैं।
इसके बाद वह आपके ब्रेस्ट/स्तन और उसके आस-पास के अंगों जैसे - ब्रेस्ट का निचले हिस्से और बाँहों को हाथ से छूकर सम्पूर्ण जांच करेंगे। इस दौरान वो ब्रेस्ट में विकार जैसे - त्वचा में बदलाव, ब्रेस्ट में घाव, ब्रेस्ट में गांठ, ब्रेस्ट में सूजन के लक्षणों का पता लगते हैं।[7]
अगर ये लक्षण नहीं होते हैं तो सामान्य तौर पर ब्रेस्ट का दर्द हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होता है।
अगर आप अपने साथी से असुरक्षित संभोग करती हैं या आपकी माहवारी मिस हो जाती है तो आपके डॉक्टर प्रेगनेंसी की पुष्टि के लिए आपको प्रेगनेंसी टेस्ट भी करने की सलाह दे सकते हैं।
ब्रेस्ट में दर्द का इलाज क्या है?
How to treat breast pain? in hindi
Stan (breast) main hone vale dard se kaise bache
स्तनों में दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय करने के साथ-साथ कुछ बातों का ध्यान रखें-
- सही ब्रा का चुनाव करे। सूती और आरामदायक और अच्छी फिटिंग वाली ब्रा पहने, हो सके तो वायर वाली ब्रा पहनने से परहेज करें.
- नियमित व्यायाम करे इसके साथ ही व्यायाम करने के दौरान स्पोर्ट्स ब्रा ही पहनें।
- अपने आहार में कैफीन (caffein) का सीमित इस्तेमाल करें।
कैफीनेटेड पेय में शामिल है - कॉफ़ी, सोडा युक्त पेय पदार्थ आदि।
- संतुलित और पौष्टिक भोजन खाएं। भोजन में फाइबर की जितना अधिक हो सके उतनी ज्यादा मात्रा लें।
- अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करे जैसे- जूस या पानी।
- दिन में कम से कम 8 -10 गिलास पानी पिएं।
अपने ब्रेस्ट को नजरअंदाज न करें. महीने में दो से तीन बार इसका ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन (breast self examination) अवश्य करें। [8]
यदि आपको कोई अजीब बात दिखे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
इससे आपको राहत मिलेगी और साथ ही कोई साइड इफ़ेक्ट (side-effect) भी नहीं होगा।
स्तन दर्द के घरेलू उपचार
home remedies of breast pain in hindi
Stan me dard ke gharelu upchar in Hindi</strong>
ब्रैस्ट में दर्द के कई कारण हो सकते है और उनके उपचार भी उपलब्ध है जिससे आप स्तनोमे दर्द से छुटकारा पा सकते है।
स्तन में दर्द से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू नुस्खों को अपना कर आप इस दर्द से मुक्ति पा सकती हैं।
1. स्तनों में दर्द के लिए आइस पैक (Ice-pack) का उपयोग
आइस पैक (Ice-pack) दिन में दो से तीन बार ब्रैस्ट पर लगाने से ब्रैस्ट पैन से जल्दी छुटकारा पा सकते है। इस आइस पैक से ब्रेस्ट का दर्द कम होने के साथ ही सूजन भी कम हो जाएगी।
2. ऑलिव ऑयल (olive oil) मसाज से पाए स्तनों के दर्द से छुटकारा
ब्रैस्ट पैन में ब्रेस्ट मसाज करना भी एक अच्छा उपाय होता है। मसाज से ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) बढ़ता है और ब्रैस्ट के ऊतकों को भी फायदा हेाता है।
हल्के गर्म ऑलिव ऑयल (olive oil) में कुछ मात्रा कपूर की मिलाकर मसाज करने से स्तनों के दर्द में फायदा होगा।
3. कैस्टर ऑयल (castor oil) से करें स्तनोंपर मसाज
कैस्टर ऑयल में रिसिनोलेइक एसिड (Resinoleic Acid) पाया जाता है, जो ब्रेस्ट पेन दूर करने में बहुत असरदायक है। केवल अकेले कैस्टर ऑयल (castor oil) का मसाज के लिए उपयोग न करे।
इसमें एक चम्मच कैस्टर ऑयल के साथ दो चम्मच कोई भी साधारण तेल जैसे - कोकोनट आयल मिलाकर मसाज करने से स्तन में दर्द से जल्दी फायदा हो सकता है।
4. विटामिन ई (Vitamin - E) का सेवन करें स्तन में दर्द से मुक्ति
एक अध्ययन से यह साबित हुआ है की, दो महीनों के लिए प्रतिदिन दो बार विटामिन ई कैप्सूल (200 IU) का सेवन किया जाये तो चक्रीय स्तन दर्द में सुधार होता है। विटामिन ई और विटामिन बी-6 के सेवन से भी ब्रेस्ट पेन में आराम मिलता है।
आप डॉक्टर का परामर्श लेकर विटामिन ई कैप्सूल का सेवन करे।
5. ब्रैस्ट में दर्द के लिए मैग्निशियम (Magnesium) का इस्तेमाल
पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट की मांस-पेशियों में खिंचाव आ जाता है, इस वजह से ब्रेस्ट पेन होता है। ऐसे समय में मैग्निशियम का सेवन आपको इस दर्द से छुटकारा मिल सकता है.
मैग्नीशियम यह हरी पत्तिदार सब्जिया, ब्राउन राइस ओटमील, बीजों, केले और डार्क चॉकलेट में ये भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। यदि आप अपनी अवधि से पहले विशेष रूप से सप्ताह या दो में मैग्नीशियम का सेवन करते हैं, तो आपको कम व्यथा होगी। [8]
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
Nishkarsh
महिलाओं से जुड़ी कुछ बीमारियों में ब्रेस्ट पैन कई कारणवश सामान्य माना जाता है लेकिन स्तनों में दर्द ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की वजह भी हो सकता है। स्तन दर्द कई अलग-अलग कारणों से हो सकता है।
यदि आप नियमित रूप से अपने स्तनों में दर्द का अनुभव कर रहे हैं और यह दर्द आपके पीरियड्स (periods) या प्रेगनेंसी (pregnancy) से संबंधित नहीं है, तो आप डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।
महिलाओं में ब्रेस्ट पेन इतना आम है कि लगभग 47 प्रतिशत (47%) महिलाएं स्तन दर्द से पीड़ित हैं, इतना ही नहीं इनमें से 55 प्रतिशत महिलाएं स्तन दर्द के प्रबंधन के लिए कोई उपाए नहीं कर पाती हैं।
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अक्सर पूछे गए प्रश्न
अक्सर पूछे गए प्रश्न
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स्तनों में दर्द क्या है?
सभी उम्र की महिलाएं कभी-न-कभी स्तनों में दर्द का अनुभव करती हैं, जिसे मेडिकल भाषा में मास्टाल्जिया (mastalgia) कहा जाता है। ये दर्द मेनोपॉज़ से पहले और बाद भी हो सकता है। हालांकि, प्रजनन वर्षों के दौरान स्तन दर्द होना आम है।
स्तन दर्द कितना आम है?
वर्तमान में ब्रेस्ट पेन या स्तन में दर्द होना आम समस्या होती जा रही है, जिससे हर आठवीं महिला प्रभावित होती है। माना जाता है कि प्रत्येक महिला अपने जीवन-काल में कभी-कभी स्तनों में दर्द का अनुभव ज़रूर करती हैं। एक आंकड़े के अनुसार लगभग 45-47 प्रतिशत महिलाएं ब्रेस्ट पेन से परेशान होती हैं और उनमें से 55 प्रतिशत महिलाएं इससे निजात पाने के लिए किसी तरह के उपचार की मदद भी नहीं लेती हैं।
क्या स्तनों में दर्द ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है?
स्तन दर्द कई कारणों से हो सकता है। आमतौर पर, स्तन दर्द स्तन कैंसर का संकेत नहीं होता है।
मुझे स्तन दर्द के बारे में कब चिंतित होना चाहिए?
अगर आपका दर्द स्तन की गांठ या आपकी त्वचा या निप्पल में दिखाई देने वाले बदलावों से जुड़ा है, तो यह चिंता का कारण है। हालांकि, ऐसा बहुत कम महिलाओं के साथ होता है।
लेकिन, अगर ऐसी स्थिति हो तो आपको डॉक्टर से ज़रूर मिलना चाहिए, खासकर अगर आपकी उम्र 40 वर्ष से अधिक है।
फाइब्रोसिस्टिक स्तन दर्द क्या होता है?
फाइब्रोसिस्टिक स्तन दर्द, ब्रेस्ट पेन का प्रकार होता है। फाइब्रोसिस्टिक में ब्रेस्ट में गांठ बन जाती है, जिस कारण स्तन में दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है। ब्रेस्ट के आकार में वृद्धि होना, ब्रेस्ट का मोटा होना या फिर कठोर हो जाना आदि इसके लक्षण होते हैं।
साइक्लिक ब्रेस्ट पेन क्या होता है?
साइक्लिक पेन हार्मोन में उतार-चढ़ाव के कारण होते हैं। इसका अनुभव पीरियड के दौरान होता है। लक्षण के तौर पर दर्द स्तनों के ऊपरी या बाहरी हिस्सों पर होता है।
नॉन-साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन क्या होता है?
नॉन साइक्लिकल ब्रेस्ट पेन, मासिक धर्म चक्र से संबंधित नहीं होता है। यह एक या दोनों स्तनों को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान स्तनों में दर्द के साथ-साथ जलन और कोमलता का अनुभव होता है।
क्या बड़े स्तन भी दर्द का कारण बनते हैं?
जी हां, अगर स्तनों का आकार बहुत बड़ा होता है तो इससे स्तनों में दर्द की समस्या हो सकती है। दरअसल, बड़े आकार के स्तन के कारण स्तन के टिशु में खिंचाव होने से दर्द होता है।
क्या ब्रा की गलत फिटिंग भी स्तन दर्द का कारण बन सकती है?
स्तन दर्द एक गलत फिटिंग की ब्रा के परिणामस्वरूप हो सकता है। एक ब्रा जो बहुत तंग या बहुत ढीली है, स्तनों को संकुचित कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप असुविधा हो सकती है।
क्या खान-पान के कारण भी स्तन में दर्द हो सकता है?
जो महिलाएं अनहेल्दी डाइट लेती हैं, जैसे कि फैट या रिफाइंड कार्ब्स (carbs) युक्त भोजन लेती हैं उनमें स्तन दर्द होने का रिस्क अधिक होता है।
स्तनपान और स्तन दर्द के बीच क्या संबंध है?
स्तनपान के दौरान कुछ महिलाओं को मैसटाइटिस (mystitis) हो जाता है। जो एक तरह का संक्रमण होता है। ये स्तनों में गंभीर दर्द के साथ-साथ निपल्स पर दरार, खुजली, जलन या छाले का कारण बन सकता है।
क्या योग की मदद से स्तन दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है?
जी हां, कई ऐसे आसन हैं जिन्हें आप अपनी जीवनशैली में शामिल कर ब्रेस्ट पेन से राहत पा सकती हैं। स्तन दर्द से निजात पाने के लिए महिलाएं योगासन, मत्स्यासन, भुजंगासन, धनुरासन या चक्रासन कर सकती हैं।
स्तन दर्द का इलाज कैसे किया जाता है?
ब्रेस्ट पेन से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय अपनाएं। उपायों के तौर पर आरामदायक ब्रा पहनें, चाय या कैफीन का सेवन कम करें, पौष्टिक डाइट लें और नियमित रूप से 8 -10 गिलास पानी पिएं।
इसके अलावा हर महीने ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन (breast self examination) ज़रूर करें।
क्या मैं स्तन दर्द से राहत पाने के लिए आइस पैक का इस्तेमाल कर सकती हूं?
घर पर ब्रेस्ट पेन से राहत पाने का सबसे सरल उपाय है आइस पैक का इस्तेमाल। आइस से स्तनों की सिकाई करने से दर्द से राहत तो मिलती ही है साथ ही रैशेज़ और सूजन भी कम हो जाती है।
किस तरह के डॉक्टर स्तन से जुड़ी समस्याओं का इलाज करते हैं?
कई प्रकार के डॉक्टर स्तन परीक्षण करते हैं। हालांकि, एक आब्सटेट्रिशियन या गायनेकोलॉजिस्ट स्तन से जुड़ी समस्याओं को सबसे बेहतर तरीके से समझती हैं।
references
संदर्भ की सूचीछिपाएँ
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Kamal Kataria, Anita Dhar et al. "A Systematic Review of Current Understanding and Management of Mastalgia". Indian J Surg. 2014 Jun; 76(3): 217–222. Published online 2013 Feb 5, PMID: 25177120.
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Harvard Health Publishing. "Breast pain: Not just a premenopausal complaint". Harvard Health Publishing, 19 June 2018.
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Ann Wright Pamela, M.D "Breast Pain: 10 Reasons Your Breasts May Hurt".Johns Hopkins. Accessed 10 Feb 2020.
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MedlinePlus. "Breast self-exam". MedlinePlus, Accessed 10 Feb 2020.
Morel V, Joly D, et al.”Preventive Effect of Oral Magnesium in Postmastectomy Pain: Protocol for a Randomised, Double-blind, Controlled Clinical Trial” BMJ Open. 2018;8(9):e017986. PMID: 30287600
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 14 Sep 2020
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