“क्या आप जानते हैं कि 8 में से 1 महिला को उसके जीवनकाल में ही स्तन कैंसर हो होने की संभावना होती है। ये एक कठोर आँकड़ा है और डरा देने वाला हो सकता हैं, लेकिन सही ज्ञान और संतुलित जीवनशैली के साथ, आपके स्तन स्वास्थ्य की देखभाल कर आप इससे बचाव कर सकती है।"
स्तन महिला के जीवन में एक अहम भूमिका निभाता है। वे महिलाओं को एक यूनिक शेप प्रदान करता है और इसके साथ ही यौन सुख भी देता है। इन सबसे महत्वपूर्ण बच्चे के लिए दूध प्रदान करता है। किशोरावस्था से रजोनिवृत्ति तक, ब्रेस्ट टिश्यू मासिक धर्म चक्र, गर्भावस्था और स्तनपान के साथ जुड़े हार्मोनल परिवर्तनों से प्रभावित होता है।
लेकिन, एक उम्र के बाद स्तन में कई तरह के बदलाव होते हैं और इसी के साथ स्तन से जुड़ी समस्याओं का भी होना शुरू हो जाता है। जैसे कई बार निप्पल से रिसाव होना, खुजली होना या फिर निप्पल से खून आना एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसी तरह से जब एक महिला अपने बच्चे को स्तनपान कराना शुरू करती है तो कुछ महिलाओं को स्तन संक्रमण हो जाता है।
लेकिन, कई बार स्तन से जुड़ी कुछ ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं, जो एक महिला के जीवन पर प्रभाव डाल सकती है और उनके मृत्यु तक कारण बन सकती है। ऐसी एक बीमारी का नाम है स्तन कैंसर। ऐसे में अगर महिला स्तन की स्वयं जांच करती है तो वो समय से पहले स्तन से जुड़ी बीमारी जैसे स्तन गांठ, सिस्ट या फिर स्तन कैंसर का पता लगा सकती हैं। लेकिन, सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा कैसे करें।
तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हमारे पास आपकी हर परेशानी का हल है। हमारे पास स्तन स्वास्थ्य से जुड़ी हर एक जानकरी है, जहां आपको ब्रेस्ट कैंसर के के कारण, लक्षण से लेकर इसके निदान की भी जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही ब्रेस्ट से जुड़ी कुछ आम समस्या जैसे ब्रेस्ट पेन, स्तनों में गांठ या संक्रमण जैसे विषय पर भी प्रकाश डालेंगे।
डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की हमारी टीम ने ऐसे लेख लिखे हैं, जो न केवल तथ्य के आधार पर विश्वसनीय हैं बल्कि भाषा भी सरल है। हमारे ब्रेस्ट हेल्थ सेक्शन में आपको स्तन के कई पहलुओं को समझने में आसानी होगी और साथ ही आपको ब्रा खरीदने के टिप्स और ब्रा के प्रकार से भी अवगत कराएँगे।
स्तन की स्वयं जांच
इस सेक्शन में आपको स्वयं स्तन जांच करने की जानकरी दी जाएगी। इसके माध्यम से आपको ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन के चरणों को समझने में सहूलियत मिलेगी। इतना ही नहीं, हमारे इस सेक्शन से आपको ये भी पता चलेगा कि आखिर स्तन की स्वयं जांच करना क्यों आवश्यक है और क्या हैं इसके फायदे, खासकर स्तनपान के दौरान ये क्यों ज़रूरी है। साथ ही आपको बताएंगे कि एक उम्र के बाद महिला को कौन-कौन सी जांच करानी चाहिए।
स्तन गांठ
एक महिला को स्तन में गांठ किसी भी उम्र में और कभी भी हो सकती हैं। लेकिन, अच्छी बात ये है कि अधिकतर गांठ का संबंध आम इन्फेक्शन या सिस्ट से होता है और ये नॉन-कैंसरस होते हैं। जानें कि कैसे आप स्वयं से स्तन गांठ की जांच कर सकती हैं और साथ ही घरेलू उपायों की मदद से करें स्तन गांठ का इलाज।
स्तन संक्रमण
अधिकतर मामलों में महिलाओं के स्तन संक्रमण का संबंध स्तनपान से जुड़ा होता है, जिसे मैस्टाइटिस कहा जाता है। हालांकि, ये बहुत गंभीर समस्या नहीं है लेकिन अधिकतर महिलाओं को स्तन से जुडी इन आम समस्याओं की जानकारी नहीं होती हैं। यहां आपको स्तन संक्रमण को विस्तार से बताएंगे, घरेलू इलाज की भी जानकारी देंगे और साथ ही स्तन में होने वाली खुजली के कारण और इलाज की भी जानकरी देंगे।
मैमोग्राम
ये एक तकनीक है, जिसके इस्तेमाल से स्तन कैंसर का पता लगाया जाता है। हमारे स्तन स्वास्थ खंड से आपको ये जानकारी मिलेगी कि मैमोग्राम कब और किस उम्र के बाद कराना आवश्यक है और इसके परिणाम के क्या हैं मायने। जानें मैमोग्राम और एमआरआई में क्या अंतर है।