शादी के तुरंत बाद हम अपना परिवार आगे बढ़ाना के लिए नहीं तैयार थे। जॉब की वजह से शादी के बाद भी, मैं अपने पति से दूर, दूसरे शहर में रहती थी, और लगभग एक साल के बाद मैंने अपना ट्रांसफर करवाया, और अपने पति के साथ रहने लगी।
हम फैमिली प्लानिंग के लिए, एक साल और रुकना चाहते थे, ताकि हम दूसरे को ज्यादा वक़्त दे सके। फिर जब घरवालों ने बच्चे की खुशख़बरी सुनने की इच्छा ज़ाहिर की, तब हमें भी लगा की शायद अब सही वक़्त आ गया है। उसके बाद मैंने लगभग डेढ़ साल तक कंसीव करने की कोशिश की, पर हमें कोई पॉजिटिव रिजल्ट नहीं मिला।
मार्च 2017 में हमने गयनेकोलॉजिस्ट से कंसल्ट किया, डॉक्टर ने मेरे कुछ ब्लड टेस्ट और स्कैनिंग कि और साथ ही मेरे पति का भी कुछ मेडिकल जाँच किया, मगर कोई विशेष कारण का पता नहीं चला। तब डॉक्टर ने कहा कि शायद मेरे इर्रेगुलर पीरियड्स की वजह से मुझे यह परेशानी हो रही है और मुझे कंसीव करने में प्रॉब्लम आ रही है।
डॉक्टर ने मुझे पीरियड्स रेगुलर करने के लिए कुछ दवाइयाँ दी, जो मुझे 3 महीने तक लेना था। जब दवाइयों की वजह से पीरियड्स रेगुलर हो गए, तो मुझे लगा कि शायद अब मैं आराम से कंसीव कर पाऊँगी, पर एक साल और कोशिश करने के बाद भी जब कोई लाभ नहीं हुआ तब हमने फर्टीली स्पेशलिस्ट को दिखने का निर्णय लिया।
पर हम इस बात से परेशान थे कि कौन से डॉक्टर को हमें दिखाना चाहिए, जो अच्छे से हमारा इलाज कर पाएँ। फिर अप्रैल 2018 में, हमने फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट से संपर्क करने का फैसला किया। डॉक्टर ने हमारे कुछ टेस्ट करवाए पर, लेकिन इस बार भी कोई कारण पता नहीं चला । डॉक्टर ने हमने बताया कि बहुत सारे कपल्स को इस प्रकार का प्रॉब्लम होता है, जिनके इनफर्टिलिटी की वजह पता नहीं चलती, जिसे अनक्सप्लेनेड इनफर्टिलिटी कहा जाता है । डॉक्टर ने हौसला देते हुए कहा, की घबरायें नहीं, इसका इलाज संभव है, और उन्होंने हमें आई.यू.आई की सलाह दी ।
हम मगर उस समय इस ट्रीटमेंट के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए हमनें 6 महीने और नेचुरल तरीके से कंसीव करने की कोशिश की, पर लाभ ना मिलने पर, हम वापस दूसरे डॉक्टर के पास गए और अपना आई.यू.आई ट्रीटमेंट करवाया। हमने उम्मीद थी कि हमारा यह ट्रीटमेंट सफल होगा, पर हमें इस बार निराशा हाथ लगी और हमारा ट्रीटमेंट फेल हो गया। इसके बावजूद हमने अपने उम्मीद को जगाए रखा।
इसके बाद हमने Zealthy के फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट से संपर्क किया। उन्होंने जाँच के बाद हमें आई.वी.एफ की सलाह दी, और ट्रीटमेंट के एक - एक स्टेप अच्छे से समझाया और हमें विश्वास दिलाया की हमें अपने बच्चे का सुख जरुर मिलेगा।
मेरी आई.वी.एफ प्रक्रिया शुरू हुई, मुझे कुछ इंजेक्शंस भी लगाए गए ताकि अंडो का प्रोडक्शन अच्छे से हो पाए, फिर सारी प्रोसेस होने के बाद, एम्ब्रियो ट्रांसफर किया गया और 3 सप्ताह के बाद, प्रेगनेंसी टेस्ट किया और भाग्य वश टेस्ट पॉजिटिव आया। मेरे सालों का इंतजार ख़त्म हुआ। नौ महीने के बाद, 26 फरवरी 2020 को मैंने एक बेटी को जन्म दिया। मैं बता नहीं सकती जब मैंने अपनी बेटी को गोद में लिया तब मैं कितनी खुश थी।