पीरियड्स में योग से स्वस्थ रहेगा शरीर
Yog for healthy periods in hindi
periods mein yoga karne se kaise aap healthy reh sakti hai in hindi
एक नज़र
- मासिक धर्म की विभिन्न तकलीफ़ों से लड़ने के लिए योग का अभ्यास करना बहुत लाभदायक रहता है।
- योग का नियमित अभ्यास पीरियड्स के दर्द से राहत दिलाता है और प्रजनन प्रणाली के कार्य में सुधार करता है।
- माहवारी की समस्याओं के लिए योग अभ्यास एक विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में किया जाना चाहिए।
Introduction

पीरियड्स महीने का वो समय होता है जब बहुत-सी महिलाओं को दर्द, ऐंठन और सूजन जैसी समस्याओं से जूझना होता है।
इसमें कोई शक नहीं, ज्यादातर महिलाओं के लिए पीरियड का समय निराशाजनक होता है।
अनियमित पीरियड्स और कष्टदायी दर्द को सहन करना काफी तकलीफदेह हो सकता है।
मासिक धर्म की विभिन्न तकलीफ़ों से लड़ने के लिए योग का अभ्यास करना बहुत लाभदायक रहता है।
अनियमित पीरियड्स से जूझ रही महिलाओं के लिए भी योग बहुत फ़ायदेमंद रहता है।
योग प्रजनन अंगों के कार्य में सुधार करने और अनियमित मासिक चक्र को नियंत्रित करने में भी मददगार साबित होता है।
इस लेख़ में
पीरियड्स के लिए योग के फायदे
Benefits of yoga for periods in hindi
periods ke doran yoga karne ke fayde

योग का नियमित अभ्यास पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिलाता है।
योग तनाव और अवसाद (depression) से छुटकारा दिलाता है, जो अनियमित मासिक धर्म को ठीक करने में मदद करता है।
मन और शरीर को शांत करता है।
प्रजनन प्रणाली के कार्य में सुधार करता है।
पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome) को ठीक करता है।
हार्मोन को संतुलित करने के लिए शरीर में अंतःस्रावी ग्रंथियों (endocrine glands) को संतुलित रखता है।
वज्रासन योग से होंगे पीरियड्स सही
Vajrasana yoga will be perfect for periods in hindi
vajrasana yoga se honge periods sahi

वज्रासना या वज्र मुद्रा एक सरल आसन है और किसी भी समय इसका अभ्यास किया जा सकता है।
यह एकमात्र योग आसन है जिसका अभ्यास आप भोजन करने के बाद कर सकते हैं।
अनियमित पीरियड्स के अलावा पाचन समस्याओं और एसिडिटी को ठीक करने के लिए यह योग मुद्रा फायदेमंद है।
यह आपके पेल्विक क्षेत्र (pelvic region) को मजबूत करता है और मूत्र संबंधी समस्याओं को भी ठीक करता है।
ऊपर की छवि में दिखाए अनुसार दोनों पैरों को पीछे की ओर मोड़कर अपनी एड़ी पर बैठें।
अपनी हथेलियों को अपनी जांघों पर रखें और सीधे बैठें।
अब दोनों नथुनों से धीरे-धीरे और गहरी सांस लें और 2-3 मिनट के लिए अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें।
प्राणायाम से मिलेगी पीरियड्स की तकलीफ में राहत
Pranayama yoga will provide relief from period problems in hindi
pranayama yoga se periods mein relief

प्राणायाम, यानि कि गहरी सांस लेने के व्यायाम का अभ्यास तनाव, अवसाद और चिंता को दूर करता है, जो अनियमित पीरियड्स और पीसीओएस(PCOS) जैसे मासिक धर्म विकार का कारण बनते हैं।
यह आसन मन, शरीर और आत्मा को शांत करता है।
यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करता है और आपको कई बीमारियों से दूर रखता है।
साथ ही, यह हृदय, लीवर, गुर्दे, मस्तिष्क और उदर क्षेत्र के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
प्राणायाम कई तरह के होते हैं जैसे कि कपालभाती, भस्त्रिका प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी प्राणायाम आदि।
इनका अभ्यास आप उचित मार्गदर्शन और विशेषज्ञों की राय लेने के बाद ही करें।
धनुरासन आसन से पाएं हेल्थी पीरियड्स
To get healthy periods from Dhanurasana asana in hindi
Dhanurasana se hote hai healthy periods

धनुरासन या बो पोज़ विलंबित माहवारी और पीसीओएस को ठीक करने के लिए सबसे अच्छी मुद्रा माना जाता है।
यह प्रजनन अंगों के कार्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
यह कब्ज और अन्य पेट की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है।
कैसे करें धनुरासन?
पेट के बल लेट जाएं।
अपने पैरों को मोड़ें और दोनों हाथों से अपनी एड़ियों को पकड़ें।
सांस लेते समय अपनी छाती और पैरों को ऊपर की ओर उठाएं जैसा कि ऊपर की छवि में दिखाया गया है
अपनी सांस रोकें और कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें।
अब, सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक स्थिति में आएं।
इसे 3-5 बार दोहराएं।
पीरियड्स की तकलीफ़ों को दूर करें पश्चिमोत्तासन से
Remove the problems of periods from Paschimottasan in hindi
periods ki takleef ko dur karein paschimittasan asan se

यह एक आगे की ओर झुका हुआ पोज है, जो आपके बैकसाइड (back-side) पर पूर्ण खिंचाव प्रदान करता है।
साथ ही साथ आपके पेट के अंगों को मजबूत करता है, और प्रजनन अंगों के कार्य को बेहतर बनाता है।
पश्चिमोत्तासन अनियमित पीरियड्स के लिए प्रभावी योगासनों में से एक है और मासिक धर्म के दर्द से राहत दिलाता है।
पश्चिमोत्तासन कैसे करें?
सीधे बैठें और अपने दोनों पैरों को अपने सामने फैलाएँ।
साँस छोड़ते हुए अपने माथे को घुटनों तक छूने के लिए धीरे-धीरे आगे झुकें।
यदि संभव हो तो हाथों से अपने पैर की उंगलियों को छूने की कोशिश करें।
कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति को पकड़े।
फिर शुरू की स्थिति में आकर इस मुद्रा को जारी करें।
इस चक्र को 3-5 बार दोहराएं। एक अच्छे अभ्यास के बाद, आप अवधि बढ़ा सकते हैं।
सूर्यनमस्कार से होंगे स्वस्थ पीरियड्स
Surya Namaskar for healthy periods in hindi
surya namaskar se honge periods healthy

सूर्यनमस्कार में 12 विभिन्न मुद्रा होती हैं।
सूर्यनमस्कार अपने आप में पूर्ण योगा है और 10-15 मिनट के लिए किया गया सूर्यनमस्कार 250 से अधिक विभिन्न योगाभ्यासों का अभ्यास करने जैसा है।
सूर्यनमस्कार के फायदे-
यह समग्र शरीर को मजबूत करता है।
लचीलेपन में सुधार करता है।
हार्मोनल संतुलन बनाए रखता है।
वजन घटाने में सहायक और आपके शरीर को एक अच्छे आकार में बदल देता है।
अनियमित पीरियड्स को ठीक करने के लिए प्रभावी है ।
तनाव और अवसाद को कम करने में मदद करता है।
पेट के रोग जैसे अपच और कब्ज को ठीक करता है।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
योग केवल पीरियड्स के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ रखने और महसूस करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।
लेकिन इतना ज़रूर ध्यान रखें कि माहवारी की समस्याओं के लिए योग अभ्यास एक विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में किया जाना चाहिए।
किसी भी प्रकार कि स्वास्थ्य जटिलताओं से बचने के लिए ऊपर दिये गए अभ्यास शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 20 May 2019
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