एचआरटी टेबलेट्स से क्यों बढ़ जाता है ब्लड क्लॉट का ख़तरा
Why HRT tablets increases the risk of blood clot in hindi
HRT tablets se kyon badh jata hai blood clot ka khatra
एक नज़र
- एचआरटी टेबलेट्स से बढ़ सकता है ब्लड क्लॉट का ख़तरा।
- महिलाओं में ब्लड क्लॉट के बढ़ते रिस्क को थ्रोम्बोम्बोलिज़्म (thromboembolism) कहा जाता है।
- क्रीम और जेल की तुलना में टेबलेट्स का सेवन करना हो सकता है ख़तरनाक। क्रीम और जेल की तुलना में टेबलेट्स का सेवन करना हो सकता है ख़तरनाक। क्रीम और जेल की तुलना में टेबलेट्स का सेवन करना हो सकता है ख़तरनाक।
Introduction

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का उपयोग मेनोपॉज़ से गुज़र रही महिलाओं के द्वारा किया जाता है।
इसके इस्तेमाल से महिलाओं को मेनोपॉज़ के लक्षणों के साथ-साथ कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के जोखिम से भी राहत मिलती है।
महिलाओं के अनुभव किये गए लक्षणों के आधार पर कई तरह की एचआरटी ट्रीटमेंट उपलब्ध हैं।
एचआरटी को अलग-अलग रूपों में भी लिया जा सकता है - जैसे कि गोलियों (tablets), पैच (patch), जेल (gel) या क्रीम (cream) द्वारा।
हालांकि इस थेरेपी से महिलाओं को फ़ायदा होता है लेकिन एक शोध से ये बात सामने आयी है कि एचआरटी की गोलियां लेने से गंभीर रक्त के थक्कों (blood clot) का ख़तरा अधिक हो सकता है।
ऐसे में इस आर्टिकल के माध्यम से आइये जानते हैं आखिर क्यों एचआरटी टेबलेट्स के सेवन से महिलाओं में ब्लड क्लॉट का रिस्क बढ़ जाता है।
इस लेख़ में
एचआरटी टेबलेट्स और ब्लड क्लॉट के रिस्क को लेकर शोध क्या कहते हैं
What research says about HRT tablets and blood clot risk in hindi
HRT tablets aur blood clot ke risk ko lekar research kya kehta hai
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (British medical journal) की ओर से पब्लिश की गयी एक अध्ययन में पाया गया है कि हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी) की गोलियां लेने वाली महिलाओं में गंभीर रक्त के थक्के (blood clot) विकसित होने का अधिक ख़तरा होता है।
जिसे मेडिकल भाषा में थ्रोम्बोम्बोलिज़्म (thromboembolism) या वीटीई (VTE) कहा जाता है।
पिछले अध्ययनों में एचआरटी से जुड़े दुर्लभ लेकिन गंभीर जोखिम वाले रक्त के थक्के पाए गए हैं, लेकिन हमेशा यह दिखाने में सक्षम नहीं हुए हैं कि एचआरटी के प्रकारों के बीच जोखिम कैसे भिन्न होता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम की एक टीम ने ब्रिटिश मेडिकल जर्नलट्रस्टेड सोर्स (बीएमजे) में इस महीने एक अध्ययन प्रकाशित किया था जिसमें कहा गया था कि एचआरटी की गोलियां लेने वाली महिलाओं में थेरेपी का अन्य रूपों, जैसे पैच या जेल के मुकाबले रक्त के थक्के का जोखिम सबसे अधिक था।
यह जोखिम उन महिलाओं में भी बढ़ गया था जिन्होंने अधिक खुराक ली थी।
अध्ययन में पाया गया कि चिकित्सा के अन्य रूपों में कोई जोखिम नहीं है।
वहीं अध्ययन में जीवन शैली (lifestyle), रक्त के थक्कों (blood clot) का पारिवारिक इतिहास जैसी स्थितियों को भी ध्यान में रखा गया था।
सिंगल (single) और कंबाइंड (combined) प्रेपराशंस सहित इक्वाइन एस्ट्रोजन (equine estrogen) युक्त गोलियां, सिंथेटिक एस्ट्रोजन (synthetic estrogen) युक्त गोलियों की तुलना में लगातार उच्च जोखिम से जुड़ी थीं।
लेकिन एचआरटी के लिए जेल, पैच या क्रीम का उपयोग करने वाली महिलाओं के लिए ऐसा कोई जोखिम नहीं था - जिसे ट्रांसडर्मल उपचार (transdermal treatment) भी कहा जाता है।
इसके साथ ही एस्ट्रोजेन की उच्च खुराक (high dose) भी उच्च वीटीई (high VTE) जोखिम से जुड़ी थी। हालांकि, स्किन पैच, जेल और क्रीम के लिए कोई बढ़ा हुआ वीटीई जोखिम नहीं पाया गया।
अच्छी ख़बर यह थी कि जिन महिलाओं ने एचआरटी का उपयोग त्वचा के माध्यम से अवशोषित किया था, वे जेल, पैच या क्रीम के रूप में ब्लड क्लॉट का ख़तरा नहीं बढ़ाते थे।
हालांकि वैज्ञानिकों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इन उपचारों का उपयोग बहुत कम प्रतिशत में किया जा रहा था और लगभग 80 प्रतिशत महिलाओं ने इसके बजाय ओरल ट्रीटमेंट (oral treatment) को विकल्प के रूप में चुना था।
क्या आपको एचआरटी गोलियों के कारण ब्लड क्लॉट विकसित होने को लेकर चिंतित होना चाहिए?
Should you be worried about HRT tablets causing blood clots in hindi
kya aapko hrt goliyon ke karan blood clot viksit hone ko lekar chintit hona chahiye
नॉटिंघम स्कूल ऑफ मेडिसीन (Nottingham school of medicine) के डॉ याना विनोग्राडोवा ने कहा कि हमारे अध्ययन से पता चला है कि, ओरल ट्रीटमेंट्स (oral treatemnt) के लिए, अलग-अलग टेबलेट्स एक्टिव कॉम्पोनेन्ट (active components) के आधार पर, ब्लड क्लॉट के विकास के विभिन्न जोखिमों से जुड़ी होती हैं।
इसने यह भी पुष्टि की है कि गोलियों (पैच या जेल) के अलावा एचआरटी उपचार का उपयोग करने वाले रोगियों के लिए थ्रोम्बॉसिस के रिस्क बहुत कम हैं।
वहीं रॉयल कॉलेज ऑफ जीपी (Royal college of GP) की अध्यक्षता करने वाले एक प्रोफेसर ने कहा कि ऑब्ज़र्वेशनल स्टडी (observational study) दिलचस्प था लेकिन यह साबित नहीं कर सका कि ब्लड क्लॉट के मामले गोलियों के कारण हुए थे।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस अध्ययन के बारे में पढ़ने के परिणामस्वरूप एचआरटी लेने से घबराना या पीछे हटना नहीं चाहिए बल्कि इसके बजाय अपने डॉक्टर से अपनी हेल्थ कंडीशन पर बात करने के बाद ही इसे लेना चाहिए।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
Nishkarsh
अध्ययनों के अलावा ब्लड क्लॉट से जुड़ी आपकी फैमिली हिस्ट्री और पहले से ही ब्लड क्लॉट की समस्या है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही एचआरटी टेबलेट्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
इसके अलावा आप मेनोपॉज़ के लक्षणों से निजात पाने के लिए अपनी जीवनशैली बदलाव करने से भी आपको मदद मिल सकती है।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 06 Jul 2019
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