विटामिन A क्या है - स्रोत, कमी के लक्षण, रोग, फायदे और नुकसान
What is Vitamin A - Sources, Deficiency, Symptoms, Diseases, Benefits and Side-effects in hindi
Vitamin A kya hai, shrot, kami ke lakshan, rog, fayde aur nuksaan in hindi, vitamin a ki kami se kya hota hai, vitamin a ki kami se rog, vitamin a ki kami se kaun si bimari hoti hai, vitamin a ki kami ke lakshan
एक नज़र
- विटामिन A आँखों के लिए उपयोगी विटामिन है।
- विटामिन A की कमी से रतौंधी हो सकती है।
- फलों और सब्जियों में विटामिन ए प्रचूर मात्रा पाया जाता है।
Introduction

विटामिन ऐसे पदार्थ होते हैं, जो आपके शरीर के विकास के लिए बेहद आवश्यक है। आपके शरीर को 13 प्रकार के विटामिन की जरुरत होती है। उनमें से एक है विटामिन-ए (Vitamin A in hindi)।
विटामिन-A एक फैट सोल्यूबल (fat-soluble) विटामिन है जो प्राकृतिक रूप से कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। स्वास्थ का विचार से विटामिन ए का सेवन आंखो की दृष्टि, त्वचा, हड्डियों और शरीर के अन्य ऊतकों के लिए अच्छा है।
विटामिन ए अक्सर एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करता है, यह सेल की क्षति (cell damage) से लड़ता है।
सेल ग्रोथ और विभाजन के साथ ही इसके कई अन्य उपयोग भी हैं। विटामिन ए मानव शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे हृदय, लंग्स , किडनी के सामान्य गठन और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हमारे भोजन में विटामिन-ए मुख्यतः दो रूपों में पाया जाता है। रेटिनॉल (retinol) एक पीले रंग का पदार्थ होता है जो विटामिन A का ही रूप होता है और मांसाहारी भोजन में पाया जाता है जैसे - मुर्गी, मछली और डेरी प्रोडक्ट्स।
दूसरा प्रकार जो प्रो-विटामिन A का सबसे आम प्रकार है वह है बीटा कैरोटीन (beta carotine)। यह फलों, सब्जियों और अन्य हरी पत्तीदार सब्जियों में पाया जाता है।
आमतौर पर गर्भवती महिलाओं में विटामिन-ए की कमी पायी जाती है। ज्यादा विटामिन-ए की मात्रा भी हानिकारक हो सकती है।
विटामिन की मात्रा उम्र एवं जेंडर के आधार पर दी जाती है क्योंकि विटामिन-ए की शारीरिक जरूरतें स्त्री और पुरुषों के लिए अलग अलग होती है।
जिन लोगों में विटामिन-ए की कमी पाए जाती हैं उन्हें डॉक्टर्स विटामिन-ए के गोलियां देते है। विटामिन-ए के गोलियां शरीर में विटामिन-ए की कमी को पूरा करती है।
विटामिन ए ओरल सप्लीमेंट्स अग्नाशयी बीमारी यानि पैन्क्रियेटिक डिजीज (pancreatic disease) , नेत्र रोग या शीतला रोग (measles) से पीड़ित लोगो के लिए भी लाभदायक है।
एक महिला को गर्भावस्था के दौरान 770 माइक्रोग्राम एवं स्तनपान के दौरान करीब 1300 माइक्रोग्राम विटामिन A का सेवन प्रतिदिन करना चाहिए।
इसके अलावा विटामिन ए की दैनिक मात्रा युवा पुरुषों के लिए 900 माइक्रोग्राम (mcg) और महिलाओं के लिए 700 माइक्रोग्राम है।
विटामिन ए मानव शरीर द्वारा नहीं बनाया जा सकता है और इसलिए इसे अपने आहार का एक अनिवार्य हिस्सा बनाना जरुरी है। आइये इस लेख के माध्यम से विटामिन ए के बारे में विस्तार से जानते हैं।
इस लेख़ में
विटामिन A के कौन-कौन से स्त्रोत हैं ?
What are the Sources of Vitamin A ?in hindi
Vitamin A ke kaun-kaun se strot hain in hindi
विटामिन ए आसानी से फलों और सब्जियों में पाया जा सकता हैं. आइये जानते हैं कि कौन से खाद्य पदार्थों के सेवन से विटामिन ए की कमी को पूरा किया जा सकता है।
विटामिन ए शकरकंद (sweet potato), चुकंदर (beetroot ), शलजम (turnip), गाजर, आम, पपीता, तरबूज, चीकू में पाया जाता है।
इसके अलावा हरी पातेदार सब्जियां जैसे - पालक, कोलार्ड (collard), काले (kale), सरसों, ब्रोक्कोली (broccoli) में भी विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
कुछ अन्य स्त्रोत जिनमें विटामिन ए पाया जाता है वह है - पनीर, राजमा, अंडा, साबुत अनाज (whole grains) और मछली के लीवर का तेल (fish liver oil)।
विटामिन ए की कमी को पूरा करने के लिए इन खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन आराम प्रदान करता है।
विटामिन ए किस मात्रा में लेना चाहिए?
Vitamin A kis matra mai lena chahiyein hindi
आपके शरीर को कितनी विटामिन A की ज़रूरत है, वह आपकी उम्र और जेंडर पर निर्भर करता है।
आपकी शारीरिक बनावट, उम्र और ज़रूरतों को देखते हुए डॉक्टर बताते हैं कि आपको विटामिन ए की कितनी मात्रा में लेना है। औसतन उम्र को देखते हुए औसतन दैनिक विटामिन ए की मात्रा नीचे दी गए है।
उम्र के अनुसार विटामिन A की मात्रा निम्न रूप से ली जाने की सलाह दी जाती है : -
- विटामिन-ए प्रतिदिन मात्रा - 1 से 3 वर्ष के बच्चों में : 300 माइक्रोग्राम
- विटामिन-ए प्रतिदिन मात्रा - 4 वर्ष और उससे अधिक बच्चों में : 400 माइक्रोग्राम
- विटामिन-ए प्रतिदिन मात्रा - वयस्क (adult) पुरुषों में : 900 माइक्रोग्राम
- विटामिन-ए प्रतिदिन मात्रा - वयस्क महिलाओं में : 700 माइक्रोग्राम
- विटामिन-ए प्रतिदिन मात्रा - गर्भवती महिलाओं में : 770 माइक्रोग्राम
- विटामिन-ए प्रतिदिन मात्रा - स्तनपान कराने वाली महिलाओं में : 1,300 माइक्रोग्राम
विटामिन A की कमी के क्या लक्षण हैं?
What are the symptoms of deficiency of Vitamin A in hindi
Vitamin A ki Kami ka kya lakshan Hain in hindi
विटामिन -ए शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने, आँखों की रोशनी और शरीर विकास के लिए बहुत आवश्यक होता है।
अगर शरीर में विटामिन-ए की कमी हो जाये तो शरीर पर कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। आइये जानते हैं कि विटामिन-ए की कमी के क्या शारीरिक लक्षण हो सकते हैं।
विटामिन A की कमी का शरीर पर प्रभाव : -
- रुखी त्वचा (Dry skin)
विटामिन-ए की कमी से एक्जिमा (eczema) हो सकता है, यह एक तरह की स्किन
एलर्जी है।
विटामिन-ए हमारी त्वचा के सेल्स (cells) को ठीक करता है और त्वचा में किसी तरह के
सूजन को कम करता है। विटामिन-ए की कमी से त्वचा रूखी भी हो जाती है।
- रात में कम दिखना (Poor vision at night or night blindness)
विटामिन-ए आँखों के लिए बहुत ज़रूरी है। इसकी कमी की वजह से व्यक्ति को रात में कम दिखाई देता है, जिसे नाइट ब्लाइंडनेस की बीमारी के नाम से भी जाना जाता है।
- बाँझपन (Infertility)
विटामिन A की कमी से पुरुष एवं औरत दोनों में ही इनफर्टिलिटी (infertility) हो सकती है।
इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान विटामिन-ए की कमी से होने वाले बच्चे की सेहत को भी नुकसान पंहुचा सकता है।
- शारीरिक विकास में देरी (Slow Growth)
विटामिन-ए शारीरिक विकास के लिए बहुत आवश्यक है। इसकी कमी से बच्चे का विकास ठीक ढंग से नहीं हो पाता और बच्चा कमज़ोर रह जाता है।
विटामिन-ए की कमी के कारण बच्चों और किशोरों में विलंबित शारीरिक अंगों और हड्डियों का विकास पाया जाता है।
- श्वसन संक्रमण या सांस लेने में तकलीफ़ (Respiratory Infection)
जिन बच्चों में विटामिन-ए की कमी होती है उनमे श्वसन संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है।
बार-बार संक्रमण का होना, विशेष रूप से गले या छाती में, विटामिन-ए की कमी का संकेत हो सकता है।
एकुआडोर देश में हुए एक अध्ययन में पाया गया की हर हफ्ते विटामिन ए का सेवन करने वाले बच्चों में श्वसन संक्रमण उन बच्चों की तुलना में कम हुआ जिन्होंने विटामिन-ए नहीं लिया था।
- पिम्पलस (Pimples)
जैसा कि हम आपको ऊपर बता चुके हैं, विटामिन-ए संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
ऐसा ही युवा अवस्था में विटामिन ए की कमी के कारण त्वचा में संक्रमण हो सकता है जिसकी वजह से चेहरे पर पिम्पल्स हो सकते हैं।
- चोट का जल्दी ठीक न होना (Late wound healing)
विटामिन-ए हमारे शरीर में कोलेजन (collagen) बनाता है।
कोलेजन स्वस्थ त्वचा का महत्वपूर्ण भाग है। विटामिन ए की कमी से पर्याप्त कोलेजन नहीं बन पाता और चोट देरी से ठीक होती है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी (Low immune system)
विटामिन-ए हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है और हमें तंदरुस्त रखता है।
इसकी कमी से व्यक्ति के जल्दी और बार-बार रोगग्रस्त होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
- आँखों में सूखापन (Dry eyes)
आँखों में आंसुओं का कम होना विटामिन-ए की कमी के शुरूआती लक्षण हैं।
अध्ययनों के अनुसार, अगर विटामिन-ए की उच्च मात्रा बच्चों को 16 महीने तक दी जाये तो उनमे आँखों का सूखापन लगभग 63 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
विटामिन A की कमी से क्या रोग हो सकते हैं?
What disease can happen due to deficiency of Vitamin A? in hindi
Vitamin A ki kami se kya rog ho sakte Hain in hindi
विटामिन-ए की कमी से होने वाले रोग इस प्रकार हैं :-
- रतौंधी (Night blindness)
विटामिन-ए आँखों के लिए बहुत उपयोगी है। आँखों के जो सेल्स (cells) रात में देखने में मदद करते हैं, विटामिन-ए उन सेल्स को स्वस्थ रखता है।
विटामिन-ए की कमी से, वे सेल्स खराब हो जाते हैं और रात को देखने में मुश्किल होती है, इस बीमारी को रतौंधी कहा जाता है।
रतौंधी से पीड़ित लोग अंधेरे में अच्छे से देख नहीं पाते, लेकिन पर्याप्त प्रकाश होने पर और दिन के समय उन्हें साफ दिखाई देता है।
- संक्रमण (Infection)
विटामिन-ए शरीर में रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है लेकिन विटामिन-ए की कमी होने पर संक्रमण होने का ख़तरा बढ़ जाता है।
जिन व्यक्तियों में विटामिन-ए की कमी पायी जाती है वह अक्सर बीमार रहते हैं और उन्हें समय समय पर इन्फेक्शन जैसे - सर्दी, खांसी या जुकाम की शिकायत रहती है। जिनका एक कारण आहार में पोषण तत्वोकी की कमी हो सकती है।
- आँखों का सूखना (Dry eyes)
विटामिन-ए की कमी होने पर व्यक्ति को आंखों में सूखापन महसूस होता है।
विटामिन-ए की कमी से आँखों के भीतर मौजूदअश्रु-ग्रंथि (tear glands) सूख जाती है जिसकी वजह से आँखों में आँसू आना कम या बंद हो जाते हैं।
इस बीमारी की वजह से कॉर्निया (cornea) के भी खराब होने का ख़तरा बढ़ जाता है।
कॉर्निया आँख का पारदर्शी हिस्सा है जो आँख के सामने के हिस्से को कवर करता है और धूल मिट्टी से आँखों का संरक्षण करता है।
कुछ मामलों में, पर्याप्त विटामिन नहीं मिलने से पूर्ण अंधापन आ सकता है या कॉर्निया (cornea) को क्षति पहुँच सकती है।
विटामिन A के क्या फायदें हैं?
What are the benefits of Vitamin A in hindi
Vitamin A ke kya fayde hain in hindi
विटामिन-ए के फायदे इस प्रकार हैं : -
- विटामिन -ए आँखों के स्वस्थ के लिए लाभकारी
विटामिन-ए आँखों की रौशनी को लम्बे समय तक स्वस्थ रखता है। साथ ही साथ विटामिन-ए आँखों की मांसपेशियों को मजबूत और अश्रु ग्रंथियों को स्वस्थ बनाये रखता है।
यह उम्र के कारण घटती आँखो की रौशनी को भी ठीक करता है और आंखोका स्वास्थ बनाये रखता है।
- विटामिन ए रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है
विटामिन-ए हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
विटामिन-ए वाइट ब्लड सेल को बनाने में भी मदद करता है। मनुष्य शरीर में वाइट ब्लड सेल इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं, इस कारण रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ती है।
- कैंसर की सम्भावना को कम करने के लिए विटामिन ए का उपयोग
विटामि-ए सेल्स (cells) के विकास में भी योगदान देता है।
अध्ययनों से निष्कर्ष निकलता है कि विटामिन A को अगर बीटा केरोटीन (Beta-carotene) के रूप में लिया जाए तो यह फेफड़ों, सर्वाइकल (cervical), और ब्लैडर (bladder) के कैंसर की सम्भावना को कम करता है।
- विटामिन ए हड्डियों को स्वस्थ रखने में सहायक
अगर विटामिन A की पर्याप्त मात्रा शरीर में जाती है तो हड्डियों का समुचित विकास होता
है और फ्रैक्चर (fracture) होने की सम्भावना भी कम होती है।
इसके अतिरिक्त नए अध्ययनों मे यह पाया गया की अपने आहार में विटामिन ए की सबसे
अधिक मात्रा का सेवन करने वाले लोगों में फ्रैक्चर का जोखिम 6 % कम हुआ है।
- दांतो और मसूड़ों को मजबूत और स्वस्थ रखता है विटामिन ए
विटामिन ए दांतोंके मसूड़ों में रहने वाले म्यूकस मेम्ब्रेन (mucous membranes) को स्वस्थ रखता है। यह मुँह को सूखा नहीं होने देता और शुष्क मुँह से छुटकारा पाने में मदद करता है और साथ-साथ मज़बूती भी देता है।
- विटामिन ए त्वचा को स्वस्थ बनाता है
मुँहासे /पिम्पल्स लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं जैसे - आत्मविश्वास की कमी , चिंता और अवसाद या डिप्रेशन पैदा कर सकते हैं।
विटामिन A त्वचा के सेल्स का विकास करता है सूजन से लड़ता है इसलिए यह त्वचा की बीमारियों जैसे पिम्पल और एक्ज़ीमा से लड़ने में मदद करता है।
विटामिन त्वचा में सीबम के उत्पादन में योगदान देता है, सीबम एक तैलीय पदार्थ जो त्वचा और बालों में नमी के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।
- शारीरिक विकास और स्वस्थ गर्भावस्था के लिए विटामिन ए उपयोगी
विटामिन A शारीरिक विकास को तेज करने में मदद करता है। गर्भावस्था में विटामिन A अजन्मे बच्चे में कई अंग जैसे किडनी, तंत्रिका-तंत्र, हड्डियाँ, हृदय, आँख, फेफड़े आदि बनाने में अपना योगदान देता है।
अगर गर्भावस्था में विटामिन A कमी होती है तो इससे बच्चे को रतौंधी हो सकती है और मृत्यु का खतरा (stillbirth) बढ़ सकता है।
- प्रजनन क्षमता को बढ़ाना के लिए विटामिन ए का सेवन करे
विटामिन-ए की कमी से पुरुष में स्पर्म (sperm) नहीं बन पाते और महिलाओं में अंडे की गुणवत्ता और अंडे का गर्भ में आरोपण पर असर पड़ता है जिसकी वजह से इनफर्टिलिटी हो सकती है।
विटामिन-ए पुरुषों और महिलाओं दोनों में एक स्वस्थ प्रजनन क्षमता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। विटामिन-ए का सेवन इनफर्टिलिटी को दूर करता है।
विटामिन A के क्या नुकसान हैं?
What are the side-effects of Vitamin A in hindi
Vitamin A ke kya nuksan hain in hindi
विटामिन-ए को हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए। यदि आप विटामिन -ए का जरूरत से ज्यादा सेवन करेंगे तो आपके स्वस्थ्य को नुक्सान हो सकते हैं।
विटामिन A के अधिक सेवन से शरीर को होने वाले नुकसान : -
- नाखूनों में संक्रमण
- आँखें लाल होना
- चेहरे पर खुजली होना और त्वचा या होंठ का सूखना या फटना
- त्वचा पर सूर्य की किरणों का असहनीय प्रभाव होना या सन एलर्जी होना
- दस्त लगना या पेट ख़राब रहना
- सिरदर्द एवं उल्टी होना
- मसूड़ों में सूजन और खून निकलना
- मुंह सूखना
- भूख कम लगना
- चिड़चिड़ापन (गंभीर)
- भ्रम या असामान्य उत्तेजना
- बेहोशी और ऐंठन (convulsion)
- पैरों के तलवों, हाथों की हथेलियों या नाक और होठों की आस-पास की त्वचा पर पीले-नारंगी पैच का आना।
अगर आप विटामिन की सप्लीमेंट्स ले रहे हैं और उपरोक्त लक्षणों मे से कुछ भी आपको नजर आये तो आप तुरंत अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
Nishkarsh
विटामिन-ए, एक फैट सोलुब्ल विटामिन (fat-soluble vitamin) है और आँखों के लिए बहुत ज़रूरी है। इसकी कमी से कई रोग हो सकते हैं। बहुत से खाद्य पदार्थों से उचित मात्रा में विटामिन-ए प्राप्त होता है।
पर्याप्त विटामिन प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों के साथ संतुलित आहार लेना है। कुछ मामलों में, आपको विटामिन की सप्लीमेंट/ मेडिसीन लेना आवश्यकता हो सकता है।
विटामिन A के कई फ़ायदे हैं। इसको डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए अन्यथा नुक्सान हो सकता है।
क्या यह लेख सहायक था? हां कहने के लिए दिल पर क्लिक करें
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 15 Dec 2020
हमारे ब्लॉग के भीतर और अधिक अन्वेषण करें
लेटेस्ट
श्रेणियाँ
योग के लाभ, आसन और प्रकार

अलसी के तेल के फायदे व नुकसान

ईसबगोल के फायदे और नुकसान

तनाव, चिंता और आलस्य दूर करने के लिए योग

जानें कीगल व्यायाम कैसे करें–स्टेप-बाइ-स्टेप

