अनचाहे बालों पर इलेक्ट्रोलिसिस और लेजर उपचार के बीच अंतर क्या है
What is the difference between electrolysis and laser treatment on unwanted hair in hindi
Anchahe balo par electrolysis aur laser upchar ke bich antar kya hai in hindi
एक नज़र
- इलेक्ट्रोलिसिस प्रोसेस (electrolysis process) में अनचाहे बालों को स्थाई तौर पर निकाल दिया जाता है।
- लेज़र ट्रीटमेंट (laser treatment) की प्रक्रिया स्थाई नहीं होती, बालों का विकास कम हो जाता है।
- इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया से कोई साइड-इफेक्स नहीं है।
- अगर लेज़र की प्रक्रिया विशेषज्ञों से नहीं कराई, तो त्वचा पर जिंदगी भर के लिये दाग-धब्बे रह सकते हैं।
Introduction

इलेकट्रोलिसिस अनचाहे बालों को निकालने की वह प्रक्रिया है, जिसके बाद बाल पूरी तरह से स्थाई तौर पर निकल जाते हैं, और वापस नहीं आते।
वहीं लेसर तकनीक का भी काम अनचाहे बालों से छुटकारा दिलाने का है, पर इससे बाल स्थाई रूप से नहीं निकलते, पर बाल निकलने इतने कम हो जाते हैं, कि आपको फिर शेव या वैक्स नहीं कराना पड़ता।
इस लेख़ में
अनचाहे बालों के लिये इलेक्ट्रोलिसिस ट्रीटमेंट क्या है
What is electrolysis treatment for unwanted hair in hindi
Anchahe balo ke liye electrolysis treatment kya hai in hindi
अनचाहे बालों को निकालने की बहुत सी प्रक्रियाओं में एक है इलेक्ट्रोलिसिस, जो बालों को पूरी तरह से निकालने का काम करती है।
इसके बाद बाल वापस कभी नहीं निकलते।
वैक्सिंग (waxing), ट्वीज़िंग (tweezing), और शेविंग (shaving) के बाद होने वाले रैशेज़, बम्प्स, जलन की समस्या, इलेक्ट्रोलिसिस में नहीं होते।
इलेक्ट्रोसलिसिस से आपके चेहरे और शरीर पर से बाल की जड़ों को केमिकल (chemical) और हीट एनर्जी (heat energy) के प्रयोग से पूरी तरह नष्ट कर दिया जाता है।
बहुत ही बारीक सुई से बालों की जड़ों तक पहुंच कर ट्वीजर्स (tweezers) की मदद से बालों को निकाल लिया जाता है।
इलेक्ट्रोलिसिस की प्रक्रिया के कोई स्थाई साईड-इफेक्ट नहीं हैं।
इससे त्वचा पर लाल चकते या किसी और भी तरह के दाग- धब्बे नहीं होते।
बहुत ही कम मामलों में त्वचा पर कुछ वक्त के लिये हल्की लाली की शिकायतें आई हैं।
इलेक्ट्रोलिसिस से आईब्रोज़ (eyebrows), चेहरा, पेट, जांघ, ब्रेस्ट(breast) और पैरों के अनचाहे बालों को निकाला जा सकता है।
हर व्यक्ति के लिये यह प्रक्रिया अलग-अलग वक्त ले सकती है।
बेहतर परिणामों के लिये कई सेशन्स में ट्रीटमेंट लेना पड़ सकता है।
हर प्रक्रिया में 15 मिनट से 1 घंटे का वक्त लग सकता है।
इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया की सावधानियां
Precautions of electrolysis in hindi
Electrolysis prakriya ki sawdhaniya in hindi
अपने शरीर और चेहरे पर किसी भी तरह के प्रयोग से पहले, इलेक्ट्रोलिसिस ट्रीटमेंट की सावधानियों पर भी गौर करें-
इस प्रक्रिया को शुरू करने से पहले तय कर लें कि इलेक्ट्रोलोजिस्ट (electrologist) और सेंटर (centre) नामी हों।
इससे आपको किसी गलत ट्रीटमेंट से बचने में मदद मिलेगी, ज़रूरत के अनुसार पैसे खर्च होंगे और परिणाम भी मन के मुताबिक मिलेंगे
दोस्तों और जानकारों से इसके बारे में बात करें, और इलेक्ट्रोलिसिस की पूरी जानकारी लें।
इलेक्ट्रोलिसिस के नाम का इस्तेमाल कर, बहुत सेंटरों पर इलेक्ट्रोनिक ट्वीजर्स (electronic tweezers) का प्रयोग किया जाता है।
विधि को ट्रीटमेंट के पहले समझ लें।
साफ सफाई का ख्याल, नई सुई, ग्लोव्स(gloves) का प्रयोग करने वाले सेंटर्स पर आपका ट्रीटमेंट सही होगा, इस पर भी पैनी नज़र रखें।
शरीर के जिस हिस्से पर इलेक्ट्रोलिसिस कराया हो, उसे धूप से बचाएं।
धूप में निकलने से पहले इलेक्ट्रोलॉजिस्ट के सुझाव वाले सनस्क्रीन का प्रयोग करें।
अनचाहे बालों पर लेज़र तकनीक कैसे काम करता है
How does laser treatment work on unwanted hairs in hindi
Anchahe bako par laser technique kaise kaam karta hai in hindi
अनचाहे बालों को हटाने के प्रकिया में लेज़र ट्रीटमेंट का आज तेज़ी से प्रयोग हो रहा है।
इससे बालों की जड़ों पर पीगमेंट (pigment) को लेज़र से जला दिया जाता है।
यह स्थाई रूप से आपको बालों से छुटकारा नहीं दिलाता।
लेज़र ट्रीटमेंट से बालों का विकास इतना कम हो जाता है, कि यह लगभग दिखता ही नहीं।
यह ट्रीटमेंट कराने के बाद आपको ना शेव करना पड़ता है और ना ही वैक्स।
हर व्यक्ति पर अलग निर्भर करता है, कि लेज़र के बाद कितने लंबे समय तक उनके बालों का विकास रुका रहेगा।
लेज़र की प्रक्रिया के दौरान हल्की चिकोटी काटने जैसा दर्द महसूस होता है।
लेज़र ट्रीटमेंट के लिये आपको 6-8 हफ्तों का वक्त लग सकता है।
खर्च भी वैक्सिंग, हेयर रिमूवल (hair removal), और थ्रेडिंग (threading) की तुलना में काफी ज्यादा होता है।
लेज़र प्रक्रिया की सावधानियां
Precautions of laser treatment in hindi
Laser prakriya ki sawdhaniya in hindi
भले ही कोई भी प्रक्रिया लोगों में काफी प्रचलित हो, वह आपके शरीर पर कैसे काम करेगा, और परिणाम कैसे होंगे, यह पहले से तय नही किया जा सकता।
लेज़र तकनीक के इस्तेमाल से पहले सावधानियों पर गौर करें।
शरीर के खुले जगहों पर अच्छा काम करता है लेज़र। ज्यादा सेशन्स (session) नहीं लगते।
दर्द नहीं के बराबर होता है। फिर अगर आपको प्रक्रिया के दौरान बर्दाश्त ना हो तो विशेषज्ञ से बात करें। यह लापरवाही का सूचक है।
काफी पैसे खर्च होते हैं, तो अच्छे सेंटरों और सर्टिफिकेट (certificate) प्राप्त विशेषज्ञों से ही कराएं ट्रीटमेंट।
लेज़र से 6 हफ्ते पहले और 6 हफ्ते बाद धूप से बचना बेहतर है।
क्योंकि लेज़र से बाल की जड़ों को जला दिया जाता है, तो आपकी स्किन सेंसिटिव (sensitive) होती है।
लापरवाही से सनबर्न समस्या बन सकता है।
लेज़र की प्रक्रिया में लापरवाही से आपकी त्वचा पर हमेशा के लिये दाग- धब्बे रह सकते हैं।
तो और ज्यादा ज़रूरी हो जाता है कि सेंटर और विशेषज्ञ तो अनुभवी हो हीं, पर जिन प्रोडक्ट्स का आप पर इस्तेमाल हो रहा हो वह भी आपकी त्वचा के लिये सही हो।
निष्कर्ष
Conclusion in hindi
Nishkarsh in hindi
प्रक्रिया चाहे लेज़र की हो, या इलेक्ट्रोलिसिस की। दोनों में ही वक्त और पैसे खर्च होते हैं। अंतर बस स्थाई सामाधानों का है।
थोड़ी जागरूकता और सावधानी आपको ज़िंदगी भर की परेशानियों से दूर रख सकती हैं।
क्या यह लेख सहायक था? हां कहने के लिए दिल पर क्लिक करें
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 22 Jun 2019
हमारे ब्लॉग के भीतर और अधिक अन्वेषण करें
लेटेस्ट
श्रेणियाँ
जानें फेस वैक्स के नुकसान

थायराइड रोग के कारण अचानक बाल झड़ सकते हैं

बॉडी वैक्सिंग क्या है

जानें विटामिन ई के फायदे बालों के लिए

डैंड्रफ के उपचार के लिए नारियल तेल का कैसे करें इस्तेमाल

