आईएमएसआई आईवीएफ क्या है?

What is IMSI IVF ?in hindi

IMSI IVF kya hai in hindi?


एक नज़र

  • आईसीएसआई (ICSI) प्रक्रिया का संसोधन है आईएमएसआई।
  • इस प्रक्रिया की मदद से अच्छी गुणवत्ता वाले स्पर्म का चयन किया जाता है।
  • आईसीएसआई के साथ आईवीएफ के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।
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Introduction

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दंपत्ति में बांझपन के सभी मामलों में से 40% मामले पुरुष-संबंधित समस्याओं के कारण होते हैं।

पुरुष-बांझपन के पीछे के कारणों में शुक्राणु से जुड़ी स्थिति जैसे कि कम शुक्राणु संख्या, शुक्राणु की खराब व कमजोर गुणवत्ता या अनियमित शुक्राणु भी शामिल हैं। [1]

ऐसे में जब महिला और उसके साथी दोनों में इनफर्टिलिटी से जुड़ी समस्या होती है तो उस स्थिति में डॉक्टर आईवीएफ के साथ-साथ आईएमएसआई (IMSI) को भी इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। [2]

आईएमएसआई, आईसीएसआई (ICSI) का एक एडवांस वर्ज़न है, जिसकी मदद से अच्छी गुणवत्ता (quality) वाले स्पर्म (sperm) का चयन करके उसे अंडे में इंजेक्ट कर दिया जाता है।

आइये इस लेख की मदद से आपको विस्तार से ये समझाने की कोशिश करते हैं कि आईएमएसआई क्या है और कैसे बांझपन की समस्या में ये मददगार है, इससे जुड़े फायदे और नुकसान क्या हैं, और भारत में आईवीएफ आईएमएसआई की लागत क्या है।

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इस लेख़ में

 

आईएमएसआई क्या है?

What is IMSI ?in hindi

IMSI kya hai in hindi

आईएमएसआई का मतलब इंट्रासाइटोप्लाज़मिक मॉर्फोलॉजिकल सिलेक्टेड स्पर्म इंजेक्शन (intracytoplasmic morphologically selected sperm injection) है।

ये आईसीएसआई (ICSI) प्रक्रिया का एक संशोधन (modification) है।

आईएमएसआई आईवीएफ के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली एक विधि है।

इसमें डिजिटल इमेजिंग माइक्रोस्कोप के माध्यम से शुक्राणुओं का मूल्यांकन और चयन किया जाता है।

जिसके बाद स्पर्म को अंडे में इंजेक्ट कर दिया जाता है।

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आईसीएसआई की तुलना में आईएमएसआई को क्यों पसंद किया जाता है?

Why is IMSI preferred over ICSI ?in hindi

ICSI ki tulna mei IMSI ko kyon pasand kiya jata hai?

ऐसा माना जाता है कि आईएमएसआई (IMSI) कुछ रोगियों में गर्भावस्था की दर में सुधार कर सकता है।

आईसीएसआई (ICSI) से अधिक प्राथमिकता आईएमएसआई (IMSI) को देने के प्रमुख कारण इस प्रकार है :

  • आईएमएसआई में शुक्राणु के आकृति विज्ञान (morphology) का आकलन करने के लिए एक हाई मैग्निफिकेशन माइक्रोस्कोप (high magnification microscope) का उपयोग किया जाता है। [3]
  • हाई पावर पर, भ्रूणविज्ञानी (embryologist) शुक्राणु (sperm) में मौजूद छोटे दोषों (tiny defects) की भी पहचान कर सकता है, जो अन्यथा मानक आईसीएसआई (standard ICSI) में नहीं होता है।
  • अच्छे शुक्राणुओं के चयन से भ्रूण आरोपण विफलताओं (embryo implantation failures), गंभीर टेरेटोज़ोस्पर्मिया (severe teratozoospermia), असामान्य शुक्राणु आकार (abnormal sperm shape) या डीएनए फ्रेगमेंटेशन (DNA fragmentation) के उच्च स्तर वाले दंपत्तियों के लिए परिणाम में सुधार हो सकता है।
और पढ़ें:अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक
 

आईएमएसआई की मदद कब लें?

When to take help of IMSI in hindi

IMSI ki madad kab lein?

आईएमएसआई एक ऐसी प्रक्रिया है जो अपनी विशिष्टता के लिए जानी जाती है।

एक डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी आईएमएसआई को विकल्प के रूप में नहीं चुन सकता है।

आईएमएसआई को आईवीएफ के साथ करने के लिए आपको नीचे दिए गए मानदंडों को पूरा करना होगा जो इस प्रकार हैं : -

  • अगर आईसीएसआई साइकिल (ICSI cycle) के साथ दो असफल आईवीएफ (गर्भावस्था या पहली तिमाही गर्भपात के साथ असफल चक्र) हुआ हो।
  • जब स्पर्म 90% से अधिक असामान्य रूप में हो।
  • अगर पुरुष के पास चयन के लिए पर्याप्त प्रेरक शुक्राणु (motile sperm) हो।
  • ऐसे पुरुष जिनके स्पर्म डीएनए खंडित (DNA fragmentation) होते हैं।
  • स्पर्म डीएनए विखंडन इंगित करता है कि शुक्राणु की आनुवंशिक सामग्री (genetic material) में कोई समस्या है और इसलिए इसका परिणाम आईवीएफ विफलता और बांझपन होगा।
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आईएमएसआई की प्रक्रिया क्या है?

What is IMSI procedure ?in hindi

IMSI ki prakriya kya hai?

आईएमएसआई की प्रक्रिया इस प्रकार होती है : -

  • कई परिपक्व रोम (mature follicles) के विकास के लिए अंडाशय को उत्तेजित करने के लिए महिला को प्रजनन दवाएं दी जाती हैं।
  • अंडे के संग्रह से 36 घंटे पहले महिला को एचसीजी (human chorionic gonadotropin) इंजेक्शन दी जाती है।
  • एचसीजी हार्मोन ओव्यूलेशन को प्रेरित करता है और अंडे रिलीज होने के लिए तैयार हो जाते हैं।
  • अंडा निकालने की प्रक्रिया को करने से पहले महिला को स्थानीय एनेस्थीसिया (anesthesia) दिया जाता है।
  • स्त्री रोग विशेषज्ञ अंडाशय से परिपक्व अंडे निकालने के लिए एक सुई का उपयोग करती है।
  • फिर शुक्राणुओं को निकालकर हाई पावर माइक्रोस्कोप के तहत अध्ययन किया जाता है, जो शुक्राणु के आकार को उसके मूल आकार के 6000 गुना तक बढ़ा सकते हैं।
  • इसके बाद भ्रूणविज्ञानी सामान्य आकार के शुक्राणुओं की पहचान करते हैं।
  • वे हाई मोटिलिटी वाले स्पर्म की भी तलाश करते हैं।
  • उच्च गुणवत्ता वाले शुक्राणु का पता लगने के बाद, फर्टिलाइज़ेशन के लिए इस स्पर्म को अंडे में इंजेक्ट कर दिया जाता है।
और पढ़ें:आईएमएसआई आईवीएफ क्या है?
 

आईएमएसआई के क्या फायदे हैं?

What are the advantages of IMSI ?in hindi

IMSI ke kya fayde hain?

आईएमएसआई प्रक्रिया के फायदे कुछ इस प्रकार हैं : -

  • आईएमएसआई शुक्राणु के वस्तुनिष्ठ वर्गीकरण (objective classification of sperm) को शामिल करता है।
  • जो लगभग अंतर-तकनीशियन भिन्नता (inter-technician variation) के जोखिम को दूर करता है।
  • ये तकनीक स्पर्म का विश्लेषण बहुत तेज़ी से करती है।
  • इसके तहत शुक्राणु के किसी भी मैनुअल माप (manual measurements) की आवश्यकता नहीं होती है।
  • जैसा कि आईएमएसआई में नवीनतम तकनीक शामिल है, एक व्यक्ति शुक्राणु मूल्यांकन, गुणवत्ता नियंत्रण और संग्रह के लिए चयन प्रक्रिया के वीडियो और स्नैपशॉट को रख सकता है।
  • जब दंपत्ति को बार-बार असफल आईवीएफ चक्र का सामना करना पड़ता है, तो आईएमएसआई (IMSI) सफलता की संभावनाओं को बेहतर बनाने का एक विकल्प है।
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आईएमएसआई के नुकसान

Disadvantages of IMSI in hindi

IMSI ke nuksaan

आईएमएसआई के नुकसान इस प्रकार हैं : -

  • आईएमएसआई लंबा समय लेने वाली प्रक्रिया है।
  • इसमें उच्च हाई मैग्नीफ़ाइंग माइक्रोस्कोप (high magnifying microscope) के उपयोग के कारण उच्च लागत शामिल है।
  • कभी-कभी, सर्वश्रेष्ठ शुक्राणु के चयन में लगने वाला समय अंडे को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, अंडे के निषेचन (fertilization) में सुधार के लिए आईएमएसआई प्रक्रिया प्रभावी नहीं हो सकती है।
और पढ़ें:आईयूआई उपचार की प्रक्रिया दर्दनाक है ?
 

आईएमएसआई उपचार के साथ आईवीएफ की लागत क्या है?

Cost of IVF with IMSI treatment in hindi

IMSI upchar ke saath IVF ki lagat kya hai

आईएमएसआई के साथ आईवीएफ की लागत तक़रीबन 2.5 लाख से 3.2 लाख तक होती है।

और पढ़ें:आईयूआई उपचार के दौरान निगरानी के 3 मुख्य प्रकार क्या हैं?
 

निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh

आईएमएसआई एक उन्नत तकनीक है, जो उच्च गुणवत्ता वाले शुक्राणुओं की पहचान कर सकती है।

यह शुक्राणु असामान्यता से संबंधित जन्म दोष और गर्भावस्था की विफलता को रोक सकता है।

इसके साथी इस तकनीक की मदद से इससे गर्भपात की संभावना कम हो जाती है।

हालांकि आईएमएसआई एक समय लेने वाली और जटिल प्रक्रिया है।

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references

संदर्भ की सूचीछिपाएँ

1 .

Mayoclinic. “Male infertility”. Mayoclinic, 20 September 2018.

2 .

Daniel Luna, Roly Hilario, et al. "The IMSI Procedure Improves Laboratory and Clinical Outcomes Without Compromising the Aneuploidy Rate When Compared to the Classical ICSI Procedure". Clin Med Insights Reprod Health. 2015; 9: 29–37. Published online 2015 Nov 12, PMID: 26609251.

3 .

Akira Komiya, Akihiko Watanabe, et al. "Observation of spermatozoa by a high‐magnification microscope". Reprod Med Biol. 2014 Jan; 13(1): 21–28. Published online 2013 Jul 20, PMID: 29662368.

आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 03 Jun 2020

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