अनियमित माहवारी का इलाज
Treatment for irregular periods in hindi
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एक नज़र
- अनियमित मासिक धर्म तब होता है जब दो मासिक धर्म चक्रों के बीच का अंतराल 35 दिनों से अधिक होता है।
- प्युबर्टी के दौरान और मेनोपोज से पहले अनियमित पीरियड्स काफी आम है।
- अनियमित पीरियड्स का इलाज़ काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि उनके होने का कारण क्या है।
Introduction

हर एक महिला का स्वास्थ अलग होता है उसी तरह उनकी माहवारी में अलग होती है।
किसी किसी महिलाओं में पीरियड्स सामान्य होता है जैसे की महीने के हर २8 दिन में उनको मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग होती है पर कुछ महिलाएं अनियमित माहवारी से ग्रस्त होती है यानि उन्हें माहवारी समय पर नहीं आती है।
किसी भी महिला में दो मासिक धर्म चक्रों के बीच का अंतराल औसतन 28 दिनों का होता है, लेकिन कुछ महिलाओं में यह अंतराल 24 से 35 दिनों का हो सकता है।
एक मासिक धर्म रक्तस्राव 2 से लेकर 7 दिनों तक रह सकता है, हालांकि आमतौर पर यह 3-5 दिनों का होता है।
प्युबर्टी के कुछ समय बाद, ज्यादातर महिलाओं का मासिक धर्म नियमित हो जाता है। लेकिन फिर भी बहुत सी महिलाएं है जिन्हें पीरियड्स के बारे में सही जानकारी नहीं होती है।
क्या आप को अनियमित माहवारी की समस्या हैं ? अगर हैं तो इसके लिए क्या उपचार हैं? आइये इस लेख के माध्यम से जानते है।
इस लेख़ में
- 1.अनियमित माहवारी या अनियमित पीरियड्स क्या हैं?
- 2.अनियमित माहवारी के कारण
- 3.अनियमित पीरियड्स का इलाज़
- 4.जीवन-शैली के कारण होने वाले अनियमित पीरियड्स का इलाज़
- 5.गर्भनिरोधक या थायराइड के कारण होने वाले अनियमित पीरियड्स का इलाज़
- 6.अनियमित माहवारी के इलाज में हॉर्मोन थेरपी का उपयोग
- 7.पीसीओएस के कारण होने वाले अनियमित पीरियड्स का इलाज़
- 8.अनियमित पीरियड्स के लिए दवाइयाँ
- 9.अनियमित माहवारी में सर्जरी कैसे मदद कर सकती है?
- 10.अनियमित माहवारी का घरेलु इलाज
- 11.निष्कर्ष
अनियमित माहवारी या अनियमित पीरियड्स क्या हैं?
What is irregular periods in hindi
Kya hain aniyamit periods or aniyamit mahwari</strong>
अनियमित माहवारी महिलाओं में होने वाली कॉमन प्रॉब्लम है।
पीरियड्स में होने वाली अनियमितता अगर कभी कभी या एक आद बार हो तो वह सामान्य बात होती है और जरूरी नहीं की यह संकेत हो की कुछ गलत है।
सामान्य उपचार से ठीक हो जाती है, लेकिन कई मामलों में यह बेहद गंभीर समस्या बन सकती है और किसी खतरनाक बीमारी को जन्म दे सकती है।
ऐसे में अनियमित माहवारी की समस्या को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
किसी महिलाओं के पूरे जीवनकाल में मासिक धर्म चक्र में कुछ बदलाव सामान्य होते है।
लेकिन अगर कोई महिला बारबार अनियमित पीरियड्स के समस्या से परेशान रहती हैं तो उसे ओलिगोमेनोर्रहा (Oligomenorrhea) माना जाता हैं।
अगर महिलाये निम्लिखित समस्याओ से परेशान हैं तो वे अनियमित पीरियड्स की समस्या से ग्रस्त हो सकती हैं -
1. अगर दो मासिक चक्र के बीच का समय बदलना शुरू होना
अगर आपके माहवारी के दिन की संख्या में बहुत ज़्यादा परिवर्तन आ जाये। जैसे की हर 15 दिनो मे माहवारी का आना या 30 - 35 दिनों से ऊपर तक माहवारी ना आना है।
सामान्यतः पीरियड्स 28 दिनों का होता है. इसके सात दिन ऊपर या नीचे हो सकते हैं।
2. पीरियड्स में सामान्य से अधिक या बहुत कम रक्तस्त्राव होना
अवधि के दौरान सामान्य से अधिक या कम रक्तस्त्राव होना भी एक गंभीर समस्या मानी गयी है।
पीरियड्स में रक्तस्राव की सामान्य लंबाई चार से छह दिन की होती है।
प्रति माहवारी में रक्तहानि की सामान्य मात्रा 10 से 35 मिलीलीटर होती है।
सामान्य आकार के टैम्पोन या पैड में 5 मिली रक्त को सोक(soak) किया जाता है।
इसका मतलब है कि एक पूरी अवधि में एक से सात सामान्य आकार के पैड या टैम्पोन ("सैनिटरी उत्पादों") को भिगोना सामान्य बात है।
पीरियड्स के दौरान इससे ज्यादा ब्लीडिंग होना अनियमित माना गया है।
3. माहवारी के दिनों में संख्या में बदलाव आना
पीरियड्स महीने में एक बार होता है और नॉर्मली तीन से पांच दिन तक रहता है।
उसके साथ ही बहुत ज्यादा दिनों तक या बहुत कम दिन तक पीरियड्स का रहना सामान्य बात नहीं होती यह अनियमित माहवारी के कारण हो सकता है।
अनियमित माहवारी के कारण
Reasons for irregular periods in hindi
aniyamit mahwari ke karan</strong>
मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करने वाले हार्मोन अस्थायी रूप से कई विभिन्न कारकों से प्रभावित हो सकते हैं।
हालांकि, अगर किसी व्यक्ति की अवधि अचानक अलग हो जाती है और उसके अधिकांश मासिक धर्म के लिए सामान्य स्थिति में नहीं लौटते हैं, तो यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि बदलाव का कारण क्या है।
अनियमित माहवारी को ऑलिगोमेनोरिया (oligomenorrhea) के नाम से भी जाना जाता है।
प्युबर्टी के दौरान और मेनोपोज के पहले अनियमित पीरियड्स काफी आम है और यदि इस दौरान आपके पीरियड्स आगे-पीछे हो रहे हों, तो घबराने की कोई बात नहीं है।
अनियमित माहवारी के मुख्य दो कारण होते है -
1. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) एक हार्मोनल विकार है जो प्रजनन उम्र की महिलाओं में आम है।
पीसीओएस के वजह से महिलाओं में पीरियड्स कम या लंबे समय तक लम्बे समय तक रहता है।
पीसीओएस में महिलाओं मे पुरुष हार्मोन (एंड्रोजन) की मात्रा अधिक रहती है।
इसमें महिलाओं के अंडाशय छोटे छोटे बहुत सरे फॉलिकल(follicle) निर्माण होते है और इस वजह से ओवरी(ovary)एग जारी करने में विफल हो सकते हैं।
इसके साथ ही पीसीओएस अनियमित माहवारी के सबसे बड़े कारणों में से एक माना गया है।
यदि महिलाओंको पीसीओएस की समस्या होती है, तो उन्हें पीरियड्स 'अनियमित' हो सकते हैं या पूरी तरह से रुक सकते हैं।
सामान्यतः मासिक धर्म चक्र 28 दिनों में एक ओव्यूलेशन के साथ होता है जब ओवरी में से एग निकलते हैं।
पीरियड्स महीने में 21 से 35 दिनों के बीच कभी भी होना सामान्य' माना जाता है।
पीसीओएस में कुछ महिलाएं अपने मासिक धर्म के दौरान भारी या हल्के रक्तस्राव का अनुभव करती हैं और अनियमित माहवारी का कारण बनती है।
2. अनियमित माहवारी के दूसरे करने में शामिल है -
- अत्यधिक वजन कम होना या अत्यधिक वजन बढ़ना
- भावनात्मक तनाव या स्ट्रेस (stress)
- गर्भनिरोधक तरीके में बदलाव से हार्मोनल असंतुलन होना
- आहार से संबन्धित विकार जैसे कि एनोरेक्सिया या बुलिमिया(Anorexia or bulimia)
एनोरेक्सिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को मोटा होने का अत्यधिक भय होता है, और इसलिए वह पर्याप्त भोजन करने से इंकार कर देता है और वह पतला और पतला हो जाता है।
इस कारन महिलाओंमे अनियमित माहवारी निर्माण हो सकती है।
- महिलाओं मे गर्भावस्था का होना
- अत्यधिक कठोर व्यायाम का करना जैसे कि मैराथन दौड़
- थाइरोइड की समस्या
- गर्भाशय में फ़िब्रोइड का होना
अनियमित पीरियड्स का इलाज़
Treatment for irregular periods in hindi
aniyamit mahwari ka ilaj</strong>
अनियमित पीरियड्स का इलाज़ काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि उनके होने का कारण क्या है? एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने से अनियमित पीरियड्स को कम करने में मदद मिल सकती है।
इसमें स्वस्थ वजन बनाए रखना और तनाव कम करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना शामिल है।
एक स्वस्थ आहार का पालन करना भी अनियमित माहवारी में बहुत मदद करता है।
कई कारकों से अनियमित माहवारी की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में सही कारणों का पता कर अनियमित माहवारी का इलाज संभव हैं। आइये जानते हैं अनियमित माहवारी का इलाज क्या हैं।
जीवन-शैली के कारण होने वाले अनियमित पीरियड्स का इलाज़
Treatment for irregular periods caused by unhealthy lifestyle in hindi
jeevan shaily main badlav ke karan hone wale aniyamit periods ka ilaj</strong>
यदि स्ट्रैस, खाने की गड़बड़ी, या अचानक वजन घटाने के कारण अनियमित माहवारी की समस्या हो रही हो तो मनोवैज्ञानिक चिकित्सा (psychological therapy) से मदद मिल सकती है।
इसमें विश्राम, स्ट्रैस मैनेजमेंट(stress managment) और चिकित्सक से बात करना शामिल हो सकता है।
प्युबर्टी और मेनोपोज के दौरान अनियमित पीरियड्स उपचार आमतौर पर आवश्यक नहीं होता, लेकिन यदि प्रजनन अवधि (reproductive years) के दौरान अनियमित महावारी होती है, तो डॉक्टर की सलाह ज़रूरी ली जा सकती है।
गर्भनिरोधक या थायराइड के कारण होने वाले अनियमित पीरियड्स का इलाज़
Treatment for irregular periods caused by contraceptives or thyroid problems in hindi
garbhnirodh ke istemal ke karan hone wale irregular periods ka ilaj</strong>
यदि गर्भनिरोधक के कारण अनियमित रक्तस्राव होता है और यह कई महीनों तक जारी रहता है, तो महिला को अन्य विकल्पों के साथ-साथ डॉक्टर की राय लेनी चाहिए। इस तरह के मामले में एक चिकित्सक ही सही राय दे सकता है।
थायरॉइड विकार के कारण अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं।
थायरॉयड ग्रंथि थायरोक्सिन(thyroxine) नामक हार्मोन का उत्पादन करती है जो शरीर के चयापचय को प्रभावित करती है।
यदि अनियमित पीरियड्स थायराइड की समस्या के कारण हो रहे हैं तो -
- थायराइड की दवा
- रेडियोएक्टिव आयोडीन थेरेपी(Radioactive iodine therapy)
से पीरियड्स नियमित हो सकते हैं।
यदि थायराइड की समस्या काफी ज़्यादा बढ़ गयी हो तो सर्जरी का सहारा भी लेना पड़ सकता है।
अनियमित माहवारी के इलाज में हॉर्मोन थेरपी का उपयोग
Treatment of Irregular period by hormone therapy in hindi
Aniyamit Periods ke ilaj me hormone therapy ka upyog</strong>
अनियमित पीरियड्स अक्सर शरीर में कुछ हॉर्मोन की कमी या असंतुलन के कारण होता है।
यदि आपके अनियमित पीरियड्स की समस्या है और गर्भवती होने की कोशिश कर रही है, तो आपके डॉक्टर कुछ हारमोन थेरेपी लेने का की प्ररामर्ष कर सकते है।
अनियमित माहवारी का कारण ज्यादातर हार्मोन उत्पादन से संबंधित है।
मासिक धर्म को प्रभावित करने वाले दो हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हैं।
यह हॉर्मोन से मासिक चक्र का नियंत्रित करते हैं।
- हार्मोनल थेरेपी का इस्तेमाल
आपके डॉक्टर माहवारी को नियमित करने में मदद करने के लिए हार्मोनल गर्भनिरोधक लेने का सुझाव दे सकते है।
हार्मोनल थेरेपी की दवा मासिक धर्म में ऐंठन, मुँहासे और अतिरिक्त चेहरे और शरीर के बालों के विकास को भी कम करने में मदत करती है। इन दवाओं में शामिल हैं:
- लौ डोज़ ओरल कंट्रासेप्टिव पिल (ow dose oral contraceptive pill)
- प्रोजेस्टेरोन सप्लीमेंट्स (Progesterone supplements)जो गर्भाशय को उत्तेजित करता है और रक्तस्राव को प्रेरित करता है
- हार्मोनल प्रत्यारोपण (Hormonal implants)
- वैजिनल कंट्रासेप्टिव रिंग (Vaginal contraceptive ring)
- प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन से युक्त इंट्रा-गर्भाशय के उपकरण(Intra uterin device)
हार्मोनल थेरेपी अनियमित पीरियड्स में कैसे काम करता है
हार्मोनल थेरेपी से एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन का महिलाओं के शरीर में संतुलन बनाने में मदत होती है।
यह मासिक धर्म चक्र और ओव्यूलेशन (ovulation) को सामान्य करने के लिए कार्य करते हैं।
मौखिक गर्भनिरोधक गोली 'अंडाशय को बंद' करके काम करती है, जिसका अर्थ है कि जब एक महिला गोली ले रही है तो टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन का उत्पादन बहुत कम हो जाता है।
गोली शरीर में सेक्स हार्मोन बाइंडिंग ग्लोब्युलिन (SHBG) के उत्पादन को भी बढ़ाती है, जो रक्त में मुख्य एण्ड्रोजन(Androgen ) टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) को कम करता है।
यह टेस्टोस्टेरोन की गतिविधि को कम करता है और पुरुष हार्मोन या एंड्रोजन(Androgen) के लक्षणों को कम करता है।
इस प्रकार अनियमित माहवारी को नियमित लाने में हार्मोनल थेरेपी से मदत करता है।
हार्मोनल थेरेपी के संभावित दुष्प्रभाव
हार्मोनल गर्भनिरोधक दवा के साथ जुड़े कुछ दुष्प्रभावों में शामिल हैं:
- मनोदशा में बदलाव (Mood Swing )
- वजन बढ़ना या कम होना
- शरीर में सूजन
- स्तन की कोमलता
- अनियमित रक्तस्राव(irregular bleeding )
ये दुष्प्रभाव गोली / उपकरण के एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के प्रमाण के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।
पीसीओएस के कारण होने वाले अनियमित पीरियड्स का इलाज़
Treatment for irregular periods caused by PCOS in hindi
PCOD or PCOS ke karan hone wale aniyamit masik dharm ka upchar</strong>
यदि पीसीओएस (PCOS) के कारण आपको अनियमित माहवारी हो रहे हैं तो आपका डॉक्टर आपके मासिक धर्म को नियमित करने के लिए हार्मोनल गर्भनिरोधक (hormonal contraception) लिख सकता है।
ये दवाएं मासिक धर्म में ऐंठन, मुँहासे और अतिरिक्त चेहरे और शरीर के बालों के विकास को भी कम करती हैं।
इन दवाओं में शामिल हैं:-
- गर्भनिरोधक गोली (low-dose oral contraceptive pill)
- प्रोजेस्टेरोन जो गर्भाशय को उत्तेजित करता है और रक्तस्राव को प्रेरित करता है
यदि पीसीओएस के साथ-साथ महिला को अधिक वज़न की भी शिकायत है तो अधिक वजन कम करने से मासिक धर्म को स्थिर करने में मदद मिल सकती है।
कम वजन का मतलब है कि शरीर को इतना इंसुलिन उत्पादन करने की आवश्यकता नहीं है।
इससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है और ओवुलेशन का बेहतर मौका मिलता है, जिससे माहवारी नियमित होती है।
अनियमित पीरियड्स के लिए दवाइयाँ
Medicines for irregular periods in hindi
irregular periods ke liye medicines</strong>
अनियमित पीरियड्स के लिए कुछ दवाइया डॉक्टर महिलाओंको लेने की सलाह देते है उनमे शामिल है -
- मेटफोर्मिन (metformin)
डॉक्टर आपको टाइप 2 डायबिटीज के लिए इंसुलिन कम करने वाली ओरल ड्रग मेटफोर्मिन (metformin) खाने की सलाह दे सकते हैं, जो ओवुलेशन और नियमित माहवारी सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है।
मेटफोर्मिन जैसे इंसुलिन-सेंसिटाइजिंग ड्रग्स(Insulin-sensitising drugs) मासिक धर्म की नियमितता और ओव्यूलेशन में सुधार करते हैं।
मेटफोर्मिन का उपयोग इंसुलिन की संवेदनशीलता में सुधार और लिवर द्वारा ग्लूकोज उत्पादन को कम करके इंसुलिन प्रतिरोध और मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है।
- कम डोज़ की जन्म नियंत्रण की गोली (birth control pill)
एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के संयोग वाली एक कम डोज़ की जन्म नियंत्रण की गोली (birth control pill) भी पीरियड्स को रेगुलर करने में मदत कर सकती है।
यह एण्ड्रोजन उत्पादन को कम कर असामान्य रक्तस्राव को सही करने में मदद करती है।
इसके अलावा हर महीने 10 से 14 दिनों तक प्रोजेस्टेरोन लेने से पीरियड्स नियमित होने की संभावना होती है।
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि ये दवाइयाँ केवल डॉक्टर कि सलाह से ही ली जा सकती है, अन्यथा बिल्कुल नहीं।
अनियमित माहवारी में सर्जरी कैसे मदद कर सकती है?
Can surgery help irregular periods in hindi
Aniyamit Periods ke sath surgery kaise madat kar sakti hain?</strong>
गर्भाशय में किसी स्कार(Scar) से या संरचनात्मक समस्याएं के कारण अनियमित माहवारी हो सकती हैं।
या तो गर्भाशय का आस्तरण(uterus lining) बहुत मोटे होने के कारण भी अनियमित पीरियड्स की समस्या दिखाई दे सकती हैं।
डॉक्टर किसी भी संरचनात्मक समस्याओं या जन्म दोषों को ठीक करने के लिए सर्जरी की सुझाव दे सकते हैं, खासकर यदि आप जानते हैं कि आप बच्चे पैदा करना चाहते हैं।
अनियमित माहवारी का घरेलु इलाज
Home Remedies for Irregular Periodsin hindi
aniyamit mahvari ka gharelu upchar </strong>
कुछ आसान घरेलु उपायों से अनियमित माहवारी को आसानी से नियमित किया जा सकता हैं जैसे योग, वजन को नियंत्रित रख कर, नियमित व्यायाम और पोष्टिक आहार।
कई मेडिकल रेसेराच में यह साबित हुआ है की दालचीनी और अदरक के सेवन से न सिर्फ अनियमित माहवारी से छुटकारा पाया जा सकता हैं बल्कि यह मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को भी कम करने मैं बहुत सहायक हैं।
मैथी के इस्तेमाल से भी माहवारी में हो रही अनियमितता को सही किया जा सकता हैं।
निष्कर्ष
Conclusion </strong>in hindi
यदि आप भी अनियमित अनियमित माहवारी की शिकार हैं, तो सबसे पहले आप उसके कारणों का पता लगाएँ।
इसके लिए आपकी डॉक्टर की मदद की ज़रूरत होगी।
अनियमित माहवारी का कारणों का पता लग जाने से आपको चिकित्सा-पद्धति का चुनाव करने में आसानी होगी।
डॉक्टर के दिये गए परामर्श का अनुसरण करने के साथ-साथ एक हेल्थी जीवन-शैली का भी पालन कर आप बड़ी आसानी से अनियमित पीरियड्स से छुटकारा पा सकती हैं।
जीवन-शैली के कौन-से परिवर्तन आपको इसमें मदद कर सकते हैं।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 10 Jun 2020
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