इंट्रासर्वाइकल इंसेमिनेशन (आई सी आई) - प्रक्रिया, खर्च, फ़ायदे और जोखिम
Intracervical insemination (ICI) - procedure, costs, advantages and risks in hindi
Intracervical Insemination ki prakriya, laagat, fayde aur risks kya hain in hindi
एक नज़र
- इंट्रासर्वाइकल इंसेमिनेशन के दौरान पुरुष साथी से प्राप्त वीर्य को महिला साथी के गर्भाशय ग्रीवा में इंजेक्ट किया जाता है।
- यह एक कम लागत वाली सरल और लोकप्रिय प्रक्रिया है।
- इसके गर्भपात, इन्फ़ैकशन जैसे कुछ जोखिम भी हैं जिनके बारे में जानना ज़रूरी है।
Introduction

इंट्रासर्वाइकल इंसेमिनेशन (intracervical insemination) प्रक्रिया एक प्रकार की असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नीक (assisted reproductive technique) है, जिसका इस्तेमाल उन दंपतियों के लिए किया जाता है, जिनमें बांझपन की समस्या होती है।
इस उपचार के दौरान, पुरुष साथी से प्राप्त वीर्य को महिला साथी के गर्भाशय ग्रीवा (cervix) में इंजेक्ट किया जाता है।
लेकिन, पुरुष साथी से प्राप्त वीर्य के नमूने को पहले प्रयोगशाला में धोया जाता है और फिर चयनित शुक्राणुओं को मादा के गर्भाशय ग्रीवा में इंजेक्ट किया जाता है।
किसी भी तकनीक की तरह इस तकनीक के भी कुछ फ़ायदे और जोखिम हैं।
आज हम इस लेख में पुरुष बांझपन उपचार (male fertility treatment) के तकनीकों के जोखिम व फ़ायदों के बारे में बात करेंगे।
इस लेख़ में
इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन की प्रक्रिया क्या है?
What is the procedure of intracervical insemination? in hindi
Intracervical Insemination ka process kya hai in hindi
संबंधित महिला साथी के ओवुलेशन के समय के आस-पास इंट्रासर्वाइकल इंसेमिनेशन की प्रक्रिया की जाती है।
सबसे पहले कुछ टेस्ट्स किए जाते हैं।
एक बार जब ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (luteinizing hormone) बढ़ जाता है, तब इंसेमिनेशन की प्रक्रिया की जाती है क्योंकि यह गर्भावस्था होने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है।
इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन प्रक्रिया के चरण इस प्रकार हैं :-
- इस प्रक्रिया के पूरा होने में लगभग 10-15 मिनट लगते हैं।
- एक स्पेकुलम (योनि को चौड़ा करने और गर्भाशय ग्रीवा तक पहुंचने का यंत्र) रोगी की योनि में डाला जाता है।
- एक बार जब स्पेकुलम सही जगह पहुँच जाता है, तो एक कैथेटर (catheter) के रूप में जानी जाने वाली महीन नली को स्पेकुलम के माध्यम से रोगी के गर्भाशय ग्रीवा तक पहुंचाया जाता है।
- इस कैथेटर के अंत में एक सिरिंज (syringe) होती है जो रोगी के गर्भाशय ग्रीवा में प्रवेश करती है।
- स्पर्म सेंपल कैथेटर में इंजेक्ट किया जाता है और गर्भाशय ग्रीवा में सिरिंज के माध्यम से पहुंचा दिया जाता है।
- गर्भाशय ग्रीवा के बाहर शुक्राणु के नमूने के रिसाव को रोकने के लिए, गर्भाशय ग्रीवा के अंदर एक छोटा नरम स्पंज कैप रखा जाता है। प्रक्रिया पूरी होने के 6 घंटे बाद इसे हटा दिया जाता है।
- प्रक्रिया पूरी होने के बाद मरीज़ को अस्पताल में लगभग एक घंटे तक आराम करने के लिए कहा जाता है और बाद में डॉक्टर की राय के अनुसार छुट्टी दे दी जाती है।
इंट्रासर्वाइकल गर्भाधान उपचार के फ़ायदे
Advantages of intracervical insemination treatment in hindi
Intracervical Insemination ke labh kya hain in hindi
इंट्रासर्वाइकल गर्भाधान उपचार के फ़ायदे :
- कम जटिल (Less risk)
यह आईवीएफ और सरोगेसी जैसे अन्य प्रजनन उपचारों की तुलना में कम जटिल है।
इंट्राकर्विकल इंसेमिनेशन उपचार के दौरान मरीज़ों को किसी बड़े भावनात्मक और शारीरिक तनाव का सामना नहीं करना पड़ता है। - दर्द रहित (Pain less)
इंट्राकेरिकल इनसेमिनेशन ट्रीटमेंट एक दर्द रहित उपचार है। यह सुनिश्चित करता है कि मरीज़ दर्द से पीड़ित न हों, जो अधिकांश चिकित्सा प्रक्रियाओं में होता है। - तेजी से पूरा करने की प्रक्रिया (Fast procedure)
यह प्रक्रिया तेज़ है और अन्य कृत्रिम गर्भाधान तकनीकों की तुलना में तेजी से पूरी होती है। इस प्रक्रिया के पूरा होने में लगभग 10-15 मिनट लगते हैं। - बेहतर सफलता दर (Better success rate)
अन्य प्रकार की गर्भाधान प्रक्रियाओं की तुलना में इंट्राकर्विकल गर्भाधान की सफलता दर अधिक होती है।
इसी कारण यह निसंतान दंपत्तियों के बीच लोकप्रिय है। - बेहतर वीर्य गुणवत्ता का उपयोग (Better sperm quality)
इस प्रक्रिया में केवल अच्छी गुणवत्ता वाले स्पर्म (sperm) का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया की ऊंची सफलता दर का यही कारण है। - पुरुष साथी की अनुपस्थिति में उपयोगी (Useful in the absence of male partner)
यह उन समलैंगिक जोड़ों और सिंगल महिलाओं के लिए उपयोगी है जो अपने बच्चे को स्पर्म डोनर (sperm donor) की मदद से जन्म देना चाहती हैं।
इंट्रासर्वाइकल गर्भाधान के जोख़िम
Risks of intracervical insemination in hindi
Intracervical Insemination prakriya ke risks in hindi
हर चिकित्सा प्रक्रिया में कुछ जोखिम और दुष्प्रभाव जुड़े होते हैं। इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन के कुछ जोखिम भी हैं, जिन्हें ध्यान में रखा जाना चाहिए।
ये जोखिम इस प्रकार हैं :
- संक्रमण (Infection)
स्पेकुलम और कैथेटर के उपयोग के कारण संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर प्रक्रिया से शुरू करने से पहले उचित निगरानी और देखभाल नहीं की जाती है तो संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है। - गर्भपात (Miscarriage)
इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन के फलस्वरूप होने वाले गर्भधारण के पाँच में से एक केस में गर्भपात होने की संभावना रहती है।
गर्भपात से बचने के लिए आपको अपने डॉक्टर से चर्चा करने की आवश्यकता है। - एक्टोपिक गर्भावस्था (Ectopic Pregnancy)
नवीनतम शोधों में से एक के अनुसार, इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन के 100 में से कम से कम 4 मामलों में महिला को एक्टोपिक गर्भावस्था का ख़तरा रहता है।
इस प्रकार की गर्भावस्था में, भ्रूण का आरोपण (implantation) गर्भाशय के बाहर होता है। यह आरोपण आमतौर पर फैलोपियन ट्यूब में होता है।
इस तरह की गर्भावस्था बच्चे के साथ-साथ मां के लिए भी जोखिम भरी होती है।
इस तरह का गर्भधारण आमतौर पर सफल नहीं होता है।
आपको इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन प्रक्रिया चुनने से पहले इन जोखिमों को ध्यान में रखना चाहिए और अपने उपचार से संबंधित सावधानियों के लिए अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।
इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन उपचार की लागत
Costs of intracervical insemination treatment in hindi
Intracervical Insemination men kitna kharch hota hai in hindi
आईसीआई उपचार की लागत विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि उपचार की सफलता दर, क्लीनिक की गुणवत्ता और विश्वसनीयता और उपयोग की जाने वाली दवाओं की मात्रा।
संबंधित गर्भाधान प्रक्रिया की लागत उपयुक्त कारकों के साथ-साथ प्रजनन उपचार की सफलता दर के साथ बदलती रहती है।
औसतन सफलता दर वाली इंट्राकर्विकल गर्भाधान प्रक्रिया का खर्च 4,000/ से 14,000/ के बीच, और आईसीआई उपचार जो अच्छी सफलता दर प्रदान करते हैं उनका खर्च 12,000/ से 29,000/ के बीच पड़ता है।
यदि आप सफल गर्भावस्था की ऊंची संभावना सुनिश्चित करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 25,000/ से 39,000/ का खर्च करना पड़ सकता है।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
Nishkarsh
बांझपन की समस्या से जूझ रहे दंपत्तियों के लिए इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन एक कम खर्च और कम जटिलता वाली लोकप्रिय प्रक्रिया है।
साथ ही यह यह उन समलैंगिक जोड़ों और सिंगल महिलाओं के लिए उपयोगी है जो अपने बच्चे को स्पर्म डोनर की मदद से जन्म देना चाहती हैं।
लेकिन हर प्रक्रिया की तरह इसके भी कुछ खतरे हैं जिनके बारे में जानने के बाद ही आपको इस प्रक्रिया को चुनना चाहिए।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 03 Jun 2020
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