अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक

Important factors which determine IUI success rate in hindi

Antargarbhashayi garbhadaan ki safalta ko prabhavit karne waale mukhya kaarak in hindi


एक नज़र

  • अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता कई कारकों पर निर्भर करती है।
  • ये कारक पुरुष या स्त्री दोनों से संबंधित हो सकते हैं।
  • इन कारकों को ध्यान में रखकर अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को बढ़ाया जा सकता है।
  • उम्र अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
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Introduction

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अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पुरुष के साफ़ किये हुए शुक्राणु महिला के गर्भाशय छिद्र (uterine cavity) में डाले जाते हैं।

शुक्राणु फैलोपियन ट्यूब में अंडे को फर्टिलाइज करते हैं।

निसंतानता में काम आने के साथ-साथ यह प्रक्रिया उन महिलाओं के लिए है जो शादी नहीं करना चाहती किंतु खुद के बच्चे चाहती है।

हाल ही में लेस्बियनस में भी अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान काफी लोकप्रिय हुई है।

आइये इस लेख में जानते हैं कौन से कारक अंतर्गर्भाशयी गर्भधान की सफलता दर को प्रभावित करते हैं।

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इस लेख़ में

  1. 1.अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर गर्भाशय की मांसपेशी में संकुचन पर निर्भर क
  2. 2.अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर उम्र पर निर्भर करती है
  3. 3.आईयूआई की सफलता दर आईयूआई प्रक्रिया के समय पर निर्भर करती है
  4. 4.आईयूआई की सफलता दर निसंतानता के कारण पर निर्भर करती है
  5. 5.अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर गर्भाधान की संख्या पर निर्भर करती है
  6. 6.आईयूआई की सफलता दर जीवनशैली पर निर्भर करती है
  7. 7.अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर मासिक धर्म के चक्र की अनियमितता पर निर्भर
  8. 8.अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर पुरुष के व्यवसाय पर निर्भर करती है
  9. 9.अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर प्रजननता बढाने वाली दवाइयों के प्रयोग पर न
  10. 10.निष्कर्ष
 

अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर गर्भाशय की मांसपेशी में संकुचन पर निर्भर करती है?

The success rate of IUI treatment depends upon the contraction of uterine muscles in hindi

antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar garbhashay ki maanspeshi mein sankuchan par nirbhar karti hai

वर्ष 2005 से 2010 के बीच अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान कराने वाली करीब 610 महिलाओं का डाटा एनालिसिस (data analysis) करने पर पाया गया की जिन महिलाओं में गर्भाधान के दौरान गर्भाशय की मांसपेशी में संकुचन की संख्या अधिक थी, उन महिलाओं में गर्भवती होने की आशंका सबसे अधिक थी।

इसके अलावा इन महिलाओं में जीवित बच्चा पैदा करने की भी सफलता दर ( success rate) अधिक पायी गयी।

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अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर उम्र पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends on age in hindi

Antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar umar par nirbhar karti hai

उम्र अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है।

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे औरत के गर्भवती होने की संभावना घटती जाती है।

उम्र का ऐसा ही असर अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता में भी देखा जा सकता है।

जिन औरतों की आयु 35 वर्ष से कम होती है उनमे अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता-दर 10 से 20 प्रतिशत होती है वही जिन औरतों की उम्र 35 से 40 वर्ष के बीच होती है उनमें यह दर 10 प्रतिशत होती है।

45 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं में अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता-दर घटकर 5 प्रतिशत ही रह जाती है।

और पढ़ें:अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक
 

आईयूआई की सफलता दर आईयूआई प्रक्रिया के समय पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends upon the timing of IUI process in hindi

Antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar IUI prakriya ke samay par nirbhar karti hai

अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है की गर्भाधान का समय क्या है।

चूँकि शुक्राणुओं की जीवन-अवधि सीमित होती है इसलिए गर्भाधान अगर उसी दिन किया जाए जिस दिन अंडा अंडाशय से निकलने वाला हो तो गर्भवती होने की संभावना अधिक हो जाती है।

महिला की फर्टाइल विंडो (fertile window) को जानने के लिए डॉक्टर ओवुलेशन पीरियड कैलकुलेटर (ovulation period calculator) का इस्तेमाल कर सकते है।

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आईयूआई की सफलता दर निसंतानता के कारण पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends upon the cause of infertility in hindi

antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar nisantanta ke kaaran par nirbhar karti hai

अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है औरत में निसंतानता के क्या कारण है।

महिलाएं जो निम्न कारणों से माँ नहीं बन सकती, उनमे अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान के द्वारा गर्भवती होने की संभावना लगभग न के बराबर होती है :

  • जिनके फालोपियन ट्यूब (fallopian tube) में गंभीर बीमारी हो,
  • जिनमे मध्यम या गंभीर एन्डोमेत्रिओसिस (endometriosis) हो, या
  • जिनमे गंभीर पेल्विक इन्फेक्शन (pelvic infection) हो।

एक 30 वर्ष की औरत में अगर निसंतानता का कारण पोलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (polycystic ovary syndrome) है तो अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता की संभावना लगभग 20 प्रतिशत होती है।

और पढ़ें:आईएमएसआई आईवीएफ क्या है?
 

अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर गर्भाधान की संख्या पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends upon the number of inseminations in hindi

antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar garbhadhan ki sankhya par nirbhar karti hai

आईयूआई (IUI) के सफल होने का एक कारण गर्भाधान की संख्या है।

विभिन्न अध्ययनों में यह पाया गया है की अगर गर्भाधान की संख्या एक की बजाय दो होती है तो गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है।

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आईयूआई की सफलता दर जीवनशैली पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends upon the lifestyle in hindi

antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar jeevanshyaly par nirbhar karti hai

अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की प्रक्रिया में शुक्राणुओं का भी महत्पूर्ण योगदान होता है।

अगर पुरुष की जीवनशैली इस तरह की है जिसकी वजह से स्वस्थ शुक्राणु नहीं बन पाते तो आईयूआई (IUI) से गर्भ-धारण करने की संभावना कम हो जाती है।

इस वर्ग में वे पुरुष आते है जो सिगरेट, तम्बाकू या शराब का सेवन करते है।

और पढ़ें:आईयूआई उपचार की प्रक्रिया दर्दनाक है ?
 

अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर मासिक धर्म के चक्र की अनियमितता पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends upon the menstrual irregularities in hindi

Antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar masik dharm ki aniyamit par nirbhar karti hai

अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान के सफल होने के लिए अंडा भी करीब-करीब उसी दिन निकाला जाना चाहिए जिस दिन गर्भाधान किया गया है।

ऐसी महिलाएं जिनमे मासिक अनियमितता होती है उनमें ऐसा संयोग कम देखा जाता है जिससे इस संपूर्ण प्रकिया की सफलता-दर कम हो जाती है।

और पढ़ें:आईयूआई उपचार के दौरान निगरानी के 3 मुख्य प्रकार क्या हैं?
 

अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर पुरुष के व्यवसाय पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends upon the male occupational environment in hindi

antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar purush ke vyavsay par nirbhar karti hai

कई लोग इस बात को नज़रअंदाज़ करते है की पुरुष का व्यवसाय भी स्वस्थ शुक्राणुओं के बनने पर असर डालता है।

अध्ययनों से चला है की ऐसे पुरुष जो अपने काम की वजह से लगातार गर्मी के संपर्क में रहते है उनमे शुक्राणुओं की गुणवत्ता गिर जाती है।

कम गुणवत्ता वाले शुक्राणु अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता पर असर डालते है जिससे सफलता दर प्रभावित होती है।

और पढ़ें:आईयूआई के बाद सावधानी और इंप्लानटेशन (भ्रूण प्रत्यारोपण) के लक्षण
 

अंतर्गार्भाशयी गर्भाधान की सफलता दर प्रजननता बढाने वाली दवाइयों के प्रयोग पर निर्भर करती है

The success rate of IUI treatment depends upon the use of fertility drugs in hindi

antargarbhashayi garbhadhan ki safalta dar prajnanta badhane wali dawaiyon ke prayog par nirbhar karti hai

ऐसी महिलाएं जो अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की प्रक्रिया के दौरान प्रजननता बढाने वाली दवाइयाँ का प्रयोग करती है उन महिलाओं में गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है।

इस प्रक्रिया के दौरान इंजेक्शन (injection) का प्रयोग भी किया जा सकता है।

और पढ़ें:आईयूआई ट्रीटमेंट की सफलता दर किन कारकों पर निर्भर करती है?
 

निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh

अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की प्रक्रिया सरल एवं काफी सुविधाजनक है, किंतु कुछ कारक ऐसे है जो इसकी सफलता को प्रभावित कर सकते है।

इन कारकों को नियंत्रित करके अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान द्वारा गर्भवती होने की संभावना को बढ़ाया जा सकता है।

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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 03 Jun 2020

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