ह्यूमन-कोरियोनिक-गोनाडोट्रोपिन - इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट में एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल

Human chorionic gonadotropin - uses of hCG injections in infertility treatments in hindi

Human Chorionic Gonadotropin - hCG Injection ka istemal in hindi


एक नज़र

  • ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (HCG) हॉर्मोन महिला के गर्भावस्था की जांच करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • ल्युटनाइजिंग हॉर्मोन -एलएच (Luteinizing hormone -LH) की संरचना ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) हॉर्मोन से मिलती है।
  • एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल आईयूआई और आईवीएफ के द्वारा गर्भधारण करने के समय उपयोग में लाया जाता है।
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Introduction

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ह्यूमन-कोरियोनिक-गोनाडोट्रोपिन (human chorionic gonadotropin in hindi) का उपयोग महिला और पुरुष दोनो मे किया जाता है। एचसीजी 5000 IU इंजेक्शन का उपयोग महिलाओं में बांझपन के उपचार में किया जाता है। यह पुरुषोंमें हाइपोगोनाडिज्म (hypogonadism) में याने विलंबित यौवन, और कम शुक्राणुओं की संख्या के उपचार में भी सहायक है। यह महिलाओं में अंडाशय से अंडे को निकालकर और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने का काम करता है। जब महिला की ओवरी (ovary) में अंडे की उत्पत्ति से प्रेगनेंसी नहीं हो पाती, तब ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन - एचसीजी इंजेक्शन (Human Chorionic Gonadotropin - HCG) का इस्तेमाल किया जाता है।[1] एचसीजी हॉर्मोन महिलाओं मे प्रेगनेंसी या गर्भावस्था के लिए आवश्यक है। एचसीजी 5000IU इंजेक्शन एक डॉक्टर की देखरेख में इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। आपके डॉक्टर एचसीजी इंजेक्शन लेने का सही समय तय करते है, इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें। एचसीजी (HCG) हॉर्मोन, एग रिलीज (egg release), एग प्रोडक्शन (egg production) और फॉलिकल प्रोडक्शन (follicle production) में बहुत बड़ा योगदान निभाता है। ओवरी में स्पर्म प्रत्यारोपित होने के बाद प्लेसेंटा द्वारा निर्मित हार्मोन को ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) के रूप में जाना जाता है। वास्तव में यह आम तौर पर नाल में कोशिकाओं द्वारा बनाया गया हॉर्मोन है, इसलिए यह गर्भावस्था के लिए बहुत खास है। महिला के शरीर में इस हॉर्मोन का उत्पादन कम या बंद हो जाने के कारण ओवरी में एग प्रोडक्शन में कमी आती है। ऐसी स्थिति में ओवरी में फॉलिकल का उत्पादन कम हो जाने के साथ-साथ, एग मैच्योर (mature) और रिलीज नहीं हो पाते हैं। इसके उपचार के तौर पर ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है जो लाभप्रद है। हार्मोन एचसीजी महिला के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन की उच्च मात्रा का उत्पादन करने के लिए प्रभावित करता है, जो गर्भावस्था का समर्थन करने और प्रेगनेंसी को बनाए रखने में मदद करता है। यदि आपको ओव्यूलेट (ovulate) हुए दो हफ्ते हो चुके हैं और आप गर्भवती हैं, तो आपके मूत्र और रक्त से एचसीजी का पता लगाना संभव होता है। चलिए इस लेख के माध्यम से एचसीजी इंजेक्शन के इस्तेमाल के विषय में विस्तारपूर्वक जानते हैं।

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इस लेख़ में

  1. 1.आईयूआई ट्रीटमेंट में एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल कब किया जाता है?
  2. 2.आईवीएफ ट्रीटमेंट में एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल कब किया जाता है?
  3. 3.गर्भावस्था के दौरान एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल कब किया जाता है?
  4. 4.एनोव्यूलेशन के लिए एचसीजी का इस्तेमाल कब किया जाता है?
  5. 5.एचसीजी इंजेक्शन के इस्तेमाल करने से पहले आपको अपने डॉक्टर को क्या बताना चाहिए?
  6. 6.एचसीजी इंजेक्शन के दुष्प्रभाव क्या हैं?
  7. 7.निष्कर्ष
 

आईयूआई ट्रीटमेंट में एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल कब किया जाता है?

What are the uses of HCG injection in IUI treatment? in hindi

IUI treatment me HCG injection ka istemal in hindi

आईयूआई (IUI) ट्रीटमेंट के दौरान एचसीजी (HCG) इंजेक्शन का इस्तेमाल करने से गर्भधारण का सक्सेस रेट (success rate) बढ़ता है। इसके उपयोग से महिला के कंसीव करने की संभावना अधिक होती है। एचसीजी का मॉलिक्यूलर स्ट्रक्चर (molecular structure) पूरी तरह से ल्युटनाइजिंग हॉर्मोन (luteinizing hormone - LH) के जैसा होता है। [2] ल्युटनाइजिंग हॉर्मोन, ओवुलेशन (ovulation) की प्रक्रिया को तीव्र करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। एचसीजी इंजेक्शन भी आईयूआई ट्रीटमेंट के दौरान ओवुलेशन (ovulation) की प्रक्रिया को तेज करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। [3] यह इंजेक्शन कब देना है, डॉक्टर यह समय के अनुसार तय करते हैं और इंजेक्शन देने के 2 से 3 दिन या 36 घंटे बाद कैथिटर (catheter) के इस्तेमाल से डोनर स्पर्म (donor sperm) को महिला के गर्भाशय में डालते हैं। अगर आप इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) कर रहे हैं, तो महिलाओं को अपने शरीर को गर्भावस्था के लिए अनुकूल रखने की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए डॉक्टर द्वारा एचसीजी इंजेक्शन को भी निर्धारित किया जा सकता है। इस तरह से एचसीजी इंजेक्शन से महिला की ओवुलेशन की प्रक्रिया तीव्र गति से होती है और महिला जल्दी गर्भवती हो पाती है।

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आईवीएफ ट्रीटमेंट में एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल कब किया जाता है?

What are the uses of HCG injection in IVF treatment? in hindi

IVF treatment me HCG injection ka istemal in hindi

ऐसा इसलिए है क्योंकि hCG हार्मोन (LH) ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) के समान कार्य कर सकता है, जो पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा उत्पादित एक रसायन है और जो ओवुलेशन को उत्तेजित करता है। यदि आप इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ-IVF) कर रहे हैं, तो आपके गर्भावस्था को बनाए रखने की आपके शरीर की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए एचसीजी भी निर्धारित किया जा सकता है। डॉक्टर एचसीजी (HCG) इंजेक्शन को महिलाओं को इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन - आइवीएफ (In-vitro fertilization -IVF) ट्रीटमेंट के दौरान इसलिए देते हैं ताकि एग (egg) अच्छी तरह से मैच्योर हो जाएं। इस इंजेक्शन को देने से पहले डॉक्टर महिला के वजन और मास (mass) का माप लेते हैं। अक्सर डॉक्टर एम्ब्रयो के दूसरे ट्रांसप्लांट (transplant) के 2 दिन पहले ही एचसीजी (HCG) इंजेक्शन दिया जाता। इस बारे में किए गए शोधों में यह पाया गया है कि एम्ब्रयो ट्रांसप्लांट (Embryo transplant) के पहले एचसीजी इंजेक्शन देने से फर्टिलिटी की सफलता दर बढ़ती है। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ-IVF) प्रक्रिया में आमतौर महिलाये डॉक्टर द्वारा निर्धारित 5,000 से 10,000 यूनिट डोस का एचसीजी इंजेक्शन प्राप्त करते हैं। यह त्वचा के नीचे (subcutaneously) या अंतर्पेशीय याने इंट्रामस्क्युलर (intramuscular) रूप से इंजेक्ट किया जाता हैं।

और पढ़ें:अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक
 

गर्भावस्था के दौरान एचसीजी इंजेक्शन का इस्तेमाल कब किया जाता है?

What are the use of HCG injection during pregnancy? in hindi

garbhavastha (pregnancy) ke dauran HCG injection ka istemal in hindi

एक माँ के जीवन में गर्भपात सबसे बड़ा दुःस्वप्न होता है। यदि अतीत में महिलाओं मे गर्भपात का इतिहास रहा है, और आप फिर से गर्भ धारण करने की कोशिश कर रहे हैं तो आप गर्भपात को रोकने के लिए सभी आवश्यक सावधानी बरतना चाहेंगे। गर्भवती होने के बाद एचसीजी का एक निर्धारित डोज (dose) लेने से महिला के गर्भपात की संभावना को दूर किया जा सकता है।[4] हालांकि, यह हॉर्मोन गर्भावस्था जांच या प्रेगनेंसी टेस्ट के दौरान यह बताने में मदद करता है कि महिला प्रेग्नेंट है या नहीं। लेकिन, ऐसी महिलाएं जिनकी प्रेगनेंसी के बाद अक्सर गर्भपात हो जाता है, उन्हें एचसीजी इंजेक्शन का एक निश्चित डोज देना सुरक्षा जनक रहता है। गर्भावस्था के दौरान, महिला के शरीर में एचसीजी हार्मोन कोशिकाओं द्वारा स्रावित होता है जो नाल (placenta) के विकास के लिए जिम्मेदार होते हैं। गर्भावस्था के दौरान एचसीजी हार्मोन का कार्य गर्भाशय की दीवार से जुड़े हुए निषेचित अंडे को बढ़ावा देना है और इसे बढ़ने में मदद करना होता है। गर्भावस्था में प्लेसेंटा(placenta) के सफलतापूर्वक बनने के बाद, प्लेसेंटा कोशिकाएं एचसीजी हार्मोन का उत्सर्जन करती हैं। जैसे-जैसे भ्रूण(embryo) बड़ा होता है, प्लेसेंटा द्वारा स्रावित एचसीजी हार्मोन की मात्रा काफी बढ़ जाती है। इसलिए, यह माना गया है कि गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के सामान्य और स्वस्थ विकास के लिए, एचसीजी हॉर्मोन की पर्याप्त मात्रा और सप्लाई(supply) की आवश्यकता होती है।

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एनोव्यूलेशन के लिए एचसीजी का इस्तेमाल कब किया जाता है?

What are the uses of HCG in anovulation? in hindi

Anovulation ke liye HCG ka istemal in hindi

एनोव्यूलेशन एक ऐसी स्थिति होती है जिसमे महिला अपने पीरियड्स के दौरान ऊसाइट (oocyte) रिलीज (release) नहीं कर पाती है। ऊसाइट एक प्रकार का सेल है जो ओवम (ovum) के निर्माण के लिए मिओटिक (miotic) सेल डिविज़न (cell division) करता है। अगर महिला एनोव्यूलेशन से पीड़ित है तो एचसीजी का इंजेक्शन हार्मोनल डिसबैलेंस (hormonal disbalance) में सुधार करके महिला के गर्भवती होने में सहायता करता है। ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) यह एक हार्मोन है जो एक महिला के अंडाशय में अंडे के सामान्य विकास का समर्थन करता है, और ओव्यूलेशन के दौरान अंडे की रिहाई (release) को उत्तेजित करता है। एचसीजी का उपयोग ओव्यूलेशन (ovulation) की प्रक्रिया का कारण बनता है और महिलाओं में बांझपन (Infertility) का इलाज करने के लिए, और पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या (Sperm count) बढ़ाने के लिए किया जाता है।

और पढ़ें:आईएमएसआई आईवीएफ क्या है?
 

एचसीजी इंजेक्शन के इस्तेमाल करने से पहले आपको अपने डॉक्टर को क्या बताना चाहिए?

What should you tell your doctor before using HCG?in hindi

एचसीजी हॉर्मोन एंड्रोजन स्राव (androgen secretion) को प्रेरित करता है, जिसके परिणाम स्वरूप शरीर में द्रव प्रतिधारण((fluid retention) हो सकता है याने शरीर में पानी की वृद्धि हो जाती है । एचसीजी इंजेक्शन का उपयोग उन स्वास्थ्य समस्याओं वाले रोगियों में सावधानी के साथ किया जाना चाहिए, जो द्रव प्रतिधारण (fluid retention) द्वारा ओर तीव्र हो सकती है। इसलिए एचसीजी इंजेक्शन के इस्तेमाल करने से पहिले आपको अपने डॉक्टर को यह बताना होगा की आपको निम्नलिखित कोई स्थिति तो नहीं है:

  • दमा (Asthma)
  • अंडाशय पर पुटीका (Cyst on the ovary)
  • दिल की बीमारी (Heart disease)
  • माइग्रेन (Migraine )
  • गुर्दा रोग (Kidney disease)
  • डिम्बग्रंथि के कैंसर या अन्य महिला-संबंधी कैंसर (Ovarian cancer or other female-related cancer)
  • प्रोस्टेट कैंसर या अन्य पुरुष-संबंधी कैंसर (Prostate cancer)
  • मिर्गी की बीमारी (Seizures)
  • एचसीजी, अन्य हार्मोन, अन्य दवाओं, खाद्य पदार्थों, रंजक या परिरक्षकों के लिए असामान्य एलर्जी का होना (Allergy)
  • स्तनपान (Breast feeding)

अगर महिलाये स्तनपान करा रही है तो आपने डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दे क्युकी इसका असर दूध के द्वारा बच्चे में भी हो सकता है।

  • गर्भवती (Pregnancy)

यदि आप पहले से ही गर्भवती हैं तो इस दवा का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि एचसीजी गर्भवती होने में मदद कर सकता है, यह दवा एफडीए(FDA) की गर्भावस्था श्रेणी एक्स-X में है। इसका मतलब है कि अगर आप एचसीजी का उपयोग करके प्रेग्नेंट होती है तो महिलाओं मे इस दवा का उपयोग बंद करना चाहिए। यदि प्रेग्नेंट होने पर एचसीजी इंजेक्शन का उपयोग करती है तो बच्चे में जन्म दोष हो सकता है। इसलिए महिला अगर गर्भवती हैं तो इस दवा का उपयोग न करें। अपने चिकित्सक को तुरंत बताएं यदि आप उपचार के दौरान प्रेग्नेंट (Pregnant) हो जाते हैं।

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एचसीजी इंजेक्शन के दुष्प्रभाव क्या हैं?

What are the side-effects of HCG injections? in hindi

HCG injection ke dushprabhav in hindi

एचसीजी इंजेक्शन उन महिलाओं के लिए उपयोगी है जिन्हें गर्भधारण करने में मुश्किल होती है। लेकिन, जब एचसीजी इंजेक्शन एक सीमित मात्रा से अधिक बार उपयोग किया जाता है तो इसके कुछ दुष्प्रभाव भी होने लगते हैं।

एचसीजी इंजेक्शन (HCG injection) दुष्प्रभाव निम्न हो सकते हैं :

1. ओवेरियन हाइपर स्टिमुलेशन सिंड्रोम (Ovarian hyperstimulation syndrome)

गर्भावस्था के समय एचसीजी इंजेक्शन के उपयोग से ओवरी में हाइपरस्टिम्यूलेशन होने की संभावना रहती है। इस अवस्था को ओवेरियन हाइपर स्टिमुलेशन सिंड्रोम (OHSS) कहा जाता है। [5] इसके लक्षण, महिला दर महिला भिन्न होते हैं और कुछ समय में जैसे एक या दो सप्ताह के भीतर कम हो जाते हैं। आंकड़ों के अनुसार, कम से कम एक-चौथाई महिलाएं ओवेरियन हाइपर स्टिमुलेशन सिंड्रोम से पीड़ित होती हैं।

2. स्तन में दर्द और सूजन (Breast pain and swelling)

गर्भावस्था के समय एचसीजी इंजेक्शन के उपयोग के बाद कुछ महिलाओं को स्तन दर्द या स्तन सूजन का अनुभव होता है। [6] इसके लिए एचसीजी इंजेक्शन को लेने बाद, आपको अपने शरीर में होने वाले असामान्य परिवर्तन को जानने के लिए समय-समय पर स्तन की जांच करनी होती है। कुछ भी असामान्य परिवर्तन महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

3. शरीर में पानी की मात्रा में वृद्धि (Increased level of water in body)

वैसे तो हमारा शरीर 70 % पानी से बना है लेकिन किसी भी चीज़ की अधिकता होने पर ये नुक्सानदायक हो सकता हैं। प्रजनन उपचार के दौरान एचसीजी इंजेक्शन के इस्तेमाल से शरीर में पानी की वृद्धि हो जाती है और इसी कारण वजन भी बढ़ने लगता है। अगर आपका वजन अधिक बढ़ रहा हो तो डॉक्टर से परामर्श करें।

4. डिप्रेशन (depression)

डिप्रेशन (depression) एचसीजी इंजेक्शन के अन्य दुष्प्रभावों में से एक है। इसमें हर समय चिड़चिड़ापन, निराशा और क्रोध का कारण हो सकता है। एचसीजी इंजेक्शन की वजह से शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होकर डिप्रेशन और मूड स्विंग होता है। लेकिन अगर ऐसा होता है, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलना पड़ सकता है।

5. अन्य दुष्प्रभाव (Other side-effects)

प्रजनन उपचार के लिए या गर्भधारण के दौरान एचसीजी इंजेक्शन लेने से कुछ अन्य दुष्प्रभाव भी होते हैं जैसे -

  • थकान
  • पेट में दर्द और सूज
  • श्रोणी में या पैल्विक में गंभीर दर्द
  • हाथ या पैर की सूजन
  • सांस लेने में कठिनाई
  • दस्त (diarrhea)
  • उलटी अथवा मितली
  • सामान्य से कम पेशाब आना
  • सिरदर्द आदि।

एचसीजी इंजेक्शन केवल अपने डॉक्टर या स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह पर ही लेना चाहिए। एचसीजी और गर्भावस्था के सभी संभावित लक्षणों और जटिलताओं पर चर्चा की जानी चाहिए। यदि इन लक्षणों में से कोई भी बना रहता है, तो आपको तुरंत ही अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करनी चाहिए।

और पढ़ें:आईयूआई उपचार की प्रक्रिया दर्दनाक है ?
 

निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh

ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन इंजेक्शन से महिलाओं की ओवरी में अंडे के उत्पादन को ठीक करता है और अंडे को मेच्योर करता है। यह एम्ब्रयो के विकास (embryo development) के लिए भी बेहतर विकल्प है। यह गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने के साथ- साथ गर्भपात के जोखिम को कम करने के उपयोग किया जाता है। लेकिन, इसके कुछ साइड-इफेक्ट्स भी होते हैं जिसके बारे में आपको डॉक्टर से जानकारी लेनी चाहिए।

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references

संदर्भ की सूचीछिपाएँ

1 .

WebMD. “HCG Solution, Reconstituted (Recon Soln)”. WebMD, Accessed 19 Feb 2020.

2 .

Charalampos Theofanakis, Petros Drakakis."Human Chorionic Gonadotropin: The Pregnancy Hormone and More." Int J Mol Sci. 2017 May; 18(5): 1059. Published online 2017 May 14, PMID: 28505106.

3 .

Patsama Vichinsartvichai, Khanitta Traipak. "Performing IUI Simultaneously with hCG Administration Does Not Compromise Pregnancy Rate: A Retrospective Cohort Study". J Reprod Infertil. 2018 Jan-Mar; 19(1): 26–31, PMID: 29850444.

4 .

American Pregnancy Association. "hCG (Human Chorionic Gonadotropin): The Pregnancy Hormone". Accessed 19 Feb 2020.

5 .

Mayoclinic. “Ovarian hyo1perstimulation syndrome”. Mayoclinic, 01 November 2019.

6 .

WebMD. “Chorionic Gonadotropin Solution, Reconstituted (Recon Soln)”. WebMD, Accessed 19 Feb 2020.

आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 20 Jul 2020

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