सेक्स के कितने दिन बाद गर्भधारण होता है?

How Many Days After Sex Do You Conceive in hindi

Pregnancy after sex, sex ke kitne din baad pregnant ho sakte hain, सेक्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी का पता चलता है, after sex how many days to get pregnant in hindi


एक नज़र

  • एक महिला संभोग करने के तुरंत बाद प्रेग्नेंट नहीं होती है।
  • संभोग करने के दस दिन बाद ही प्रेगनेंसी संभव होती है।
  • सेक्स के तुरंत बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करने से बचना चाहिए।
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Introduction

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माँ बनना और माँ बनने का एहसास होना अपने आप मे ही एक सुखद अनुभव है। महिलाओं को गर्भवती होना एक रहस्यमय प्रक्रिया की तरह लग सकता है। यह सभी जानते हैं कि सेक्स से प्रेगनेंसी होती है लेकिन यह सवाल आपके जहन में ज़रूर आ सकता है कि सेक्स करने के बाद वास्तव में गर्भधारण करने में कितना समय लगता है या सेक्स के तुरंत बाद आप वास्तव में प्रेग्नेंट कैसे और कब हो जाती हैं?

कोई महिला सेक्स करने के तीन मिनट बाद प्रेग्नेंट हो सकती है, या इसमें पांच दिन का तक का भी समय लग सकता है। एग निषेचन (fertilization) के पांच से दस दिनों बाद गर्भाशय में प्रत्यारोपण (implantation) होता है, जिसका अर्थ है कि आप सेक्स करने के 5 से 15 दिनों के बाद कभी भी प्रेगनेंट हो सकती हैं। प्रेगनेंसी, महिलाओं की ओवुलेशन की प्रक्रिया पर निर्भर करती है।

हालांकि, गर्भावस्था को समझने के लिए, पहले हमें ओवुलेशन के बारे में जानना जरुरी है। पीरियड्स में हर महीने में एक बार अंडाशय से एक अंडा निकलता है इसे ओव्यूलेशन कहा जाता है।

अंडा, अंडाशय छोड़ने के बाद, फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से यात्रा करता है, जिसमें लगभग 12 से 24 घंटे लगते हैं। इसी दौरान यदि योनि में स्पर्म प्रवेश करता और अंडे से मिलता है, तो वह अंडा निषेचित (fertilize) हो जाता है और गर्भधारण होती है। ओव्यूलेशन आमतौर पर आपकी अगले पीरियड्स की अवधि शुरू होने से लगभग 10 से 16 दिन पहले होता है।

प्रेगनेंसी के लक्षण हर महिला में अलग-अलग समय पर दिखाई देते हैं। प्रेगनेंसी के लक्षण यौन संबंध के एक सप्ताह बाद शुरू हो सकते हैं या शारीरिक बदलाव के कारण शुरू होने में कई सप्ताह भी लगा सकते हैं। कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण नहीं भी नज़र आ सकते हैं। ऐसे में इस लेख की मदद से जानिए सेक्स करने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी का पता चलता है।

जानिए प्रेग्नेंट होने के लिए सेक्स का सही समय कब होता है और सेक्स के बाद प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए।

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इस लेख़ में

  1. 1.संभोग के बाद आप कब गर्भधारण करती हैं?
  2. 2.सेक्स के कितने दिनों बाद प्रत्यारोपण होता है?
  3. 3.सेक्स के कितने दिनों बाद आपको प्रेगनेंसी के सिम्पटम्स दिखने लगेंगे?
  4. 4.सेक्स करने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?
  5. 5.क्या प्रेग्नेंट होने के लिए हर दिन सम्भोग करना आवश्यक है
  6. 6.महिलाओं मे देर से प्रेगनेंसी होने के क्या कारण होते हैं?
  7. 7.निष्कर्ष
 

संभोग के बाद आप कब गर्भधारण करती हैं?

When do you conceive after intercourse in hindi

Sambhog ke bad aap kab garbh dharan karti hai in hindi

यदि आप परिवार आगे बढ़ने के सोच रहे है, तो आपने मानसिक और शारीरिक रूप से इसकी तैयारी शुरू कर दी होगी। इस तरफ सबसे पहला कदम होता है सही समय पर सम्भोग करना। ऐसे में आपके मन में यह सवाल भी उठता होगा कि सम्भोग के बाद आप कब गर्भधारण करती हैं।

अधिकांश समय, महिलाओं को यह पता ही नहीं चलता कि सम्भोग के बाद वह कब गर्भवती हुई है या नहीं। यहाँ यह बात ध्यान रखने वाली है कि अगर सम्भोग का समय आपके ओवुलेशन डेट के साथ मिलता है तो आपके प्रेग्नेंट होने की संभावना सबसे अधिक होती है।

सम्भोग के बाद पुरुष के स्पर्म को सर्विक्स (cervix) से फॉलोपियन ट्यूब (fallopian tube) में पहुँचने में लगभग तीन से दस मिनट का समय लगता है। स्पर्म गर्भाशय के माध्यम से ऊपर तक जाते हैं। सेक्स के दौरान या उसके बाद आप किस पोज़िशन में हैं, इससे भी स्पर्म के मूवमेंट में किसी भी तरह का फर्क नहीं पड़ता है।

यदि इस समय महिला के एग्स फैलोपियन ट्यूब में मौजूद होते हैं तो एग का निषेचन हो जाता है और प्रत्यारोपण के बाद महिलाएं प्रेग्नेंट हो जाती हैं। अगर फैलोपियन ट्यूब में अंडा मौजूद होता है, तो सेक्स के तीन से चार मिनट के अंदर गर्भाधान संभव हो सकता है। यहाँ इस बात को समझना बहुत जरूरी है कि महिला के प्रजनन प्रणाली/रिप्रोडक्टिव सिस्टम में लगभग पांच दिनों तक स्पर्म जीवित रह सकते हैं। वहीं महिला का एग रिलीज़ होने के बाद सिर्फ 24 घंटे तक ही जीवित रहता है। इससे यह समझा जा सकता है कि जिस दिन दंपत्ति ने संभोग किया था उस दिन महिला प्रेग्नेंट हो जाए ये आवश्यक नहीं है।

प्रेग्नेंट होने के लिए पुरुष शुक्राणु और महिला के एग का निषेचन यानि फर्टिलाइजेशन होना आवश्यक है, यानि जब आप सम्भोग करे उसके 5 दिन के भीतर एग का स्पर्म से मिलना प्रेगनेंसी के ठहरने के लिए आवश्यक है। मान लिया जाए कि अगर दंपत्ति ने मंगलवार को सेक्स किया था (याद रहे महिला के शरीर में स्पर्म 5 दिन तक जीवित रहता है) और महिला के ओव्युलेट करने का दिन शुक्रवार हैं तो सेक्स के कुछ दिन बाद भी महिला कंसीव कर सकती है।

अगर आप प्रेग्नेंट है तो कभी-कभी डॉक्टर अल्ट्रासाउंड की मदद से गर्भाधान के दिन का अनुमान लगाते हैं जो हो सकता है की आपके सेक्स करने के दिन से मेल नहीं खाती हो। ऐसे में सेक्स और फर्टिलाइज़ेशन के बीच दिन की देरी से ये पता चलता है कि सेक्स के तुरंत ही बाद महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है।

कुछ महिलाएं बहुत जल्दी गर्भवती हो जाती हैं, वास्तव में 3 में से 1 महिला जो गर्भनिरोधक (कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, कॉपर-टी आदि) का उपयोग किए बिना सेक्स कर रही हैं (हर 2 से 3 दिन में) उनमें प्रेगनेंसी जल्दी होती है। कुछ महिलाओ में गर्भधारण होने में समय लग जाता है, जिसके कई कारण हो सकते हैं।

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सेक्स के कितने दिनों बाद प्रत्यारोपण होता है?

How many days after intercourse does implantation occur in hindi

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जब एक स्पर्म, अंडे को फर्टीलाइज़ करता है तो गर्भाधान होता है। वहीं जब फर्टीलाइज़ एग (जो अब भ्रूण है) यूटेरिन वॉल पर अपने आप को इम्प्लांट करता है तो प्रत्यारोपण (implantation) होता है।

जब तक इम्प्लांटेशन नहीं होता है तब तक तकनीकी रूप से एक महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है। फर्टिलाइज़ेशन (fertilization) के ठीक बाद इम्प्लांटेशन नहीं होता है, बल्कि फर्टिलाइजेशन से प्रत्यारोपण होने में कुछ समय लगता है।

अधिकांश लोगों को लगता है कि फर्टिलाइज़ेशन की प्रक्रिया गर्भाशय में होती है, लेकिन ऐसा नहीं है। स्पर्म और अंडे महिला के फैलोपियन ट्यूब में मिलते हैं, यानि फर्टिलाइज़ होते हैं। इतना ही नहीं बल्कि, भ्रूण को अपने आप को यूटरस लाइनिंग (uterus lining) में प्रत्यारोपित (implant) करने से पहले भी विकास के कई चरणों से गुज़रना पड़ता है।

इसके लिए भ्रूण को फैलोपियन ट्यूब (fallopian tube) से होते हुए गर्भाशय तक पहुँचने की ज़रूरत होती है, जिसमें कुछ दिन लगते हैं। आमतौर पर फर्टिलाइज़ेशन के लगभग 5 से 10 दिन बाद भ्रूण का इम्प्लांटेशन होता है। हालांकि, जैसा कि हमने पहले बताया कि सेक्स के कुछ मिनटों या कुछ दिनों बाद फर्टिलाइज़ेशन हो सकता है तो इम्प्लांटेशन की प्रक्रिया सेक्स करने के पांच दिन से लेकर पंद्रह दिन बाद तक हो सकती है।

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सेक्स के कितने दिनों बाद आपको प्रेगनेंसी के सिम्पटम्स दिखने लगेंगे?

How many days after sex will you start noticing symptoms of pregnancy in hindi

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चाहे फर्टिलाइजेशन सेक्स के कुछ मिनटों के अंदर हो या कुछ दिनों के बाद, लेकिन क्या जब फर्टिलाइजेशन या प्रत्यारोपण की प्रक्रिया होगी तो क्या आप इसका अनुभव कर पाएँगी? इसका जवाब है बिल्कुल नहीं।

कुछ महिलाओं के अनुसार उन्हें ऐसा अनुभव हुआ है जैसे पीरियड्स आने के पूर्व होते हैं - लाइट स्पॉटिंग या रक्तस्राव, पेट में ऐंठन, सिरदर्द, पीठ दर्द और स्तनों मे कोमलता आना आदि। लेकिन सच्चाई यह है कि यह वैज्ञानिक रूप से ऐसा होना असंभव है।

किसी भी संभावित गर्भावस्था के लक्षण, भ्रूण के आरोपण/इम्प्लांटेशन तक दिखाई नहीं देंगे, और ऐसा आगे के सात से दस दिनों तक नहीं होगा। फर्टिलाइज़ एग को फैलोपियन ट्यूब से गर्भाशय की दीवार (uterine wall) तक पहुंचने में समय लगता है। इम्प्लांटेशन के दौरान भी प्रेगनेंसी के लक्षण दिखने की संभावना न के बराबर होती है।

अधिकांश महिलाएँ गर्भावस्था के लक्षण का अनुभव करना शुरू नहीं करती जब तक कि वे अपने आने वाले पीरियड की तारीख से आगे नहीं बढ़ जाती हैं, यानि जब तक उनका पीरियड्स मिस नहीं हो जाता। इम्प्लांटेशन आपके शरीर के लिए एचसीजी या ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG hormone), जिसे गर्भावस्था हार्मोन (pregnancy hormone) भी कहा जाता है, का उत्पादन शुरू करने के लिए पहला ट्रिगर है।

एचसीजी हॉर्मोन का उत्पादन प्रेगनेंसी के साथ साथ बढ़ता है और होम प्रेगनेंसी टेस्ट किट में इसी हॉर्मोन का पता लगा कर प्रेगनेंसी को कन्फर्म किया जाता है। महिला के शरीर में एचसीजी हार्मोन का उत्पादन इम्प्लांटेशन के बाद ही होता है, इस कारण यदि इम्प्लांटेशन नहीं हुआ है, तो प्रेगनेंसी टेस्ट एचसीजी का पता नहीं लगा सकता है। इस स्थिति में प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट नेगेटिव या नकारात्मक आ सकता है।

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सेक्स करने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?

How many days after sex should you do a pregnancy testin hindi

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माँ बनने की आतुरता में हर महिला जल्द से जल्द यह पता लगाना चाहती हैं कि वह प्रेग्नेंट है या नहीं। इस दौरान बच्चे के सुख को पाने के लिए आतुर हर महिला के मन में यह प्रश्न ज़रुर उठता होगा की सेक्स करने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी का पता चलता है।

आतुरता में कई बार महिलाएं सेक्स के तुरंत बाद ही प्रेगनेंसी टेस्ट कर प्रेगनेंसी को कन्फर्म करना चाहती है लेकिन जल्दबाजी में किये गए प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट सही नहीं आता है। अगर आप प्रेग्नेंट होने की कोशिश कर रही हैं तो जल्दबाजी में किये गए प्रेगनेंसी टेस्ट के गलत रिजल्ट्स के कारण निराश भी हो सकती है।

घर पर ही प्रेगनेंसी टेस्ट किट की मदद से प्रेगनेंसी का पता लगाने का सबसे उपयुक्त समय पीरियड्स मिस होने के 7 से 10 दिन बाद का होता है क्योंकि इस समय आपके यूरिन में एचसीजी (hCG) की मात्र पर्याप्त होती है और प्रेगनेंसी टेस्ट किट एचसीजी की मात्र को माप कर आपको सही सही प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट दे पाती है।

और पढ़ें:अल्फा-फेटोप्रोटीन टेस्ट क्या है और क्यों पड़ती है इसकी ज़रूरत
 

क्या प्रेग्नेंट होने के लिए हर दिन सम्भोग करना आवश्यक है

Is it necessary to have sex everyday to become pregnant in hindi

kya pregnant hone ke liye smabhog aawashyak hai

माता-पिता बनाने की उत्सुकता में सभी के मन में यह सवाल ज़रुर आता होगा कि प्रेग्नेंट होने के लिए सेक्स करने का सबसे उपयुक्त समय क्या है! जल्दी प्रेग्नेंट होने की उत्सुकता में रोज सम्भोग करने के इच्छुक हो सकते हैं। लेकिन यहाँ यह बात ध्यान देने वाली है की महिला के ovulation के दौरान किये गए सम्भोग में प्रेगनेंसी की संभावना सबसे अधिक होती है।

हर महीने महिला के मासिक धर्म के अनुसार कुछ दिन होते हैं जब महिला की प्रजनन क्षमता बाकि दिनों से अधिक होती है, इन दिनों को फर्टाइल विंडो या प्रजनन दिनों (fertile window) के नाम से भी जाना जाता है। फर्टाइल विंडो का पता लगाने के लिए महिलाओं को अपना ovulation ट्रैक करना चाहिए और प्रेगनेंसी के लिए उसके अनुसार सम्बन्ध बनाने चाहिए।

Ovulation को ट्रैक करने के लिए आप ovulation कैलंडर का इस्तेमाल कर सकती हैं या बेसल बॉडी तापमान और cervical mucous में हो रहे बदलाव को भाप कर ovulation का पता लगा सकती हैं। लेकिन कई बार बहुत कोशिशों के बाद भी प्रेगनेंसी सफल नहीं हो पाती, इसके कई कारण हो सकते हैं जो कि महिला और पुरुष दोनों से जुड़े हो सकते हैं। अगर आप कई कोशिशों के बाद भी गर्भधारण करने में असफल हो रही हैं, तो इस स्थिति में आपको फर्टिलिटी डॉक्टर से मिल कर पूरा ट्रीटमेंट लेना चाहिए।

आइये लेख के दूसरे भाग में जानते हैं कि महिलाओं में प्रेगनेंसी में देरी के क्या कारण हो सकते हैं।

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महिलाओं मे देर से प्रेगनेंसी होने के क्या कारण होते हैं?

Reasons of late pregnancy in women in hindi

pregnancy mai deri ke karan, pregnancy nahi ho rahi

महिलाओं में देर से प्रेगनेंसी होने के कारण निम्न हैं : -

  • बढ़ती आयु (Age)

महिलाओं की प्रजनन क्षमता 20 से 25 साल की उम्र में चरम स्थान पर रहती है। इस उम्र में महिलायें जल्दी प्रेग्नेंट होती हैं।

महिलाओं की प्रजनन क्षमता या गर्भवती होने की क्षमता में उम्र के साथ गिरावट आती है और यह गिरावट 35 वर्ष की आयु के बाद तेज हो जाती है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि अंडे की संख्या और गुणवत्ता घट जाती है। पुरुषों में भी प्रजनन क्षमता उम्र के साथ कम होने लगती है।

  • लाइफस्टाइल (Lifestyle)

वैद्यानिक अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि गलत जीवनशैली से प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है, जैसे महिलाओं का मद्यपान करना या धूम्रपान करना।

अगर आप प्रेग्नेंट होने की कोशिश कर रही हैं तो आपको धूम्रपान और मद्यपान छोड़ना होगा इससे गर्भाशय की लाइनिंग में सुधार होता है और प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाती है।

  • गर्भनिरोधक दवाइयों का लेना (Taking Contraceptive Medicines)

अगर महिलाएँ गर्भनिरोधक दवाइयों का इस्तेमाल कर रही हो तो इसे लेने के बाद प्रेगनेंसी में थोड़ी समय के लिए देरी हो सकती है।

  • फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होना (Block Fallopian Tube)

यदि आपकी फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है, तो वह अंडे और स्पर्म को मिलने से रोकता है जिस वजह से स्त्री में प्रेगनेंसी ठहर नहीं पाती।

फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक के कुछ लक्षण होते हैं पर वे सब महिलाओं में दिखे यह जरुरी नहीं है।

इन लक्षणों मे इनफर्टिलिटी ,पेट के निचले हिस्से में दर्द और असामान्य योनि स्राव (vaginal discharge) शामिल है।

एचएसजी ( HSG ) एक विशेष एक्स-रे है जिसका उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि आपके फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज है या नहीं।

यह डॉक्टर की सलाह से करना जरुरी है। फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने पर कंसीव करने में तकलीफ़ हो सकती है।

  • ओवुलेशन नहीं होना (No ovulation)

अनियमित ओव्यूलेशन में 25 से 30 प्रतिशत स्त्रियों में इनफर्टिलिटी होती है। गर्भधारण के लिए एक अंडे और स्पर्म की आवश्यकता होती है।

यदि ओवुलेशन नहीं हो रहा है, तो महिलों मे अंडे का निर्माण नहीं होता, इस कारण वह प्रेग्नेंट नहीं हो सकती।

इसका कारण पॉली सिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम, थाइरोइड की बीमारी और हाइपरप्रोलैक्टिनीमिया हो सकता है।

हाइपरप्रोलैक्टिनीमिया यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में हार्मोन प्रोलैक्टिन का स्तर सामान्य से अधिक होता है।

  • एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis)

एंडोमीट्रियल टिशू गर्भाशय की अंदरूनी परत बनाती है और गर्भाशय की रक्षा और पोषण करती है।

एंडोमेट्रियोसिस में एंडोमीट्रियल टिशू गर्भाशय के बाहर बढ़ता है। एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्त 50% महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में कठिनाई होती है।

एंडोमेट्रियोसिस का निदान रक्त परीक्षण या अल्ट्रासाउंड से नहीं किया जा सकता है। इसके लिए डायग्नोस्टिक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है।

और पढ़ें:कैसे करें गर्भावस्था किट का प्रयोग ?
 

निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Sex ke kitne din bad pregnancy hoti hai

यदि आप गर्भवती होने की कोशिश कर रही हैं और गर्भधारण तुरंत नहीं हो रहा तो आपको जी छोटा करना की या हतोत्साहित होने की कोई जरुरत नहीं है। ज्यादातर जोड़े जो नियमित रूप से असुरक्षित यौन संबंध रखते हैं, वह महिलायें कोशिश करने के 1 साल के भीतर गर्भवती हो जाती है।

एक दंपत्ति के सेक्स करने के बाद प्रेग्नेंसी तुरंत शुरू नहीं होती है। इसके लिए आपको कम-से-कम दो हफ्ते का इंतज़ार करना चाहिए और उसके बाद ही घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए या फिर डॉक्टर से मिलना चाहिए।

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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 14 Sep 2020

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