डिप्रेशन सेक्स लाइफ को कैसे करता है प्रभावित?
How depression affects your sex life in hindi
depression meaning in hindi jane
एक नज़र
- डिप्रेशन से जूझने वाला व्यक्ति सेक्स लाइफ का पूरी तरह से आनंद नहीं उठा पाता है।
- रिश्ते में प्यार और नजदीकियां बढ़ाने में सेक्स पुल का काम करता है।
- सेक्सोलॉजिस्ट के अनुसार कपल को हर 15 दिन में एक बार सेक्स कर लेना चाहिए।
Introduction

चाहे महिला हो या पुरुष, हर कोई चाहता है कि वह अपने पार्टनर के साथ अच्छी तरह से सेक्स लाइफ को इन्ज्वॉय करें। सेक्स करने से जहां एक ओर आपका रिश्ता मज़बूत होता है तो वहीं दूसरी ओर इससे शारीरिक सुख के साथ-साथ मानसिक सुख की भी प्राप्त होती है। लेकिन, विडंबना ये है कि डिप्रेशन (depression meaning in hindi) से जूझने वाला व्यक्ति अपनी सेक्स लाइफ का पूरी तरह से आनंद नहीं उठा पाता है।
महिलाओं में आजकल डिप्रेशन की समस्या बढ़ती जा रही, जिससे डिप्रेशन सेक्स सहित उनकी दैनिक कार्यों को भी प्रभावित करता है। एक्सपर्ट्स का कहना है, जो रसायन हमारे मस्तिष्क को सेक्स का सुख प्राप्त करने का संकेत भेजते हैं, डिप्रेशन सीधे तौर पर उन रसायनों को प्रभावित करता है। आज हम आपको इस लेख में बताएँगे कि आखिर डिप्रेशन सेक्स लाइफ को किस तरह से प्रभावित करता है, डिप्रेशन से जूझ रही महिला का सेक्स के प्रति रुझान क्यों कम हो जाता है और क्या यह आपके रिश्ते पर भी बुरा असर डालता है?
इस लेख़ में
डिप्रेशन सेक्स के प्रति रुचि कम कर सकता है
Depression can reduce interest in sex in hindi
जानें सेक्स कैसे करें
अवसाद या डिप्रेशन एक आम, बार-बार होने वाली और दुर्बल करने वाली बीमारी है, जो पिछले 100 वर्षों में अधिक प्रचलित हो गई है [1]। कई शोधों में भी में ये कहा गया है कि जो लोग डिप्रेशन की चपेट में होते हैं, उनमें सेक्स के प्रति रुचि कम होने लगती है। आपका पार्टनर आपको कितना भी सहज महसूस कराने की कोशिश करें लेकिन, अगर आप डिप्रेशन से जूझ रहे हैं, तो आप वह सुख प्राप्त नहीं कर पाएंगे जो आपको करना चाहिए।
ऐसे में ध्यान रखें कि अगर आपको कभी यह महसूस हो कि आप डिप्रेशन से ग्रस्त हैं और सेक्स के प्रति रुचि कम हो रही है तो डिप्रेशन का इलाज करने के साथ ही किसी सेक्सोलॉजिस्ट से भी संपर्क करें। संबंध बनाने से संबंधित समस्याओं का हल देने में साइकोलॉजिस्ट और सेक्सोलॉजिस्ट दोनों ही आपकी मदद करेंगे।
डिप्रेशन के कारण स्वभाव में आ सकता है बदलाव
Depression can change your behaviour in hindi
सेक्स कम और सेक्सी डिप्रेशन क्या है
डिप्रेशन दुनिया भर में सबसे आम, महँगा और गंभीर मनोरोगों में से एक है। इसकी घटना, हालांकि, लिंगों के बीच काफी भिन्न होती है, और महिलाओं में अवसाद की दर पुरुषों की तुलना में दोगुनी है [2]। यही कारण है कि महिलाएं अवसाद से अधिक ग्रस्त हैं। सेक्स (सेक्स कैसे करें) हमारे शरीर की ऐसी ज़रूरत है, जिसका समय-समय पर होना बहुत ज़रूरी है। सेक्सोलॉजिस्ट मानते हैं कि एक कपल को हर 15 दिन में एक बार सेक्स कर लेना चाहिए। लेकिन, जब ऐसा नहीं हो पाता तो इसका सीधा असर हमारे स्वभाव पर भी देखने को मिलता है।
सेक्स शरीर की एक ऐसी जरूरत है, जिसे एक निश्चित समय के बाद करना चाहिए। इससे न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक संतुष्टि भी मिलती है। लेकिन, जब व्यक्ति डिप्रेशन की चपेट में होता है तो वह सेक्स के आनंद को उस तरह महसूस नहीं कर पाता है, जिस तरह एक सामान्य व्यक्ति कर सकता है। ऐसे में इसका सीधा असर व्यक्ति के स्वभाव में आई चिड़चिड़ाहट और उदासी के रूप में देखने को मिलता है। जब कोई महिला अपनी इच्छानुसार यौन संबंध नहीं बना पाती है तो इससे उसका स्वभाव भी प्रभावित होता है। इसलिए ज़रूरी है कि समय रहते डिप्रेशन पर काबू पाया जाए।
अवसाद से रिलेशनशिप में लड़ाई और नोंक-झोंक बढ़ सकता है
Depression can lead to fights and arguments between couple in hindi
What is depression meaning in hindi
डिप्रेशन से जूझ रहे व्यक्ति की सेक्स लाइफ तो खराब होती ही है, साथ ही इससे रिश्ते में भी कई तरह से खटास आने लगती है। यह कहना ज़रा भी गलत नहीं होगा कि रिश्ते में प्यार और नज़दीकियां बढ़ाने में सेक्स पुल का काम करता है। एक वक्त के बाद रिलेशनशिप सेक्स पर निर्भर हो जाता है। लेकिन, जब डिप्रेशन शरीर में घर कर जाता है तो महिला सेक्स के दौरान या सेक्स की इच्छा के प्रति अपना सौ फ़ीसदी नहीं दे पाती है या सेक्स कम करने की इच्छा हो जाती है।
आप खुद ही सोचिए कि अगर आपके पार्टनर में सेक्स के प्रति तीव्र इच्छा है लेकिन, इसी वक्त में दूसरा पार्टनर इसके प्रति इंकार कर रहा है, तो रिलेशनशिप में किस स्तर का तनाव आ सकता है। ऐसी स्थिति में रिश्ते में लड़ाई होना, नोक-झोंक का बढ़ना और गलतफहमियों का पैदा होना आम हो जाता है। अंत में इसका नतीजा यह होता है कि कपल में दूरी बढ़ने लगती है और पुरुष शारीरिक सुख के लिए दूसरा विकल्प तलाशने लगता है।
डिप्रेशन सेक्स के लिए ऊर्जा को कम देता है
Depression reduces energy for sex in hindi
जाने सेक्स कैसे होता है
जब कोई महिला परेशान या तनाव युक्त रहती है तो या तो वो बहुत देर तक सोती रहती है या फिर उसकी नींद प्रभावित होती है। जब नींद पर्याप्त नहीं मिलती है तो इससे थकान का अनुभव होना लाज़मी है। जिसके परिणामस्वरूप ऊर्जा में भी कमी आती है और सेक्स करने की इच्छा भी कम होने लगती है। इस स्थिति में महिलाएं सेक्स करने की इच्छा से बचने लगती हैं या इससे भागने के बहाने ढूंढने लगती हैं।
कुछ अध्ययन भी बताते हैं कि नींद की कमी और थकान के कारण कामेच्छा में नकारात्मक रूप से कमी आने लगती है। इसलिए अवसाद को जड़ से खत्म करने के लिए जल्द-से-जल्द इस ओर ध्यान देना आवश्यक है।
निष्कर्ष
Conclusion in hindi
depression meaning in hindi jane
इस बात में कोई दोराय नहीं है कि डिप्रेशन शरीर का ऐसा दुश्मन है, जो व्यक्ति को अंदर से काफी खोखला बना देता है। नींद की कमी, भूख न लगना, आत्मविश्वास की कमी, उदास रहना या चिड़चिड़ाहट होना आदि डिप्रेशन के आम लक्षणों में से हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी 2 या 3 लक्षण अपने अंदर दिखे तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि ये आपकी सेक्स लाइफ को प्रभावित करने के साथ ही अन्य अंगों को भी नुकसान पहुँचाता है।
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references
संदर्भ की सूचीछिपाएँ
Deacon G, Kettle C, et al.”Omega 3 polyunsaturated fatty acids and the treatment of depression”. Crit Rev Food Sci Nutr. PMID: 25830700.
Naninck EF, Lucassen PJ, et al.”Sex differences in adolescent depression: do sex hormones determine vulnerability?” J Neuroendocrinol. PMID: 21418338.
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 29 Oct 2020