पीरियड्स नियमित करने के घरेलू उपचार
Irregular periods treatment in hindi
desi nuskhe for irregular periods in hindi kya hai
एक नज़र
- महिलाओं में आम तौर पर एक वर्ष में 11 से 13 माहवारी होती है।
- ऑलिगोमेनोरिया से पीड़ित महिलाओं को साल भर में छह या सात माहवारी से कम हो सकती हैं।
- नियमित माहवारी के लिए भावनात्मक और शारीरिक संतुलन भी ज़रूरी है।
Introduction

एक अनियमित माहवारी, जिसे चिकित्सीय रूप से ओलिगोमेनोरिया (oligomenorrhea) के रूप में जाना जाता है, महिलाओं में एक आम समस्या है। यह आमतौर पर 35 दिनों से अधिक के अंतराल के साथ माहवारी को संदर्भित करता है। महिलाओं में आम तौर पर एक वर्ष में 11 से 13 माहवारी होती है, लेकिन ऑलिगोमेनोरिया वाली महिलाओं को 6 या 7 माहवारी से कम हो सकती हैं।
कई कारक इस समस्या का कारण बन सकते हैं। मासिक धर्म शुरू होने के बाद पहले कुछ वर्षों और, साथ ही, जब एक महिला रजोनिवृत्ति के करीब पहुँचती है- इन दो स्थितियों के दौरान मासिक धर्म चक्र अनियमित हो जाते हैं। वहीं, कुछ मामलों में ये समस्या महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण भी होता है।
किशोरावस्था में मासिक धर्म संबंधी विकार बहुत आम हैं, और रोगियों और उनके माता-पिता दोनों के लिए तनाव का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है।[1]
हालांकि, अनियमित माहवारी का इलाज भी संभव है लेकिन इसके पूर्व आपको घरेलू उपायों की ओर ज़रूर रूख करना चाहिए। क्योंकि, अनियमितताओं को बड़ी आसानी से घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है। आइए, विस्तार से रुके हुए पीरियड्स लाने के उपाय (irregular periods treatment in hindi) को समझने की कोशिश करते हैं।
इस लेख़ में
रुके हुए पीरियड्स लाने उपाय के तौर पर अदरक का करें इस्तेमाल
Use ginger to regulate periods in hindi
irregular periods treatment in hindi

अनियमित पीरियड के कारण एक महिला मानसिक और भावनात्मक रूप से परेशान हो जाती है। पीरियड अनियमित होने के कारण महिलाओं को गर्भधारण करने में भी परेशानी आती है। ऐसे में अदरक आपकी परेशानी दूर कर सकता है।
जी हां, क्या आपको पता है कि भोजन बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला अदरक कैसे एक महिला के लिए फायदेमंद हो सकता है। अगर आपका पीरियड रेगुलर नहीं है तो आपके लिए अदरक बहुत लाभकारी हो सकता है। आइए जानते हैं कि पीरियड को नियमित करने में अदरक कैसे करता है मदद।
पीरियड को नियमित करने के लिए अदरक इस्तेमाल करने का तरीका :-
सामग्री :-
- अदरक - 1/2
- शहद - आवश्यकता अनुसार
अब क्या करें :-
- सबसे पहले अदरक को क्रश कर उसका रस निकाल लें।
- इस रस में थोड़ा शहद मिलाएं और रोज़ाना सेवन करें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए :-
- आपके आने वाले पीरियड की तारीख से कुछ दिन पूर्व से इसका सेवन करना चाहिए और वो भी प्रतिदिन दो बार।
पीरियड को नियमित करने में कैसे करता है मदद :-
अदरक मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने और मासिक धर्म के दर्द से राहत देने में बहुत फ़ायदेमंद है। यह मासिक धर्म को बढ़ावा देता है और इसलिए देरी या हल्की माहवारी से मुक़ाबला करने में यह सक्षम है। अनियमित माहवारी को ठीक करने के लिए आप अदरक की चाय भी पी सकते हैं। हालांकि, हर्बल चाय पीना भी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इससे भी पीरियड रेगुलर हो सकते हैं।
रुके हुए पीरियड लाने के उपाय के तौर पर आज़माए दालचीनी
Use cinnamon to regulate periods in hindi
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खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है। वहीं जुकाम और पाचन क्रिया में भी ये सहायक साबित होता है। लेकिन, इन सबके अलावा दालचीनी के इस्तेमाल से महिलाओं को बहुत लाभ पहुंच सकता है।
दालचीनी प्राथमिक कष्टार्तव (primary dysmenorrhea) की तीव्रता को कम कर सकती है। प्राथमिक डिसमेनोरिया से आराम पाने के लिए इस सुगंधित मसाले की सिफारिश की जाती है।[2]
महिलाओं में मासिक धर्म में होने वाले दर्द को डिसमेनोरिया (dysmenorrhea) कहा जाता है। वहीं, अगर आपको अनियमित पीरियड की समस्या है तो आपको दालचीनी से फायदा मिल सकता है।
पीरियड को नियमित करने के लिए दालचीनी इस्तेमाल करने का तरीका :-
सामग्री :-
- दालचीनी पाउडर - 1 चमच्च
- दूध - आवश्यकता अनुसार
अब क्या करें :-
- सबसे पहले दूध लें और उसमें दालचीनी पाउडर मिला लें।
- अब इस दूध का सेवन करें।
- आप दालचीनी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए :-
- पीरियड शुरू होने के कुछ दिन पहले से आप दालचीनी वाली दूध या फिर दालचीनी की चाय भी पीना शुरू कर सकते हैं।
पीरियड को नियमित करने में कैसे करता है मदद :-
मासिक धर्म चक्र को नियमित करने और मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने के लिए दालचीनी को उपयोगी माना जाता है। यह भी माना जाता है कि इसका शरीर पर गर्म प्रभाव पड़ता है।
इसके अलावा, इसमें हाइड्रॉक्सीक्लेकोन (hydroxychalcone) होता है, जो इंसुलिन के स्तर को नियमित करने में मदद करता है और इससे मासिक धर्म की नियमितता पर प्रभाव पड़ता है।
तिल से करें माहवारी को नियमित
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फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस से समृद्ध तिल, स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के साथ-साथ गठिया के दर्द और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करने में सहायता करता है। लेकिन, आपको ये जानकर हैरानी होगी कि तिल माहवारी को नियमित करने में भी सहायक साबित हो सकता है।
पीरियड को नियमित करने के लिए तिल इस्तेमाल करने का तरीका :-
सामग्री :-
- तिल - 1 चमच्च
- गुड़ - 1 चमच्च
अब क्या करें :-
- सबसे पहले तिल के बीज भुन लें।
- ठंडा होने बाद इसमें गुड़ डालकर इसे पीस लें और पाउडर बना लें।
- इस पाउडर को एक चम्मच रोजाना खाली पेट लें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए :-
- रुके हुए पीरियड्स लाने के उपाय के तौर पर आप पीरियड शुरू होने के दो हफ्ते पहले से इसका सेवन कर सकते हैं और प्रतिदिन दो बार ले सकते हैं।
पीरियड को नियमित करने में कैसे करता है मदद :-
तिल के बीज मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने में उपयोगी होते हैं, क्योंकि ये आपके हार्मोन को संतुलित करने में मदद करते हैं। ये लिग्नन्स (lignans) से भरे होते हैं, जो अतिरिक्त हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
साथ ही, इसमें आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो हार्मोन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। गुड़ भी अपनी गर्म असर के कारण मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में मदद करता है। बस गुड़ का एक टुकड़ा खाने से भी मासिक धर्म को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
अनियमित पीरियड का घरेलू उपाय है हल्दी
Use turmeric to regulate periods in hindi
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हल्दी का व्यापक रूप से खाद्य पदार्थों में एक मसाले के रूप में और एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory), एंटीहाइपरलिपिडेमिक (antihyperlipidemic) और रोगाणुरोधी गतिविधियों (antimicrobial activities) के लिए चिकित्सीय रूप से उपयोग किया जाता है। [3]
इसलिए, हल्दी का इस्तेमाल आप पीरियड को नियमित करने के लिए भी कर सकते हैं।
पीरियड को नियमित करने के लिए हल्दी इस्तेमाल करने का तरीका :-
सामग्री :-
- हल्दी - 1 चमच्च
- पानी- 1 गिलास
अब क्या करें :-
- एक गिलास पानी उबालें और इसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं।
- गर्म होने पर सेवन करें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए :-
- आप पीरियड शुरू होने के लगभग एक हफ्ता पहले से रोज़ाना इस उपाय को 1-2 बार अपना सकते हैं।
पीरियड को नियमित करने में कैसे करता है मदद :-
एक मसाला होने के कारण, हल्दी को मासिक धर्म को नियंत्रित करने और हार्मोन को संतुलित करने में सहायक माना जाता है। इसके इमेनगॉग (emmenagogue) गुण मासिक धर्म प्रवाह को प्रोत्साहित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसके एंटीस्पास्मोडिक (antispasmodic) और एंटी-इनफ्लेममेटरी (anti-inflammatory) गुण मासिक धर्म के दर्द से राहत देते हैं।
सौंफ से करें माहवारी को नियमित
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रुके हुए पीरियड्स लाने के उपाय है सौंफ

सौंफ का इस्तेमाल अक्सर महिलाओं के स्वास्थ्य देखभाल में कष्टार्तव (dysmenorrhea)का इलाज करने, दूध की आपूर्ति बढ़ाने और रजोनिवृत्ति के लक्षणों को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है। [4]
लेकिन, आप इस बात से अवगत नहीं होंगे कि सौंफ से मासिक धर्म को नियमित करने में भी मदद मिलती है। जी हां, सौंफ के सेवन से पीरियड को नियमित बनाने में मदद मिल सकती है।
पीरियड को नियमित करने के लिए सौंफ इस्तेमाल करने का तरीका :-
सामग्री :-
- सौंफ - 1 चमच्च
- पानी - 4 कप
अब क्या करें :-
- एक सॉस पैन में पानी उबालें।
- अब इसमें सौंफ डालें और उबलने दें।
- अब इसे छान लें और ठंडा होने दें।
- ठंडा होने के बाद इसका सेवन करें।
कितनी बार आपको यह करना चाहिए :-
- आपको पीरियड्स शुरू होने के एक हफ्ता पहले से ये उपाय शुरू कर देना चाहिए और दिन-भर में इसे थोड़ा-थोड़ा पीना चाहिए।
पीरियड को नियमित करने में कैसे करता है मदद :-
अनियमित मासिक धर्म के उपचार के लिए सौंफ एक बेहतरीन जड़ी बूटी है। एक शक्तिशाली उत्सर्जक (emmenagogue) होने के नाते, यह मासिक धर्म को बढ़ावा देता है और इसके एंटीस्पास्मोडिक (antispasmodic) गुणों के कारण मासिक धर्म से जुड़े ऐंठन से भी छुटकारा दिलाता है। इसके अलावा, यह महिला सेक्स हार्मोन के संतुलन में मदद करता है।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
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इन उपायों के अलावा, अपने भावनात्मक और शारीरिक संतुलन को बनाए रखने की कोशिश करें। इतना ही नहीं, पीरियड्स की अनियमितता का कारण कहीं-न-कहीं आपकी जीवनशैली से भी जुड़ा होता है। इसलिए जीवनशैली में कुछ परिवर्तन कर भी आप पीरियड साइकिल को नियमित कर सकती हैं।
यदि आपके माहवारी आमतौर पर अनियमित अवधि है और आपका मासिक धर्म पैटर्न बदल रहा है, तो अपने चिकित्सक उपचार के लिए भी परामर्श करें, खासकर यदि आपकी उम्र 40 वर्ष से अधिक है।
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references
संदर्भ की सूचीछिपाएँ
Deligeoroglou E, Creatsas G. “Menstrual disorders.” Endocr Dev. PMID: 22846527
Jahangirifar M, Taebi M, et al. “The effect of Cinnamon on primary dysmenorrhea: A randomized, double-blind clinical trial.” Complement Ther Clin Pract. PMID: 30396627
Soleimani V, Sahebkar A, et al. “Turmeric (Curcuma longa) and its major constituent (curcumin) as nontoxic and safe substances: Review.” Phytother Res. PMID: 29480523
Lee HW, Lim HJ, et al. “Fennel (Foeniculum vulgare) on management of menopausal symptoms: A protocol for systematic review of randomized controlled trials.” Medicine (Baltimore). PMID: 29595668
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 15 Aug 2020
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