स्तन संक्रमण (मैस्टाइटिस) के घरेलू उपचार

Home remedies for Mastitis in hindi

mastitis in hindi kya hai


एक नज़र

  • स्तन संक्रमण (मैस्टाइटिस) में आराम करना बहुत जरूरी है।
  • स्तन संक्रमण से स्तन के फैटी टिश्यू प्रभावित होते हैं।
  • इस दौरान स्तनपान करने से बच्चों में कोई नुकसान नहीं होता।
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Introduction

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स्तन संक्रमण, जिसे मैस्टाइटिस (mastitis) भी कहा जाता है, स्तन के ऊतक (breast tissues) के भीतर होने वाला संक्रमण है। स्तनपान (breastfeeding) कराने वाली महिलाओं में स्तन संक्रमण होना आम है, क्योंकि बच्चे के मुँह से बैक्टीरिया (bacteria) स्तन में प्रवेश करता है और स्तन को संक्रमित करता है। इसे लैक्टेशन मैस्टाइटिस (lactation mastitis) के नाम से भी जाना जाता है। मैस्टाइटिस उन महिलाओं को भी होता है, जो स्तनपान नहीं कराती, पर ऐसा बहुत ही कम मामलों में पाया जाता है।

स्तन संक्रमण आमतौर पर स्तन के फैटी टिश्यू को प्रभावित करता है, जिससे सूजन (swelling), गाँठ (lump) और दर्द (pain) होता है। वैसे ज्यादातर संक्रमण स्तनपान और मिल्क डक्ट बाध्यता (milk duct blockage) के कारण होते हैं, पर बहुत ही कम मामलों में ये संक्रमण स्तन कैंसर से भी जुड़े होते हैं। इस लेख में हम आपको बातएंगे कि स्तन संक्रमण यानि मैस्टाइटिस का इलाज (mastitis in hindi) कैसे घरेलू उपायों की मदद से संभव है।

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इस लेख़ में

  1. 1.मैस्टाइटिस का इलाज है स्तनपान
  2. 2.मैस्टाइटिस का इलाज है आराम करना
  3. 3.मैस्टाइटिस का इलाज गर्म और ठंडा सेंक
  4. 4.मैस्टाइटिस का घरेलू इलाज है स्तन मसाज
  5. 5.मैस्टाइटिस का इलाज है पत्तागोभी
  6. 6.मैस्टाइटिस का इलाज है हल्दी का पेस्ट
  7. 7.मैस्टाइटिस का इलाज है एलोवेरा
  8. 8.मैस्टाइटिस का इलाज है नीम के पत्तों का जूस
  9. 9.मैस्टाइटिस का इलाज है आवश्यक तेल
  10. 10.मैस्टाइटिस का इलाज है विटामिन-सी
  11. 11.निष्कर्ष
 

मैस्टाइटिस का इलाज है स्तनपान

Breastfeeding is the treatment for mastitis in hindi

mastitis ka ilaj kya hai

लंबी अवधि तक बच्चे को दूध नहीं पिलाने से भी मैस्टाइटिस होता है अपने बच्चे को लगातार स्तनपान कराए, या स्तन से पंप के ज़रिए दूध निकालें। दूध के भर जाने से भी स्तन में तेज़ दर्द होता है। इसलिए अगर आप स्तनपान कराने वाली माँ हैं, तो मैस्टाइटिस का पहला इलाज़ ‘स्तनपान’ ही है [1]। ऐसा करने से आपको घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि आपके स्तनपान कराने से आपके बच्चे को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।

हालांकि, स्तनपान करने से पूर्व आपको सावधान होने की आवश्यकता है और इसके लिए एक साफ़ तौलिये को गर्म पानी में डुबोकर निचोड़ लें, और इसे प्रभावित स्तन में 15 मिनट तक रखें। इससे दूध का प्रवाह होगा और इसके बाद बच्चे को स्तनपान कराए।

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मैस्टाइटिस का इलाज है आराम करना

Rest is the treatment for mastitis in hindi

What is abscess treatment in hindi

मैस्टाइटिस होने के दौरान आराम करना बहुत ज़रूरी है। इस दौरान एक महिला जितना आराम करेगी, उतनी जल्दी ठीक हो जाएगी। हालांकि, ये बात भी सही है कि नवजात शिशु की देखभाल करते समय आराम करना संभव नहीं हो पाता है, लेकिन बिस्तर पर रहने और आराम करने की आप इस दौरान पूरी कोशिश करें या फिर अपनी दैनिक गतिविधि कम कर दें या धीरे-धीरे करें। अगर संभव हो, तो अपने अपने साथी से कुछ दिनों के लिए काम से छुट्टी लेने के लिए कहें या कुछ दिनों के लिए एक अच्छे दोस्त या परिवार के सदस्य की मदद लेने पर विचार करें ताकि आप अपना ध्यान रखने पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

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मैस्टाइटिस का इलाज गर्म और ठंडा सेंक

Take warm and cold compression for mastitis in hindi

मैस्टाइटिस क्या है

मैस्टाइटिस का घरेलू इलाज (mastitis ka ilaj) गर्म के साथ-साथ ठंडा सेक भी है। स्तन को गर्म पानी से सेकने और बर्फ के टुकड़ो से मसाज से भी स्तन संक्रमण से राहत मिलती है। गर्म पानी में साफ़ तौलिया डुबोकर, उसे निचोड़ लें पर बारी-बारी से दोनों स्तन की सिंकाई करें। ऐसा करने करने से दर्द से राहत मिलती है। इसी तरह बर्फ के टुकड़े से भी दर्द से राहत मिलती है। बस इस बात का ध्यान रखें कि बर्फ को सीधे त्वचा पर ना लगाएं। आइस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर साफ़ कॉटन कपड़े में बर्फ के टुकड़ों को रखकर प्रभावित स्तन पर रखें।

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मैस्टाइटिस का घरेलू इलाज है स्तन मसाज

Breast massage is the treatment for mastitis in hindi

What is mastitis treatment in hindi

अधिकतर मामलों में संक्रमण स्तनपान और स्तन में मौजूद मिल्क डक्ट में रूकावट (milk duct blockage) के कारण होते हैं, पर बहुत ही कम केसेस में ये संक्रमण स्तन कैंसर से भी जुड़े होते हैं। मैस्टाइटिस स्तन की सूजन है और स्तनपान करने वाली महिलाओं मे अधिक प्रचलित है [2] । ऐसे में इस स्थिति में स्तन मसाज करने से भी संक्रमण से राहत मिलती है। मसाज करने के लिए शुरुआत उस जगह से कीजिए जहां पर गाँठ लग रही है, उससे ऊपर से शुरुआत करें और फिर गाँठ के आस-पास गोल-गोल मसाज करें।

स्तन से लेकर कांख (armpit) तक मसाज करें। निप्पल के चारों ओर हल्के हाथों से मसाज करें। किसी जानकार की मदद ले सकती हैं। आयुर्वेदिक मसाज भी करा सकती हैं। वैसे तो मसाज के लिए आप नारियल तेल (coconut oil), ओलिव आयल (olive oil), टी ट्री आयल (tea-tree oil) ,या किसी भी तेल का उपयोग कर सकती हैं।

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मैस्टाइटिस का इलाज है पत्तागोभी

Cabbage for the treatment of mastitis in hindi

mastitis treatment in hindi kya hai

स्तन संक्रमण के इलाज़ के लिए पत्तागोभी के पत्तों का उपयोग महिलाएं वर्षों से कर रही हैं। दर्द से राहत दिलाने और सूजन कम करने में पत्तागोभी बहुत लाभकारी होता है। पत्तागोभी के पत्तों को साफ़ कर सीधे ही स्तन पर रखा जा सकता है। स्तन पर रखकर इसे कुछ घंटों के लिए छोड़ दें या फिर पत्तागोभी के पत्तों को साफ़ कर पेस्ट तैयार कर लें और उसे स्तन पर लगाकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। जब तक सूजन कम ना हो इस विधि को दोहराए। वहीं, एक अध्ययन से पता चला है कि ठंडी गोभी की पत्तियां, स्तन की बेचैनी और स्फूर्ति के लिए गर्म सेक के समान ही प्रभावी होती हैं।

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मैस्टाइटिस का इलाज है हल्दी का पेस्ट

Use turmeric for mastitis treatment in hindi

mastitis ka ilaj hai haldi

मैस्टाइटिस के इलाज़ के लिए हल्दी का उपयोग एक पारंपरिक इलाज है। विशेषज्ञों की मानें तो हल्दी में एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट करक्यूमिन (antioxidant curcumin) मौजूद होता है।
करक्यूमिन में शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। हल्दी को थोड़े से पानी में मिलकर एक गाढ़ा पेस्ट बना लें और इसे प्रभावित स्तन पर लगा लें।लगाने के 15 -20 मिनट के बाद इसे साफ़ कर लें। ऐसा करने से जल्द ही मैस्टाइटिस से राहत मिलेगी।

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मैस्टाइटिस का इलाज है एलोवेरा

Use for Aloe vera for mastitis treatment in hindi

mastitis ka ilaj jane

एलोवेरा में मौजूद इसके दर्द निवारक गुणों के अलावा, एलोवेरा जेल डैमेज स्किन और सूजन या सूखी त्वचा को ठीक करने में भी सहायता करता है। प्रभावित स्तन पर सीधे ताजा जेल लगाएं। इसके सूख जाने के बाद गुनगुने पानी से धो लें। राहत मिलने तक इस प्रक्रिया को कई बार दोहराए। इससे आपको वाकई बहुत फायदा मिलेगा।

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मैस्टाइटिस का इलाज है नीम के पत्तों का जूस

Neem leaf juice for mastitis treatment in hindi

abscess treatment in hindi jane

नीम के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण होते हैं, जो कई ऐसे बैक्टीरिया से लड़ सकते हैं जिनके कारण मैस्टाइटिस होता है। नीम के पत्तों को साफ़ कर लें, और थोड़ा पानी मिलाकर पीस लें। अब इसका जूस निकालकर प्रभावित स्तन पर लगाएं। इससे काफी फायदा होगा। खासकर अगर आपको पेरिडक्टल मैस्टाइटिस (periductal mastitis) है।

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मैस्टाइटिस का इलाज है आवश्यक तेल

Essentials oils for treatment of mastitis in hindi

मैस्टाइटिस क्या है

अनुसंधान से ये पता चलता है कि आवश्यक तेल मास्टिटिस के लिए बहुत प्रभावी हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, टी ट्री ऑयल में टेरपिनन-4- ओ-एल नामक एक कंपाउंड होता है, जो एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होता है [3]। आप इस तेल को करियर ऑयल जैसे बादाम के तेल या फिर जैतून के तेल के साथ मिलाकर लगाकर सकते हैं। हालांकि, टी-ट्री ऑयल को मुँह में लेने से बचें क्योंकि ये खतरनाक हो सकता है।

इसलिए इसे स्तन पर लगाने के बाद अपने निप्पल को अच्छे से साफ कर लें ताकि स्तनपन के समय आपका बच्चा इसके संपर्क में न आए।

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मैस्टाइटिस का इलाज है विटामिन-सी

Vitamin C for the treatment of mastitis in hindi

What is mastitis in hindi

विटामिन-सी, किसी भी तरह के घाव को भरने में सहायता करता है और शरीर को एक बार फिर से एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर बनाने में मदद करता है। अनुसंधान से पता चलता है कि विटामिन सी मवेशियों में होने वाले मस्टाइटिस संक्रमण के इलाज में भी सहायक है [4]। फिर भी, अधिक मानव अनुसंधान की आवश्यकता है। इसलिए विटामिन-सी युक्त सप्लीमेंट लेने से पूर्व अपने डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।

अपनी दिनचर्या में विटामिन सी को जोड़ने का एक और तरीका ये है कि अधिक विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ खाएं। संतरा, कीवी, आलू, बांध गोभी, टमाटर और ब्रॉकोलो का सेवन कर सकते हैं।

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निष्कर्ष

Conclusion in hindi

What is mastitis in hindi

इन घरेलू उपचारों का उपयोग कर जल्द ही आपको संक्रमण से राहत मिल जाएगी। साथ ही खूब पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें, तभी आप संक्रमण के और इलाज अपना सकती हैं। बच्चे को लगातार स्तनपान कराते रहने से दूध की गाँठ नहीं जमेगी। इसका भी खास ध्यान रखें।

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references

संदर्भ की सूचीछिपाएँ

1 .

Spencer JP. “Management of mastitis in breastfeeding women”. Am Fam Physician. PMID: 18819238.

2 .

Beltrán Vaquero DA, Crespo Garzón AE, et al. “[Infectious mastitis: a new solution for an old problem]”. Nutr Hosp. 2015;31 Suppl 1:89-95, PMID: 25659061.

4 .

Matsui T. “Vitamin C nutrition in cattle”. Asian-Australas J Anim Sci. PMID: 25049602

आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 02 Nov 2020

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