इन खाने की चीजों से दूर होगी महिलाओं के तनाव और अवसाद की समस्या
Foods that can reduce stress and depression in women in hindi
In khane ki chizon se door hogi mahilao ke tanav aur awsaad ki samasya in hindi
एक नज़र
- तनाव और अवसाद एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
- रोज़ाना की चिंता से तनाव व अवसाद का होना लाज़मी है।
- हमारा खान-पान भी इन दो बीमारियों का सबसे बड़ा कारण है।
Introduction

एक महिला सुबह 5 बजे उठती है। बच्चों और पति के लिए लंच बनाती है। परिवार वालों के लिए सुबह का नाश्ता और दिन का खाना बनाती है, फिर खुद भी ऑफिस जाने के लिए तैयार होती है। अगर ऑफिस नहीं जाती है तो घर के कामों में लग जाती है।
इन घर व ऑफिस के कामों के अलावा घर चलाने व रिश्तेदारों की माँगे पूरी करने की जिम्मेदारी महिलाओं की चिंता का कारण बनती है। ऐसे में महिलाएं तनाव व अवसाद से घिरने लगती हैं।
ऐसा नहीं है कि केवल शादीशुदा महिलाएं ही तनाव की शिकार होती है। वे महिलाएं भी तनाव में घिरी रहती हैं जो अकेली रह रही हैं। ऐसी महिलाओं को अपने करियर और शादी की चिंता होती है।
इस लेख़ में
महिलाओं में तनाव और अवसाद के ज्यादा मामले देखे जाते हैं
More cases of stress and depression are seen among women in hindi
Mahilao me tanav aur awsaad ke jyada mamle dekhe jaate hai
यह केवल कहने की बात नहीं है कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में तनाव और डिप्रेशन के ज्यादा लक्षण देखे जाते हैं बल्कि इसकी पुष्टि कई सारे शोध में भी हो चुकी हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ (National Institute of Mental Health) के अनुसार महिलाएं, पुरुषों की तुलना में तनाव से दोगुना प्रभावित होती हैं।
खाने की चीजों से दूर करें तनाव और अवसाद
Eating these foods can cure stress and depression in hindi
khane ki cheezon se door kare tanav aur awsaad
आज जिस तरह का हमारा खान-पान है, उसका सबसे ज्यादा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। मार्केट का जंक-फूड महिलाओं में हार्मोनल बदलाव (hormonal changes) का कारण बन रहा है जो एक तरह से तनाव और अवसाद की वजह भी बनता है।
अगर आपका भी खान-पान सही नहीं है और आप भी तनाव व अवसाद महसूस करती हैं तो आज ही अपने खान-पान में बदलाव लाएं और
नीचे दिए गए खाने की चीजों को अपने भोजन में शामिल करें :
तुलसी के पत्ते (holy basil)
तुलसी के पत्ते खाने के फायदे तो हर किसी को मालूम है। इसके गुणों की चर्चा आयुर्वेद में भी की गई है। इसकी खुशबू मात्र से मानसिक शांति मिलती है।
इसलिए डॉक्टर तनाव दूर करने के लिए रोज सुबह तुलसी के कुछ पत्ते मुंह में रखने की सलाह देते हैं। यह तनाव दूर करने के लिए कारगर दवाई मानी जाती है।
साथ ही, इससे अन्य तरह की बीमारियाँ भी ठीक हो जाती हैं। तुलसी के पत्तों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) बॉडी में कोर्टिसोल (cortisol) यानी स्ट्रेस हार्मोन (stress hormone) के लेवल को संतुलित रखकर तनाव को दूर करता है।
किस तरह करें इस्तेमाल
तनाव दूर करने के लिए रोज़ सुबह खाली पेट तुलसी के 5 पत्ते मुंह में रखें और उसे चबाएं। फिर एक ग्लास पानी पिएँ। ऐसा लगातार 21 दिनों तक करें।
अगर सुबह चाय पीती हैं तो उसमें भी तुलसी की तीन पत्तियां डाल लें। इससे आप तनाव व अवसाद की शिकार नहीं होंगी।
नोट : ज्यादा मात्रा में तुलसी की पत्तियां ना खाएं।
सेब (Apple)
सेब के फायदे तो हर किसी को मालूम हैं। इस फल के लिए तो कहावत भी बनी है कि 'रोज एक सेब खाने का मतलब है, ज़िंदगी भर के लिए डॉक्टर से दूर रहना'।
सेब आपको कई सारी बीमारियों से बचाने के साथ ही तनाव और अवसाद से भी बचाता है। इस फल में मौजूद पौषक-तत्व और आयरन (iron) आपके दिमाग में हैप्पी हार्मोन्स रीलिज करते हैं जिससे आपको दुख पहुंचाने वाली यादें और बातें, आपको उतना ज्यादा प्रभावित नहीं करती हैं और फिर आपको तनाव नहीं होता है।
इसके अलावा इसमें मौजूद फास्फोरस (phosporus), विटामिन बी (vitamin-B) और पोटैशियम (potassium), आपकी इंटेलिजेंस (intelligence) को बेहतर बनाता है। जिससे आपका दिमाग बुरी बातों से दूर रहता है और आप अवसाद की शिकार नहीं होती हैं।
किस तरह करें इस्तेमाल
रोज सुबह नाश्ते में दो सेब खाएं। इससे दिन भर के लिए आपके दिमाग को पोषक-तत्व मिल जाएंगे और तनाव आप पर हावी नहीं होगा।
नोट : ज्यादा मात्रा में सेब ना खाएं। ये दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। रात को सेब ना खाएं। इसमें कम मात्रा में कैफीन होता है जो आपके नींद ना आने का कारण बन सकता है।
अंडा - Egg
अंडा, प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। दिन में दो अंडे खाने का मतलब है कि आपने दिन भर की प्रोटीन की मात्रा पूरी कर ली।
प्रोटीन के अलावा अंडे में डीएचए (DHA) होता है जो अवसाद को 50 फीसदी तक ठीक करता है।
किस तरह करें इस्तेमाल
रोज सुबह एक उबला अंडा खाएं। इससे मौजूद प्रोटीन आपको दिनभर के लिए ऊर्जा देगा।
नोट: एक से अधिक अंडे ना खाएं। महिलाओं के शरीर के अनुसार एक अंडा खाना काफी होता है।
बादाम और काजू (Almond and cashew)
वैसे तो तनाव दूर करने के लिए काजू खाना काफी होता है। लेकिन, तनाव के साथ अगर आप अवसाद की भी समस्या से ग्रस्त हैं तो काजू के साथ बादाम खाएं।
बादाम एक ब्रेनफूड (brainfood) है जो दिमाग को बूस्ट करता है और हेल्दी रखता है। इसलिए हर किसी को रोज बादाम ज़रूर खाने चाहिए।
इससे आपके दिमाग में बुरे ख्याल नहीं आते और आप अवसाद की शिकार होने से बच जाती हैं।
वहीं काजू में मौजूद विटामिन-बी (vitamin-B) तनाव को दूर रखता है।
किस तरह करें इस्तेमाल
रोज़ सुबह उठकर खाली पेट 9 बादाम चबा-चबाकर खाएं। यह पेट और दिमाग दोनों के लिए फ़ायदेमंद है।
नोट: ज्यादा मात्रा में बादाम ना खाएं। ये शरीर को अंदर से गरम करते हैं। गर्मी में भीगे हुए और सर्दियों में सूखे बादाम खाने चाहिए।
आयरनयुक्त भोजन (Iron)
तनाव और अवसाद का सबसे पहले असर आपके शरीर पर पड़ता है और आप खुद को कमजोर और बीमार महसूस करती हैं।
अगर आपके साथ भी ऐसा है तो आज से ही अपने खाने में आयरनयुक्त भोजन शामिल करें। इस भोजन से आपके शरीर को ऊर्जा मिलेगी और आप खुद को कमजोर महसूस नहीं करेंगी।
साथ ही आयरन आपके दिमाग को भी हेल्दी रखेगा जिससे तनाव और अवसाद आपसे कोसों दूर रहेगा।
किस तरह करें इस्तेमाल
दिन में भोजन के दौरान आयरनयुक्त सब्जी शामिल करें। क्योंकि सुबह से काम कर शरीर व दिमाग थक जाता है और उसे शाम तक भी काम करने की ज़रूरत होती है।
ऐसे में लंच में आयरनयुक्त भोजन अपने खाने में ज़रूर शामिल करें।
महिलाओं में तनाव और अवसाद को ठीक करने के लिए टिप्स
Tips to cure stress and depression in women in hindi
mahilao me tanav aur awsad ko thik karne ke liye tips
खाने-पीने की चीजों के अलावा अपने रहन-सहन पर भी एक नज़र डालें। क्योंकि जिस तरह से आप रहती हैं उसका भी असर आपके शरीर पर पड़ता है।
इसलिए इन बातों का ख्याल ज़रूर रखें:
सबह के कामों में लगने से पहले, 15 मिनट टहलें।
कई महिलाएं पतले होने या काम में व्यस्त होने के कारण सुबह का नाश्ता छोड़ देती हैं। सुबह नाश्ता ज़रूर करें।
घर को साफ-सुथरा रखें। आस-पास की सफाई आपके दिमाग को शांत रखती है।
अगर रात में नींद ना आने की समस्या है तो घर के कामों से निपट कर गुनगुने पानी से नहाएं।
चाय या कॉफी की लत है तो उसे धीरे-धीरे कम करें।
किसी तरह की चिंता है तो किसी से उसे साझा करें।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
Nishkarsh
तनाव और अवसाद एक गंभीर बीमारियाँ हैं जिसे हल्के में बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए।
अगर आप तनाव से ग्रस्त हैं तो सबसे पहले अपने खान-पान में बदलाव करें। क्योंकि जो आप खाती हैं उसका सबसे ज्यादा असर आपके दिमाग पर ही पड़ता है। इसलिए खाने में तुलसी के पत्ते, सेब और आयरनयुक्त चीजें शामिल करें और तनाव व अवसाद से दूर रहें।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 07 Jun 2019