आईयूआई प्रक्रिया के बाद गर्भधारण के लिए क्या करें और क्या न करें

Dos and donts after IUI pregnancy treatment in hindi

IUI prakriya ke bad garbh dharan karne ke liye kya kare aur kya na kare in hindi


एक नज़र

  • अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान द्वारा गर्भवती होने की संभावना कई चीजों पर निर्भर करती है।
  • गर्भवती होने की संभावना को बढ़ाने के लिए कई बातों का पालन करना आवश्यक है।
  • उचित जीवनशैली के द्वारा इस संभावना को बढ़ाया जा सकता है।
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Introduction

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अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान प्रक्रिया गर्भधारण की एक सरल एवं सुविधाजनक प्रक्रिया है।

इस प्रक्रिया की सफलता के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है।

जितनी सरल यह प्रक्रिया है उतना ही सरल इन बातों का पालन करना है।

अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान प्रक्रिया के बाद हुई असावधानियाँ गर्भधारण की सफलता को प्रभावित कर सकती है।

आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं गर्भधारण की संभावना बढ़ाने के लिए अंतरगर्भशीय गर्भधान के बाद क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए।

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इस लेख़ में

 

गर्भधारण की संभावना बढाने के लिए अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान के बाद क्या करना चाहिए?

What to do after IUI to increase chances of pregnancy? in hindi

Garbh Dharan ki sambhavna badhaane ke liye antargarbhashayi garbhadhaan ke bad kya karna chahiye

आईयूआई गर्भधारण प्रक्रिया के बाद क्या करें :

  • अपना ख्याल रखें (Take good care)
    अपने स्वास्थ्य का बेहतर ख़्याल रखें।
    अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद डॉक्टर महिला को कुछ देर क्लिनिक में ही आराम करने की सलाह देते हैं।
    मगर घर पहुँचने के बाद भी आराम करना बेहद ज़रूरी है।
    कुछ दिन यात्रा एवं घरेलू काम न करें।
    गर्भावस्था की संभावना को बढाने में स्वस्थ भोजन महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
    विटामिन डी (vitamin D) युक्त भोजन करने से गर्भावस्था की संभावना बढ़ जाती है।
    नियमित रूप से खाने में विटामिन डी युक्त आहार शामिल करें।
  • सकारात्मक सोच रखें (Positive thinking)
    धैर्य एवं सकारात्मक सोच रखने से आईयूआई के द्वारा गर्भावस्था की संभावना बढ़ जाती है।
    अपना मन किसी ऐसे कार्य में लगाये जो आपको अच्छा लगता हो।
    इससे नकारात्मक ख्याल मन में नहीं आयेंगे।
  • तनावमुक्त रहें (Avoid stress)
    तनाव एवं बेचैनी निसंतानता की एक वजह है।
    इनके कारण गर्भपात होना एक आम बात है।
    गर्भावस्था को बनाये रखने में हार्मोन्स का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
    तनाव की वजह से इन हार्मोन्स में असंतुलन पैदा होता है जिससे गर्भधारण में मुश्किलें आती हैं।
    अंतरगर्भाशायी गर्भाधान द्वारा गर्भावस्था के वक़्त भी तनावमुक्त रहना उतना ही ज़रूरी है।
  • हल्के व्यायाम करें (Do exercises)
    अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान प्रक्रिया के बाद कुछ दिन आराम करना ज़रूरी होता है।
    इसके बाद हल्का व्यायाम गर्भावस्था के लिए फ़ायदेमंद है।
    हल्का व्यायाम करने से गर्भाशय में खून का प्रवाह बढ़ता है एवं ज़रूरी पोषक तत्त्व गर्भाशय की परत तक पहुँच जाते हैं।
    इसके अलावा व्यायाम दिमाग को तनावमुक्त भी रखता है।
  • दवाइयाँ समय पर लें (Take medicines on time)
    डॉक्टर गर्भावस्था की संभावना को बढाने वाली दवाइयां दे सकते हैं।
    डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाइयों को समय पर लें।
    दवाइयां मुंह से खाने वाली या योनि में डालने के लिए भी हो सकती हैं।
  • डॉक्टर के संपर्क में रहें (Keep in touch with doctor)
    अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान प्रक्रिया के करीब एक सप्ताह बाद दोबारा अपने डॉक्टर से मिलें।
    वो आपका हार्मोनल स्तर जांच कर गर्भधारण बढाने वाली दवाइयां दे सकते हैं।
    इसके अलावा वे आइय़ूआइ (IUI) से जुड़ी अतिरिक्त जानकारी भी दे सकते हैं।
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गर्भधारण की संभावना बढाने के लिए अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान के बाद क्या नहीं करना चाहिए?

What not to do after IUI to increase chances of pregnancy? in hindi

Garbh Dharan ki sambhavna badhaane ke liye antargarbhashayi garbhadhan ke bad kya nahi karna chahiye in hindi

आईयूआई गर्भधारण प्रक्रिया के बाद क्या न करें :

  • ख़राब जीवनशैली से दूर रहें (Stay away from unhealthy lifestyle)
    ख़राब जीवनशैली, स्त्री या पुरुष, दोनों में ही निसंतानता का कारण है।
    अंतरगर्भाशायी गर्भाधान के द्वारा गर्भधारण की संभावना बढाने के लिए शराब, सिगरेट या तम्बाकू का सेवन ना करें।
    इतना ही नहीं, गर्भधारण होने के बावजूद इनके सेवन से दूर रहें क्योंकि यह फ़ीटस (fetus) में विकृति पैदा कर सकता है।
  • हानिकारक किरणों से दूर रहें (Do not expose to harmful radiations)
    हानिकारक किरणें और खतरनाक रसायनों से दूर रहें, ये गर्भधारण की संभावना को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
    गर्भधारण होने के बाद भी हानिकारक किरणें और ख़तरनाक रसायन से गर्भपात होने का ख़तरा बना रहता है।
  • ज्यादा और जल्दी सीढ़ियों पर ना चढ़ें (Do not use stairs frequently and in hurry)
    ज्यादा सीढ़ियों का प्रयोग ना करें।
    अगर प्रयोग करना ज़रूरी है तो धीरे-धीरे चढ़ें।
    जल्दी-जल्दी चढ़ने से गर्भाशय की परत में दिक्कत आ सकती है और गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है।
  • तैराकी न करें (Avoid swimming)
    संक्रमण गर्भधारण की संभावना को कम करता है।
    तैराकी से संक्रमण होने का ख़तरा बढ़ जाता है।
    इसलिए अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान प्रक्रिया के बाद कम-से-कम 48 घंटे तक तैराकी नहीं करनी चाहिए।
और पढ़ें:अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक
 

निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh

अंतर्गार्भाशायी गर्भाधान प्रक्रिया के बाद गर्भधारण की संभावनाएं बढाने के लिए अपना उचित ख्याल रखें, सकारात्मक सोच रखे, हल्का व्यायाम करें, तनावमुक्त रहे और समय पर अपनी दवाइयां लें।

इसके अलावा गर्भाधारण की सफलता बढाने के लिए सही जीवनशैली का पालन करें, ज़मीन पर न बैठे, तैराकी न करें और हानिकारक किरणों से दूर रहें।

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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 28 May 2020

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