गर्भावस्था में कब्ज की समस्या व उपाय

Constipation during early pregnancy and how to deal with it in hindi

Pregnancy mein kabj ki samasya aur ilaj in hindi


एक नज़र

  • प्रेगनेंसी में गर्भाशय का विकास होने के कारण महिला को कब्ज की समस्या हो सकती है।
  • गर्भवती महिला को अपने आहार में दही और फाइबर (25-30 ग्राम प्रतिदिन) युक्त खाने को शामिल करना चाहिए।
  • गर्भवती स्त्री को कब्ज के लिए खुद से किसी प्रकार की दवाई नहीं लेनी चाहिए।
triangle

Introduction

Constipation_during_pregnancy___Zealthy

गर्भावस्था में महिलाओं को अनेक शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इन समस्याओं में से एक है कब्ज (constipation) कब्ज की समस्या, जो गर्भावस्था के दौरान सामान्य है।

आकड़ों की मानें तो, हमारे देश की प्रत्येक 10 में से 8 महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कब्ज का सामना करना पड़ता है।

इसके पीछे का मुख्य कारण गर्भवती महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल (hormonal) बदलाव होते हैं।

इस लेख में कब्ज से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू उपाय बताएं गए हैं जिसे इस्तेमाल करके इस समस्या से सरलता से छुटकारा पाया जा सकता है।

loading image

इस लेख़ में

 

गर्भावस्था में कब्ज होने के कारण क्या हैं?

What are the reasons of constipation in pregnancy? in hindi

Pregnancy mein kabj hone ke karan kya hain in hindi

जब शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन (progesterone hormone) का स्तर बढ़ने लगता है तो आँतें (intestines) धीरे काम करने लगती हैं।

आंतों के धीरे काम करने की वजह से पाचन क्रिया (digestion) धीमी हो जाती है, जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है।

इसके साथ ही गर्भाशय (uterus) के आकार का बढ़ना, आयरन (iron) की गोलियां लेना, तनाव, कम पानी पीना, फाइबर युक्त आहार न लेना, अत्यधिक चिंता आदि भी कब्ज के लिए जिम्मेदार होते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे पर कब्ज का इतना असर नहीं पड़ता है।

लेकिन अधिक समय तक कब्ज होने पर गर्भवती महिला को भूख न लगने की समस्या हो सकती है जिससे शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ सकता है।

कब्ज के इलाज में देरी होने पर या इलाज ना होने पर गर्भवती महिला को बावासीर (hemorrhoids) या फिशर (fissure in hindi) की समस्या हो सकती है।

loading image
 

गर्भावस्था में कब्ज से छुटकारा पाने के उपाय क्या हैं?

How to get rid of constipation in pregnancy in hindi

Pregnancy mein kabj sahi karne ke gharelu upay kya hain in hindi

गर्भावस्था में कब्ज से छुटकारा पाने के उपाय निम्न हैं :

  • नींबू (Lemon)

गर्भावस्था में नींबू का सेवन काफी फायदेमंद होता है।

नींबू विटामिन सी (vitamin C) और एंटीऑक्सीडेंट (anti-oxidant) से युक्त होता है।

यह शरीर से टोक्सिन (Toxins) दूर करता है और भोजन को पचाने में मदद करता है।

गर्भावस्था में कब्ज की समस्या होने पर गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीने से फ़ायदा मिलता है।

  • कीवी (Kiwi)

कीवी का सेवन सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है।

कीवी में प्रचूर मात्रा में पानी और फाइबर होते हैं, जो कब्ज की समस्या को ठीक करने में मदद करते हैं।

कब्ज से छुटकारा पाने के लिए रोज़ाना एक कीवी खाएं।

  • अधिक मात्रा में पानी पीएं (Drink plenty of water)

पेट में मौजूद मल (feces matter) को मुलायम करने में पानी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कब्ज की संभावना को कम करने के लिए गर्भवती महिला को दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।

  • तरबूज (Watermelon)

कब्ज की समस्या से छुटकारा दिलाने में तरबूज का सेवन उपयोगी है।

तरबूज में काफी मात्रा में पानी होता है जो शरीर में पानी की मात्रा संतुलित रखकर, कब्ज से छुटकारा दिलाने में सहायक है।

इसके अलावा तरबूज के बीजों से बनी चाय पीने से भी गर्भावस्था में कब्ज से राहत मिलती है।

  • दही (Curd)

दही पाचन शक्ति बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि इसमें प्रोबायोटिक (probiotic) तत्व पाया जाता है।

इसलिए गर्भवती स्त्री को अपने भोजन में दही जरूर शामिल करना चाहिए।

दही में जो प्रोबिओटिक्स (probiotics) पाएं जाते हैं वे आंत के अंदर के उन बैक्टीरिया (bacteria) को उत्तेजित करते हैं जो खाना पचाने में सहायक होते हैं।

  • खट्टे फल (Citrus fruit)

संतरा, नींबू, चकोतरा आदि जैसे फलों में विटामिन सी (vitamin C) और फाइबर (fiber) की काफी मात्रा होती है।

इन्हें खाने से बोवेल मूवमेंट (bowel movement) सही रहता है और कब्ज की समस्या पैदा नहीं होती है।

इसके अलावा महिला को ताज़े फल और सब्जियों का भी सेवन करना चाहिए।

  • अलसी के बीज (Linseed)

अलसी के बीज में ओमेगा-3 (omega 3) और फाइबर की प्रचूर मात्रा होती है इसलिए गर्भावस्था में इनका सेवन करने से कब्ज की समस्या नहीं होती है।

आप एक चम्मच अलसी के बीज को पानी के साथ खा भी सकती हैं या फिर अलसी के बीज को हल्की आंच पर भूनकर पाउडर बनाकर भी रख सकती हैं।

नियमित रूप से एक गिलास पानी में पाउडर को 2-3 घंटे भिगोएँ और फिर छान कर पी लें।

इसके अलावा, अलसी के बीजों के तेल का उपयोग भी किया जा सकता है।

  • मालिश (Massage)

गर्भावस्था के दौरान होने वाले कब्ज से बचने के लिए गर्भवती महिला के पेट पर बेहद हल्के हाथ से तेल की मालिश करें।

इससे कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।

गर्भावस्था के अंतिम दिनों में या समय से पहले प्रसव होने की संभावना हो तो, ऐसा बिलकुल ना करें।

  • ईसबगोल (Isabgol)

गर्भावस्था के दौरान ईसबगोल लेने से कब्ज में लाभ होता है।

नियमित रूप से एक ग्लास गर्म पानी के साथ में एक चमच्च ईसबगोल मिलाकर पीने से पेट की समस्या बिल्कुल ठीक हो जाती है।

  • मुनक्‍का (Dry grapes)

मुनक्‍का भी कब्ज को दूर करने में मददगार होता है।

इसके लिए रोज रात को सोने से पहले 6-7 मुन्नके दूध के साथ खायें।

इसके अलावा सुबह उठने के बाद बिना कुछ खाए 4-5 मुनक्का और 4-5 काजू एक साथ खाने से भी कब्‍ज की शिकायत दूर होती है।

  • किशमिश (Raisins)

किशमिश में कब्ज को दूर करने के गुण होते हैं।

किशमिश को 3-4 घंटे पानी में भिगो दें फिर उसका पानी निकालकर खा लें।

भीगी किशमिश को खाने से आंतों को बल मिलता है और शरीर से मल निकलने में भी परेशानी उत्पन्न नहीं होती।

  • अरंडी का तेल (Castor oil)

अरंडी के तेल को हल्‍के गरम दूध में मिलाकर रात को सोते वक्‍त पीने से कब्ज में आराम मिलता है।

लेकिन दूध में कम मात्रा में ही तेल मिलाएं नहीं तो यह हानिकारक भी हो सकता है।

  • व्यायाम (Exercise)

गर्भावस्था में व्यायाम करना भी बहुत जरूरी होता है।

नियमित रूप से व्यायाम करने पर कब्ज की समस्या होने की सम्भावना कम हो जाती है।

पैदल चलना, योग एवं प्राणायाम आदि करने से कब्ज तो दूर होता ही है साथ ही आपकी सेहत और गर्भस्थ शिशु दोनों को फायदा होता है।

आराम ना मिलने पर डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

  • आयरन की मात्रा को कम करें (Take less quantity of iron)

यदि महिला खान पान में सही मात्रा में आयरन ले रही है तो वह अलग से ली जा रही आयरन की दवाओं का सेवन कम कर सकती है।

इसके साथ-साथ डॉक्टर से परामर्श लेकर इसकी मात्रा को संतुलित कर सकती है।

और पढ़ें:30 की उम्र के बाद गर्भावस्था के जोखिम क्या हैं ?
 

गर्भावस्था में कब्ज से बचने के लिए किन चीजों से रहें दूर ?

Stay away from these things in pregnancy to avoid constipation in hindi

Pregnancy mein constipation se bachne ke liye in cheezon se rahein door

प्रेगनेंसी में कब्ज से बचने के लिए निम्न चीजों से दूर रहें :

  • कैफीन युक्त पेय पदार्थ और कार्बोनेटेड पेय से बचें।
  • तली हुई चीज़ों से दूर रहें।
  • खाना खाने के बाद कुछ देर टहलें और उसके बाद ही लेटें।
  • एक बार में भरपेट खाना खाने की जगह थोड़ी-थोड़ी देर में खाना खाएं।
  • अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा फल और हरी सब्जियों को शामिल करें और चावल या उससे बनी डिश को कम से कम खाएं।
  • तली हुई वस्तुएँ और मैदे से बनी चीज़ें न खाएं।
  • कब्ज की दवाई ना खाएं
  • मिनरल आयल (mineral oil)
loading image
 

निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh

गर्भावस्था में कब्ज की परेशानी का सामना कर रही महिलाओं को घरेलू उपाय के साथ-साथ अधिक समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि समस्या से निजात पाने के लिए खुद किसी प्रकार की दवाई, गोली या टॉनिक का इस्तेमाल न करें क्योंकि इससे महिला और बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।

क्या यह लेख सहायक था? हां कहने के लिए दिल पर क्लिक करें

आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 07 Nov 2019

हमारे ब्लॉग के भीतर और अधिक अन्वेषण करें

लेटेस्ट

श्रेणियाँ

क्या तनाव के कारण गर्भधारण करने में परेशानी आ सकती है?

क्या तनाव के कारण गर्भधारण करने में परेशानी आ सकती है?

प्रजनन क्षमता बेहतर बनाने के 10 तरीके

प्रजनन क्षमता बेहतर बनाने के 10 तरीके

लड़का कैसे पैदा होता है?

लड़का कैसे पैदा होता है?

प्रेग्नेंट कब और कैसे होती है ?

प्रेग्नेंट कब और कैसे होती है ?

सेक्स के कितने दिन बाद गर्भधारण होता है?

सेक्स के कितने दिन बाद गर्भधारण होता है?
balance

सम्बंधित आर्टिकल्स

article lazy ad