महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण, लक्षण और उपचार
Hormonal imbalance in hindi
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र क्या है
एक नज़र
- शरीर को हार्मोन के सही स्तर की ज़रूरत होती है।
- एक महिला के जीवन में अलग-अलग समय में हार्मोन में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
- मासिक धर्म को नियमित करने के लिए अक्सर हार्मोन थेरेपी का उपयोग किया जाता है।
- जीवनशैली में बदलाव कर आप हार्मोन को बड़ी सहजता से नियमित कर सकती हैं।
Introduction

हमारे शरीर में हार्मोन नामक केमिकल होते हैं। ये केमिकल मासिक धर्म चक्र सहित विभिन्न प्रणालियों (systems) और प्रक्रियाओं के लिए शरीर के मैसेंजर सिस्टम का काम करते हैं। लेकिन, जब हार्मोन की मात्रा शरीर में कम या अधिक हो जाती है तो इससे हार्मोनल असंतुलन हो जाता है। हार्मोन असंतुलन (hormonal imbalance in hindi) तब पैदा होता है, जब आपके शरीर में एक या अधिक हार्मोन का स्तर काफी कम या काफी ज़्यादा हो जाता है।
शरीर को हार्मोन के सटीक स्तर की आवश्यकता होती है और ऐसे में जब हार्मोनल असंतुलन हो जाता है तो कई तरह की परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं। यहां तक कि एक मामूली असंतुलन गहरा प्रभाव पैदा कर सकता है, खासकर मासिक धर्म चक्र के साथ। आइए देखते हैं हार्मोन असंतुलन क्या होता है, क्या है इसके कारण और लक्षण, हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र में क्या संबंध है और साथ ही महिलाओं में हार्मोन असंतुलन के उपचार क्या हैं।
इस लेख़ में
हार्मोनल असंतुलन क्या है?
What is a hormonal imbalance in hindi
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र क्या है
हार्मोन हमारे शरीर का केमिकल मेसेंजर होते हैं। एंडोक्राइन ग्लैंड (endocrine gland) से उत्पादित होने वाले, ये शक्तिशाली केमिकल हमारे ब्लडस्ट्रीम (bloodstream) के टिश्यू और ऑर्गन्स को बताते हैं कि क्या करना है। हार्मोन हमारे शरीर की कई मुख्य प्रक्रियाओं को कंट्रोल करने में सहायता करते हैं, जिनमें मेटाबोलिज्म और रिप्रोडक्शन भी शामिल है। जब शरीर में कोई विशेष हार्मोन या तो बहुत अधिक हो जाता है या बहुत कम हो जाता है, तो उस स्थिति को हार्मोनल असंतुलन कहा जाता है।
इस दौरान में एक छोटा बदलाव भी आपके पूरी शरीर को प्रभावित कर सकता है। शरीर के कई प्रक्रियाओं को नियमित करने में हार्मोन एक अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में जब हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं तो इससे शारीरिक प्रक्रियाओं पर असर पड़ता है।
हार्मोन निम्नलिखित प्रक्रियाओं को कंट्रोल करने में मदद करते हैं :-
- स्लीप साइकिल
- हृदय गति
- भूख और चयापच
- रिप्रोडक्टिव साइकिल
- यौन कार्य
- शरीर का सामन्य विकास
- मूड और तनाव का स्तर
- शरीर का तापमान
पुरुष के साथ-साथ महिलाओं पर भी समान रूप से स्टेरॉयड, इंसुलिन, ग्रोथ हार्मोन और एड्रेनालाईन के असंतुलन का प्रभाव पड़ सकता है। ग्रोथ हार्मोन (GH ) को सेल डिविज़न, रिजेनेरशन और प्रसार के विनियमन के माध्यम से स्टिम्युलेटिंग टिश्यू और शारीरिक विकास के प्रभाव के लिए जाना जाता है। [1] महिलाओं में प्रोजेस्टेरोन (progesterone) और एस्ट्रोजन (estrogen) के लेवल में असंतुलन का असर देखा जा सकता है, जबकि पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन (testosterone) के लेवल में असंतुलन के अनुभव होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में विस्तार से इस विषय को समझना आवश्यक है ताकि समय रहते इस ओर ध्यान दिया जा सके। आइए अब जानते हैं कि हार्मोनल असंतुलन के लक्षण और कारण क्या और हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र को कैसे प्रभावित करता है और क्या है महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के उपचार।
हार्मोनल असंतुलन के लक्षण क्या हैं
Symptoms of hormonal imbalance in hindi
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र जाने
एक महिला के जीवन में अलग-अलग समय में हार्मोन में उतार-चढ़ाव हो सकता है, विशेषकर, प्युबर्टी के दौरान, गर्भावस्था के समय, स्तनपान कराने के समय और मेनोपॉज़ के दौरान हार्मोन असंतुलन के कई लक्षण हो सकते हैं। लेकिन, आमतौर पर बिना किसी स्थिति के कारण होने वाले हार्मोनल असंतुलन के लक्षण को पहचानना मुश्किल हो जाता है। आइए, हार्मोनल असंतुलन के लक्षणों को समझने कोशिश करते हैं।
हार्मोन असंतुलन के लक्षण निम्न हैं : -
- त्वचा संबंधी समस्याएं-जैसे कि मुँहासे, सूखी त्वचा, स्किन एजिंग, स्किन डिस्कलरेशन आदि।
- अनियमित, हल्का या भारी पीरियड्स-अनियमित पीरियड्स से लेकर दर्दनाक पीरियड्स तक, मासिक धर्म के मुद्दे हार्मोनल असंतुलन का एक निश्चित संकेत हैं।
- बाल झड़ना
- योनि का सूखापन या दर्द
- वज़न बढ़ना
- हॉट फ्लेशेस (hot flashes) या रात में पसीना आना
- चेहरे पर बालों का विकास
- सेक्स करने की इच्छा में कमी आना
- अधिक थकावट का अनुभव करना
- अवसाद का अनुभव करना
- इनफर्टिलिटी
हार्मोन असंतुलन के कारण
Causes of hormonal imbalance in hindi
महिलाओं में हार्मोन असंतुलन को ठीक करे ये आहार जाने
कई मेडिकल कंडिशनस शरीर के हार्मोनल स्तर को प्रभावित कर सकती है। कुछ जीवनशैली की आदतें और पर्यावरणीय कारक भी हार्मोनल असंतुलन में भूमिका निभा सकते हैं।
हार्मोनल असंतुलन के कारणों में शामिल हैं : -
1. चिकित्सा की स्थिति (Medical conditions)
- क्रोनिक या अत्यधिक तनाव (Chronic Depression)
- टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज (Type 1&2 Diabetes)
- हाइपरग्लाइसेमिया - ग्लूकागन का अत्यधिक उत्पादन (Hyperglycemia)
- हाइपोग्लाइसीमिया - रक्त में ग्लूकोज की तुलना में अधिक इंसुलिन का उत्पादन होता है (Hypoglycemia)
- अंडरएक्टिव थायरॉयड - हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
- ओवरएक्टिव थायराइड - अतिगलग्रंथिता (Hyperthyroidism)
- पैराथाइरॉइड हार्मोन के ओवर- या अंडरप्रोडक्शन (Over or under parathyroid)
- थायरॉयड नोड्यूल्स (Solitary thyroid nodules)
- पिट्यूटरी ट्यूमर (Pituitary tumors)
- कुशिंग सिंड्रोम - हार्मोन कोर्टिसोल की ऊंची मात्रा (Cushing Syndrome)
- एडिसन रोग - कोर्टिसोल और एल्डोस्टेरोन का निम्न स्तर (Addison's Disease)
- एंडोक्रिन ग्लाण्ड्स की चोट (Endocrine gland)
- गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया या संक्रमणको प्रभावित करता है (Serious Allergies and infections)
- ऐसे ट्यूमर और अल्सर जो एंडोक्रिन ग्लाण्ड्स को प्रभावित करते हैं (Endocrine gland tumors)
- आयोडीन की कमी - गोइटर (Goitre)
- वंशानुगत पेंक्रियाटीटीस (Hereditary pancreatitis)
- एनोरेक्सिया (Anorexia)
2. दवाइयां और थेरेपी (Therapy and Medications)
- हार्मोनल प्रतिस्थापन या जन्म नियंत्रण दवाएं (Birth control medications)
- स्टेरॉयड दवाओं का दुरुपयोग (Use of steroid medications)
- कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी (Chemo and radiotherapy)
3. जीवनशैली (Lifestyle Conditions)
- खराब आहार और पोषण (bad food habits)
- वजन ज़्यादा होना (weight gain or obesity)
4. अन्य (Any other)
- विषाक्त पदार्थों, प्रदूषकों, और ऐसे हानिकारक रसायनों से संपर्क जो एंडोक्रिन ग्लाण्ड्स को प्रभावित करते हैं।
- इनमें कीटनाशक और केमिकल फर्टिलाइज़र्स शामिल हैं।
हार्मोनल असंतुलन और पीरियड्स
Hormonal imbalance and periods in hindi
महिलाओं में हार्मोन असंतुलन को ठीक करे ये आहार हैं
हार्मोन में असंतुलन होने से मासिक धर्म चक्र भी प्रभावित होता है। जी हां, महिला के शरीर में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में परिवर्तन होने पर पीरियड के सामान्य पैटर्न पर असर पड़ सकता है। यही वजह है कि युवा लड़कियां और मेनोपॉज़ के करीब पहुंचने वाली महिलाओं में अनियमित पीरियड्स अधिक और आमतौर पर देखे जाते हैं।
अनियमित पीरियड्स पैदा करने वाले हार्मोन को कैसे संतुलित करें
Treatment for hormonal imbalance that affects your periods in hindi
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र का प्रभाव
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करता है लेकिन जीवनशैली में बदलाव कर आप हार्मोन को बड़ी सहजता से नियमित कर सकती हैं। कुछ लोगों को लगता है कि योग हार्मोनल असंतुलन के लक्षणों का इलाज करने में मदद करता है। योग आपकी ताकत, लचीलेपन और संतुलन के लिए उत्कृष्ट माना है। यह आपको वजन कम करने में भी मदद कर सकता है, जो आपके हार्मोन को विनियमित करने में मदद कर सकता है।
आप जीवनशैली में निम्न बदलाव भी कर सकते हैं :-
- शरीर का वजन स्वस्थ बनाए रखना
- संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करना
- नियमित रूप से योग करना
- तनाव कम लेना
- चीनी और रिफाइंड कार्बोहायड्रेट युक्त खाद्य-पदार्थ के सेवन से बचना
- ध्यान करना
- बहुत अधिक स्पाइसी खाने से बचना
कुछ महिलाओं में, विशेषकर जिनको पीसीओएस की शिकायत है, उन्हें वजन कम करने से हार्मोन संतुलन करने में मदद मिल सकती है। फैट सेल्स एस्ट्रोजेन का उत्पादन करती हैं, और यह पाया गया है कि जो महिलाएं पीसीओएस के साथ-साथ अधिक वजन की शिकार हैं। यदि वो अपना वजन 10 प्रतिशत तक भी घटा लेती हैं, तो उन्हें मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में मदद मिल सकती है।
एक स्वस्थ, संतुलित आहार खाने और नियमित व्यायाम करने से स्वास्थ्य में सुधार और आदर्श वजन बनाए रखने में सहायता मिल सकती है। यदि आप सप्लीमेंट या दवा ले रहे हैं, तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में ज़रूर बताएं। कभी-कभी दवाएं हार्मोन संतुलन में हस्तक्षेप कर सकती हैं। यहां तक कि नैचुरल सप्लिमेंट्स भी हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं।
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के उपचार
How to treat hormonal imbalance in hindi
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र क्या है
मासिक धर्म को नियमित करने के लिए अक्सर हार्मोन थेरेपी का उपयोग किया जाता है। इसके लिए नीचे दिए गए किसी एक उपाय का सहारा लिया जा सकता है। हालांकि, इनमें से आपके शरीर को किस प्रकार के इलाज़ की ज़रूरत है, इसकी सलाह केवल डॉक्टर ही आपको दे सकते हैं।
महिलाओं में हार्मोन असंतुलन का उपचार : -
- गर्भनिरोधक गोली (oral contraceptives)
- जन्म नियंत्रण पैच (birth control patch)
- जन्म नियंत्रण शॉट (birth control shot)
- हार्मोनल इंटरा यूटेरिन डिवाइस (intrauterine device IUD) आदि
दवाइयों के द्वारा हार्मोनल असंतुलन का इलाज
Medicines to treat hormonal imbalance in hindi
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र क्या है
एंटी-एण्ड्रोजन वो दवाएं हैं, जो टेस्टोस्टेरोन (testosterone) जैसे पुरुष सेक्स हार्मोन के प्रभाव को रोकती हैं। अगर आपका शरीर इन हार्मोनों का बहुत अधिक निर्माण करता है, जैसा कि पीसीओएस के मामले में होता है, तो इन दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस), हार्मोनल असंतुलन और डओवेरियन डिस्फ़ंक्शन को संदर्भित करता, जो अक्सर किशोरावस्था के दौरान शुरू होता है।[2]
हार्मोनल असंतुलन के लिए दवा :-
- मेटफोर्मिन (Metformin) - मेटफोर्मिन नामक मधुमेह की दवा का भी उपयोग किया जाता है, क्योंकि यह एण्ड्रोजन स्तर को कम करने और ओव्यूलेशन को फिर से शुरू करने में मदद करती है।
- लेवोथायरोक्सिन (Levothyroxine) - अगर आपका हार्मोन असंतुलन हाइपोथायरायडिज्म (hyperthyrpidism) जैसी थायरॉयड स्थिति के कारण होता है, तो थायरॉयड की दवा आपके हार्मोन के स्तर को पुन: सही करने और उसे पुन: संतुलित करने में मदद कर सकती है। लिवोथायरोक्सिन युक्त दवाएं, जैसे कि सिंथोइड और लेवोथायराइड, हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
अगर आपको जीवनशैली में बदलाव कर फायदा नहीं मिलता है और आपको हार्मोन असंतुलन के लक्षण दिखते हैं या आपके पीरियड अनियमित हैं, तो आपके लिए डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है। एक डॉक्टर ही सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके शरीर में हार्मोन का स्तर सही है या नहीं। साथ ही, डॉक्टर उपचार की सही दिशा भी निर्धारित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
Conclusion in hindi
हार्मोन असंतुलन मासिक धर्म चक्र क्या है
समय के साथ हार्मोन के स्तर में परिवर्तन और उतार-चढ़ाव होता रहते हैं और वे स्थिर नहीं रहते। इसलिए, अपने शरीर के लक्षणों से अवगत होना ज़रूरी होता है। यदि आपको अपने शरीर में कोई भी बदलाव नज़र आए, तो इसके बारे में अपने डॉक्टर के साथ बात करें, खासकर प्रेग्नेंसी के बाद या पेरिमेनोपॉज़ से गुज़रते समय। इससे आपको हार्मोनल असंतुलन के बारे में सही समय पर जानकारी मिल जाएगी और आपका सही समय पर इलाज संभव हो पाएगा।
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references
संदर्भ की सूचीछिपाएँ
Wasinski F, Frazão R, et al. “Effects of growth hormone in the central nervous system.” Arch Endocrinol Metab. PMID: 31939479.
Witchel SF, Teede HJ, et al.“Curtailing PCOS.” Pediatr Res. PMID: 31627209.
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 30 Sep 2020
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