अलसी के फ़ायदे और जोखिम
Benefits and side effects of flax seeds in hindi
Alsi khane ke kya fayde aur nuksaan ho sakte hain in hindi
एक नज़र
- अलसी के फ़ैटी एसिड विभिन्न रोगों की रोकथाम करते हैं।
- अलसी के बीज, तेल और पाउडर के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
- हृदय रोग को ठीक करने में अलसी का बहुत बड़ा योगदान है।
- महिलाओं की विभिन्न परेशानियों को अलसी का सेवन ठीक कर सकता है।
Introduction

अलसी को संस्कृत में ‘अतसी’ और हिन्दी में दूसरे नाम ‘तीसी’ के नाम से भी जाना जाता है।
फसल के रूप में अलसी तिलहन के रूप में उगाई जाती है।
इसका उपयोग आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार की बीमारियों और परेशानियों के उपचार के रूप में बताया गया है।
इसी कारण आयुर्वेद में अलसी को वातनाशक, पित्तनाशक, रक्तशोधक आदि जैसे अनेक नामों से पुकारा जाता है।
इसके हेल्दी गुणों के कारण ही अलसी के नियमित सेवन से व्यक्ति निरंतर स्वस्थ व निरोग बना रह सकता है।
प्राचीन काल में हालांकि अलसी को ‘सन’ या ‘रेशे’ के नाम से भी जाना जाता था और इसका उपयोग केवल मोटे कपड़े, रस्सी, डोरी और टाट बनाने के लिए किया जाता था।
इसके अलावा इसके बीजों से निकले तेल का उपयोग फर्नीचर में इस्तेमाल होने वाली वार्निश, रंग, साबुन आदि के लिए किया जाता था।
लेकिन इसके पौष्टिक गुणों का प्रभाव देखते हुए अलसी और अलसी के बीजों का प्रयोग शाकाहारी पूरक (supplements) के लिए भी किया जाने लगा।
अलसी के पोषक गुण
Nutritional value of flax seeds in hindi
Flax seeds ki nutrient value kya hoti hai in hindi
अलसी की तासीर (effect) गर्म होती है और इसे सबसे अधिक ओमेगा 3 के स्रोत के रूप में जाना जाता है।
इसके अलावा अलसी के बीजों में फाइबर के साथ लिगनेंस और अल्फा लिनोलिक एसिड भी मौजूद होते हैं।
अलसी के ये पोषक तत्व गंभीर बीमारियाँ जैसे मधुमेह, हृदय रोग या पेट की विभिन्न समस्याओं को दूर रखते हैं।
सामान्य रूप से दो बड़े चम्मच अलसी के बीजों में जो पोषक तत्व मिल सकते हैं वो हैं :
- प्रोटीन 6 मिलीग्राम (Protein 6 mg)
- विटामिन बी1 31% आरडीए (Vitamin B1 31% RDA)
- मैग्नीशियम 30% आरडीए (Magnesium 30 % RDA)
- फास्फोरस 19% आरडीए (Phosphorous 19% RDA)
- ओमेगा-3,6 - 33 मिलीग्राम (Omega - 3,6 - 33 mg)
- फाइबर 8 मिलीग्राम (Fibre 8 mg)
- मैंगनीज 30% आरडीए (Manganese 30% RDA)
- सेलेनियम 10% आरडीए (Selenium 10% RDA)
इसके अलावा अलसी के बीजों में में विटामिन बी 6, आयरन, पोटेशियम, कॉपर और जिंक जैसे खनिज लवण भी प्रचूर मात्रा में पाये जाते हैं।
अलसी के बीज के फ़ायदे
Flax seeds benefits in hindi
Alsi ke bij ke khane se kya fayda ho sakta hai
ओमेगा 3 फ़ैटि एसिड, प्रोटीन और फाइबर जैसे अलसी के औषधीय गुण व्यक्ति के स्वास्थ्य को जो फायदा पहुंचा सकते हैं वो हैं :
- हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार (Flaxseeds for healthy heart)
सामान्य रूप से अलसी के बीज में वह सभी पोषक तत्व होते हैं जो मानवीय हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होते हैं।
इसमें मोनोअनसेचुरेटिड और पॉलीअनसेचुरेटिड फैट के साथ ओमेगा 3 फ़ैटि एसिड होते हैं।
यह सभी तत्व हृदय को किसी भी प्रकार के संकट से बचाने के लिए जरूरी होते हैं।
इनसे शरीर में ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है जो किसी भी प्रकार की हृदय संबंधी परेशानी का बड़ा कारण माना जाता है।
इसके अतिरिक्त फ़्लेक्ससीड्स में मिले हुए फाइबर की ऊंची मात्रा एल डी एल कोलेस्ट्रॉल को भी नीचे रखने में कामयाब होता है।
यह कोलेस्ट्रॉल हृदय की सेहत के लिए खराब माना जाता है।
अलसी के बीजों के सेवन से शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ा देता है जिससे हृदय की धमनियों में रुकावट पैदा नहीं होती है और हृदय पूरी तरह से स्वस्थ रहता है। - मैनोपौज़ के कारणों में सहायक (Flaxseeds helps in menopause)
महिलाओं के मैनोपौज़ होने पर उनके शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन का असंतुलन उत्पन्न हो जाता है।
इस कारण हॉट फ्लैशेस, योनि का सूखापन और मूड स्विंग्स जैसी परेशानियाँ बढ़ जाती हैं।
अलसी के उपयोग से इन समस्याओं को कम किया जा सकता है, क्योंकि अलसी के बीजों में पाये जाने वाले लिगनन कंपाउंड (lignan compound) में एस्ट्रोजेनिक (estrogenic) गुण पाये जाते हैं जो महिला शरीर में इस हार्मोन के असंतुलन को पुनः व्यवस्थित करने में सहायता करता है। - कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करना (Flax seeds controls cholesterol level)
अलसी खाने के लाभ में सबसे प्रमुख लाभ है कोलेस्ट्रॉल के स्तर का नियंत्रण।
अलसी के बीज शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करके ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसी बीमारियों को होने से पहले ही रोक देते हैं।
अलसी के बीजों में घुलनशील फाइबर्स होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को शरीर में एब्जॉर्ब होने से रोकते हैं। - शारीरिक वजन का नियंत्रण संभव (Flax seeds balance your body weight)
शारीरिक वजन को कम करने में भी अलसी के बीजों का सेवन बहुत लाभकारी है।
दरअसल अलसी के बीजों में फाइबर की मात्रा पेट को लंबे समय तक भरा महसूस करवाती है जिससे भूख कम लगती है।
इसके अलावा ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड और लिगनेन भी भूख को कम करने में मदद करते हैं।
विटामिन बी, पोटेशियम, ज़िंक और मेग्नीशियम से भरपूर अलसी के बीज भी शारीरिक वजन को कम रखने में मदद करते हैं। - कैंसर और मधुमेह से बचाव (Flax seeds prevents cancer and diabetes)
बिगड़ती जीवनशैली के कारण आज के समाज में अधिकतम व्यक्ति कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों की गिरफ्त में आते जा रहे हैं।
लेकिन अलसी के लाभ में यह भी माना जाता है कि इसमें पाये जाने वाला तत्व लिगनेन कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए काफी होता है।
यह उन सभी एंज़ाइम्स को रोकने में समर्थ होता है जो कैंसर सेल्स के निर्माण के लिए उत्तरदायी होते हैं।
इसके अतिरिक्त फ़्लैक्स सीड्स में प्रोटीन और फाइबर के साथ अल्फा-लिनोलिक नाम का एसिड भी होता है जो टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के ब्लड ग्लूकोज के लेवल को बढ़ने से रोक देता है। - पाचन तंत्र को बनाता है तंदुरुस्त (Flaxseeds for digestive system)
फाइबर की प्रचूर मात्रा होने के कारण अलसी के बीज पाचन तंत्र को ठीक रखने में सहायता करते हैं।
नियमित रूप से अलसी के बीजों का सेवन करने से आंत मजबूत होती है।
इसके साथ-साथ इनमें मौजूद फाइबर्स कब्ज़ की परेशानी उत्पन्न नहीं होने देते हैं। - शरीर को डिटोक्स करें (Flaxseeds detoxify your body)
अलसी के बीजों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर्स प्रचूर मात्रा में मौजूद होते हैं।
इसके कारण इनके सेवन से शरीर के डिटोक्स (detox) होने की प्रक्रिया सरल हो जाती है।
अलसी के सेवन के लिए आप एक बड़े चम्मच बीज़ को एक गिलास पानी में रात को भिगो दें।
सुबह इन बीजों को पानी के साथ खा लें।
ऐसा दो हफ्ते तक करने पर आपके शरीर से थकान, कमज़ोरी आदि परेशानियाँ खत्म हो जाएंगी। - शारीरिक सौन्दर्य में सहायक (Flaxseeds maintains beauty)
अलसी के बीजों के सेवन का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि इसके नियमित सेवन से आपकी स्किन और आपके बाल दोनों स्वस्थ्य रहते हैं।
बालों में आने वाला रूखापन, डैंड्रफ, खुजली और असमय टूटने जैसी परेशानियों को अलसी के बीजों में शामिल ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड दूर रखते हैं।
इसके अतिरिक्त विटामिन बी और हेल्दी फैट, स्किन के सूखेपन और एलर्जी जैसी परेशानियों को बिलकुल दूर रखते हैं।
इसके लिए अलसी के तेल का उपयोग भी लाभकारी रहता है।
इसके साथ ही यदि अलसी के लड्डू का सेवन भी नियमित रूप से किया जाये तब इससे स्किन पर निकलने वाले मुँहासे, जलन आदि जैसी परेशानियाँ भी नहीं होंगी और आपकी स्किन स्वस्थ व चमकदार बनी रहेगी।
अलसी के सेवन से होने वाले नुकसान
Side effects of flaxseeds in hindi
Alsi ke khane se kya side effect ho sakte hain in hindi
सामान्य रूप से अलसी पौष्टिक और अत्यंत गुणकारी है।
लेकिन अलसी खाने के फ़ायदे नुकसान में न बदलें इसके लिए इसका उपयोग कुछ सावधानियों के साथ करना जरूरी है जैसे :-
- अलसी में फाइबर होने के कारण यह पेट की किसी परेशानी से ग्रस्त व्यक्ति के लिए नुक़सानदेह हो सकती है।
- अलसी की तासीर गर्म होने के कारण गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली स्त्रियॉं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- जिन लोगों का ब्लड प्रेशर लो हो, उन्हें भी अलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अलसी का सेवन रक्त को पतला कर देता है, इसलिए हृदय रोगियों को इसका सेवन ध्यान से करना चाहिए।
- मधुमेह के मरीज़ अलसी का सेवन करते समय शुगर के स्तर को नियमित रूप से जाँचते रहें।
इसके अलावा बच्चों को और उन व्यक्तियों को जिन्हें प्रोस्टेट (prostate) की परेशानी हो, अलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।
इसके अतिरिक्त अलसी के बीजों का पाउडर बना कर या फिर अलसी के तेल का खाने में प्रयोग करके भी अलसी के गुणों का पूरा लाभ लिया जा सकता है।
निष्कर्ष
Conclusionin hindi
Nishkarsh
अलसी एक अत्यंत लाभकारी और पौष्टिक खाद्य वस्तु है।
इसमें मिले प्रोटीन, फ़ैटी एसिड और फाइबर की मात्रा इसे अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक पदार्थ बना देती है।
आयुर्वेद में इसे विभिन्न रोगों के उपचार जैसे हृदय रोग, मधुमेह, रक्तचाप आदि के लिए सबसे अच्छा माना गया है।
लेकिन इसकी तासीर गरम होने के कारण इसका सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 21 Apr 2020
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