अलसी के तेल के फायदे व नुकसान
Benefits and side effects of flaxseed oil in hindi
फ्लक्स आयल कैप्सूल्स के फायदे जानें
एक नज़र
- अलसी के तेल को फ़्लैक्स ऑयल और लिंसिड ऑयल के नाम से भी जाना जाता है।
- स्वस्थ हृदय के लिए आवश्यक ओमेगा -3 फैटी एसिड का अलसी महत्वपूर्ण स्त्रोत है।
- अलसी का तेल त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है।
Introduction

भारत में खान-पान के लिए तरह-तरह की चीज़ों का इस्तेमाल किया जाता है। यहां खाना बनाने के लिए विभिन्न सामग्री और मसाले मौजूद हैं। वहीं, अगर तेल की बात की जाए तो हमारे यहाँ खाना पकाने के लिए विभिन्न प्रकार के तेल जैसे सरसों का तेल, सोयाबीन का तेल, जैतून का तेल, राइस ब्राउन ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है और वे स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे माने जाते हैं। ऐसे ही एक तेल का नाम है अलसी का तेल।
अलसी के तेल को फ़्लेक्स ऑयल और लिंसिड ऑयल के नाम से भी जाना जाता है। अलसी को फ़्लेक्स सीड्स और तीसी के नाम से जाना जाता है। अलसी और अलसी का तेल दोनों ही अलसी के बीजों से निकलता है। आज हम आपको अलसी के तेल के फायदे(flaxseed oil in hindi), इसमें मौजूद पोषक तत्व के साथ ये भी जानकारी देंगे कि इसका उपयोग कैसे करना चाहिए। इसके साथ ही आपको अलसी के तेल के साइड-इफ्फेक्ट के बारे में भी बताएंगे।
इस लेख़ में
अलसी का तेल क्या है
What is flaxseed oil in hindi
फ्लक्स आयल कैप्सूल्स के फायदे जानें
विशेष रूप से, अलसी के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA), ओमेगा -3 फैटी एसिड का एक रूप होता है, जो केवल थोड़ी मात्रा में ओमेगा -3 के सक्रिय रूपों में परिवर्तित होता है, जैसे ईपीए और डीएचए (DHA)। [1] अलसी के बीज और अलसी का तेल अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (alpha-linolenic acid) जैसे पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड का एक अहम स्रोत है। अलसी के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड और संबंधित केमिकल इंफ्लेमेशन को कम करते हैं।
इसीलिए, अलसी का तेल रुमेटीइड अर्थराइटिस और अन्य इंफ्लेमेट्री (सूजन) रोगों के लिए उपयोगी माना जाता है। स्वस्थ हृदय के लिए आवश्यक ओमेगा -3 फैटी एसिड का अलसी महत्वपूर्ण स्रोत है। आमतौर पर अलसी के तेल का उपयोग कॉलेस्ट्रॉल, रक्त शर्करा और पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए किया जाता है। अलसी का तेल तरल और कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होता है।
अलसी के तेल के फायदे
Health benefits of flaxseed oil in hindi
फ्लेक्स ऑयल कैप्सूल के फायदे जाने
अलसी का तेल बहुत से स्वास्थ्य लाभ के लिए जाना जाता है। सूजन संबंधी रोगों के अलावा अलसी का तेज़, दिल संबंधी रोगों और कैंसर के खतरे से भी बचाता है। अब विस्तार से अलसी के तेल के फ़ायदों के बारे में जानते हैं चलिए जानते हैं।
अलसी के तेल के फायदे :-
1.अलसी के तेल के फायदे - सूजन कम करने के लिए (Reduces inflammation)
अलसी के तेल में ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है ऐसे में ये सूजन को कम कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि अलसी के तेल में सूजन-रोधी गुण होते हैं और ये प्रभावशाली तरीके से सूजन को कम करने की क्षमता रखता है।
2.अलसी के तेल के फायदे - कैंसर के खतरे को कम करने के लिए (Reduces the risk of cancer)
अलसी के तेल में लिनोलिकबिट्स होते हैं, ये यौगिक कैंसर से लड़ने और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। अलसी का तेल डायट्री लिगनन्स (dietary lignans) का एक समृद्ध स्रोत है, जो स्तन कैंसर के जोखिम को कम करने में उपयोगी है। अलसी के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (एएलए) कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा कर सकता है और यहां तक कि उन्हें मार भी सकता है। एक अध्ययन में, चूहों को 40 दिनों के लिए 0.3 मिली फ्लैक्ससीड तेल दिया गया। ये कैंसर के प्रसार और फेफड़ों के ट्यूमर के विकास को रोकने के लिए सफल पाया गया था। [2] इतना ही नहीं, एक अन्य अध्ययन में, अलसी के तेल को चूहों में कोलन कैंसर के गठन को रोकने के लिए दिखाया गया था।[3]
3.अलसी के तेल के फायदे - हृदय स्वास्थ्य के लिए (Helps in keeping the heart healthy)
कई अध्ययनों में पाया गया है कि अलसी के तेल में मौजूद सभी आवश्यक यौगिक ओमेगा-3 फैटी एसिड, ईपीए और डीएचए का स्तर बढ़ा सकते हैं, जो स्वस्थ हृदय को बढ़ावा देने और हृदय रोग को रोकने में कारगर है। अलसी का तेल आर्टरीज़ की इलास्टिसिटी में भी सुधार कर सकता है। उम्र बढ़ने और बढ़े हुए रक्तचाप दोनों ही, आमतौर पर लोच में कमी से जुड़ा हुआ है।[4]
4.अलसी के तेल के फायदे - इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के लिए (Improves irritable bowel syndrome (IBS)
अलसी के तेल में लैक्सेटिव (रेचक) तत्व मौजूद होते हैं। ये न सिर्फ कब्ज़ की समस्या से राहत देते हैं बल्कि डायरिया और इरिटेबल बाउल सिंड्रोम को कम करने में सहायक हैं। एक हालिया पशु अध्ययन से पता चला है कि अलसी के तेल (फ्लक्स आयल कैप्सूल्स के फायदे) ने नियमितता को बढ़ावा देने के लिए एक रेचक (laxative) के रूप में काम किया, जबकि सभी एक एंटिडायरेहिल एजेंट के रूप में कार्य करते हैं। [5]
5.अलसी के तेल के फायदे - त्वचा के लिए (Improves skin)
अलसी का तेल त्वचा के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है। कम एएलए (ALA) त्वचा संबंधी समस्याओं से जुड़ा है अलसी के तेल में बहुत अधिक मात्रा में एएलए होता है, इसलिए यह त्वचा की सेहत दुरुस्त कर सकता है। एक अध्ययन में 13 महिलाओं को शामिल किया गया था, जो 12 सप्ताह के लिए अलसी के तेल का सप्लीमेंट ले रही थी। अध्ययन के अंत में पाया गया कि उनकी त्वचा पहले से अच्छी और स्मूथ हो गई थी और साथ ही नमी में भी सुधार का अनुभव किया, जबकि त्वचा की संवेदनशीलता कमी देखी गई थी। [6]
6.अलसी के तेल के फायदे - वजन कम करने के लिए (Helpful in weight loss)
मोटापा कम करने के लिए और वज़न घटाने के लिए भी अलसी के तेल से फायदा मिल सकता है। दरअसल, पाचन तंत्र से विषाक्त कणों को निकालने और वजन कम करने में मदद के लिए अलसी का तेल सबसे उपयुक्त है। वहीं, अलसी के तेल में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर में जमे फैट को बर्न करने में मदद करता है। पेट की चर्बी कम करने के लिए अलसी के तेल का नियमित सेवन करना लाभकारी होता है।
7.अलसी के तेल के फायदे - महिला स्वास्थ्य के लिए (Helpful for women’s health)
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी अलसी के तेल को बहुत लाभकारी माना जा सकता है। खासकर, अलसी के तेल से बने सप्लीमेंट मेनोपॉज़ के दौरान सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। सकारात्मक प्रभाव की वजह अलसी के तेल में पाए जाने वाले एस्ट्रोजेनिक गुण को माना जाता है। वहीं, मेनोपॉज़ के बाद महिलाओं में हड्डियों के कमज़ोर होने का भी रिस्क बढ़ जाता है, जिससे बचने के लिए अलसी में मौजूद पोषक तत्व फायदेमंद हो सकते हैं। वहीं, एक शोध के मुताबिक, पीरियड शुरू होने से पूर्व दिखने वाले लक्षण (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) से बचने के लिए भी अलसी युक्त आहार लेने से फायदा हो सकता है। ये साइक्लिकल मास्टालजिया (स्तन में दर्द और भारीपन) को भी कम करने में सहायता कर सकता है।
अलसी के तेल के पौष्टिक तत्व
Nutrients value of flax seeds oil in hindi
फ्लक्स आयल कैप्सूल्स के फायदे जानें
ओमेगा -3 फैटी एसिड स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, जो बेहतर हृदय स्वास्थ्य, सूजन कम करने और मस्तिष्क की उम्र बढ़ने से सुरक्षा प्रदान करता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि असली के तेल के पौष्टिक तत्व क्या हैं।
पोषक तत्व | प्रति सौ में मात्रा |
ऊर्जा | 884 कैलोरी |
कैल्शियम | 1 मिलीग्राम |
फैट | 99.98 ग्राम |
पानी | 0.12 ग्राम |
प्रोटीन | 0.11 ग्राम |
फैटी एसिड | 8.976 ग्राम |
विटामिन-ई | 0.47 मिलीग्राम |
विटामिन-के | 9.3 माइक्रोग्राम |
फैटी एसिड, पॉलीअनसेचुरटेड | 67.849 ग्राम |
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड | 18.438 ग्राम |
अब तक हमनें जाना कि अलसी के तेल के फायदे क्या-क्या हैं और इसमें कौन-कौन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं। अब आपको ये बताते हैं कि अलसी का लाभ पाने के लिए आपको कितनी मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।
अलसी के तेल का उपयोग कैसे करें
How to use flaxseed oil in hindi
flax oil in hindi jane
किसी भी चीज़ का फायदा तभी मिलता है, जब हम उचित मात्रा में उसका सेवन करें। इसी तरह से अलसी के तेल का भी सेवन एक सिमित मात्रा में ही करने से आपको लाभ मिल सकता है।
अलसी के तेल का सेवन किस समय करें - अलसी के तेल का सेवन आप किसी भी वक़्त कर सकते हैं।
अलसी के तेल का सेवन कितनी मात्रा में करें - इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए, ये एक व्यक्ति के स्वास्थ्य और उम्र पर निर्भर करता है। इसलिए, इसका सेवन करने से पूर्व आपको एक नूट्रिशनिस्ट से बात संपर्क करना चाहिए।
अलसी के तेल का सेवन किस रूप में करें :-
- सलाद बनाते समय अलसी के तेल का इस्तेमाल ड्रेसिंग के रूप में किया जा सकता है।
- केक बनाते वक़्त भी इसका इस्तेमाल आप कर सकते हैं।
- स्मूदी बनाने के लिए भी फ्लैक्ससीड ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- आप सप्लीमेंट के रूप में भी इसे ले सकते हैं।
आइए अंत में जानते हैं कि अलसी के तेल के साइड-इफेक्ट क्या हैं।
अलसी के तेल के साइड-इफ्फेक्ट
Side effects of flaxseed oil in hindi
flax oil capsules in hindi kya hai
अलसी का तेल अधिकतर व्यस्कों के लिए सुरक्षित है लेकिन ऐसा तभी संभव है जब उसे सही तरीके से कम समय के लिए लिया जाए। बहुत अधिक अलसी के तेल का इस्तेमाल डायरिया और एलर्जी का कारण बन सकता है।
अलसी के तेल के साइड-इफेक्ट :-
- कुछ शोधों से पता चला है कि एएलए की अधिक मात्रा प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है या ट्यूमर के ऊत्तकों को बढ़ावा दे सकती है।
- त्वचा और बालों पर फ्लेक्ससीड ऑयल का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें क्योंकि ये निश्चित नहीं है कि ये तेल लगाने के लिए सुरक्षित है या नहीं।
- ये तेल यह गर्भावस्था को जोखिम में डाल सकता है जिससे बच्चे का जन्म समय से पहले हो सकता है।
- अलसी का तेल रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकता है इसलिए रक्तस्राव विकार वाले मरीज़ को अलसी के तेल का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
- सर्जरी से पहले अलसी के तेल का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए और सर्जरी से कम से कम दो सप्ताह पहले और बाद में इसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए।
- किसी भी दवा के साथ अलसी के तेल का इस्तेमाल ना करें। इससे रक्त के थक्के बनने कम हो जाते हैं और ये रक्तस्राव और चोट लगने के खतरे को बढ़ा सकता हैं।
निष्कर्ष
Conclusion in hindi
फ्लक्स आयल कैप्सूल्स के फायदे जानें
अलसी खाने के फायदे बहुत हैं और ये स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी है। लेकिन, सही तरह से डॉक्टर की सलाह पर अलसी के तेल का इस्तेमाल किया जाए तभी इसके सही परिणाम अच्छे मिलेंगे।
क्या यह लेख सहायक था? हां कहने के लिए दिल पर क्लिक करें
references
संदर्भ की सूचीछिपाएँ
Brenna JT. “Efficiency of conversion of alpha-linolenic acid to long chain n-3 fatty acids in man”. Curr Opin Clin Nutr Metab Care. PMID: 11844977
Han J, Lu SS, et al. ”Flax seed oil inhibits metastatic melanoma and reduces lung tumor formation in mice”. J BUON. PMID: 26854452
Salim EI, Abou-Shafey AE, et al.”Cancer chemopreventive potential of the Egyptian flaxseed oil in a rat colon carcinogenesis bioassay--implications for its mechanism of action”. Asian Pac J Cancer Prev. PMID: 22296388
Hilden T. “The influence of arterial compliance on diastolic blood pressure and its relation to cardiovascular events”. J Hum Hypertens. PMID: 1920336
Hanif Palla A, Gilani AH. “Dual effectiveness of Flaxseed in constipation and diarrhea: Possible mechanism”. J Ethnopharmacol. PMID: 25889554
Neukam K, De Spirt S, et al.”Supplementation of flaxseed oil diminishes skin sensitivity and improves skin barrier function and condition". Skin Pharmacol Physiol. PMID: 21088453
आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 17 Sep 2020
हमारे ब्लॉग के भीतर और अधिक अन्वेषण करें
लेटेस्ट
श्रेणियाँ
विटामिन A क्या है - स्रोत, कमी के लक्षण, रोग, फायदे और नुकसान

योग के लाभ, आसन और प्रकार

ईसबगोल के फायदे और नुकसान

तनाव, चिंता और आलस्य दूर करने के लिए योग

जानें कीगल व्यायाम कैसे करें–स्टेप-बाइ-स्टेप

