इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार के लिए 6 बेहतरीन उपाय

6 best natural erectile dysfunction treatments in hindi

Erectile Dysfunction ke gharelu ilaj kya hai in hindi


एक नज़र

  • सेक्स प्रक्रिया में उत्तेजित न हो पाना एक आम समस्या है।
  • उत्तेजित न होने के मानसिक कारण अधिक होते हैं।
  • जीवनशैली में परिवर्तन से इरेक्टाइल डिसफंक्शन ठीक हो सकता है।
  • कोई भी दवा बिना चिकित्सक की सलाह के बिना नहीं लेनी चाहिए।
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Introduction

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महिला-पुरुष के मध्य स्थापित होने वाला शारीरिक संबंध परस्पर विश्वास और प्रेम की डोर को मजबूत करता है। लेकिन कभी-कभी पुरुष द्वारा चाह कर भी यह संबंध इच्छित रूप में स्थापित नहीं हो पाता है और इसके लिए वह स्वयं को दोषी मान लेता है। देखा यह गया है कि इसके लिए कभी-कभी कारण वास्तविक होते हैं तो कभी यह काल्पनिक भी हो सकते हैं।

कारण चाहे कोई भी हो, लेकिन सेक्स के समय पुरुष जब पूरी तरह से उत्तेजित नहीं हो पाता है तब यह स्थिति इरेक्टाइल डिसफंक्शन या स्तंभन दोष की कहलाती है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन (erectile dysfunction in hindi), या लिंग का खड़ा ना होना कई पुरुषों के लिए आज की एक बड़ी चुनौती है, भले ही वो युवा हो मध्यम आयु के हो या बूढ़े हो और आजकल यह सामान्य समस्या बनी हुई है। स्तंभन दोष कई वजह से हो सकता है जैसे की शारीरिक स्वास्थ्य स्थिति, रिलेशनशिप समस्याएं, कुछ प्रकार की दवा, धूम्रपान, ड्रग्स या शराब है।

इसे अगर नजर अंदाज कर दिया जाए, तो स्तंभन दोष जटिलताओं को जन्म दे सकता है, जैसे कि एक असंतोषजनक यौन जीवन,आत्मसम्मान की कमी ,चिंता और रिश्ते की समस्याएं। अगर किसी पुरुष को इरेक्टाइल डिसफंक्शन हो जाता है तो महिला का गर्भवती होना भी मुश्किल हो जाता है और नपुंसकता आ जाती है

इरेक्टाइल डिस्फ़ंक्शन का अक्सर पुरुषों और उनके सहयोगियों दोनों पर भी भावनात्मक प्रभाव पड़ता है। कई पुरुष शर्मिंदगी की भावनाओं के कारण उपचार की तलाश नहीं करते हैं। स्तंभन दोष एक सामान्य स्थिति है। एक अध्ययन से यह पता चला है की इरेक्टाइल डिसफंक्शन के निदान के मामलों में लगभग 75% पुरुष कोई ट्रीटमेंट नहीं लेते हैं। [1]

इस लेख में इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार के लिए सर्वश्रेष्ठ उपाय बताए गए हैं जिनके अपनाने से कोई भी पुरुष सरल रूप में अपनी समस्या का हल कर सकता है।

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इस लेख़ में

 

इरेक्टाइल डिसफंक्शन क्या होता है?

What is erectile dysfunction? in hindi

Erectile Dysfunction kya hota hai in hindi

अधिकतर यह देखा गया है कि जब पुरुष सेक्स के समय अपनी महिला साथी को संतुष्ट नहीं कर पाते हैं तो वे इसे पुरुष बांझपन मानकर परेशान हो जाते हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि यदि सेक्स के समय पुरुष का लिंग पूरी तरह से या तो उत्तेजित नहीं हो पाता है या फिर अधिक समय तक उत्तेजित नहीं रह पाता है तो यह स्थिति इरेक्टाइल डिसफंक्शन कहलाती है।

यह स्थिति शारीरिक या मानसिक कारणों की वजह से भी हो सकती है।अत्यधिक तनाव, मानसिक उत्तेजना, संबंधों में अनबन आदि जैसे मानसिक कारणों के अलावा कोई शारीरिक तकलीफ़ भी इरेक्टाइल डिस्फ़ंक्शन का कारण बन सकती है।

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इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार के प्राकृतिक उपाय

Best natural treatments for erectile dysfunction in hindi

Erectile Dysfunction ke natural treatment upay in hindi

इरेक्टाइल डिसफंक्शन का अगर समय पर इनका इलाज न किया जाये तब यह पुरुष बांझपन के लक्षण में बदल भी सकते हैं। दरअसल इस परेशानी के कारण अधिकतर जीवनशैली और मानसिक अवस्था से संबंधित होते हैं। इसलिए इनका घर पर रहते हुए प्राकृतिक तरीके से उपाय सरलता से किया जा सकता है :-

  • हेल्दी और पोषक डाइट (Healthy and balanced diet)

विभिन्न प्रकार की शोधों से यह स्पष्ट हो गया है कि अपने दैनिक आहार को हेल्दी और संतुलित रखने से इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्या का हल बड़ी सरलता से हो जाता है। इसके लिए उन्हें अपने भोजन में हर प्रकार के प्राकृतिक भोजन जैसे फल-सब्जी, साबुत अनाज और मांसाहार में मछ्ली का सेवन संतुलित रूप से करना चाहिए।

इसके अतिरिक्त विटामिन-ई का सेवन भी पुरुष बांझपन उपचार के रूप में अच्छा माना जाता है।इसके लिए हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ और साबुत अनाज के सेवन से लिंग में रक्त का प्रवाह अच्छा हो जाता है। शरीर में टेस्टोस्टेओरोन नाम के हार्मोन की कमी से भी इस समस्या का हल हेल्दी और पोषक डाइट खाने से निकल सकता है और इसके लिए पपीते, चिया और सूरजमुखी के बीज के साथ ही पालक भी बहुत फ़ायदा कर सकता है।

  • नियमित व्यायाम (Regular exercise)

शरीर में सही रूप से रक्त प्रवाह के लिए प्रतिदिन व्यायाम किया जाना बहुत आवश्यक है। इससे मांसपेशियों की तंदुरुस्ती के साथ ही हार्मोन भी संतुलित रहते हैं। मेल इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट के रूप में योगासन और शारीरिक व्यायाम को एक सर्वश्रेष्ठ घरेलू उपाय माना जाता है।

लिंग में समुचित रक्त प्रवाह के लिए कीगल व्यायाम (kegel exercise) और एयरोबिक एक्सर्साइज़ (aerobic exercise) सबसे अच्छे व्यायाम माने जाते हैं। [2] इसके अतिरिक्त कुछ योगासन जैसे शवासन, गरुड़ासन, अर्धमतसयासन आदि भी किए जा सकते हैं।

  • तनाव से दूरी (Keep away from stress)

प्राचीन काल में कहा जाता था कि चिंता, चिता समान होती है। यही चिंता आधुनिक समय में तनाव के रूप में जानी जाती है। पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन का सबसे बड़ा कारण यही तनाव का होना माना गया है। [3] इसके कारण पुरुष प्रजनन प्रणाली ( male reproductive system) और सेक्स प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले हार्मोन का निर्माण प्रभावित हो जाता है और उनमें असंतुलन उत्पन्न हो जाता है।

इसलिए जहां तक संभव हो तनाव को अपने जीवन में हावी न होने दें और इसके लिए बहुत जरूरी है कि नियमित रूप से ध्यान (meditation) का अभ्यास किया जाये। इसके करने से सेक्स प्रक्रिया में स्खलन और इरेक्शन दोनों में आसानी हो सकती है। इसके अलावा स्वयं को प्रसन्न रखने के लिए इंडोर और आउटडोर खेल, संगीत, नृत्य और हर वो काम करें जिससे आपके मन को प्रसन्नता मिलती है। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखे कि शरीर को पूरा आराम देने के लिए पूरी नींद लेना भी बहुत जरूरी है

  • सप्लिमेंट्स से दोस्ती (Supplements)

यह तो सब जानते हैं कि पर्यावरण में प्रदूषण के कारण हम जो भी भोजन लेते हैं उससे हमारे शरीर की पोषण संबंधी सभी जरूरतें पूरी नहीं हो पाती हैं। पोषण संबंधी कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट्स लेने भी जरूरी होते हैं। जब पुरुष को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की शिकायत हो तब इसका कारण शरीर में विटामिन बी12 और विटामिन डी की भारी कमी को माना जाता है।

इसलिए अपने दैनिक भोजन में मल्टीविटामिन (multi vitamin) और विटामिन वाले सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं जिससे इस समस्या का हल हो सकता है। इसके अतिरिक्त जिंसिंग भी एक प्रकार का सप्लिमेंट है जो इस बीमारी में बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकता है। लेकिन इसको चिकित्सक की सलाह से ही लेना चाहिए।

  • स्वस्थ जीवनशैली (Healthy lifestyle)

सुस्त जीवनशैली अन्य विभिन्न रोगों के साथ ही कभी-कभी सेक्स संबंधी विकारों को भी जन्म देती है। इसका मुख्य कारण शरीर के अधिक एक्टिव न रहने के कारण ब्लड सर्क्युलेशन में अंतर आ जाना जिसके कारण लिंग में प्रवाह में बाधा आ सकती है। परिणामस्वरूप प्रजनन हार्मोन के बनने पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी परेशानी हो सकती है।

इसलिए एक अच्छी जीवनशैली को अपनाते हुए अपने शारीरिक वजन को नियंत्रण में रखें, नियमित व्यायाम करें और हमेशा यथासंभव सकारात्मक भी रहें। इसतरह इरेक्टाइल डिसफंक्शन में शारीरिक गतिविधि महत्वपूर्ण है। [4]

  • धूम्रपान को छोड़े (stop smoking)

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन(Erectile Dysfunction) में धूम्रपान का बिलकुल त्याग करें। कई पुरुषों के लिए, धूम्रपान रोकना यह इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए बहुत अच्छा उपाय है, खासकर के तब जब रेक्टाइल डिस्फंक्शन यह वैस्कुलर डिजीज (vascular disease) के कारण हुआ हो। एक अध्ययन के अनुसार धूम्रपान इरेक्टाइल डिस्फंक्शन(Erectile Dysfunction) के लिए एक रिस्क फैक्टर साबित हुआ है। [5]

वैस्कुलर डिजीज (vascular disease) में पुरुषों के पेनिस को रक्त का सप्लाई अच्छी तरह से नहीं हो पाता है और धमनी (Artery) अवरुद्ध हो जाती है उससे धमनियों के संकुचित होने के कारण पेनिस में दर्द भी होता है। धूम्रपान और यहां तक ​​कि धूम्रपान रहित तंबाकू भी रक्त वाहिकाओं के संकुचित होने के महत्वपूर्ण कारण हो सकते है और एक समान नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। अगर पुरुष धूम्रपान को छोड़ते है तो इनका मिला-जुला असर शरीर पर अच्छा ही दिखाई दे सकता है।

  • शराब का सेवन न करे (No alcohol)

शराब एक अवसाद(depressant) के रूप में कार्य करता है। शराब का सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए क्यों की यह अस्थायी और दीर्घकालिक स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction in hindi) दोनों का कारण बन सकता है। सेंट्रल नर्वस सिस्टम (central Nervous System )नाइट्रिक ऑक्साइड (nitric oxide) को जारी करने के लिए जिम्मेदार होता है। नाइट्रिक ऑक्साइड (nitric oxide) एक महत्वपूर्ण केमिकल है जो पेनिस के इरेक्शन में मदत करता है।

यदि पुरुष शराब का सेवन बहुत ज्यादा करते है तो उससे सेंट्रल नर्वस सिस्टम पे परिणाम होता है और उससे नाइट्रिक ऑक्साइड के सप्लाई में कमी आ जाती है। इससे पुरुषोंमें इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है।

  • एक्यूपंक्चर( Accupuncture )

आधुनिक चिकित्सा पद्धति के साथ ही वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति का भी इस्तेमाल इरेक्टाइल डिसफंक्शन को दूर करने के लिए किया जा सकता है। इसके लिए एक्यूपंचर (acupuncture) एक उत्तम तकनीक मानी जाती है।

2003 के ​​एक अध्ययन द्वारा यह साबित हुआ है की स्तंभन दोष से जूझ रहे 21% रोगियों ने एक्यूपंक्चर उपचार के एक कोर्स के बाद अपने इरेक्शन में सुधार की सूचना दी। लेकिन इस तकनीक को अपनाने से पूर्व इस बात का ध्यान रखें कि इस तकनीक का प्र्योगकर्ता अपने काम में दक्ष हो और प्रयोग में लायी जाने वाली सुई साफ और किटाणुरहित हो।

  • एसेंशियल आयल से मसाज (Essential oil massage)

यदि आप स्तंभन दोष ( इरेक्टाइल डिसफंक्शन ) के इलाज के लिए प्राकृतिक तरीके की तलाश कर रहे हैं, तो आप एसेंशियल आयल का उपयोग करने पर विचार कर सकते हैं। एसेंशियल आयल से लिंग पे मसाज पुरुषों को इरेक्टाइल डिस्फ़ंक्शन से आराम प्रदान करने में मदद कर सकता है।

इसके साथ ही सेक्स की इच्छा को जगाता है और पार्टनर से अधिक अंतरंगता के साथ जुड़ने में मदद कर सकता है। एसेंशियल ऑयल (essential oil) जैसे चंदन, गुलाब आदि के तेल की मालिश स्तंभन दोष की परेशानी को दूर करने में सहायक मानते हैं। इस मालिश से जहां एक ओर लिंग में रक्त संचार बढ़ सकता है वहीं पुरुष में सेक्स के प्रति इच्छा भी बढ़ जाती है। यह हमेशा ध्यान में रखे की एसेंशियल आयल का उपयोग त्वचा पर करने से पूर्व उसे कोई एक वाहक तेल में मिलाकर पतला करें - जैसे कि जैतून या नारियल का तेल।

इसी प्रकार कुछ लोग पोर्नोग्राफ़ी और मास्टरबेशन जैसे वैकल्पिक उपचार (Alternative treatments) लिंग को उत्तेजित करने के लिए अच्छा मानते हैं। तकनीकी रूप से इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है इसलिए इस तकनीक के प्रभाव पूर्ण होने में संदेह होता है। फिर भी यदि इन उपायों के बाद भी इरेक्टाइल डिसफंक्शन की परेशानी में आराम न मिले और शुक्राणु की जांच के बाद भी परिणाम में कोई अंतर न आए तो तुरंत डॉक्टर से मिलना ही हितकारी हो सकता है।

और पढ़ें:अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान की सफलता को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक
 

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए आयुर्वेदिक उपचार

Ayurvedic remedy for erectile dysfunction in hindi

erectile dysfunction ke liye ayurvedic upchar in hindi, पुरुष नपुंसकता के लिए आयुर्वेदिक उपाय

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए पौधों और जड़ी-बूटियों से इलाज सबसे आम प्राकृतिक उपचार है। जिन्हें कुछ संस्कृतियों ने कई वर्षों से उपयोग किया है। यद्यपि इन प्राकृतिक उपचारों की सुरक्षा पर बहुत कम अध्ययन हुए हैं। कुछ प्राकृतिक उपचार हम यहाँ बता रहे है

  • पनाक्स जिनसेंग (Panax ginseng)

पनाक्स जिनसेंग को हर्बल वियाग्रा भी कहा जाता है। पनाक्स जिनसेंग का इरेक्टाइल डिफंक्शन में उपयोग के ऊपर शोधकर्ताओं ने 2008 में एक अध्ययन किया था। उसमे कुछ पुरुँषोंको पनाक्स जिनसेंग का पाउडर 600 से 1,000 मिलीग्राम (मिलीग्राम) प्रतिदिन तीन बार सेवन करने के लिए कहा गया।

इस अध्ययन से यह साबित हुआ था की स्तंभन दोष के उपचार में पनाक्स जिनसेंग से प्रभावशाली सुधार हुआ। [6] पनाक्स जिनसेंग के पौधे से जो अर्क निकलता है उसमे गिनसेनोसाइड(Ginsenosides) नामक तत्व मौजूद होता है जो स्तंभन में सुधार के लिए काम करता है। पनाक्स जिनसेंग के अर्क से बनी टेबलेट्स और पाउडर बाजार में उपलब्ध है।

  • रोडियोला रसिया (Rhodiola rosea)

रोडियोला रसिया इसे गोल्डन रुट भी कहा जाता है यह पौधा हिमालय पे भारी मात्रा में पाया जाता है। एक छोटे से अध्ययन में यह पाया गया की रोडियोला रसिया इरेक्टाइल डिस्फंक्शन मददगार हो सकता है। इस अध्ययन में 35 पुरुषों में से 26 पुरुषों को तीन महीने तक प्रतिदिन 150 से 200 मिलीग्राम पाउडर की मात्रा दी गयी। परिणाम स्वरुप पुरूषोंने यौन क्रिया में काफी सुधार का अनुभव किया। इस जड़ी बूटी को ऊर्जा में सुधार और थकान को कम करने के लिए प्रभावशाली माना गया है। रोडियोला रसिया का पाउडर बाजार में आसानी से मिल जाता है।

  • एल-आर्जिनिन (L-arginine)

एल-आर्जिनिन मनुष्य के शरीर में प्राकृतिक रूप से मौजूद एक एमिनो एसिड है। यह शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड(Nitric oxide) बनाने में मदद करता है। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं रिलैक्स करता है और स्वस्थ यौन(healthy sexual) क्रिया के लिए आवश्यक है। शोधकर्ताओं ने इरेक्टाइल डिस्फंक्शन पर एल-आर्जिनिन के प्रभावों का अध्ययन किया। [7] इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के साथ 30% पुरुषों ने प्रति दिन 5 ग्राम एल-आर्जिनिन सप्लीमेंट्स लेने से सेक्स फंक्शन में महत्वपूर्ण सुधार का अनुभव किया।

  • योहिम्बाइन (Yohimbine)

योहिम्बाइन(Yohimbine) एक अफ्रीकी पेड़ की छाल का मुख्य घटक, योहिम्बाइन भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के सभी प्राकृतिक उपचारों में से एक है। [8] हालांकि, अध्ययनों ने योहिम्बाइन को कई दुष्प्रभावों से जोड़ा है, जिसमें चिंता, रक्तचाप में वृद्धि और तेज, चिड़चिड़ापन शामिल हो सकता है। सभी प्राकृतिक उपचारों की तरह, योहिम्बाइन का उपयोग केवल सलाह के बाद और डॉक्टर की देखरेख में किया जाना चाहिए।

योहिम्बाइन(Yohimbine) मार्किट में टेबलेट, कैप्सूल और पाउडर के रूप में मिलता है। उपरोक्त बताए गए उपयोंका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। क्यों की उनकी मात्रा के सही से न लेने से यह आपके शरीर पे दुष्परिणाम भी करवा सकते है।

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निष्कर्ष

Conclusionin hindi

Nishkarsh

सेक्स प्रक्रिया के समय पूरी तरह से उत्तेजित न हो पाने या लंबे समय तक लिंग के न उत्तेजित होने की अवस्था को इरेक्टाइल डिस्फ़ंक्शन कहा जाता है। यह शारीरिक व मानसिक दोनों कारणों से हो सकता है। प्राथमिक रूप से इस बीमारी का उपचार घरेलू तरीके से बड़ी सरलता से किया जा सकता है। इसके लिए ज़िंक आधारित भोजन और सपलीमेंट्स के साथ अपनी जीवनशैली को एक्टिव रखना होगा। तनाव से दूर रहते हुए कुछ लोग एक्यूपंचर से भी इस परेशानी को दूर करने का प्रयास करते हैं।

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references

संदर्भ की सूचीछिपाएँ

1 .

1. Irwin GM. “Erectile Dysfunction”. Prim Care. 2019;46(2):249-255.PMID: 31030826.

2 .

Duca Y, Calogero AE, Cannarella R, et al. “Erectile dysfunction, physical activity and physical exercise: Recommendations for clinical practice”. Andrologia. 2019;51(5):e13264. PMID: 30873650.

3 .

Kalaitzidou I, Venetikou MS, Konstadinidis K, et al. “Stress management and erectile dysfunction: a pilot comparative study”. Andrologia. 2014;46(6):698-702. PMID: 23822751.

4 .

Allen MS, Walter EE. “Health-Related Lifestyle Factors and Sexual Dysfunction: A Meta-Analysis of Population-Based Research”. J Sex Med. 2018;15(4):458-475. PMID: 29523476.

5 .

Biebel MG, Burnett AL, Sadeghi-Nejad H. “Male Sexual Function and Smoking”. Sex Med Rev. 2016;4(4):366-375. PMID: 27872030

6 .

Jang DJ, Lee MS, Shin BC, Lee YC, Ernst E. “Red ginseng for treating erectile dysfunction: a systematic review”. Br J Clin Pharmacol. 2008;66(4):444-450. PMID: 18754850

7 .

Stanislavov R, Nikolova V. “Treatment of erectile dysfunction with pycnogenol and L-arginine”. J Sex Marital Ther. 2003;29(3):207-213. PMID: 12851125.

8 .

Morales A. “Yohimbine in erectile dysfunction: the facts”. Int J Impot Res. 2000;12 Suppl 1:S70-S74. PMID: 10845767.

आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 26 Jun 2020

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