जाने स्तन मसाज करने के लाभ
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एक नज़र
- 90 प्रतिशत महिलाएं अपने स्तनों के आकार को लेकर चिंतित रहती हैं।
- स्तन मसाज से प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसिन (prolactin and oxytocin) हार्मोन संतुलित रहता हैं।
- स्तन मसाज करने से लिम्फेटिक सिस्टम (lymphatic system) अच्छे से काम करता है।
Introduction

एक महिला के आकर्षक व्यक्तित्व के लिए उसके स्तनों का खूबसूरत होना काफी महत्वपूर्ण होता है।
कई लड़कियों और महिलाओं के स्तनों का आकार पर्याप्त नहीं होता या अधिक होता है जिसकी वजह से वो हमेशा हीन भावना से ग्रस्त रहती हैं।
ब्रेस्ट के सही तरीके से विकसित न होने के पीछे कई कारण होते है जिसमें मुख्य कारण हार्मोन असंतुलन होता है।
महिलाएं कई बार सुडौल स्तनों के लिए कई बार ब्रैस्ट इमप्लान्टेशन का भी सहारा लेती हैं, हालाँकि ब्रैस्ट इमप्लान्टेशन के कई जोखिम हो सकते हैं।
स्तन से संबंधित किसी भी समस्या के होने से चिंता और तनाव होना स्वाभाविक हैं। ऐसे में जरुरत होती है कि हम अपने स्तनों की नियमित देखभाल करें। ऐसा करना तभी संभव है जब हम अपने स्तनों को समय दें।
स्तन मसाज स्तनों को स्वस्थ रखने में और स्तन से जुड़ी समस्याओं में सुधार करने में फायदेमंद होती हैं। ब्रैस्ट मसाज या स्तन मालिश करने से स्वस्थ स्तन होने के साथ-साथ कई मेडिकल लाभ भी होते हैं।
स्तन मसाज आप स्वयं कर सकते है या अपने जीवन साथी की मदद ले सकते हैं। आप किसी मसाज पार्लर में जाकर भी ब्रैस्ट मालिश करवा सकते हैं।
ऐसे में विस्तार से ये समझने की कोशिश करते हैं स्तन मसाज के फायदे क्या हैं और ये किस तरह का लाभ हमें पंहुचा सकता है और साथ ही जानेंगे ब्रेस्ट मसाज करने का सही तरीका।
इस लेख़ में
- 1.स्तन मसाज के फायदे संतुलित हार्मोन और स्वस्थ स्तन के लिए
- 2.स्तन मसाज के लाभ ब्लड सर्कुलेशन और लिम्फेटिक सिस्टम के लिए
- 3.स्तन मसाज के फायदे स्तन कैंसर की प्रारंभिक पहचान करने में
- 4.स्तन मसाज के लाभ मास्टालजिया (स्तन दर्द) से राहत के लिए
- 5.स्तन मसाज के फायदे मांसपेशियों में दर्द से राहत देने के लिए
- 6.स्तन मसाज के फायदे स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए
- 7.स्तन मसाज के लाभ स्तन को बेहतर बनाने के लिए
- 8.ब्रेस्ट मसाज कैसे करें - स्टेप बाई स्टेप विधि
- 9.निष्कर्ष
स्तन मसाज के फायदे संतुलित हार्मोन और स्वस्थ स्तन के लिए
Breast massage for hormonal balance and healthy breast in hindi
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हार्मोन्स शरीर की सभी गतिविधियों को नियंत्रित करके शरीर का विकास करते हैं। जब हमारे शरीर में हार्मोन के स्राव में असंतुलन होता है, तो शरीर अस्वस्थ हो जाता हैं। एस्ट्रोजेन (Estrogen) और प्रोजेस्टेरॉन (Progesterone) हार्मोन्स का संतुलन स्तन समस्यायों को दूर रखते हैं।
इसी प्रकार जब हम स्तन मसाज करते है तो दो हार्मोन - प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसिन (Prolactin and Oxytocin) स्तन में संतुलित रहते हैं। प्रोलैक्टिन एक प्रोटीन है जो ब्रेस्टफीडिंग महिलाओ में दूध बनाने में सहायक होता हैं।
प्रोलैक्टिन स्तनों के स्वास्थ्य के साथ-साथ शरीर में पानी/नमक रेगुलेशन, मेटाबोलिज्म (metabolism), रिप्रोडक्शन फंक्शन (reproduction function), इम्यून सिस्टम (immune system), हार्मोन संतुलन और दिमाग के लिए भी जरूरी होता हैं।
स्तन मसाज के लाभ ब्लड सर्कुलेशन और लिम्फेटिक सिस्टम के लिए
Breast massage for blood circulation and lymphatic system in hindi
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आपके ब्रेस्ट टिश्यू आर्मपिट तक फैले हुए होते हैं। शरीर के इस हिस्से में कई लिम्फ नोड्स होते हैं, और उनकी मालिश करने से आपके लिम्फेटिक सिस्टम को उत्तेजित करने में मदद मिल सकती है।
दरअसल आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करने के लिए आपका लिम्फेटिक सिस्टम जिम्मेदार है। यदि आपके लिम्फ नोड्स पर सर्जरी हुई है या फिर तरह का नुकसान पंहुचा है तो इससे आपके लिम्फेटिक सिस्टम में तरल पदार्थों जम जाते हैं, जिसे लिम्फेडेमा (lymphedema) कहा जाता है।
ऐसे में स्तन मालिश से लिम्फ वाहिकाओं (lymph vessels) को उत्तेजित करने में मदद मिल सकती है और इससे बाहों और छाती में लिम्फेडेमा होने का रिस्क भी कम हो सकती है।
एक शोध के अनुसार, स्तन कैंसर वाले 5 से अधिक महिलाओं में लिम्फेडेमा विकसित होता है। इसके लक्षण के रूप में हाथ, स्तन या छाती में सूजन होता है। आमतौर पर, यह सर्जरी या रेडिएशन के कारण होता है।
हालांकि अगर आपको लिम्फेडेमा नहीं है, तब भी स्तन मालिश से लिम्फेटिक सिस्टम में फंसे विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।
स्तन मसाज के फायदे स्तन कैंसर की प्रारंभिक पहचान करने में
Breast massage for early identification of breast cancer in hindi
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स्तन असामान्यताओं का पता लगाने के लिए महत्वपूर्ण है कि आप अपने स्तनों के आकार और स्थिति से परिचित हों। नियमित रूप से स्तन मालिश के बहाने से आप आपने ब्रैस्ट की समय समय पर स्वयं जांच भी कर लेते हैं । ऐसा करने से स्तन कैंसर के साथ-साथ स्तन की अन्य समस्याओं जैसे, ब्रैस्ट में इन्फेक्शन या स्तन में गांठ का भी पता लगाया जा सकता हैं।
स्तन मालिश (stan malish), स्तन कैंसर का पता लगाने में मदद कर सकती है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के एक रिपोर्ट के अनुसार 50 से कम उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लगभग 70 प्रतिशत मामलों का पता स्वयं महिलाओं को मसाज की मदद से लग जाता है। कैंसर स्तन में एक सख्त गांठ या मोटे टिश्यू जैसा महसूस हो सकता है, और इससे ब्रेस्ट के शेप और साइज़ में बदलाव आ सकते हैं। स्तन मसाज की मदद से स्तन कैंसर का शुरुआत में पता चलने से बेहतर परिणाम दे सकता है। ये स्तन कैंसर के आगे चलकर फैलने से रोक सकता है और सही समय पर उपचार की संभावना बढ़ा सकता है।
हालांकि इस बात का भी ध्यान रखना आवश्यक है कि स्तन गांठ, स्तन कैंसर होने की ही संभावना को इंगित नहीं करता है। अधिकांश मामलों में, इन गांठों का कारण ब्रेस्ट से जुड़ा किसी तरह का संक्रमण या सिस्ट हो सकता है।
स्तन मसाज के लाभ मास्टालजिया (स्तन दर्द) से राहत के लिए
Breast massage relief from mastalgia (breast pain) in hindi
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स्तन दर्द को मास्टालजिया (mastalgia) कहा जाता हैं। स्तन दर्द या ब्रेस्ट पेन एक ऐसी स्थिति है जिसमे स्तन टिश्यू (breast tissue) या अंडरआर्म (underarm) भाग में दर्द, भारीपन, जकड़न, जलन या ब्रेस्ट टेंडरनेस (tenderness) होता हैं। स्तन मसाज करने से ब्रेस्ट मसल्स (breast muscles) रिलैक्स हो जाती है जो दर्द को कम करने में सहायक होती हैं। ब्रैस्ट की मालिश के साथ साथ एक्सरसाइज और योगासनों से भी ब्रैस्ट मसल्स रिलैक्स होती है और चेस्ट पैन में आराम मिलता हैं।
मास्टालजिया (स्तन दर्द) से राहत पाने के लिए आप इनमें से किसी का भी प्रयोग कर सकती हैं:
- अरंडी का तेल (castor oil for breast massage)
- नारियल का तेल (coconut oil for breast massage in hindi)
- सरसों के तेल से ब्रेस्ट मसाज (sarso ke tel se breast massage)
- अदरक का तेल (ginger oil for breast massage)
- जैतून का तेल (olive oil for breast massage)
स्तन मसाज के फायदे मांसपेशियों में दर्द से राहत देने के लिए
Breast massage helps to ease sore muscles in hindi
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अगर आप दर्द का अनुभव कर रहे हैं तो स्तन मसाज आपकी छाती की मांसपेशियों में होने वाले दर्द को कम करने में सहायता कर सकता है। इन मांसपेशियों को पेक्टोरल (pectorals) कहा जाता है।
यह दर्द आमतौर पर व्यायाम करने से या खेलने से या फिर किसी भी तरह की गतिविधि करने से हो सकता है। दरअसल पेक्टोरल त्रिकोण के आकार के होते हैं और आपके स्तनों के नीचे मौजूद होते हैं।
अगर आपको पीठ में दर्द होता है तो इससे छाती में मसाज करने से भी आपको आराम मिल सकता है। इतना ही नहीं, पीठ में मालिश करने की तुलना में स्तन मालिश करने से आपको पीठ के दर्द में अधिक आराम मिल सकता है।
स्तन मसाज के फायदे स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए
Breast massage for lactating women in hindi
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ऐसा कई शोधों के माध्यम से पता चला है कि स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए स्तन मसाज कराना बहुत फायदेमंद हो सकता है।
स्तन मसाज से अधिक दूध के सक्रिय होने के कारण उठने वाले दर्द में भी रहत मिलती हैं। व
हीं स्तन मसाज से स्तनपान के दौरान महिलाओं को स्तन और निप्पल में होने वाले दर्द में भी कमी देखी जाती है। इतना ही नहीं 2004 के एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रसव के बाद पहले वर्ष तक स्तन मसाज (stan masaj) कराने से स्तन के दूध की गुणवत्ता में बहुत वृद्धि हुई है।
इतना ही नहीं स्तन मसाज से दूध के फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है और साथ ही स्तन मालिश (stan malish), स्तन के दूध में सॉलिड (solid), लिपिड (lipid) और कैसिन (casein) की मात्रा में सुधार करने में भी सहायता करता है।
इसके अलावा स्तन मसाज की मदद से स्तनपान से जुड़े कुछ समस्याओं से भी बचाव हो सकता है।
स्तन मसाज के लाभ स्तन को बेहतर बनाने के लिए
Breast massage for breast appearance in hindi
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कुछ महिलाएं या लड़कियां अपने ढीले स्तनों की उपस्थिति को बेहतर बनाने के लिए स्तन मसाज की मदद लेती हैं। मान्यता यह है कि आप मालिश के माध्यम से स्तन के ऊतकों में रक्त के प्रवाह को बढ़ा सकते हैं।
स्तन की त्वचा के लोच को बेहतर बनाने के लिए ओलिव ऑयल, आलमंड ऑइल या फिर नारियल का तेल (coconut oil for breast massage in hindi) का इस्तेमाल करती हैं।
तेल मालिश न सिर्फ स्तन को सुदोल बनाते है बल्कि शोधकर्ताओं ने पाया कि स्ट्रै ग्रेविडेरम (striae gravidarum), जिसे आमतौर पर स्ट्रेच मार्क्स के रूप में जाना जाता है, उसे तेल से त्वचा की मालिश करके रोका जा सकता है। (यहाँ पढ़े : घरेलु उपायों से पाए स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा )
ब्रेस्ट मसाज कैसे करें - स्टेप बाई स्टेप विधि
How to do breast massage in hindi
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स्तनों की सेहत को बनाए रखने के लिए स्तन मालिश एक प्रभावी साधन है लेकिन ये तभी संभव हो सकता है जब आप सही तरीके से ब्रेस्ट मसाज करें।
जी हां, स्तन मसाज करने का भी एक तरीका जिसे अपनाकर आपको ऊपर बताए गए फायदे मिल सकते हैं। ऐसे में चलिए अब हमको बताते हैं कि स्तन मालिश (stan malish) करना का तरीका क्या है।
ब्रैस्ट मसाज करने की विधि
- सही तेल या क्रीम का चुनाव : सबसे पहले स्तन मसाज के लिए आप कोई भी अपने पसंद का नेचुरल ऑइल ले सकती हैं या फिर स्तन मालिश करने वाली क्रीम लें।
हालांकि प्राकृतिक तेल स्तन मालिश के लिए फायदेमंद होते हैं लेकिन यदि आप स्तन मालिश क्रीम चुनते हैं, तो नेचुरल इंग्रेडिएंट वाली क्रीम का चयन करें।
वहीं ब्रेस्ट मसाज करने के लिए आप नारियल के तेल (coconut oil for breast massage in hindi) का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर बादाम का तेल, जोजोबा ऑइल,ओलिव ऑइल या फिर सरसों के तेल का भी (sarso ke tel se breast massage) इस्तेमाल कर सकती हैं।
- तापमान की जाँच करें: स्तन मसाज करने से पूर्व, सुनिश्चित करें कि आपके हाथ गर्म और मुलायम हैं। सख्त और ठंडे हाथ आपकी त्वचा को परेशान कर सकते हैं।
- स्तन मालिश शुरू करें: धीरे से अपने हाथों को अपने स्तनों पर रखें और उनके चारों ओर उंगलियाँ फैलाएँ। इसके बाद सर्कुलर मोशन में अंदर की ओर मालिश करें।
आपने दाहिने हाथ को क्लॉकवाइज़ (clockwise) रखें और बाएं हाथ को एंटी-क्लॉकवाइज़ (anti-clockwise) रखें।
मसाज के दौरान अपने निप्पल को टच करने से बचें। अगर आपको अपने स्तन में दर्द या किसी भी तरह की परेशानी का अनुभव होता है, तो तुरंत दबाव कम करें।
आप कम से कम पांच मिनट तक मालिश कर सकते हैं और दिन में दो बार मालिश करना फायदेमंद हो सकता है।
- स्तन की मालिश कितनी बार करे: स्तन की मालिश दिन में दो बार करनी चाहिए। यह कम से कम पांच मिनट के लिए किया जाना चाहिए लेकिन 15 मिनट से अधिक नहीं। यदि आप जल्द ही परिणाम पाना चाहते हैं, तो प्रतिदिन कम से कम एक महीने तक स्तन मसाज करें।
स्तन मालिश कोई तात्कालिक परिणाम नहीं दिखाती है लेकिन यह आपके ब्रेस्ट टिश्यू पर उस दिन काम करना शुरू कर देती है जिस दिन आप मालिश शुरू करते हैं।
जैसा कि उल्लेख किया गया है, अपने स्तनों में किसी भी प्रकार के बदलाव को नोटिस करने के लिए, इस तकनीक को कम से कम एक महीने तक रोज़ाना आज़माए। ये नेचुरल थेरेपी आपके स्तनों को नुकसान नहीं पहुँचाती है।
दवाएं और सर्जरी न केवल महंगी हैं, बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। वे तत्काल परिणाम प्रदान कर सकते हैं लेकिन लंबे समय में, वे संवेदनशील स्तन ऊतकों को नुकसान पहुँचाते हैं, जिससे उन्हें खतरनाक बीमारियों का खतरा होता है।
निष्कर्ष
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आपके स्तनों में शिथिलता का अनुभव, ढीलापन आना और कमज़ोरी आना पूरी तरह से सामान्य है। स्तन मालिश से आप अपने स्तनों के ओरिजिनल साइज और शेप (original size and shape of breast) को पूरी तरह से वापस नहीं पा सकते लेकिन ब्रेस्ट मसाज करके आप अपने स्तनों को सुडौल, आकर्षक और बेहतर बना सकते हैं। स्तन मालिश करना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिससे हम अपने स्तनों की देखभाल कर सकते हैं।
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आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 18 Jun 2020
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